06-01-2024, 01:26 PM
(This post was last modified: 06-01-2024, 01:28 PM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
Update 6
सुभह हुयी सौाहर काम पर चले गये तभी फोन आया ।
मैने देखा की वाही नंबर है जिसपे मैने अपना नंगा पिक सेंड किया था लेकिन इतने दिन बाद क्यों फोन कर रहा है
मैने फोन पिकअप की ।
उधर से आवाज़ आयी....साली छिनाल तु सोफी तो नाही है पर मै जानता हु तु कौन है साली
मै...देखो गलती से सेंड कर दी हु डिलीट कर दो pls
लड़का...साली तुम्हरे जैसी कसी माल चुदने को नही मिलती एक बार चुदवा लो बस फिर हम डेलेट कर देंगे
मै...देखो मै ऐसी लड़की नाही हु मै एकदम पाक और सरीफ लड़की हु
लड़का...हा साली छिनाल तु किसनी सरीफ है देख चुका चुदवा लो वरना तेरी इज्जत लुटवा डूंगा साली ।
मै...रोते रोते बोली देखो ऐसा मत करो आप
लड़का....बस एक बार चुदवा ले साली वरना वसंत जी को बता डूंगा की उनकी बेगम छिनाल रंडी है
मै...ठीक है मै घर पर अकेली हु आ जाओ
लड़का...नही साली छिनाल तुम जैसे पैसो वाली छिनाल घर बुला कर फसा दोगी
तु ना रिक्सा से आ उससे बोला देना की कबाड़ी की बस्ती मे जाना है वो ले आएगा ।
कहकर फोन काट दिया
मै समझ गयी वो कबाड़ी वाला हि होगा तभी कबाड़ी वाला बस्ती मे बुलाया है मर दर के मारे काप रही थी और सोची कैसे जाऊ सब जान जाएंगे तो इज्जत खराब हो जाएगा ।
फिर मै सोचकर तैयर हुयी और फुल कवर हिजाब पहन ली बस आंखे दिख रहा था मैने ऑटो वाला रमेश को फोन किया और अपने घर के थोड़ा आगे बुलाई और फिर वहा जाकर बैठ गयी ।
रमेश ऑटो...मैडम आप नाई आयी हो क्या इस मोहल्ले मे
मै...हा हा नयी हु
फिर मैने कहा जी कबाड़ी बस्ती मे जाना है
रामेश...क्या मैडम कबाड़ी बस्ती मे क्यों जाना है कबाड़ खरीदने।
मै...हा हा कबाड़ खरीदने हि जाना है
रामेश...वैसे मैडम इतनी सज धज कर जा रही हो कबाड़ खरीदने
मै बस थोड़ी सी शर्मा गयी और बोली अपने काम से काम रखो।
कुछ टाइम बाद ये लो मैडम यहा से आ गया कबाड़ी बस्ती अब आप यहा से पैदल जाओ
मै..उतर गयी
रामेश ऑटो...मैडम जी जल्दी से आना मै वेट कर रहा हु
मै...नही नही आप चलो जाओ मै आपको फोन करूंगा।
रामेश...ठीक है मैडम ध्यान से जाना कबाड़ी वाले बहुत बुरे होते है ये कुछ भी कर सकते है ।
फिर मै बस्ती मे जाने लगी सब लोग मुझको हि देख रहे थे जैसे मुझको नंगा करके चोद देंगे कुटुया बनाकार
सायद वो बुर्ख मे कभी किसी को देखे नाही थे
और सब एकदम काले काले थे ऐसा लग रहा था जैसी की शेरनी आयी है भेड़ियों के इलाके मे एकदम अकेली
सब बूढ़े लोग मुझको घूर घूर कर देख रहे थे और मुझको शर्मिदगी महसूस हो रहा थी
मै अपने जिंदगी मे कभी इतने काले काले लोग नही दिखे थे
तभी एक जवान आदमी आया और मेरा हाथ पकड़ कर बोला बोला मैडम आओ मेरे रूम मे सिर्फ पांच सौ दे देना खूब मज़ा डूंगा
ये सुनाकर मै दर गयी
तभी देखी वो कबाड़ी वाला आया जिसने मेरी सिम दी थी
कबाड़ी वाला...सले रघु हट ये मेरी माल है
रघु...ये साली हिजाब वाली सब तेरे से हि चुदने क्यों आती है अखलेश
फिर कबाड़ी ने मेरा हाथ पकड़ कर अंदर ले गया एक घोपड़ी मे जो की मिट्टी का था और बोला यही तुम्हारी चुदाई होगी जोरदार।
मै..आप पैसे ले लो जितना चाहो पर मुझको छोड़ दो
कबाड़ी...साली पैसे से बड़कर है की किसी ससरीफ खानदान की लड़की को चोदना समझी तु साली
