बाथरूम पंहुचते ही रोहित ने कपडे उतारने शुरू कर दिए, आगे क्या होने वाला है ये सोचकर ही रीमा कांप उठी | जैसे ही रोहित ने शर्ट उतारी, उसका बालो से भरा मांसल चौड़ा सीना देखकर रीमा के नितम्बो और कमर में एक सुरसुरी दौड़ गयी | रोहित ने तेजी से अपने जूते उतारे, उसके बाद पेंट और अंडरवियर साथ ही उतार दी | जैसे जी रोहित ने अंडरवियर उतारी, उसका फनफनाता मुसल जैसा मोटा लंड सीधा हो गया , और उछाल कर बाहर आ गया |
रीमा ने आश्चर्य से रोहित की कमर की तरफ देखा, रोहित का मोटा लम्बा, खून के तेज दौरान से कांपता लंड बिलकुल धमकाने वाले अंदाज में ऊपर की तरफ सीधा होता जा रहा है |
रोहित का लंड की मोटाई और लम्बाई देख रीमा की आंखे फटी की फटी रह गयी |
रोहित के मोटे लंड का सुपाडा खून के तेज बहाव के कारन फूल गया था और खून के बहाव के कारन होने वाला कम्पन साफ नजर आ रहा था | इतना मोटा बड़ा लंड उसने कभी जिंदगी में नहीं देखा था | उसे थोडा बहुत अंदाजा था की रोहित का लंड बड़ा है लेकिन इतना बड़ा होगा ये उसकी कल्पना से भी परे था |
रोहित अपने मुसल लंड को हाथो में लेकर मसलने लगा | तेजी से मसलने लगा |
रीमा एकटक उसे देखती रही | रोहित ने रीमा से इशारे में पुछा , क्या वो उसके मोटे तने हुए लंड को अपने नाजुक हाथो में लेगी | रीमा रोहित का इशारा समझ नहीं पाई क्योंकि वो तो रोहित के मुसल जैसे तनकर एकदम कड़क लोहे की राड की तरह हो चुके लंड को देखने में खोयी हुई थी | उसे कहाँ होश था की रोहित क्या कह रहा है | कुछ देर तक रोहित लंड को मसलता रहा, फिर आखिरकार हारकर उसने बाथरूम की ख़ामोशी तोड़ी - रीमा इसे अपने हाथो में लो न, ये तड़प रहा है तुमारे लिए , इसे अपने नरम नरम हाथो से सहलाओ मसलो रगडो कुचलो , जो मर्जी हो वो करो लेकिन इसे अपने हाथो में ले लो |
रीमा की जैसे तन्द्रा भंग हुए, उसने धीरे से रोहित के लंड की तरह हाथ बढ़ा दिए और अपने नाजुक हथेलियों में रोहित के कठोर लंड को जकड़ लिया |
रोहित - इसे रगड़ो न रीमा, देखो कितना काँप रहा है | रीमा ने हौले हौले उसके लंड पर हथेली फिसलानी शुरू कर थी | रीमा के हाथ रोहित के सख्त खड़े लंड पर फिसलने लगे | रोहित में लय में कमर हिलाने लगा और अपने लंड की तरफ देखते हुए – इस तरह से पेलूगा तुमारी चूत में ये मोटा लंड |
रीमा कुछ नहीं बोली बस लंड मसलती रही |
रोहित पत्थर बनते लंड को देखकर बोला - रीमा इसे अपने मुहँ में लेकर चुसो न |
