21-12-2023, 10:04 AM
(This post was last modified: 21-12-2023, 10:06 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
पिक्चर इंटरवल और
सॉफ्टी
थोड़ा मूड उसका ठीक हुआ तो उसने आगे की बात बतायी ,
" और यही नहीं सुबह सुबह , मेरे घर वालों को भी उन्होंने आग लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी , बस वही एक रट गुड्डी कहीं नहीं जाएगी , यही पढ़ेगी। मेडिकल में एडमिशन होना है तो अपने दम पे करे यही पे पढ़ के ,... ये तो तब तक मेरा रिजल्ट इतना अच्छा आ गया था और फिर कल भइया ने घर पे आके सबको इतना समझाया था की उन लोगों के ऊपर कोई असर नहीं पड़ा , बस हाँ हूँ कर के बात काट दी। आज भी देखिये दिया छन्दा के साथ इतनी लहक लहक के बात कर रही हैं पर मुझे कितना इग्नोर कर रही हैं ,... "
" अरे यार करने दे न इग्नोर , आज रात को इनका तस्सली बख्श इलाज करुँगी ,मेरी प्यारी सी ननद को इतना उदास कर दिया , तू ग्यारह सवा ग्यारह बजे फोन करना , फिर जेठानी जी की बदली हुयी बोली सुनना।"
मैंने अपनी ननद की हिम्मत बँधायी और उसके चिकने मक्खन जैसे गालों को सहला के दुलराया
इंटरवल ख़तम हो गया था , और तबतक दरवाजे से दिया ,छन्दा और मेरी जेठानी दाखिल हुयी , हाथ में चाको बार , पाप कार्न।
वहीँ से दिया चीखी
" भाभी आप जग गयीं "
" अरे भाभी ,आप सो रही थीं तो आप की पहरेदारी के लिए देखिये इसे छोड़ के गयी थी की कहीं आप के सोने का फायदा उठा के ,... " छन्दा ने मुझे चिढ़ाया।
" अरे साफ़ साफ़ काहें नहीं बोलती , की कोई मेरी भाभी का गदराया जोबन लूट लेता। "
दिया अब तक मेरे पास पहुँच गयी थी ,गर्दन में मेरे हाथ डाल के प्यार से बोलीं।
पर तबतक गुड्डी दोनों पर चढ़ गयी ,
" कमीनियों , ये क्यों नहीं कहती की मुझे यहाँ छोड़के , तुम सब बाहर खा पी रही थी , क्या खाया "
जेठानी जी के हाथ में अभी भी सॉफ्टी का बचा कोन था जिसे वो प्यार से चाट रही थीं।
" सॉफ्टी " छन्दा बोली।
लूज बाल पाके मैं छोड़ने वाली नहीं थी , वो भी ऐसी सेक्सी टीनेजर ननदों को।
" ये उमर और सॉफ्टी ,.... इस समय तो सिर्फ हार्ड लांग ,... " मैंने छन्दा को घूर के देखा।
" अरे भाभी आप ने एकदम सही कहा , लेकिन इस उम्र में तो हमारे होंठ लगाने से कोई भी सॉफ्टी हार्ड हो जायेगी। " दिया ने हँसते हुए जवाब दिया।
" चिल्ला मत कमीनी तेरी तरह सेल्फिश नहीं हैं हम अकेले अकेले , तेरे लिए भी और भाभी के लिए भी कोर्नेटो कौन ले आयी हूँ , हाँ एक दो लिक करा देना। "
छन्दा बोली और मुझे और गुड्डी को करनेटो को पास कर दिया।
,मैंने छन्दा का ही साथ दिया ,
" गुड्डी यार ये तो गलत बात है , एक दो लिक क्यों बराबर का हक़ है तेरी सहेली है ,मिल बाँट के लेना चाहिए। " दिया को कारनेटो पकड़ाते मैं बोली।
दिया ने एक जबरदस्त लिक लिया और छन्दा का साथ दिया ,
" भाभी छन्दा ठीक कह रही है , कल इतना जबरदस्त मौक़ा था , गुड्डी ज़रा हम लोगों को भी लिक कर लेने देती तो क्या घट जाता। "
" अरे चल यार ,बीती ताहि बिसार दे , कल तुम सब की पार्टी है न कॉलेज में , बस वहां से लौट के आना घर पे ,मन भर लिक ,सक जो भी करना और गुड्डी कोमें बांध के रखूंगी ,बस ये देखती रहेगी ललचाती रहेगी ,तुम सब इसे छूने भी मत देना , ठीक है ये सजा। "
