18-01-2024, 03:29 PM
इस बार सुमी के मुँह से सेक्सी आवाज़ निकली.
मैं जोर जोर से सुमी की चूत चोदने लगा और उसके बड़े-बड़े मम्मे मेरे झटकों के साथ हिलने लगे.
याचना सुमी के हिलते हुए मम्मों को पकड़ कर दबाने लगी.
उसका चेहरा चुदाई के नशे से चहक रहा था. मेरे लंड के अन्दर-बाहर होने से सुमी की चूत बिल्कुल गीली हो गई थी और फच्च फच्च की आवाज़ें आने लगी थीं.
हम तीनों अपने रिश्ते से बेखबर होकर चुदाई का आनन्द ले रहे थे.
मैं दनादन झटके मारकर अपनी सगी भतीजी को अपनी रांड बनाकर मस्ती से चोदने में लगा था और सुमी भी बड़ी गर्मजोशी से अपने सगे चाचा का लंड ले रही थी.
मेरे हर झटके से सुमी के मुँह से कामुक आहें निकल जातीं और मेरा जोश और भी बढ़ जाता.
जब सुमी मस्ती में चिल्लाती, तो मैं जोश में आकर और भी तेज़ी से उसकी चूत चोदने लगता.
अब सुमी जोर से चिल्लाने लगी और कहने लगी- चाचा मैं आने वाली हूँ … आह्ह चाचा … मैं आ गयी … आह गई.
उसने अपनी चूत का सारा माल मेरे लंड पर ही छोड़ दिया और शांत हो गयी.
पर मेरा लंड कहां शांत होने था.
उधर मेरी याचना बहन अभी पूरी तरह से गर्म थी.
मैंने याचना से कहा- आ जा मेरी रांड बहन … अब तेरी बारी है.
मैंने याचना की टांगें चौड़ी की और चूत के बदले उसकी गांड में लंड पेलने लगा.
अपना लंड उसकी गांड के छेद पर रख कर अन्दर पेलने लगा.
पहली बार होने के कारण उसकी गांड में लंड नहीं घुस रहा था.
मैंने थोड़ा सा धक्का मारा तो सुपारा अन्दर चला गया.
मेरी बहन याचना चिल्लाने लगी- उई भैया बहुत दर्द हो रहा है. अपना लंड बाहर निकालो … प्लीज बाहर निकालो.
मैंने कहा- बहन की लौड़ी, बस थोड़ी देर दर्द होगा. थोड़ी देर ऐसे ही चुप रह साली.
फिर मैंने लंड का अगला झटका मारा. इस बार एक ही झटके में पूरा लंड अपनी बहन याचना की गांड में पेल दिया.
उसका दर्द से बुरा हाल हो गया, उसके आंसू निकल आए, वो चिल्ला रही थी.
मुझे उसका चिल्लाना बहुत मजा दे रहा था.
इतने में सुमी ने अपनी बुआ के होंठों पर अपने होंठ रख कर उसका चिल्लाना बंद कर दिया.
अब मैं रुका नहीं, धीरे धीरे याचना की गांड में धक्का मारने लगा.
पांच मिनट तक ऐसा ही करता रहा.
अब याचना का दर्द कम होने लगा. वो भी साथ देने लगी. अपनी गांड को उछाल उछाल कर मजे लेने लगी.
वो कहने लगी- आज अपने भाई से गांड मरवाने में कितना मजा रहा है. वाहह भैया खूब गांड मारो अपनी बहन की … आह फाड़ दो अपनी बहन की गांड … ओहह मेरे राजा … और जोर से धक्का मारो भाई … आह.
मेरे धक्कों की स्पीड बढ़ चुकी थी.
मेरी बहन फिर से कहने लगी- भाई जब माल छूटने वाला हो, तो लंड सीधे सुमी की चूत में पेल देना और लंड का माल उसकी चूत में छोड़ कर उसे माँ बना देना. आहह भैया … आई लव यू मेरा जानू … आई लव यू मेरे स्वीट हार्ट … आह्ह्ह पेलो भैया पेलो … आह.
मैं ऐसे ही याचना की गांड में धक्के मारता रहा. कुछ देर बाद मैं याचना को सीधी साइड करके फिर से उसकी गांड में लंड पेलकर गांड मारने लगा और साथ उसकी चूचियां भी दबाने लगा.
याचना ने मेरा मुँह नीचे खींच कर मेरे होंठ अपने होंठों पर लगाए और चूसने लगी.