रीमा ने अपने ओठ भींच लिए, वो आंखे फाड़ फाड़ कर बस रोहित के लंड को ही देखे जा रही थी और उस पर अपने हाथ तेजी से फिसला रही थी , उसकी नज़रे ही नहीं हट रही थी रोहित के लंड से, बार बार उसके दिमाग में रोहित और प्रियम के लंड की तस्वीरे एक साथ आ जाती और वो दोनों की तुलना करने लगती | प्रियम का लंड चिकना छोटा और पतला था इसलिए उसने आसानी से पूरा का पूरा लंड मुहँ में निगल लिया था लेकिन रोहित का लंड तो बहुत बड़ा है और मोटा भी ये तो मेरा मुहँ और गला दोनों फाड़ डालेगा, अगर इसको मैंने मुहँ में लेने की कोशिश की तो पक्का है मेरा दम घुट जायेगा और मै मर जाउंगी | वो इतना बड़ा लंड अपने जीवन में कभी देखेगी ऐसा उसने सपने में भी नहीं सोचा था | कोई औरत, कोई भी औरत इतने बड़े लंड को अपनी चूत के अन्दर कैसे ले सकती है, शायद इसलिए रोहित की बीबी इसको छोड़कर चली गयी, मैंने कई बार रोहित से तलाक की असली वजह पूछनी चाही लेकिन हर बार वो टाल देता था | जो औरत इतने मोटे लंड से चुदेगी वो दो दिन तो बिस्तर से न उठेगी, इसलिए शायद कोई भी लड़की रोहित की महीने दो महीने से ज्यादा फ्रेंड नहीं रहती | जो एक बार इतने बड़े लंड के दर्शन कर लेगी, चुदवाना तो दूर रोहित के आस पास भी नहीं फटकेगी | रोहित के मोटे लम्बे मुसल जैसे लंड की दहशत के बावजूद रीमा के दिमाग के कोने में एक अनजानी आकर्षण भरी चाह उपज रही थी | रीमा ने इनकार में सर हिला दिया |
रोहित मन मसोस कर रह गया, उसने एक कोशिश और की - रीमा प्लीज एक बार मुहँ में लेकर चुसो न, आग लगी हुए है मेरे लंड में, शायद तुमारे मुहँ में जाकर इसे तोड़ी नमी मिल जाये और इसकी जलन कुछ कम हो |
इस बार रीमा ने मुहँ खोल ही दिया - नहीं मै इसे मुहँ में नहीं ले सकती, ये बहुत बड़ा है मोटा भी और फूलकर कितना बड़ा हाहाकारी हो गया है भला ये मेरे मुहँ में कैसे आएगा | नहीं नहीं मै इसे मुहँ में नहीं ले पाउंगी, ये मेरे नाजुक छोटे से मुहँ से बहुत बड़ा |
रोहित - रीमा प्लीज एक बार कोशिश तो करो |
रीमा - नहीं रोहित ये बहुत बड़ा है ,मेरे मुहँ में नहीं जायेगा |
रोहित - जायेगा तो तब जब तुम कोशिश करोगी |
रीमा भी थोड़ा खीझ गयी - ये बहुत बड़ा और मोटा है मेरे मुहँ में नहीं जायेगा, मै बोल रही हूँ न |
रोहित निराश हो गया, रीमा ने उसके फूले हुए सुपाडे पर अपने नरम होठो को मादक किस करते हुए कहा - ये मेरे मुहँ के अन्दर नहीं जायेगा, ये इतना मोटा बड़ा है ऊपर से इतना सख्त है मेरे मुहँ को चीर के रख देगा , ये मेरे मुहँ के नहीं जा पायेगा | तुम्हें जो करना हो कर लो लेकिन मै इसे मुहँ में लेने की आत्मघाती गलती नहीं कर सकती |
रोहित को हल्का निराश देखकर समझाने वाले अंदाज में - रोहित तुम मुझे तकलीफ पंहुचाना चाहते हो, तुम्हे पता है न कितना तकलीफ देह होगा ये, कितना दर्द होगा हो सकता है मुहँ में , चोट लग सकती मुझे भी और तुमारे इस मुसल लंड को |
सच तो ये था रोहित के हाहाकारी लंड को देखकर रीमा की हिम्मत टूट गयी थी वो अगर हिम्मत करके कोशिश करती तो शायद कुछ होता लेकिन उसके दिमाग में बैठ गए डर ने सारे रास्ते बंद कर दिए थे |
रोहित भी समझ गया रीमा की न का मतलब न ही है | रोहित ने बाथरूम में बने रिलैक्सिंग बेड पर रीमा को लेटने का इशारा कर दिया | रीमा रोहित का लंड छोड़ कर बाथरूम में बने रिलैक्सिंग बेड पर करवट के बल लेट गयी |
