27-12-2023, 04:51 PM
समधि जी अब धीरे धीरे खुल गए थे और बहु को टीज (छेड़छाड़ या चिढ़ाना) करने लगे थे। बहु भी इन सब बातों का मजा ले रही थी।
समधि जी ने आगे के दो फोटो देखा तो एकदम से चौंक गये, मुझे पता था की उन्होंने ने क्या देखा। वो अपनी आँखे बड़ी किये हुये देख रहे थे। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था की ये उनकी बेटी है ।
समधि जी - बेटी सरोज, अब ये मत कहना की ये फोटो भी तुम्हारे ससुर ने खिची है ( समधी जी ने बहु को टीज करते हुये फोटो दिखाया। बहु की फोटो देख के होश उड़ गए)
ये वो फोटो थी जिसमें बहु अपने हस्बैंड यानी मेरे बेटे मनीष का लंड चूस रही थी। और मनीष के लंड का फव्वारा अपने मुह पे ले रही थी।
सरोज - ओह पापा आप गंदे हो छी:। आपको ये नहीं देखना चाहिए थी।।
समधि जी - (एक बार फिर से बहु को टीज करते हुये बोले) पहले ये बताओ बेटी ये ससुर जी ने तो नहीं खीचा न?
सरोज - छी: पापा कैसी बात करते है। ये तो मेरी पति है। उनके जिद्द करने पे मैंने ऐसा किया वो ऐसी ही फोटो चाहते थे।
समधि जी - लेकिन बेटी, एक बात कहुं।
सरोज - (शर्माते हुए) हाँ पापा बोलिये।
समधि जी - तुम इस पिक्चर में जिस तरह मनिष का लंड चूस रही हो, और उसके लंड के पानी को अपने मुह में ले रही हो। ऐसी तो प्रोस्टीच्यूट(रंडी) भी नहीं करती।
सरोज - ओह पापा प्लीज हटा दिजिये इस फोटो को।
समधि जी - क्यों बेटी, चूसते वक़्त तुम्हे शर्म नहीं आ रही थी अभी फोटो देख कर आ रही है।
सरोज - पापा, उस वक़्त की बात अलग थी अभी आपके सामने देखने में शर्म आ रही है।
समधि जी - ओह सरोज बेटी, तुम्हारी ऐसी फोटो देख कर तो वो बहनचोद शमशेर रोज मुट्ठ मरता होगा। (समधी जी ने अपना लंड अपने पेन्ट के ऊपर से रगडते हुये कहा)
सरोज - पापा फिर गाली दिए आप? और वो भी गलत है ।
समधि जी - गलत? गलत क्यों?
सरोज - हाँ वो मुझे देख कर मुट्ठ मारते थे, और मैं उनको अंकल बुलाती थी तो फिर आपकी गाली गलत हुई ना
संधि जी - है है ह।। हाँ बेटी वो बहनचोद नहीं बेटीचोद था जो अपनी बेटी सामान लड़की को देख कर मुट्ठ मारता था ।
मै - समधी जी, ये गाली भी तो गलत ही हुई
समधि जी - क्यों ?
सरोज - क्यों?
मै - क्योंकि सरोज शमशेर की बेटी नहीं है, वो तो आपकी बेटी है है है ह।।।
मैने हिम्मत करते हुए और आगे बोला।।।
मै - शमशेर की जगह आप होते तो।।। गाली सही होती
(बहु शर्म से लाल हो गई।। )
समधि जी - (मुस्कुराते हुए) समधी जी आप बहुत बदमाश हो गए है, क्यों बेटी जब ससुर इतना बदमाश है तो बेटा तो तुम्हे बहुत परेशान करता होगा?
सरोज - पापा आप भी न कैसी बात कर रहे हैं?
समधि जी - हाँ बेटी बताओ, जिस तरह से तुम दामाद जी का लन्ड चूस रही हो उसे देख कर तो यही लगता है की तुम उसका लंड रोज चुसती होगी है न?