" एकदम भाभी , जहांगीर के बाद आप ही का इन्साफ है , भाभी हो तो ऐसी। "
हंसती हुयी दिया बोली और अपने कारनेटो लगे होंठों से मेरे होंठों पे सीधे लिप्पी ले ली।
" सुन ली भाभी की बात ये पकड़ अपना कारनेटो , मैं तो कल असली वाला ही लिक करुँगी। " कारनेटो गुड्डी को पास करती हुयी छन्दा बोली।
मैं समझ रही थी जेठानी जी सुलग रही होगी।
सुलगे।
" तो पक्का न कल आओगी तुम दोनों पार्टी के बाद , लास्ट ऑफर है कल। "
" एकदम भाभी ऐसा ऑफर कौन छोड़ेगा , और ऊपर से इस नदीदी को आप बाँध के रखेंगी ,हम दोनों को देख के ललचायेगी ,... " छन्दा। दिया एक साथ बोलीं।
लेकिन दिया ने एक सवाल पेश कर दिया ,
" भाभी कल पार्टी में हम क्या पहनें सब एक तरह की ड्रेस पहन के जाना चाहती हैं। "
दिया अब मेरी पक्की ननद हो गयी थी हर बात में उसे मेरी सलाह ,और मेरी हर सलाह आँख मूँद के मानती थी।
कुछ मैंने सोचा और फिर बोली , यार रिट्रो का जमाना है। तुम्हे पार्टी देने वाली हाईकॉलेज वालियां है ,बस ,तुम सब के पास जो हाईकॉलेज की यूनिफार्म हो ,..
" भाभी हाईकॉलेज की स्कर्ट तो भले खींच तान के हम पहन ले पर ब्लाउज ,एक भी बटन नहीं बंद होगा। " गुड्डी के बोल फूटे।
और जवाब मेरी ओर से दिया ने दिया ,
" तो मत बंद करना यार , कोई रूल है क्या। और फिर कल पार्टी का दिन , फुल टाइम झक्कास मस्ती का दिन ,... "
मैं फिर थोड़ी देर में सो गयी ,रात भर आज रतजगा होना था।
पिक्चर ख़तम होने के थोड़ा पहले मेरी नींद खुली।
" बिचारी भाभी को रात भर लगता है भैय्या सोने नहीं देते , ... " छन्दा ने कमेंट मारा। पर दिया ,
" बिचारे मेरे भैय्या को काहें दोष देती हो ,हमारी भाभी हैं ही ऐसी। "
उसने अपने भैय्या का साथ दिया।
सॉफ्टी
थोड़ा मूड उसका ठीक हुआ तो उसने आगे की बात बतायी ,
" और यही नहीं सुबह सुबह , मेरे घर वालों को भी उन्होंने आग लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी , बस वही एक रट गुड्डी कहीं नहीं जाएगी , यही पढ़ेगी। मेडिकल में एडमिशन होना है तो अपने दम पे करे यही पे पढ़ के ,... ये तो तब तक मेरा रिजल्ट इतना अच्छा आ गया था और फिर कल भइया ने घर पे आके सबको इतना समझाया था की उन लोगों के ऊपर कोई असर नहीं पड़ा , बस हाँ हूँ कर के बात काट दी। आज भी देखिये दिया छन्दा के साथ इतनी लहक लहक के बात कर रही हैं पर मुझे कितना इग्नोर कर रही हैं ,... "
" अरे यार करने दे न इग्नोर , आज रात को इनका तस्सली बख्श इलाज करुँगी ,मेरी प्यारी सी ननद को इतना उदास कर दिया , तू ग्यारह सवा ग्यारह बजे फोन करना , फिर जेठानी जी की बदली हुयी बोली सुनना।"
मैंने अपनी ननद की हिम्मत बँधायी और उसके चिकने मक्खन जैसे गालों को सहला के दुलराया
इंटरवल ख़तम हो गया था , और तबतक दरवाजे से दिया ,छन्दा और मेरी जेठानी दाखिल हुयी , हाथ में चाको बार , पाप कार्न।
वहीँ से दिया चीखी
" भाभी आप जग गयीं "
" अरे भाभी ,आप सो रही थीं तो आप की पहरेदारी के लिए देखिये इसे छोड़ के गयी थी की कहीं आप के सोने का फायदा उठा के ,... " छन्दा ने मुझे चिढ़ाया।
" अरे साफ़ साफ़ काहें नहीं बोलती , की कोई मेरी भाभी का गदराया जोबन लूट लेता। "
दिया अब तक मेरे पास पहुँच गयी थी ,गर्दन में मेरे हाथ डाल के प्यार से बोलीं।
पर तबतक गुड्डी दोनों पर चढ़ गयी ,