इस एंगल से रोहित का लंड और ज्यादा हाहाकारी लग रहा था | रीमा ने एक लम्बी आह भरी और वासना भरी आँखों से रोहित को देखने लगी |
रीमा ने आश्चर्य से रोहित की कमर की तरफ देखा, रोहित का मोटा लम्बा, खून के तेज दौरान से कांपता लंड बिलकुल धमकाने वाले अंदाज में ऊपर की तरफ सीधा होता जा रहा है |
रोहित का लंड की मोटाई और लम्बाई देख रीमा की आंखे फटी की फटी रह गयी |
रोहित के मोटे लंड का सुपाडा खून के तेज बहाव के कारन फूल गया था और खून के बहाव के कारन होने वाला कम्पन साफ नजर आ रहा था | इतना मोटा बड़ा लंड उसने कभी जिंदगी में नहीं देखा था | उसे थोडा बहुत अंदाजा था की रोहित का लंड बड़ा है लेकिन इतना बड़ा होगा ये उसकी कल्पना से भी परे था |
रोहित अपने मुसल लंड को हाथो में लेकर मसलने लगा | तेजी से मसलने लगा |
रीमा एकटक उसे देखती रही | रोहित ने रीमा से इशारे में पुछा , क्या वो उसके मोटे तने हुए लंड को अपने नाजुक हाथो में लेगी | रीमा रोहित का इशारा समझ नहीं पाई क्योंकि वो तो रोहित के मुसल जैसे तनकर एकदम कड़क लोहे की राड की तरह हो चुके लंड को देखने में खोयी हुई थी | उसे कहाँ होश था की रोहित क्या कह रहा है | कुछ देर तक रोहित लंड को मसलता रहा, फिर आखिरकार हारकर उसने बाथरूम की ख़ामोशी तोड़ी - रीमा इसे अपने हाथो में लो न, ये तड़प रहा है तुमारे लिए , इसे अपने नरम नरम हाथो से सहलाओ मसलो रगडो कुचलो , जो मर्जी हो वो करो लेकिन इसे अपने हाथो में ले लो |
रीमा की जैसे तन्द्रा भंग हुए, उसने धीरे से रोहित के लंड की तरह हाथ बढ़ा दिए और अपने नाजुक हथेलियों में रोहित के कठोर लंड को जकड़ लिया |
रोहित - इसे रगड़ो न रीमा, देखो कितना काँप रहा है | रीमा ने हौले हौले उसके लंड पर हथेली फिसलानी शुरू कर थी | रीमा के हाथ रोहित के सख्त खड़े लंड पर फिसलने लगे | रोहित में लय में कमर हिलाने लगा और अपने लंड की तरफ देखते हुए – इस तरह से पेलूगा तुमारी चूत में ये मोटा लंड |
रीमा कुछ नहीं बोली बस लंड मसलती रही |
रोहित पत्थर बनते लंड को देखकर बोला - रीमा इसे अपने मुहँ में लेकर चुसो न |
रीमा ने अपने ओठ भींच लिए, वो आंखे फाड़ फाड़ कर बस रोहित के लंड को ही देखे जा रही थी और उस पर अपने हाथ तेजी से फिसला रही थी , उसकी नज़रे ही नहीं हट रही थी रोहित के लंड से, बार बार उसके दिमाग में रोहित और प्रियम के लंड की तस्वीरे एक साथ आ जाती और वो दोनों की तुलना करने लगती | प्रियम का लंड चिकना छोटा और पतला था इसलिए उसने आसानी से पूरा का पूरा लंड मुहँ में निगल लिया था लेकिन रोहित का लंड तो बहुत बड़ा है और मोटा भी ये तो मेरा मुहँ और गला दोनों फाड़ डालेगा, अगर इसको मैंने मुहँ में लेने की कोशिश की तो पक्का है मेरा दम घुट जायेगा और मै मर