आगे देखो
सुभह हुयी सौाहर काम पर चले गये तभी फोन आया ।
मैने देखा की वाही नंबर है जिसपे मैने अपना नंगा पिक सेंड किया था लेकिन इतने दिन बाद क्यों फोन कर रहा है
मैने फोन पिकअप की ।
उधर से आवाज़ आयी....साली छिनाल तु सोफी तो नाही है पर मै जानता हु तु कौन है साली
मै...देखो गलती से सेंड कर दी हु डिलीट कर दो pls
लड़का...साली तुम्हरे जैसी कसी माल चुदने को नही मिलती एक बार चुदवा लो बस फिर हम डेलेट कर देंगे
मै...देखो मै ऐसी लड़की नाही हु मै एकदम पाक और सरीफ लड़की हु
लड़का...हा साली छिनाल तु किसनी सरीफ है देख चुका चुदवा लो वरना तेरी इज्जत लुटवा डूंगा साली ।
मै...रोते रोते बोली देखो ऐसा मत करो आप
लड़का....बस एक बार चुदवा ले साली वरना वसंत जी को बता डूंगा की उनकी बेगम छिनाल रंडी है
मै...ठीक है मै घर पर अकेली हु आ जाओ
लड़का...नही साली छिनाल तुम जैसे पैसो वाली छिनाल घर बुला कर फसा दोगी
तु ना रिक्सा से आ उससे बोला देना की कबाड़ी की बस्ती मे जाना है वो ले आएगा ।
कहकर फोन काट दिया
मै समझ गयी वो कबाड़ी वाला हि होगा तभी कबाड़ी वाला बस्ती मे बुलाया है मर दर के मारे काप रही थी और सोची कैसे जाऊ सब जान जाएंगे तो इज्जत खराब हो जाएगा ।
फिर मै सोचकर तैयर हुयी और फुल कवर हिजाब पहन ली बस आंखे दिख रहा था मैने ऑटो वाला रमेश को फोन किया और अपने घर के थोड़ा आगे बुलाई और फिर वहा जाकर बैठ गयी ।
रमेश ऑटो...मैडम आप नाई आयी हो क्या इस मोहल्ले मे
मै...हा हा नयी हु
फिर मैने कहा जी कबाड़ी बस्ती मे जाना है
रामेश...क्या मैडम कबाड़ी बस्ती मे क्यों जाना है कबाड़ खरीदने।
मै...हा हा कबाड़ खरीदने हि जाना है
रामेश...वैसे मैडम इतनी सज धज कर जा रही हो कबाड़ खरीदने
मै बस थोड़ी सी शर्मा गयी और बोली अपने काम से काम रखो।
कुछ टाइम बाद ये लो मैडम यहा से आ गया कबाड़ी बस्ती अब आप यहा से पैदल जाओ
मै..उतर गयी
रामेश ऑटो...मैडम जी जल्दी से आना मै वेट कर रहा हु
मै...नही नही आप चलो जाओ मै आपको फोन करूंगा।
रामेश...ठीक है मैडम ध्यान से जाना कबाड़ी वाले बहुत बुरे होते है ये कुछ भी कर सकते है ।
फिर मै बस्ती मे जाने लगी सब लोग मुझको हि देख रहे थे जैसे मुझको नंगा करके चोद देंगे कुटुया बनाकार
सायद वो बुर्ख मे कभी किसी को देखे नाही थे
और सब एकदम काले काले थे ऐसा लग रहा था जैसी की शेरनी आयी है भेड़ियों के इलाके मे एकदम अकेली
सब बूढ़े लोग मुझको घूर घूर कर देख रहे थे और मुझको शर्मिदगी महसूस हो रहा थी
मै अपने जिंदगी मे कभी इतने काले काले लोग नही दिखे थे
तभी एक जवान आदमी आया और मेरा हाथ पकड़ कर बोला बोला मैडम आओ मेरे रूम मे सिर्फ पांच सौ दे देना खूब मज़ा डूंगा
ये सुनाकर मै दर गयी
तभी देखी वो कबाड़ी वाला आया जिसने मेरी सिम दी थी
कबाड़ी वाला...सले रघु हट ये मेरी माल है
रघु...ये साली हिजाब वाली सब तेरे से हि चुदने क्यों आती है अखलेश
फिर कबाड़ी ने मेरा हाथ पकड़ कर अंदर ले गया एक घोपड़ी मे जो की मिट्टी का था और बोला यही तुम्हारी चुदाई होगी जोरदार।
मै..आप पैसे ले लो जितना चाहो पर मुझको छोड़ दो
कबाड़ी...साली पैसे से बड़कर है की किसी ससरीफ खानदान की लड़की को चोदना समझी तु साली
आगे देखो
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.