18-01-2024, 03:08 PM
याचना सुमी के होंठ चूसने लगी.
सुमी कहने लगी- आई लव यू चाचा … आई लव यू मेरी रांड बुआ … आह्ह … ओहह … उम्माह … उईईइ … चाचा अपनी स्पीड बढ़ाओ … वोहह मेरे शेर चाचा … आह!
सुमी की गर्म सांसें मेरे मुँह से टकराने लगीं. सुमी पहली बार सेक्स के सागर में गोते लगा रही थी.
‘ले मेरी सुमी रांड … आहह मेरी गुड़िया … मेरी फूल सी बच्ची.’
सुमी की सांसें भी तेज तेज चलने लगी थीं.
उसकी कामुक सिसकारियां तेज हो गयी थीं- आह्ह्ह उहह आई लव यू चाचा … आह्ह्ह चाचा आज अपने बच्चे की माँ बना दो मुझे … आह्ह्ह चाचा आई लव यू … अपने आगोश में समेट लो चाचा … क्या मस्त चुदाई करते हो आप … अब तो आपके सिवा किसी के बारे में सोचना ही नहीं है … आह्ह्ह ओह्ह्ह!
मैं अपनी भतीजी सुमी की जमकर चुदाई कर रहा था, सुमी को भरपूर मजा दे रहा था.
धक्कों की स्पीड तेज हो गयी.
फच फच फच की आवाज सुमी की चूत से आने लगी थी.
उसकी चूत की सील टूट चुकी थी और बुर भोसड़ा बनने लगी थी. बिस्तर की चादर खून से लथ पथ थी.
मेरी मासूम कली सी भतीजी को आज मैंने अपने लंड से रगड़ रगड़ कर फूल बना दिया था.
सुमी अब चरम सीमा पर थी और जोर जोर से आवाजें कर रही थी.
उसकी आवाजों से पूरा कमरा गूंजने लगा था.
मैंने सुमी से कहा- आवाज थोड़ी नीचे कर मेरी रांड … साली पड़ोसी सुन लेंगे.
तो मेरी सुमी रांड कहने लगी- सुनने दो … मुझे मेरा पति ही तो चोद रहा है … और अपने पति चुदने में कैसी शर्म. आज मुझे कोई शर्म नहीं, कोई डर नहीं … बस आप अपनी सुमी रांड की चूत को पेलते जाओ. आज से मैंने आपको अपना पति मान लिया … अब आप ही मेरे सब कुछ हो … आज के बाद मैं आपको चुदाई में बिल्कुल निराश नहीं करूंगी. जब चाहे अपनी सुमी रांड की चूत बजा लेना. किचन में, बाथरूम में, बेडरूम में सब जगह मुझे चोद लेना. यहां तक कि मुझे बीच सड़क में भी चोद देना चाचा … मैं अपने चाचा से खुले-आम चुदना चाहती हूँ. आहह ऊओह्ह्ह मेरे पति … मुझे पत्नी ना सही … अपनी रांड ही बनाकर रखना … आह चोदो मेरे पति देव … आहह … आज से ये सुमी तुम्हारी पत्नी बन गयी … बस अब जल्दी से माँ बना दो … आहह चाचा … ओहह मेरे पति.
सुमी की चूत एकदम टाईट थी.
मैंने अपना लंड बाहर खींचा और फिर से अन्दर डाल दिया.
सुमी कहने लगी- आई लव यू चाचा … आई लव यू मेरी रांड बुआ … आह्ह … ओहह … उम्माह … उईईइ … चाचा अपनी स्पीड बढ़ाओ … वोहह मेरे शेर चाचा … आह!
सुमी की गर्म सांसें मेरे मुँह से टकराने लगीं. सुमी पहली बार सेक्स के सागर में गोते लगा रही थी.
‘ले मेरी सुमी रांड … आहह मेरी गुड़िया … मेरी फूल सी बच्ची.’
सुमी की सांसें भी तेज तेज चलने लगी थीं.
उसकी कामुक सिसकारियां तेज हो गयी थीं- आह्ह्ह उहह आई लव यू चाचा … आह्ह्ह चाचा आज अपने बच्चे की माँ बना दो मुझे … आह्ह्ह चाचा आई लव यू … अपने आगोश में समेट लो चाचा … क्या मस्त चुदाई करते हो आप … अब तो आपके सिवा किसी के बारे में सोचना ही नहीं है … आह्ह्ह ओह्ह्ह!
मैं अपनी भतीजी सुमी की जमकर चुदाई कर रहा था, सुमी को भरपूर मजा दे रहा था.
धक्कों की स्पीड तेज हो गयी.
फच फच फच की आवाज सुमी की चूत से आने लगी थी.
उसकी चूत की सील टूट चुकी थी और बुर भोसड़ा बनने लगी थी. बिस्तर की चादर खून से लथ पथ थी.
मेरी मासूम कली सी भतीजी को आज मैंने अपने लंड से रगड़ रगड़ कर फूल बना दिया था.
सुमी अब चरम सीमा पर थी और जोर जोर से आवाजें कर रही थी.
उसकी आवाजों से पूरा कमरा गूंजने लगा था.
मैंने सुमी से कहा- आवाज थोड़ी नीचे कर मेरी रांड … साली पड़ोसी सुन लेंगे.
तो मेरी सुमी रांड कहने लगी- सुनने दो … मुझे मेरा पति ही तो चोद रहा है … और अपने पति चुदने में कैसी शर्म. आज मुझे कोई शर्म नहीं, कोई डर नहीं … बस आप अपनी सुमी रांड की चूत को पेलते जाओ. आज से मैंने आपको अपना पति मान लिया … अब आप ही मेरे सब कुछ हो … आज के बाद मैं आपको चुदाई में बिल्कुल निराश नहीं करूंगी. जब चाहे अपनी सुमी रांड की चूत बजा लेना. किचन में, बाथरूम में, बेडरूम में सब जगह मुझे चोद लेना. यहां तक कि मुझे बीच सड़क में भी चोद देना चाचा … मैं अपने चाचा से खुले-आम चुदना चाहती हूँ. आहह ऊओह्ह्ह मेरे पति … मुझे पत्नी ना सही … अपनी रांड ही बनाकर रखना … आह चोदो मेरे पति देव … आहह … आज से ये सुमी तुम्हारी पत्नी बन गयी … बस अब जल्दी से माँ बना दो … आहह चाचा … ओहह मेरे पति.
सुमी की चूत एकदम टाईट थी.
मैंने अपना लंड बाहर खींचा और फिर से अन्दर डाल दिया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.