28-12-2023, 03:47 PM
करीब ९.30 बज रहे थे
धर्मशाला पहुँच , मैं राहुल को देखने लगी
राहुल कई लोगों के साथ बैठा हुआ था
मैं उसके पास पहुँच , उसके पास बैठ गयी
मैंने देखा , मामाजी भी वही बैठे हुए थे , और कोई चुटकुला सुना रहे थे
सब ड्रिंक ले रहे थे और मामाजी का चुटकुला सुन हंस रहे थे
राहुल मुझे देख उठा , एक beer लाई मेरे लिए
मैंने beer ले ली
राहुल : भयो
मैं : हां , पूरा भयो
ये हमारा code था , जिसका मतलब था , मस्ती हुई पूरी
किसी को अहसास नहीं था , मैं अभी मामाजी से चुद के आई हूँ
मामाजी ने ३ तरीके से चोदा , तीनो में ही मुझे मज़ा आया
मामाजी भी सामान्य बैठे हुए थे
सब ही बैठे थे , लड़की वाले – लड़के वाले
uncle ( परमप्रीत के पिताजी ) भी वहां बैठे हुए थे
सबके ही हाथ में glass था
चिंटू थोरी दूर पे , अपनी कुर्सी में बैठा हुआ था
मैं उसके पास गयी , उसको एक cadbury दी
चिंटू खुस हो गया
मैं उसके गाल को प्यार कर , फिर राहुल के पास आ बैठ गयी
हम सब गप मार रहे थे , और शादी के कार्यकर्म भी देख रहे थे
रात का खाना शुरु हो गया था
कुछ लोग खाना खाना शुरु कर दिए
हम लोग भी खाना खाने लगे
uncle , मामाजी , राहुल भी साथ में ही थे
कई और लोग भी थे
खाना खा के , हम फिर बैठ गप मारने लगे
करीब 1 घंटे गुजरे होंगे
लगभग ११.30 बज रहे थे
तभी राहुल ने कहा : अरे uncle को नींद आ गयी है कुर्सी में ही
मामाजी : ठण्ड भी है , उन्होंने ड्रिंक भी ज्यादा ले रखी है
uncle कुर्सी में पुरे नींद में दिख रहे थे
राहुल : इनको ROOM में ले जा के सुला देना बेहतर है
मामाजी ; हाँ , वही ठीक है
राहुल मेरी तरफ देखने लगा
मैं चौंक गयी , इशारे में ना किया
लेकिन राहुल ने कुछ इशारा किया मुझे और
कहा : vini , कल तुमने ठीक से सुला दिया था uncle को . आज भी तुम ही सुला दो
सबके बीच मुझे कहने से , मैं ना कर सकी
राहुल ने सहारा दे uncle को खड़ा किया और
मैं अपने दोनों हाथ उनके कन्धों पे रख चलने लगी
राहुल ने कान में कहा : कल बारात चली जायेगी , समझ रही हो ना
मैं समझ गयी
uncle को साथ में ले , मैं उनके कमरे तक आई
कमरे में आ , उनको बिस्तर पे लिटाया
मैं बाहर आ , दोनो तरफ ठीक से देख , वापस कमरे में आ के lock किया
और कल की तरह
uncle की धोती के ऊपर से उनके Lund को सहलाया
फिर , धोती के अंदर, हाथ कर , पूरा पकड़ा
uncle पूरा नींद में थे
अब उनके lund को धोती से बाहर निकाल लिया
और उनके सुपाड़े को जीव से चाटा
फिर धीरे धीरे पूरे lund ko मुंह में ले लिया
अच्छा बड़ा था , चूसना शुरु किया
थोड़ी देर चूसा , फिर उसको मुंह से बाहर लिया
वापस धोती के अंदर कर , मैं गेट की तरफ बढ़ने लगी
तभी मुझे जोर का झटका लगा
uncle ने अपने हाथ से मेरे हाथ को पकड़ लिया
मैं घूम के देखी, uncle मेरी तरफ देख रहे थे
मैं पूरा शर्मा गई
uncle: वाह पुत्तर, तूने तो दिल ही खुस कर दिया , मस्त चूसती हो
मैं ( शर्माते हुए ) : आपको आनंद आया !!