मैं भी उसके होंठ चूसने लगा.
उसकी गांड में धक्कों की स्पीड जारी थी.
मैंने कहा- याचना मैं झड़ने वाला हूँ.
तो वो कहने लगी- भैया थोड़ा रूककर सुमी की चूत में डालो लंड.
मैं थोड़ा रुका और मैंने सुमी की टांगें हवा में खड़ी करके एक झटके में लंड चूत में पेल डाला.
मैं सुमी को चोदने लगा.
आह्ह्ह मेरी भतीजी की कुंवारी चूत में क्या मजा आ रहा था. बड़ी टाइट चूत है मेरी भतीजी की.
सुमी की कामुक सिसकारियां पूरे कमरे में गूंजने लगी थीं.
सुमी की आवाजें तेज होने लगीं- आह्ह्ह चाचा … चोदो अपनी रानी को … आह्ह्ह ओहह माँ मसल डाला मेरे चाचा ने अपनी नाजुक कली को … आह्ह चाचा उसकी गर्म सांसें मेरे चहेरे पर पड़ने लगीं.
उसकी सिसकारियां तेज हो गईं.
वो मुझसे विनती करने लगी कि आह चाचा और जोर जोर से चोदो … अपने धक्कों की स्पीड बढ़ा कर मसल दो अपनी भतीजी को … अच्छी तरह से रगड़ दो आज मुझे … मैं अपने चाचा में पूरी तरह से समा जाना चाहती हूँ. निचोड़ दो मुझे चाचा.
कुछ देर ऐसे ही धक्के मार कर मैंने अपना सारा माल सुमी की चूत में ही छोड़ दिया.
देसी बुर की पहली चुदाई के बाद कुछ देर लंड ऐसे ही फंसाए रखा और उसके बाद बाहर निकाला, तो मेरी बहन याचना ने मेरा लंड चूस कर साफ़ कर दिया.
उसने मुझे सीने से लगा कर मुझे खूब चूमा.
सुमी ने भी मुझे गले से लगा कर खूब चूमा और कहा- चाचा, आज आपने मुझे वो सुख और मजा दिया, जो मेरा पति भी नहीं दे सकता. लव यू मेरा जानू.
उस दिन सारा समय बस चुदाई और चुदाई में ही निकला.
बहुत कुछ सुनाने को बाकी है.
मैं जोर जोर से सुमी की चूत चोदने लगा और उसके बड़े-बड़े मम्मे मेरे झटकों के साथ हिलने लगे.
याचना सुमी के हिलते हुए मम्मों को पकड़ कर दबाने लगी.
उसका चेहरा चुदाई के नशे से चहक रहा था. मेरे लंड के अन्दर-बाहर होने से सुमी की चूत बिल्कुल गीली हो गई थी और फच्च फच्च की आवाज़ें आने लगी थीं.
हम तीनों अपने रिश्ते से बेखबर होकर चुदाई का आनन्द ले रहे थे.
मैं दनादन झटके मारकर अपनी सगी भतीजी को अपनी रांड बनाकर मस्ती से चोदने में लगा था और सुमी भी बड़ी गर्मजोशी से अपने सगे चाचा का लंड ले रही थी.
मेरे हर झटके से सुमी के मुँह से कामुक आहें निकल जातीं और मेरा जोश और भी बढ़ जाता.
जब सुमी मस्ती में चिल्लाती, तो मैं जोश में आकर और भी तेज़ी से उसकी चूत चोदने लगता.
अब सुमी जोर से चिल्लाने लगी और कहने लगी- चाचा मैं आने वाली हूँ … आह्ह चाचा … मैं आ गयी … आह गई.
उसने अपनी चूत का सारा माल मेरे लंड पर ही छोड़ दिया और शांत हो गयी.
पर मेरा लंड कहां शांत होने था.
उधर मेरी याचना बहन अभी पूरी तरह से गर्म थी.
मैंने याचना से कहा- आ जा मेरी रांड बहन … अब तेरी बारी है.
मैंने याचना की टांगें चौड़ी की और चूत के बदले उसकी गांड में लंड पेलने लगा.
अपना लंड उसकी गांड के छेद पर रख कर अन्दर पेलने लगा.
पहली बार होने के कारण उसकी गांड में लंड नहीं घुस रहा था.
मैंने थोड़ा सा धक्का मारा तो सुपारा अन्दर चला गया.
मेरी बहन याचना चिल्लाने लगी- उई भैया बहुत दर्द हो रहा है. अपना लंड बाहर निकालो … प्लीज बाहर निकालो.