सरोज - हाँ चुसती थी हर रोज (बहु शरमाते हुए और खुल कर बोली) बिना चुसवाए वो मुझे कोई काम नहीं करने देते थे। गले तक अपना मोटा सा लंड डाल देते थे और मैं १५ मिनट तक उनका लण्ड चुसती रहती थी। इतना बड़ा लंड मैंने कभी नहीं देखा।
समधि जी -हा हा, आखिर बेटा किसका है। तुम्हारे ससुर जी इतने हट्टे कट्टे है। दमाद जी का वो भी तो उनही पे गया होगा। और जब बेटा का इतना बड़ा है तो सुसुर का तो और भी मोटा और मस्त होगा। और समधी जी का मुट्ठ भी मनीष से ज्यादा निकलता होगा। है न समधी जी? इस फोटो में अगर मनिष की जगह तुम्हारे ससुर जी होते तो तुम्हारा पूरा मुह इनके मुट्ठ से भरा होता।
सरोज - प्लीज पापा, ससुर जी आपको टीज किये तो आप अब उनको टीज कर रहे है। मगर कमसे कम मुझे लेकर टीज मत करिये। कोई और लड़की भी तो हो सकती है
मै - हाँ समधी जी ये क्या बात हुई? आप मेरी बात का बदला ले रहे है।
समधि जी - अच्छा , अब नहीं बोलता मैं कुछ (समधी जी ने अपनी कान पकड़ते हुए कहा, मैं और बहु हंसने लगे )
समधि जी - अच्छा बेटी अब दूसरी फोटो तो देखने दो। (समधी जी ने जब दूसरी फोटो देखी तो जोर जोर से हंसने लगे)
सरोज - क्या हुआ पापा?
समधि जी - ये तुम सोफ़े पे क्या कर रही हो? खुद ही देखो।
(बहु उस फोटो में सोफ़े पे बिलकुल नंगी सिर्फ पेंटी पहने बैठी थी)
सरोज - ओह पापा क्या है आप भी न, अब मत देखिये मेरी फोटो।
समधि जी - हाँ लेंकिन बताओ तो तुम ये क्या कर रही हो?
सरोज - वो मेरी पेंटी ट्रांसपेरेंट थी न तो जब मेरे हस्बैंड फोटो ले रहे थे तो मैं शर्म से अपना वो छुपा ली थी।
समधि जी - ओह मुझे लगा।।।
सरोज - क्या लगा?
समधि जी - नहीं जाने दो मुझे कुछ दुसरा लगा।
सरोज - बोलिये न पापा
समधि जी - मुझे लगा की घर पे कोई है नहीं और तुम एक्साईटमेंट में अपने वहां पर ऊँगली कर रही हो।
सरोज - छी: पापा, मैं ये सब नहीं करती ?
समधि जी ने आगे के दो फोटो देखा तो एकदम से चौंक गये, मुझे पता था की उन्होंने ने क्या देखा। वो अपनी आँखे बड़ी किये हुये देख रहे थे। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था की ये उनकी बेटी है ।
समधि जी - बेटी सरोज, अब ये मत कहना की ये फोटो भी तुम्हारे ससुर ने खिची है ( समधी जी ने बहु को टीज करते हुये फोटो दिखाया। बहु की फोटो देख के होश उड़ गए)
ये वो फोटो थी जिसमें बहु अपने हस्बैंड यानी मेरे बेटे मनीष का लंड चूस रही थी। और मनीष के लंड का फव्वारा अपने मुह पे ले रही थी।
सरोज - ओह पापा आप गंदे हो छी:। आपको ये नहीं देखना चाहिए थी।।
समधि जी - (एक बार फिर से बहु को टीज करते हुये बोले) पहले ये बताओ बेटी ये ससुर जी ने तो नहीं खीचा न?
सरोज - छी: पापा कैसी बात करते है। ये तो मेरी पति है। उनके जिद्द करने पे मैंने ऐसा किया वो ऐसी ही फोटो चाहते थे।
समधि जी - लेकिन बेटी, एक बात कहुं।
सरोज - (शर्माते हुए) हाँ पापा बोलिये।
समधि जी - तुम इस पिक्चर में जिस तरह मनिष का लंड चूस रही हो, और उसके लंड के पानी को अपने मुह में ले रही हो। ऐसी तो प्रोस्टीच्यूट(रंडी) भी नहीं करती।
सरोज - ओह पापा प्लीज हटा दिजिये इस फोटो को।
समधि जी - क्यों बेटी, चूसते वक़्त तुम्हे शर्म नहीं आ रही थी अभी फोटो देख कर आ रही है।
सरोज - पापा, उस वक़्त की बात अलग थी अभी आपके सामने देखने में शर्म आ रही है।
समधि जी - ओह सरोज बेटी, तुम्हारी ऐसी फोटो देख कर तो वो बहनचोद शमशेर रोज मुट्ठ मरता होगा। (समधी जी ने अपना लंड अपने पेन्ट के ऊपर से रगडते हुये कहा)
सरोज - पापा फिर गाली दिए आप? और वो भी गलत है ।
समधि जी - गलत? गलत क्यों?
