24-12-2023, 10:49 PM
लगभग 4 बजे लड़के वाले 2 बस से आये थे
नागपुर से ट्रेन में kolkata , फिर kolkata से बस में KARSIYONG
हम सब , धर्मशाला पहुँच , उनकी आवभगत करने लगे
करीब ४५ ५० लोग थे
सानिया का दूल्हा , परमप्रीत अच्छा था देखने में 26 का होगा
उसकी बहन , हर्वीना भी प्यारी थी करीब २१ की होगी
उसके पिताजी , करीब 65 के होंगे , माँ 55 56 की होंगी
सब देखने में ठीक थे
5 बजे तक , सब बाराती नास्ता वगैरह कर अपने अपने रूम में चले गए
7 बजे संगीत का कार्यकर्म था
हम सब घर आ , तैयार होने लगे
मैं लहंगा चुन्नी लायी थी , संगीत कार्यकर्म के लिए
हल्का फ्रेश हो , मैं तैयार होने लगी
6 बजे तक मैं तैयार हो , अपने रूम से बाहर आ गयी
एक चौक जैसा था , वहीँ सब बैठते थे
मैंने देखा , अभी कोई आया नहीं था
तभी मेरी नज़र चिंटू पे पड़ी , जो एक नयी ड्रेस में , कुर्सी में बैठा हुआ था
मैं उसके पास आई , और उसके पास , जमीन पे बैठ के , उसके गाल को सहलाया
और कहा : चिंटू , तुम बहुत प्यारे लग रहे हो .
चिंटू मुश्कुराया , उसने भी मेरे गाल को सहलाया ( मुझे अच्छा लगा )
मैंने उसके कुरते को सामने से टच किया
और कहा : नयी ड्रेस है ना , बहुत अच्छी है
मैं चौंक गयी , उसने भी मेरे ब्लाउज को टच किया , मानो कह रहा हो – मेरी ड्रेस भी अच्छी है
उसका टच करना मुझे अच्छा लगा
मैंने इधर उधर देखा , कोई नहीं दिखा , मैंने उसके कुरते के बायीं तरफ जोर से दबाया
चिंटू ने भी मेरे ब्लाउज के ऊपर जोर से दबाया ( बायीं तरफ )
मुझे बदमाशी सूझी , मैंने उसके कुरते पे दाई तरफ दबाया
चिंटू ने फिर से मेरे ब्लाउज के ऊपर जोर से दबाया ( दायीं तरफ )
मुझे हंसी आ गयी
तभी बाकि लोग आ गए
हम धर्मशाला की तरफ बढे
धर्मशाला पहुँचने पर मैंने पाया , लडकियां या तो सलवार सूट में हैं या लहंगा चोली
और लड़के कुरता पैजामा ( अलग अलग डिजाईन में ) में
बड़े लोग , सर पे पगड़ी लगाये थे .
7 बजने वाले थे
वहां BOOFE लगा हुआ था , खाने के कई आइटम थे , ज्यादातर NON VEG ही थे
तभी मुझे DRINKS COUNTER दिखा ,
मुझे मालूम था , पंजाबी लोग खुल के पीते हैं .
सभी DRINKS लेने लगे
राहुल मेरे पास आया और पूछा : BEER चलेगी ?
मैं : किसी को बुरा तो नहीं लगेगा ?
राहुल : देखो उस तरफ
मैंने देखा , कई लड़कियों और औरतों के हाथ में भी GLASS थे
राहुल मेरे लिए BEER ले आया
तभी मुझे चिंटू दिखा , आंटी उसका CHAIR सम्भाल रखी थी
मैं चिंटू के पास पहुँच , आंटी से कहा , मैं CHINTU को देख लुंगी , आप ENJOY करो
और मैं , चिंटू के CHAIR के पीछे खड़ी हो गयी , चिंटू भी खुस था
मेरी BEER ख़त्म हो गयी थी
तभी एक BEER का GLASS मेरे सामने आया
मैं सोची , राहुल लाया होगा
मैने GLASS ले लिया
तभी मुझे आवाज़ सुनाई दी : चाँद बनके दिल में रहना
अरे ये तो मामाजी की आवाज़ थी , जो मेरे पीछे आ के खड़े हो गए थे
मैं मुश्कुरा दी
तभी वो मुझसे सट से गए , लम्बे चौड़े , सर पे पगड़ी , मैं बच्ची सी
अब मुझे मेरे पीछे उनका टच साफ़ महसूस हो रहा था
अब आगे , चिंटू की chair , जिसको पकड़ मैं खड़ी थी ,
और पीछे , मामाजी , जो सटते ही जा रहे थे
मामाजी : BEER ठंडी है ना
मैं : हाँ
मामाजी : मगर माहौल तो गरम हो रहा है
मैं : वो कैसे ?
