07-01-2024, 05:13 PM
(13-10-2023, 12:07 PM)Fatimakhan Wrote: Part 3
फिर सुबह हुयी मैने खाना बनाया और फिर सौाहर् जी खाना खाकर चले गये
मै घर मे अकेली बोर हो रही थी कुछ काम न था तो tv देखने लगी उसमे एक हॉट सीन् आया जब हीरो हीरोइन को डांस करते वक्त गांड मसल रहा था और हीरोइन को बहुत मज़ा आ रहा था सना खान हीरोइन् थे और हीरो उसकी गांड मसल कर फिर बेड पर ले जाकर चोदने लगा
ये देखकर मेरा मन मचलने लगा क्यूंकि रात को मेरे सौाहर मुझको अच्छे से चोदे भी नही थे एकदम गर्म थी बस
फिर अपना बूब्स मसलने लगी और उगलिया करने लगी
तभी कोई दरवाज़ा खतखताया
फिर मैने अपना कपड़े ठीक किये और बाहर गयी खोली तो देखा एक करीब पचास साल का बुड्ढा आदमी एकदम काला खड़ा था ।
मै..जी क्या चाहिए
बुड्ढा...वो सायद नल ठीक करने के लिए कोई फोन किया था
मै...हा हा अंकल मेरे नल से पानी नहीं निकल रहा है
बुड्ढा...मुझको देखकर बोला आप चिंता मत करो मै आपका पानी निकल डूंगा ।
मै कुछ समझ नही पायी बोली अंडर आईये
फिर मै अंकल को लेजाकर नल वाली जगह दिखाई
फिर मै बाहर आ गयी क्यूंकि वो अंकल बहुत काले थे करीब दस मिनट बाद अंकल आकर बोले लो तुम्हारी पानी निकाल दी।
मै फिर जाकर देखने वाली थी तभी अंकल बोले सिसु कहा करु मै
मै...ये सुनकर घबरा गयी और बोली जी उधर है
फिर वो गये सिसु करने
मै गयी अपना नल चेक करने
हमरे नल से मेरा बाथरूम दिखता है क्यून बहुत बड़ा सा छेद् है ना
जैसे हि सररररररर की आवाज आयी मेरी नज़र खुद चली गयी और देखा एकदम मोटा लम्बा लंड जैसे कोई साफ हो बस अंकल के लंड के ऊपर टोपी था जो मेरे सौाहर मे नही था फिर
मै देखकर दर गयी आँख हटा ली अंकल के लंड पे से पर पटा नही क्यून कुछ टाइम बाद फिर से देखने लगी अंकल ना अपना लंड हीला रहे थे हाथ मे लेकर
थोड़ा और पास गयी अंकल बड़बड़ा रहे थे
साली क्या मस्त माल है तेरी पानी निकालने क मन कर रहा है साली कुतिया तेरी चूत फाड़ने का मन कर रहा है क्या मस्त उचे उचे गांड है और एकदम टाइट चूचियाँ दबा दबा कर बड़ा कर डूंगा साली कुतिया की ।
कहकर लंड हिला रहे थे और बोल रहे थे वाह कितनी गोरी है वसंत जी की बेगम साली बहुतो से चुदी होगी मै भी चोदुंगा साली को
तभी उनका गिरने वाला था वाही पास मे रखा मेरी ब्रा पर अपना माल को पोछ लिए और फिर वाही पर टांग दिये
अभी मै नई आयी थी दिल्ली तो कुछ शॉपिंग नहीं की थी बस यही दो ब्रा थी एक पहनी थी और रखी थी
फिर अंकल बाहर आकर बोले अरे पैसा दोगी की मै वसंत जी से हि ले लु
मै...जी रुकिए आयययोई
फिर मैने उनको पैसा दिया वो पैसा लेते हुए मुझको हि देखे जा रहे थे
फिर पैसा लेकर बोले जब भी कोई काम होगा फोन करना ये मेरा कार्ड देकर जाने लगे
मै बस उनका गांड देख रही थी और सोचने लगी कितना मोटा लंड था इतना मोटा लंड कोई कैसे अपने चूत मे लेती होनगी इनकी बीबी
फिर ऐसे सोचते सोचते फिर मै अपनी चूत मे उगलिया करने लगी सोच सोच कर मेरे सौाहर मुझको रुला रुला कर चोद रहे है
मै आह्ह्ह्ह बस करो वसंत मार डालोगो क्या
तभी मेरी चूत की पानी निकल गयी और फिर मै शांत होकर बैठ गयी
तभी मेरी फ्रैंड फरीदा का कॉल आ गया
फरीदा...और मेरी नूर दो दिन से खूब जीजू तेरी चूत फाड़ रहे होंगे ना तेरी तो हालत खराब होगा
मै..चुप कर तु फरीदा
फरीदा...तेरी बातो से लग रहा है की तेरे सौाहर् तेरी हालत खराब नही कर पाए
मै...कुछ भी तु बता कैसी है
फरीदा..अपने आशिक़ के बाहो मे हु
मै.. निगाह के बाद भी मतलब कुछ भी
फरीदा...जान अविनास् कुछ बोल दो
अविनास हा आशमा नूर आपकी फ्रैंड फरीदा के साथ हि रहता हु मै इसके रूम मे रोज़ फाड़ता हु इसकी काली फुद्दी
मै बस शॉक थी
मै..फरीदा तेरे सौाहर
फरीदा..उनका रात का ड्यूटी है ना और अविनास का दिन का
दिन भर सौाहर् रहते है उनके पहले लुल्ली से कभी चुद भी जाति हु पर रात को अविनास से रोज़ उछल उछल कर चुदती हु
मै...बस शांत थी
तभी एक जोर का धक्का
फरीदा...आराम से डार्लिंग अह्ह्ह उफ्फफ्फ्फ़ ये मोटा लंड मर गयी रे
फरीदा...चल बाद मे फोन् करती हु नूर अभी चुदने दे
कहकर फोन काट दी
मै फिर सोचने लगी क्या जिंदगी है मजे मार रही है
फिर सोची अभी तो दिन है दिन मे उसका सौाहर घर पर रहते होंगे आज दिन मे चुद रही है
फिर मैने फोन लगाया पर उदायी नही सायद चुदने मे बिजी थी साली फरीदा
फिर मै आइए सोचते सोचते सो गयी दोपहर को
आगे देखो क्या हुआ
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.