23-01-2024, 12:11 PM
पंडित से शुद्धिकरण
और 1996 आ गया
लगभग 3 साल के ऊपर हो गया ,कोई अनुभव लिखने लायक नही हुआ
हर साल कहीं ना कहीं , घूमने जाते थे
लेकिन कोई sexual adventure या अनुभव कुछ खास नहीं हुआ , जो यहां लिखने में मेरा उत्साह बने
अक्टूबर का महीना था
राहुल ने तारापीठ मंदिर दर्शन के लिए जाने का सोचा
तारापीठ , 52 सिद्धपीठ में से एक है , मां तारा का मंदिर है यहां
कोलकाता से करीब , 150 _ 160 किलोमीटर है रामपुरहाट , वहां से 7 _ 8 km होगा
शनि रवि काफी भीड़ होने की वजह से , राहुल ने सोमवार निकलने का सोचा और रात को वहां रुक मंगलवार आने का था
हम सोमवार सुबह लगभग 7 बजे खुद की गाड़ी से निकले
लगभग ३ घंटे का सफर था
रास्ते में चाय पीने रुके , Lancha Ghar में, बर्दवान से पहले
चाय पी के , हम फिर चल पड़े
करीब ११.२० पे हम , तारापीठ पहुंच गए
मेरा पहली बार आना हुआ था , राहुल का भी
होटल ही होटल थे वहां
हम एक बढ़िया होटल खोजें और
Sonar Bangla मे रुके
१९९६ में वो होटल वहां का बेहतरीन होटलों में था
लगभग सभी सुविधा थी , स्विमिंग पूल भी था
कमरा भी बहुत ही अच्छा था
मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था , मां तारा के दर्शन करने के लिए आना
मुझे जरा भी आभास नहीं था ,
३ साल बाद , इस पुण्य जगह का नाम , मेरे अनुभवों की लिस्ट में बहुत ही special तरीके से आने वाला है
और 1996 आ गया
लगभग 3 साल के ऊपर हो गया ,कोई अनुभव लिखने लायक नही हुआ
हर साल कहीं ना कहीं , घूमने जाते थे
लेकिन कोई sexual adventure या अनुभव कुछ खास नहीं हुआ , जो यहां लिखने में मेरा उत्साह बने
अक्टूबर का महीना था
राहुल ने तारापीठ मंदिर दर्शन के लिए जाने का सोचा
तारापीठ , 52 सिद्धपीठ में से एक है , मां तारा का मंदिर है यहां
कोलकाता से करीब , 150 _ 160 किलोमीटर है रामपुरहाट , वहां से 7 _ 8 km होगा
शनि रवि काफी भीड़ होने की वजह से , राहुल ने सोमवार निकलने का सोचा और रात को वहां रुक मंगलवार आने का था
हम सोमवार सुबह लगभग 7 बजे खुद की गाड़ी से निकले
लगभग ३ घंटे का सफर था
रास्ते में चाय पीने रुके , Lancha Ghar में, बर्दवान से पहले
चाय पी के , हम फिर चल पड़े
करीब ११.२० पे हम , तारापीठ पहुंच गए
मेरा पहली बार आना हुआ था , राहुल का भी
होटल ही होटल थे वहां
हम एक बढ़िया होटल खोजें और
Sonar Bangla मे रुके
१९९६ में वो होटल वहां का बेहतरीन होटलों में था
लगभग सभी सुविधा थी , स्विमिंग पूल भी था
कमरा भी बहुत ही अच्छा था
मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था , मां तारा के दर्शन करने के लिए आना
मुझे जरा भी आभास नहीं था ,
३ साल बाद , इस पुण्य जगह का नाम , मेरे अनुभवों की लिस्ट में बहुत ही special तरीके से आने वाला है