uncle: जन्नत का सुख दिया तुमने , तुम काफी प्यारी हो , और होशियार भी
मैं : आपको अच्छा लगा , मुझे खुशी हुई , अब मैं चलती हूं
uncle ने मेरे हाथ को जरा खींचा अपनी ओर, और कहा
uncle: एक बार अपना दुधू दिखा दे , और पीला भी दे
मैं: क्या uncle, आप भी ना
uncle: अभी तो मेरा लौड़ा चूसी हो , फटाफट दुधु भी पीला दे
और उन्होंने हाथ और खींचा अपनी ओर
मैं अब उनके ऊपर गिर सी गई , उनकी छाती पे मेरा बूब्स आ गया
मैं समझ गई , uncle मुझे जाने नहीं देंगे, बगैर boobs चूसे
मैं : देर हो रही है , राहुल मेरा रास्ता देख रहा होगा
uncle: ५ मिनिट लगेगा , चोली खोल , दोनो चूची निकाल ले
मैं अपनी चोली खुल , ब्रा से बाहर , दोनो boobs बाहर निकाल ली
uncle ने दोनों हाथों से दोनों चूची को दबाया
मैं थोड़ा ऊपर उठी , और एक चूची उनके मुंह के पास ले गई
अब उनका मुंह मेरे boobs ko चूस रहा था
उन्होंने दोनो boobs बढ़िया से चूसा
उनके चूसने से में फिर से गरम होने लगी
थोरी देर में Uncle चूसते चूसते थक गए
मैंने खुद को संभाल के रखा
फिर मैने अपनी चोली पहनी और वहां से निकल गई
और बाहर आ , राहुल के पास बैठ गई
राहुल : भयो
मैं : हां , पूरो भयो
आज एक साथ दोनो के साथ , मामाजी और uncle के साथ मस्ती होने से , अब मैं पूरा गर्म हो चुकी थी अंदर ही अंदर
धर्मशाला पहुँच , मैं राहुल को देखने लगी
राहुल कई लोगों के साथ बैठा हुआ था
मैं उसके पास पहुँच , उसके पास बैठ गयी
मैंने देखा , मामाजी भी वही बैठे हुए थे , और कोई चुटकुला सुना रहे थे
सब ड्रिंक ले रहे थे और मामाजी का चुटकुला सुन हंस रहे थे
राहुल मुझे देख उठा , एक beer लाई मेरे लिए
मैंने beer ले ली
राहुल : भयो
मैं : हां , पूरा भयो
ये हमारा code था , जिसका मतलब था , मस्ती हुई पूरी
किसी को अहसास नहीं था , मैं अभी मामाजी से चुद के आई हूँ
मामाजी ने ३ तरीके से चोदा , तीनो में ही मुझे मज़ा आया
मामाजी भी सामान्य बैठे हुए थे
सब ही बैठे थे , लड़की वाले – लड़के वाले
uncle ( परमप्रीत के पिताजी ) भी वहां बैठे हुए थे
सबके ही हाथ में glass था
चिंटू थोरी दूर पे , अपनी कुर्सी में बैठा हुआ था
मैं उसके पास गयी , उसको एक cadbury दी
चिंटू खुस हो गया
मैं उसके गाल को प्यार कर , फिर राहुल के पास आ बैठ गयी
हम सब गप मार रहे थे , और शादी के कार्यकर्म भी देख रहे थे
रात का खाना शुरु हो गया था
कुछ लोग खाना खाना शुरु कर दिए
हम लोग भी खाना खाने लगे
uncle , मामाजी , राहुल भी साथ में ही थे
कई और लोग भी थे
खाना खा के , हम फिर बैठ गप मारने लगे
करीब 1 घंटे गुजरे होंगे
लगभग ११.30 बज रहे थे
तभी राहुल ने कहा : अरे uncle को नींद आ गयी है कुर्सी में ही
मामाजी : ठण्ड भी है , उन्होंने ड्रिंक भी ज्यादा ले रखी है