सरोज - हाँ वो मुझे देख कर मुट्ठ मारते थे, और मैं उनको अंकल बुलाती थी तो फिर आपकी गाली गलत हुई ना
संधि जी - है है ह।। हाँ बेटी वो बहनचोद नहीं बेटीचोद था जो अपनी बेटी सामान लड़की को देख कर मुट्ठ मारता था ।
मै - समधी जी, ये गाली भी तो गलत ही हुई
समधि जी - क्यों ?
सरोज - क्यों?
मै - क्योंकि सरोज शमशेर की बेटी नहीं है, वो तो आपकी बेटी है है है ह।।।
मैने हिम्मत करते हुए और आगे बोला।।।
मै - शमशेर की जगह आप होते तो।।। गाली सही होती
(बहु शर्म से लाल हो गई।। )
समधि जी - (मुस्कुराते हुए) समधी जी आप बहुत बदमाश हो गए है, क्यों बेटी जब ससुर इतना बदमाश है तो बेटा तो तुम्हे बहुत परेशान करता होगा?
सरोज - पापा आप भी न कैसी बात कर रहे हैं?
समधि जी - हाँ बेटी बताओ, जिस तरह से तुम दामाद जी का लन्ड चूस रही हो उसे देख कर तो यही लगता है की तुम उसका लंड रोज चुसती होगी है न?
सरोज - हाँ चुसती थी हर रोज (बहु शरमाते हुए और खुल कर बोली) बिना चुसवाए वो मुझे कोई काम नहीं करने देते थे। गले तक अपना मोटा सा लंड डाल देते थे और मैं १५ मिनट तक उनका लण्ड चुसती रहती थी। इतना बड़ा लंड मैंने कभी नहीं देखा।
समधि जी -हा हा, आखिर बेटा किसका है। तुम्हारे ससुर जी इतने हट्टे कट्टे है। दमाद जी का वो भी तो उनही पे गया होगा। और जब बेटा का इतना बड़ा है तो सुसुर का तो और भी मोटा और मस्त होगा। और समधी जी का मुट्ठ भी मनीष से ज्यादा निकलता होगा। है न समधी जी? इस फोटो में अगर मनिष की जगह तुम्हारे ससुर जी होते तो तुम्हारा पूरा मुह इनके मुट्ठ से भरा होता।
सरोज - प्लीज पापा, ससुर जी आपको टीज किये तो आप अब उनको टीज कर रहे है। मगर कमसे कम मुझे लेकर टीज मत करिये। कोई और लड़की भी तो हो सकती है
मै - हाँ समधी जी ये क्या बात हुई? आप मेरी बात का बदला ले रहे है।
समधि जी - अच्छा , अब नहीं बोलता मैं कुछ (समधी जी ने अपनी कान पकड़ते हुए कहा, मैं और बहु हंसने लगे )
समधि जी - अच्छा बेटी अब दूसरी फोटो तो देखने दो। (समधी जी ने जब दूसरी फोटो देखी तो जोर जोर से हंसने लगे)
सरोज - क्या हुआ पापा?
समधि जी - ये तुम सोफ़े पे क्या कर रही हो? खुद ही देखो।
(बहु उस फोटो में सोफ़े पे बिलकुल नंगी सिर्फ पेंटी पहने बैठी थी)
सरोज - ओह पापा क्या है आप भी न, अब मत देखिये मेरी फोटो।
समधि जी - हाँ लेंकिन बताओ तो तुम ये क्या कर रही हो?
सरोज - वो मेरी पेंटी ट्रांसपेरेंट थी न तो जब मेरे हस्बैंड फोटो ले रहे थे तो मैं शर्म से अपना वो छुपा ली थी।
समधि जी - ओह मुझे लगा।।।
सरोज - क्या लगा?
समधि जी - नहीं जाने दो मुझे कुछ दुसरा लगा।
सरोज - बोलिये न पापा
समधि जी - मुझे लगा की घर पे कोई है नहीं और तुम एक्साईटमेंट में अपने वहां पर ऊँगली कर रही हो।
सरोज - छी: पापा, मैं ये सब नहीं करती ?