16-01-2024, 12:19 PM
उत्तर प्रदेश के एक छोटे से शहर का रहने वाला हूँ। शहर इसलिए कि वैसे तो मेरा घर गांव में है लेकिन गांव से शहर की दूरी मात्र 5 किमी की दूरी पर है। मेरी उम्र इस समय 24 वर्ष है और लंबाई 5 फुट 8 इंच है। मेरे लंड का साइज 8 इंच है। ये मेरी इस साइट पर पहली कहानी है। चूंकि मैं इस साइट का नियमित पाठक हूँ। मैं शादीशुदा हूँ पर शादी से पहले से ही मैं हर रात को इस साइट पर विजिट करके कहानियाँ पढ़कर मुठ मार कर ही सोता था। जब तक मैं एक सेक्स स्टोरी पढ़कर मुठ ना मार लूं तब तक नींद नहीं आती। ऐसे ही एक बार कहानी पढ़ते पढ़ते अचानक एक धोखे से रिश्तेदार की चुदाई की कहानी पढ़कर मेरे दिमाग में ख्याल आया कि क्यों न अपने जीवन की घटित एक सच्ची घटना आप सबके साथ शेयर की जाए।
तो ये कहानी आज से लगभग 5 साल पहले मेरी और मेरी साली की चुदाई की है। मेरी नई नई शादी हुई थी और मेरी बीवी का नाम गरिमा है। गरिमा बहुत ही खूबसूरत लड़की थी। उसके चूचे 36 इंच, सुडौल, गोल, खरबूजे जैसे, कमर 30 इंच की और गांड 38 इंच की थी। ऊपर से नीचे तक मेरी बीवी गरिमा एक दम स्वर्ग की अप्सरा मेनका, रंभा जैसी थी। मैं गरिमा जैसी खूबसूरत और हसीन बीवी पाकर बहुत खुश था।
वैसे तो मैं बचपन से ही बहुत आशिक मिजाज़ रहा हूँ। मैंने बचपन से आज तक बहुत गर्म और सेक्सी लड़कियों की चूत और गांड मारी है। बिना किसी जाति, धर्म, काली, गोरी का भेदभाव किए, 18 साल की कमसिन कली से लेकर 45 साल की औरतों तक को चोदा है। चूंकि मेरा मानना है कि चूत और लंड के बीच केवल एक रिश्ता चुदाई का ही होता है। और लड़की कितनी ही खूबसूरत गोरी क्यों न हो, चूत तो काली ही होती है और काली चूत भी वही मजा देती है जो गोरी गुलाबी चूत देती है। इसलिए मैंने इन सबका भेदभाव न करते हुए अपनी जिन्दगी के भरपूर मजे लिए हैं।
मैं 27 साल का 5 फुट 7 इंच का गबरू जवान हूँ। मेरा लंड 8 इंच लम्बा है जो कि अच्छे अच्छे चूत से पानी निकालकर उनको निढाल करने के लिए काफी है। मेरा अपना कपड़ों का शोरुम है मेरे गांव से महज 3 किमी दूर शहर में। मेरी आमदनी अच्छी खासी होने के कारण खर्च भी अच्छी खासी है। गांव में औरतों और लड़कियों को चोदना बहुत आसान है। बस कुछ पैसों का लालच दो तो भरपूर जवानी का मजा मिलता है।
अब बोर न करते हुए कहानी पर आता हूँ। मेरी बीवी गरिमा उम्र 25 साल, चूचे 36 के और गांड 38 की। उससे बड़ी बहन संजना (शादीशुदा) उम्र 28 साल चूचे 36 कमर 30 इंच और गांड 38 की इंच की है। सबसे छोटी सरिता उम्र 19 साल उसकी चूचियां 34 की हैं, कमर 28 की और गांड भी 34 की हैं।
साइज इतना परफेक्ट इसलिए पता है क्योंकि एक तो अब तक मैं तीनों की चूत की चुदाई कर चुका हूँ और गांड भी मार चुका हूँ, क्योंकि हमारे यहाँ कहावत है कि साली आधी घरवाली होती है दूसरे जबसे मुझमें पता नहीं ईश्वर ने ऐसा क्या दिया है कि मुझे चूत खोजने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती। और सबसे बड़ी बात ये कि जब से मेरी शादी हुई है तबसे इन तीनों के लिए ब्रा पैंटी अक्सर मेरे ही शोरूम से जाता है क्योंकि मेरे शोरुम पर एक से बढ़कर एक ब्रांडेड कपड़े से लेकर अंडरगारमेंट्स तक सब मिलते हैं।