मैंने कहा- बहन की लौड़ी, बस थोड़ी देर दर्द होगा. थोड़ी देर ऐसे ही चुप रह साली.
फिर मैंने लंड का अगला झटका मारा. इस बार एक ही झटके में पूरा लंड अपनी बहन याचना की गांड में पेल दिया.
उसका दर्द से बुरा हाल हो गया, उसके आंसू निकल आए, वो चिल्ला रही थी.
मुझे उसका चिल्लाना बहुत मजा दे रहा था.
इतने में सुमी ने अपनी बुआ के होंठों पर अपने होंठ रख कर उसका चिल्लाना बंद कर दिया.
अब मैं रुका नहीं, धीरे धीरे याचना की गांड में धक्का मारने लगा.
पांच मिनट तक ऐसा ही करता रहा.
अब याचना का दर्द कम होने लगा. वो भी साथ देने लगी. अपनी गांड को उछाल उछाल कर मजे लेने लगी.
वो कहने लगी- आज अपने भाई से गांड मरवाने में कितना मजा रहा है. वाहह भैया खूब गांड मारो अपनी बहन की … आह फाड़ दो अपनी बहन की गांड … ओहह मेरे राजा … और जोर से धक्का मारो भाई … आह.
मेरे धक्कों की स्पीड बढ़ चुकी थी.
मेरी बहन फिर से कहने लगी- भाई जब माल छूटने वाला हो, तो लंड सीधे सुमी की चूत में पेल देना और लंड का माल उसकी चूत में छोड़ कर उसे माँ बना देना. आहह भैया … आई लव यू मेरा जानू … आई लव यू मेरे स्वीट हार्ट … आह्ह्ह पेलो भैया पेलो … आह.
मैं ऐसे ही याचना की गांड में धक्के मारता रहा. कुछ देर बाद मैं याचना को सीधी साइड करके फिर से उसकी गांड में लंड पेलकर गांड मारने लगा और साथ उसकी चूचियां भी दबाने लगा.
याचना ने मेरा मुँह नीचे खींच कर मेरे होंठ अपने होंठों पर लगाए और चूसने लगी.
मैं भी उसके होंठ चूसने लगा.
उसकी गांड में धक्कों की स्पीड जारी थी.
मैंने कहा- याचना मैं झड़ने वाला हूँ.
तो वो कहने लगी- भैया थोड़ा रूककर सुमी की चूत में डालो लंड.
मैं थोड़ा रुका और मैंने सुमी की टांगें हवा में खड़ी करके एक झटके में लंड चूत में पेल डाला.
मैं सुमी को चोदने लगा.
आह्ह्ह मेरी भतीजी की कुंवारी चूत में क्या मजा आ रहा था. बड़ी टाइट चूत है मेरी भतीजी की.
सुमी की कामुक सिसकारियां पूरे कमरे में गूंजने लगी थीं.
सुमी की आवाजें तेज होने लगीं- आह्ह्ह चाचा … चोदो अपनी रानी को … आह्ह्ह ओहह माँ मसल डाला मेरे चाचा ने अपनी नाजुक कली को … आह्ह चाचा उसकी गर्म सांसें मेरे चहेरे पर पड़ने लगीं.
उसकी सिसकारियां तेज हो गईं.
वो मुझसे विनती करने लगी कि आह चाचा और जोर जोर से चोदो … अपने धक्कों की स्पीड बढ़ा कर मसल दो अपनी भतीजी को … अच्छी तरह से रगड़ दो आज मुझे … मैं अपने चाचा में पूरी तरह से समा जाना चाहती हूँ. निचोड़ दो मुझे चाचा.
कुछ देर ऐसे ही धक्के मार कर मैंने अपना सारा माल सुमी की चूत में ही छोड़ दिया.
देसी बुर की पहली चुदाई के बाद कुछ देर लंड ऐसे ही फंसाए रखा और उसके बाद बाहर निकाला, तो मेरी बहन याचना ने मेरा लंड चूस कर साफ़ कर दिया.
उसने मुझे सीने से लगा कर मुझे खूब चूमा.
सुमी ने भी मुझे गले से लगा कर खूब चूमा और कहा- चाचा, आज आपने मुझे वो सुख और मजा दिया, जो मेरा पति भी नहीं दे सकता. लव यू मेरा जानू.
उस दिन सारा समय बस चुदाई और चुदाई में ही निकला.
बहुत कुछ सुनाने को बाकी है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.