मुझे भी अब उनकी बातों में मज़ा आ रहा था
मामाजी एक हाथ मेरी कमर पे रखते हुए : चाँद जो मेरे करीब है
मैं : मामाजी , आप भी ना
तभी संगीत कार्यकर्म सुरु हो गया
मुझे पगड़ी ही पगड़ी दिख रही थी उस LAWN में
तभी एक ग्रुप डांस का announcement हुआ ,
मैं आगे बढ गयी , ग्रुप डांस में मैं भी थी
हम 4 लडकियां थी , सानिया और मैं भी थे उसमे
सब खुल के डांस कर रहे थे
मैंने देखा – सबको मज़ा आ रहा था
मामाजी पे नज़र गयी – उनकी नज़र मुझ पे ही थी
डांस ख़त्म हो गया
मैं वापस चिंटू की chair के पास आ के खड़ी हो गयी
मामाजी थोडा दूर खडे ड्रिंक कर रहे थे
तभी एक announcement हुआ , मेरे solo डांस का
यानि मेरे अकेले डांस का
मैं floor पे आ गयी
गाना राहुल का favourite था
अमिताभ और रेखा की फिल्म का - सलामे इश्क मेरी जान
म्यूजिक सुरु हो गयी
गाना सुरु हो गया
मैंने डांस सुरु किया , और दिल से नाचना सुरु किया
तालियाँ बजने लगी
मैं घूम घूम के देख रही थी – मामाजी की नज़र मेरे ऊपर पूरी तरह से थी
और तभी मुझे महसूस हुआ , परमप्रीत के पिताजी आगे आये और मेरी नज़र उतारी , रुपैया musicians को दिया
वो मुझे एक sexy स्माइल दे गए
और अचानक मामाजी फ्लोर पे आ गये और जमीन पे बैठ हाथ हिलाने लगे
गाने के बोल थे – इसके आगे की दास्ताँ अब मुझसे सुन
मामाजी अब खडे हो अमिताभ स्टाइल में गाने लगे – एक अहसान कर , अपने महमान पर
सबको बहुत अछा लग रहा था
मैं भी खुल के अब मामाजी के साथ डांस कर रही थी
मेरा और मामाजी का डांस अब फुल फॉर्म में था , मानो हम अमिताभ और रेखा हो
डांस ख़त्म हुआ
तालियाँ ही तालियाँ , और सीटियाँ भी बजी
राहुल दिखा मुझे – जो दूर खडा था , ताली बजा रहा था
मैं फ्लोर से उतरी , बहुत अच्छा लग रहा था , सबकी तालियां सुन
तभी uncle ( सानिया के ससुर जी ) जिन्होंने नज़र उतारी थी , सामने आये , और तारीफ की – वाह पुत्तर , तूने कमाल कर दी सा , मज़ा आ गया , दिल खुश हो गया
और तभी उन्होंने मुझे गले लगा लिया
वो लम्बे थे , मैं उनकी छाती तक आई ,
लेकिन उनका हाथ मुझे मेरे पीछे जोर से दबाता हुआ महसूस हुआ
एक तो Lawn में लाइट कम थी , और ऊपर से सभी DRINK ले रहे थे
किसी का मेरी तरफ ध्यान ही नहीं था
uncle भी full on थे , उन्होंने clearly मेरे दोनों ass को जोर से दबाया
और सामने से भी उनका उभार मेरे लहंगे पे महसूस की
मैं जैसे तैसे उनसे छूट के , चिंटू के chair के पीछे आ खड़ी हो गयी
और मामाजी का पीछे से सतना महसूस किया
मामाजी ने मुझे beer का ग्लास दिया , मैंने ना कर दिया
मामाजी : पुत्तर एक बात कहूँ , हम पंजाबी २ चीजों में माहिर हैं
मैं : क्या
मामाजी : पीने में , और पिलाने में दारू हो या
मैं : आपको मेरा डांस पसंद आया ?
मामाजी : चाँद का डांस जबरदस्त , अब सिर्फ एक बात
मैं : वो क्या ?
मामाजी : एक अहसान कर अपने इस महमान पर
मेरे हाथ में glass दे दिया और मैं पीने लगी
मैं शर्मा गयी , और मामाजी पीछे से सटते गए
आगे चिंटू की chair , पीछे मामाजी
दबाव अब खुल के हो रहा था
तभी मेरी नज़र राहुल पे पड़ी , जो दूर से मेरी और देख रहा था
मैंने उसकी और Q नज़र से देखा
उसने इशारे में आगे बढ़ने कहा
मैं : मामाजी , अहसान कोन सा ?
