08-01-2024, 02:54 PM
फ़ातिमा की सहेली
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
पांच वक्त की -- अम्मी जान फसी जाल मे
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