" कमीनियों , ये क्यों नहीं कहती की मुझे यहाँ छोड़के , तुम सब बाहर खा पी रही थी , क्या खाया "
जेठानी जी के हाथ में अभी भी सॉफ्टी का बचा कोन था जिसे वो प्यार से चाट रही थीं।
" सॉफ्टी " छन्दा बोली।
लूज बाल पाके मैं छोड़ने वाली नहीं थी , वो भी ऐसी सेक्सी टीनेजर ननदों को।
" ये उमर और सॉफ्टी ,.... इस समय तो सिर्फ हार्ड लांग ,... " मैंने छन्दा को घूर के देखा।
" अरे भाभी आप ने एकदम सही कहा , लेकिन इस उम्र में तो हमारे होंठ लगाने से कोई भी सॉफ्टी हार्ड हो जायेगी। " दिया ने हँसते हुए जवाब दिया।
" चिल्ला मत कमीनी तेरी तरह सेल्फिश नहीं हैं हम अकेले अकेले , तेरे लिए भी और भाभी के लिए भी कोर्नेटो कौन ले आयी हूँ , हाँ एक दो लिक करा देना। "
छन्दा बोली और मुझे और गुड्डी को करनेटो को पास कर दिया।
,मैंने छन्दा का ही साथ दिया ,
" गुड्डी यार ये तो गलत बात है , एक दो लिक क्यों बराबर का हक़ है तेरी सहेली है ,मिल बाँट के लेना चाहिए। " दिया को कारनेटो पकड़ाते मैं बोली।
दिया ने एक जबरदस्त लिक लिया और छन्दा का साथ दिया ,
" भाभी छन्दा ठीक कह रही है , कल इतना जबरदस्त मौक़ा था , गुड्डी ज़रा हम लोगों को भी लिक कर लेने देती तो क्या घट जाता। "
" अरे चल यार ,बीती ताहि बिसार दे , कल तुम सब की पार्टी है न कॉलेज में , बस वहां से लौट के आना घर पे ,मन भर लिक ,सक जो भी करना और गुड्डी कोमें बांध के रखूंगी ,बस ये देखती रहेगी ललचाती रहेगी ,तुम सब इसे छूने भी मत देना , ठीक है ये सजा। "
" एकदम भाभी , जहांगीर के बाद आप ही का इन्साफ है , भाभी हो तो ऐसी। "
हंसती हुयी दिया बोली और अपने कारनेटो लगे होंठों से मेरे होंठों पे सीधे लिप्पी ले ली।
" सुन ली भाभी की बात ये पकड़ अपना कारनेटो , मैं तो कल असली वाला ही लिक करुँगी। " कारनेटो गुड्डी को पास करती हुयी छन्दा बोली।
मैं समझ रही थी जेठानी जी सुलग रही होगी।
सुलगे।
" तो पक्का न कल आओगी तुम दोनों पार्टी के बाद , लास्ट ऑफर है कल। "
" एकदम भाभी ऐसा ऑफर कौन छोड़ेगा , और ऊपर से इस नदीदी को आप बाँध के रखेंगी ,हम दोनों को देख के ललचायेगी ,... " छन्दा। दिया एक साथ बोलीं।
लेकिन दिया ने एक सवाल पेश कर दिया ,
" भाभी कल पार्टी में हम क्या पहनें सब एक तरह की ड्रेस पहन के जाना चाहती हैं। "
दिया अब मेरी पक्की ननद हो गयी थी हर बात में उसे मेरी सलाह ,और मेरी हर सलाह आँख मूँद के मानती थी।
कुछ मैंने सोचा और फिर बोली , यार रिट्रो का जमाना है। तुम्हे पार्टी देने वाली हाईकॉलेज वालियां है ,बस ,तुम सब के पास जो हाईकॉलेज की यूनिफार्म हो ,..
" भाभी हाईकॉलेज की स्कर्ट तो भले खींच तान के हम पहन ले पर ब्लाउज ,एक भी बटन नहीं बंद होगा। " गुड्डी के बोल फूटे।
और जवाब मेरी ओर से दिया ने दिया ,
" तो मत बंद करना यार , कोई रूल है क्या। और फिर कल पार्टी का दिन , फुल टाइम झक्कास मस्ती का दिन ,... "
मैं फिर थोड़ी देर में सो गयी ,रात भर आज रतजगा होना था।
पिक्चर ख़तम होने के थोड़ा पहले मेरी नींद खुली।
" बिचारी भाभी को रात भर लगता है भैय्या सोने नहीं देते , ... " छन्दा ने कमेंट मारा। पर दिया ,
" बिचारे मेरे भैय्या को काहें दोष देती हो ,हमारी भाभी हैं ही ऐसी। "
उसने अपने भैय्या का साथ दिया।