मामाजी : पुत्तर तू शादी सुदा है , भोली तो है नहीं
मैं : ह्म्म्मम्म
लोग खाने लगे थे , डांस कार्यकर्म अब ख़त्म होने का था
करीब 9.30 बज रहे थे
तभी कुछ आवाज़ आई , एक कोने से
हम उस तरफ बढे
देखा , uncle full down हो गए थे , शायद ज्यादा पी ली थी
परमप्रीत ने कहा : मैं पापा को रूम में ले जाता हूँ
और uncle को सहारा दे उठाया
तभी राहुल ने कहा : परमप्रीत , तुम्हारी शादी का कार्यकर्म है , तुम enjoy करो , vini ले जाएगी uncle को ठीक से
मैं समझी नहीं , राहुल मुश्कुराया और कुछ इशारा किया
मैंने कहा : हाँ , मैं ले जाती हूँ uncle को रूम में , आप लोग enjoy करो
और मैं uncle को सहारा देने लगी
uncle के कन्धों पे , जो मुझसे ऊँचे थे , हाथ रख मैं उनके रूम की तरफ बढ़ी
मैंने देखा , सब ड्रिंक enjoy करने लगे , मनो कुछ हुआ ही नहीं
मैं uncle को ले उनके रूम में लायी
उनको bed पे लिटाया , और देखि , वो full down थे
मैं रूम से बाहर निकली , देखा बाहर कोई नहीं है
दिमाग में बदमाशी सूझी
मैं फिर रूम में आई , रूम को लॉक किया
और
uncle , जो धोती पहन रखे थे , के धोती पे धीरे से हाथ रखा
जब लगा , वो down हैं , उन्हें कोई अहसास नहीं
मैंने उसकी धोती के अंदर हाथ दाल उसके LUND को पकड़ा
हाथ में पकड़ने से , अब वो बड़ा होने लगा
मैंने धोती से पूरा निकल लिया
और दोनों हाथ से उसको ऊपर नीचे करने लगी
और काम हो गया उनका
करीब ५ मिनट बाद , मैं वहां से निकल LAWN में आ गयी
नागपुर से ट्रेन में kolkata , फिर kolkata से बस में KARSIYONG
हम सब , धर्मशाला पहुँच , उनकी आवभगत करने लगे
करीब ४५ ५० लोग थे
सानिया का दूल्हा , परमप्रीत अच्छा था देखने में 26 का होगा
उसकी बहन , हर्वीना भी प्यारी थी करीब २१ की होगी
उसके पिताजी , करीब 65 के होंगे , माँ 55 56 की होंगी
सब देखने में ठीक थे
5 बजे तक , सब बाराती नास्ता वगैरह कर अपने अपने रूम में चले गए
7 बजे संगीत का कार्यकर्म था
हम सब घर आ , तैयार होने लगे
मैं लहंगा चुन्नी लायी थी , संगीत कार्यकर्म के लिए
हल्का फ्रेश हो , मैं तैयार होने लगी
6 बजे तक मैं तैयार हो , अपने रूम से बाहर आ गयी
एक चौक जैसा था , वहीँ सब बैठते थे
मैंने देखा , अभी कोई आया नहीं था
तभी मेरी नज़र चिंटू पे पड़ी , जो एक नयी ड्रेस में , कुर्सी में बैठा हुआ था
मैं उसके पास आई , और उसके पास , जमीन पे बैठ के , उसके गाल को सहलाया
और कहा : चिंटू , तुम बहुत प्यारे लग रहे हो .
चिंटू मुश्कुराया , उसने भी मेरे गाल को सहलाया ( मुझे अच्छा लगा )
मैंने उसके कुरते को सामने से टच किया
और कहा : नयी ड्रेस है ना , बहुत अच्छी है
मैं चौंक गयी , उसने भी मेरे ब्लाउज को टच किया , मानो कह रहा हो – मेरी ड्रेस भी अच्छी है
उसका टच करना मुझे अच्छा लगा
मैंने इधर उधर देखा , कोई नहीं दिखा , मैंने उसके कुरते के बायीं तरफ जोर से दबाया
चिंटू ने भी मेरे ब्लाउज के ऊपर जोर से दबाया ( बायीं तरफ )
मुझे बदमाशी सूझी , मैंने उसके कुरते पे दाई तरफ दबाया
चिंटू ने फिर से मेरे ब्लाउज के ऊपर जोर से दबाया ( दायीं तरफ )
मुझे हंसी आ गयी
तभी बाकि लोग आ गए
हम धर्मशाला की तरफ बढे
धर्मशाला पहुँचने पर मैंने पाया , लडकियां या तो सलवार सूट में हैं या लहंगा चोली
और लड़के कुरता पैजामा ( अलग अलग डिजाईन में ) में
बड़े लोग , सर पे पगड़ी लगाये थे .