जाउंगी | वो इतना बड़ा लंड अपने जीवन में कभी देखेगी ऐसा उसने सपने में भी नहीं सोचा था | कोई औरत, कोई भी औरत इतने बड़े लंड को अपनी चूत के अन्दर कैसे ले सकती है, शायद इसलिए रोहित की बीबी इसको छोड़कर चली गयी, मैंने कई बार रोहित से तलाक की असली वजह पूछनी चाही लेकिन हर बार वो टाल देता था | जो औरत इतने मोटे लंड से चुदेगी वो दो दिन तो बिस्तर से न उठेगी, इसलिए शायद कोई भी लड़की रोहित की महीने दो महीने से ज्यादा फ्रेंड नहीं रहती | जो एक बार इतने बड़े लंड के दर्शन कर लेगी, चुदवाना तो दूर रोहित के आस पास भी नहीं फटकेगी | रोहित के मोटे लम्बे मुसल जैसे लंड की दहशत के बावजूद रीमा के दिमाग के कोने में एक अनजानी आकर्षण भरी चाह उपज रही थी | रीमा ने इनकार में सर हिला दिया |
रोहित मन मसोस कर रह गया, उसने एक कोशिश और की - रीमा प्लीज एक बार मुहँ में लेकर चुसो न, आग लगी हुए है मेरे लंड में, शायद तुमारे मुहँ में जाकर इसे तोड़ी नमी मिल जाये और इसकी जलन कुछ कम हो |
इस बार रीमा ने मुहँ खोल ही दिया - नहीं मै इसे मुहँ में नहीं ले सकती, ये बहुत बड़ा है मोटा भी और फूलकर कितना बड़ा हाहाकारी हो गया है भला ये मेरे मुहँ में कैसे आएगा | नहीं नहीं मै इसे मुहँ में नहीं ले पाउंगी, ये मेरे नाजुक छोटे से मुहँ से बहुत बड़ा |
रोहित - रीमा प्लीज एक बार कोशिश तो करो |
रीमा - नहीं रोहित ये बहुत बड़ा है ,मेरे मुहँ में नहीं जायेगा |
रोहित - जायेगा तो तब जब तुम कोशिश करोगी |
रीमा भी थोड़ा खीझ गयी - ये बहुत बड़ा और मोटा है मेरे मुहँ में नहीं जायेगा, मै बोल रही हूँ न |
रोहित निराश हो गया, रीमा ने उसके फूले हुए सुपाडे पर अपने नरम होठो को मादक किस करते हुए कहा - ये मेरे मुहँ के अन्दर नहीं जायेगा, ये इतना मोटा बड़ा है ऊपर से इतना सख्त है मेरे मुहँ को चीर के रख देगा , ये मेरे मुहँ के नहीं जा पायेगा | तुम्हें जो करना हो कर लो लेकिन मै इसे मुहँ में लेने की आत्मघाती गलती नहीं कर सकती |
रोहित को हल्का निराश देखकर समझाने वाले अंदाज में - रोहित तुम मुझे तकलीफ पंहुचाना चाहते हो, तुम्हे पता है न कितना तकलीफ देह होगा ये, कितना दर्द होगा हो सकता है मुहँ में , चोट लग सकती मुझे भी और तुमारे इस मुसल लंड को |
सच तो ये था रोहित के हाहाकारी लंड को देखकर रीमा की हिम्मत टूट गयी थी वो अगर हिम्मत करके कोशिश करती तो शायद कुछ होता लेकिन उसके दिमाग में बैठ गए डर ने सारे रास्ते बंद कर दिए थे |
रोहित भी समझ गया रीमा की न का मतलब न ही है | रोहित ने बाथरूम में बने रिलैक्सिंग बेड पर रीमा को लेटने का इशारा कर दिया | रीमा रोहित का लंड छोड़ कर बाथरूम में बने रिलैक्सिंग बेड पर करवट के बल लेट गयी |
इस एंगल से रोहित का लंड और ज्यादा हाहाकारी लग रहा था | रीमा ने एक लम्बी आह भरी और वासना भरी आँखों से रोहित को देखने लगी |