लंडधारी दोस्तों और चूत की रानियों, दिल थाम कर बैठिए और लंड धारियों से निवेदन है कि वो अपना हथियार पकड़ लें और चूत की रानियों ये गुजारिश है कि अपनी चूत में कम से कम दो उंगली डाल कर बैठें और इस सेक्सी कहानी का आनंद लें क्योंकि ये कहानी सिर्फ कहानी नही बल्कि आग का वो गोला है जिसमें मेरी साली सरिता ने मेरे जिस्म को अपना जिस्म सौंपकर बर्फ का गोला बना दिया अर्थात अपनी प्यास और मेरी कुंवारी चूत की हवस को बुझा दिया।
तो ये कहानी आज से लगभग 5 साल पहले मेरी और मेरी साली की चुदाई की है। मेरी नई नई शादी हुई थी और मेरी बीवी का नाम गरिमा है। गरिमा बहुत ही खूबसूरत लड़की थी। उसके चूचे 36 इंच, सुडौल, गोल, खरबूजे जैसे, कमर 30 इंच की और गांड 38 इंच की थी। ऊपर से नीचे तक मेरी बीवी गरिमा एक दम स्वर्ग की अप्सरा मेनका, रंभा जैसी थी। मैं गरिमा जैसी खूबसूरत और हसीन बीवी पाकर बहुत खुश था।
वैसे तो मैं बचपन से ही बहुत आशिक मिजाज़ रहा हूँ। मैंने बचपन से आज तक बहुत गर्म और सेक्सी लड़कियों की चूत और गांड मारी है। बिना किसी जाति, धर्म, काली, गोरी का भेदभाव किए, 18 साल की कमसिन कली से लेकर 45 साल की औरतों तक को चोदा है। चूंकि मेरा मानना है कि चूत और लंड के बीच केवल एक रिश्ता चुदाई का ही होता है। और लड़की कितनी ही खूबसूरत गोरी क्यों न हो, चूत तो काली ही होती है और काली चूत भी वही मजा देती है जो गोरी गुलाबी चूत देती है। इसलिए मैंने इन सबका भेदभाव न करते हुए अपनी जिन्दगी के भरपूर मजे लिए हैं।
मैं 27 साल का 5 फुट 7 इंच का गबरू जवान हूँ। मेरा लंड 8 इंच लम्बा है जो कि अच्छे अच्छे चूत से पानी निकालकर उनको निढाल करने के लिए काफी है। मेरा अपना कपड़ों का शोरुम है मेरे गांव से महज 3 किमी दूर शहर में। मेरी आमदनी अच्छी खासी होने के कारण खर्च भी अच्छी खासी है। गांव में औरतों और लड़कियों को चोदना बहुत आसान है। बस कुछ पैसों का लालच दो तो भरपूर जवानी का मजा मिलता है।
अब बोर न करते हुए कहानी पर आता हूँ। मेरी बीवी गरिमा उम्र 25 साल, चूचे 36 के और गांड 38 की। उससे बड़ी बहन संजना (शादीशुदा) उम्र 28 साल चूचे 36 कमर 30 इंच और गांड 38 की इंच की है। सबसे छोटी सरिता उम्र 19 साल उसकी चूचियां 34 की हैं, कमर 28 की और गांड भी 34 की हैं।
साइज इतना परफेक्ट इसलिए पता है क्योंकि एक तो अब तक मैं तीनों की चूत की चुदाई कर चुका हूँ और गांड भी मार चुका हूँ, क्योंकि हमारे यहाँ कहावत है कि साली आधी घरवाली होती है दूसरे जबसे मुझमें पता नहीं ईश्वर ने ऐसा क्या दिया है कि मुझे चूत खोजने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती। और सबसे बड़ी बात ये कि जब से मेरी शादी हुई है तबसे इन तीनों के लिए ब्रा पैंटी अक्सर मेरे ही शोरूम से जाता है क्योंकि मेरे शोरुम पर एक से बढ़कर एक ब्रांडेड कपड़े से लेकर अंडरगारमेंट्स तक सब मिलते हैं।
लंडधारी दोस्तों और चूत की रानियों, दिल थाम कर बैठिए और लंड धारियों से निवेदन है कि वो अपना हथियार पकड़ लें और चूत की रानियों ये गुजारिश है कि अपनी चूत में कम से कम दो उंगली डाल कर बैठें और इस सेक्सी कहानी का आनंद लें क्योंकि ये कहानी सिर्फ कहानी नही बल्कि आग का वो गोला है जिसमें मेरी साली सरिता ने मेरे जिस्म को अपना जिस्म सौंपकर बर्फ का गोला बना दिया अर्थात अपनी प्यास और मेरी कुंवारी चूत की हवस को बुझा दिया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