7 बजने वाले थे
वहां BOOFE लगा हुआ था , खाने के कई आइटम थे , ज्यादातर NON VEG ही थे
तभी मुझे DRINKS COUNTER दिखा ,
मुझे मालूम था , पंजाबी लोग खुल के पीते हैं .
सभी DRINKS लेने लगे
राहुल मेरे पास आया और पूछा : BEER चलेगी ?
मैं : किसी को बुरा तो नहीं लगेगा ?
राहुल : देखो उस तरफ
मैंने देखा , कई लड़कियों और औरतों के हाथ में भी GLASS थे
राहुल मेरे लिए BEER ले आया
तभी मुझे चिंटू दिखा , आंटी उसका CHAIR सम्भाल रखी थी
मैं चिंटू के पास पहुँच , आंटी से कहा , मैं CHINTU को देख लुंगी , आप ENJOY करो
और मैं , चिंटू के CHAIR के पीछे खड़ी हो गयी , चिंटू भी खुस था
मेरी BEER ख़त्म हो गयी थी
तभी एक BEER का GLASS मेरे सामने आया
मैं सोची , राहुल लाया होगा
मैने GLASS ले लिया
तभी मुझे आवाज़ सुनाई दी : चाँद बनके दिल में रहना
अरे ये तो मामाजी की आवाज़ थी , जो मेरे पीछे आ के खड़े हो गए थे
मैं मुश्कुरा दी
तभी वो मुझसे सट से गए , लम्बे चौड़े , सर पे पगड़ी , मैं बच्ची सी
अब मुझे मेरे पीछे उनका टच साफ़ महसूस हो रहा था
अब आगे , चिंटू की chair , जिसको पकड़ मैं खड़ी थी ,
और पीछे , मामाजी , जो सटते ही जा रहे थे
मामाजी : BEER ठंडी है ना
मैं : हाँ
मामाजी : मगर माहौल तो गरम हो रहा है
मैं : वो कैसे ?
मुझे भी अब उनकी बातों में मज़ा आ रहा था
मामाजी एक हाथ मेरी कमर पे रखते हुए : चाँद जो मेरे करीब है
मैं : मामाजी , आप भी ना
तभी संगीत कार्यकर्म सुरु हो गया
मुझे पगड़ी ही पगड़ी दिख रही थी उस LAWN में
तभी एक ग्रुप डांस का announcement हुआ ,
मैं आगे बढ गयी , ग्रुप डांस में मैं भी थी
हम 4 लडकियां थी , सानिया और मैं भी थे उसमे
सब खुल के डांस कर रहे थे
मैंने देखा – सबको मज़ा आ रहा था
मामाजी पे नज़र गयी – उनकी नज़र मुझ पे ही थी
डांस ख़त्म हो गया
मैं वापस चिंटू की chair के पास आ के खड़ी हो गयी
मामाजी थोडा दूर खडे ड्रिंक कर रहे थे
तभी एक announcement हुआ , मेरे solo डांस का
यानि मेरे अकेले डांस का
मैं floor पे आ गयी
गाना राहुल का favourite था
अमिताभ और रेखा की फिल्म का - सलामे इश्क मेरी जान
म्यूजिक सुरु हो गयी
गाना सुरु हो गया
मैंने डांस सुरु किया , और दिल से नाचना सुरु किया
तालियाँ बजने लगी
मैं घूम घूम के देख रही थी – मामाजी की नज़र मेरे ऊपर पूरी तरह से थी
और तभी मुझे महसूस हुआ , परमप्रीत के पिताजी आगे आये और मेरी नज़र उतारी , रुपैया musicians को दिया
वो मुझे एक sexy स्माइल दे गए
और अचानक मामाजी फ्लोर पे आ गये और जमीन पे बैठ हाथ हिलाने लगे
गाने के बोल थे – इसके आगे की दास्ताँ अब मुझसे सुन
मामाजी अब खडे हो अमिताभ स्टाइल में गाने लगे – एक अहसान कर , अपने महमान पर
सबको बहुत अछा लग रहा था
मैं भी खुल के अब मामाजी के साथ डांस कर रही थी
मेरा और मामाजी का डांस अब फुल फॉर्म में था , मानो हम अमिताभ और रेखा हो
डांस ख़त्म हुआ
तालियाँ ही तालियाँ , और सीटियाँ भी बजी
राहुल दिखा मुझे – जो दूर खडा था , ताली बजा रहा था