uncle कुर्सी में पुरे नींद में दिख रहे थे
राहुल : इनको ROOM में ले जा के सुला देना बेहतर है
मामाजी ; हाँ , वही ठीक है
राहुल मेरी तरफ देखने लगा
मैं चौंक गयी , इशारे में ना किया
लेकिन राहुल ने कुछ इशारा किया मुझे और
कहा : vini , कल तुमने ठीक से सुला दिया था uncle को . आज भी तुम ही सुला दो
सबके बीच मुझे कहने से , मैं ना कर सकी
राहुल ने सहारा दे uncle को खड़ा किया और
मैं अपने दोनों हाथ उनके कन्धों पे रख चलने लगी
राहुल ने कान में कहा : कल बारात चली जायेगी , समझ रही हो ना
मैं समझ गयी
uncle को साथ में ले , मैं उनके कमरे तक आई
कमरे में आ , उनको बिस्तर पे लिटाया
मैं बाहर आ , दोनो तरफ ठीक से देख , वापस कमरे में आ के lock किया
और कल की तरह
uncle की धोती के ऊपर से उनके Lund को सहलाया
फिर , धोती के अंदर, हाथ कर , पूरा पकड़ा
uncle पूरा नींद में थे
अब उनके lund को धोती से बाहर निकाल लिया
और उनके सुपाड़े को जीव से चाटा
फिर धीरे धीरे पूरे lund ko मुंह में ले लिया
अच्छा बड़ा था , चूसना शुरु किया
थोड़ी देर चूसा , फिर उसको मुंह से बाहर लिया
वापस धोती के अंदर कर , मैं गेट की तरफ बढ़ने लगी
तभी मुझे जोर का झटका लगा
uncle ने अपने हाथ से मेरे हाथ को पकड़ लिया
मैं घूम के देखी, uncle मेरी तरफ देख रहे थे
मैं पूरा शर्मा गई
uncle: वाह पुत्तर, तूने तो दिल ही खुस कर दिया , मस्त चूसती हो
मैं ( शर्माते हुए ) : आपको आनंद आया !!
uncle: जन्नत का सुख दिया तुमने , तुम काफी प्यारी हो , और होशियार भी
मैं : आपको अच्छा लगा , मुझे खुशी हुई , अब मैं चलती हूं
uncle ने मेरे हाथ को जरा खींचा अपनी ओर, और कहा
uncle: एक बार अपना दुधू दिखा दे , और पीला भी दे
मैं: क्या uncle, आप भी ना
uncle: अभी तो मेरा लौड़ा चूसी हो , फटाफट दुधु भी पीला दे
और उन्होंने हाथ और खींचा अपनी ओर
मैं अब उनके ऊपर गिर सी गई , उनकी छाती पे मेरा बूब्स आ गया
मैं समझ गई , uncle मुझे जाने नहीं देंगे, बगैर boobs चूसे
मैं : देर हो रही है , राहुल मेरा रास्ता देख रहा होगा
uncle: ५ मिनिट लगेगा , चोली खोल , दोनो चूची निकाल ले
मैं अपनी चोली खुल , ब्रा से बाहर , दोनो boobs बाहर निकाल ली
uncle ने दोनों हाथों से दोनों चूची को दबाया
मैं थोड़ा ऊपर उठी , और एक चूची उनके मुंह के पास ले गई
अब उनका मुंह मेरे boobs ko चूस रहा था
उन्होंने दोनो boobs बढ़िया से चूसा
उनके चूसने से में फिर से गरम होने लगी
थोरी देर में Uncle चूसते चूसते थक गए
मैंने खुद को संभाल के रखा
फिर मैने अपनी चोली पहनी और वहां से निकल गई
और बाहर आ , राहुल के पास बैठ गई
राहुल : भयो
मैं : हां , पूरो भयो
आज एक साथ दोनो के साथ , मामाजी और uncle के साथ मस्ती होने से , अब मैं पूरा गर्म हो चुकी थी अंदर ही अंदर