मैं फ्लोर से उतरी , बहुत अच्छा लग रहा था , सबकी तालियां सुन
तभी uncle ( सानिया के ससुर जी ) जिन्होंने नज़र उतारी थी , सामने आये , और तारीफ की – वाह पुत्तर , तूने कमाल कर दी सा , मज़ा आ गया , दिल खुश हो गया
और तभी उन्होंने मुझे गले लगा लिया
वो लम्बे थे , मैं उनकी छाती तक आई ,
लेकिन उनका हाथ मुझे मेरे पीछे जोर से दबाता हुआ महसूस हुआ
एक तो Lawn में लाइट कम थी , और ऊपर से सभी DRINK ले रहे थे
किसी का मेरी तरफ ध्यान ही नहीं था
uncle भी full on थे , उन्होंने clearly मेरे दोनों ass को जोर से दबाया
और सामने से भी उनका उभार मेरे लहंगे पे महसूस की
मैं जैसे तैसे उनसे छूट के , चिंटू के chair के पीछे आ खड़ी हो गयी
और मामाजी का पीछे से सतना महसूस किया
मामाजी ने मुझे beer का ग्लास दिया , मैंने ना कर दिया
मामाजी : पुत्तर एक बात कहूँ , हम पंजाबी २ चीजों में माहिर हैं
मैं : क्या
मामाजी : पीने में , और पिलाने में दारू हो या
मैं : आपको मेरा डांस पसंद आया ?
मामाजी : चाँद का डांस जबरदस्त , अब सिर्फ एक बात
मैं : वो क्या ?
मामाजी : एक अहसान कर अपने इस महमान पर
मेरे हाथ में glass दे दिया और मैं पीने लगी
मैं शर्मा गयी , और मामाजी पीछे से सटते गए
आगे चिंटू की chair , पीछे मामाजी
दबाव अब खुल के हो रहा था
तभी मेरी नज़र राहुल पे पड़ी , जो दूर से मेरी और देख रहा था
मैंने उसकी और Q नज़र से देखा
उसने इशारे में आगे बढ़ने कहा
मैं : मामाजी , अहसान कोन सा ?
मामाजी : पुत्तर तू शादी सुदा है , भोली तो है नहीं
मैं : ह्म्म्मम्म
लोग खाने लगे थे , डांस कार्यकर्म अब ख़त्म होने का था
करीब 9.30 बज रहे थे
तभी कुछ आवाज़ आई , एक कोने से
हम उस तरफ बढे
देखा , uncle full down हो गए थे , शायद ज्यादा पी ली थी
परमप्रीत ने कहा : मैं पापा को रूम में ले जाता हूँ
और uncle को सहारा दे उठाया
तभी राहुल ने कहा : परमप्रीत , तुम्हारी शादी का कार्यकर्म है , तुम enjoy करो , vini ले जाएगी uncle को ठीक से
मैं समझी नहीं , राहुल मुश्कुराया और कुछ इशारा किया
मैंने कहा : हाँ , मैं ले जाती हूँ uncle को रूम में , आप लोग enjoy करो
और मैं uncle को सहारा देने लगी
uncle के कन्धों पे , जो मुझसे ऊँचे थे , हाथ रख मैं उनके रूम की तरफ बढ़ी
मैंने देखा , सब ड्रिंक enjoy करने लगे , मनो कुछ हुआ ही नहीं
मैं uncle को ले उनके रूम में लायी
उनको bed पे लिटाया , और देखि , वो full down थे
मैं रूम से बाहर निकली , देखा बाहर कोई नहीं है
दिमाग में बदमाशी सूझी
मैं फिर रूम में आई , रूम को लॉक किया
और
uncle , जो धोती पहन रखे थे , के धोती पे धीरे से हाथ रखा
जब लगा , वो down हैं , उन्हें कोई अहसास नहीं
मैंने उसकी धोती के अंदर हाथ दाल उसके LUND को पकड़ा
हाथ में पकड़ने से , अब वो बड़ा होने लगा
मैंने धोती से पूरा निकल लिया
और दोनों हाथ से उसको ऊपर नीचे करने लगी
और काम हो गया उनका
करीब ५ मिनट बाद , मैं वहां से निकल LAWN में आ गयी