20-12-2023, 02:35 PM
मैने बहु से कहा।।
मै - बहु मैं सोने जा रहा हूँ किसी चीज़ की जरुरत हो तो बुला लेना। और हा, तुम समधी जी को बाथरूम ले कर गई थी?
सरोज - नहि।। मैं भूल गई
मै - चलो फिर हम दोनों इन्हे बाथरूम ले चलते है।।
सरोज - लेकिन पापा को तो डॉक्टर ने दवा दिया और वो अभी सो रहे है
मै - हमे समधी जी को ऐसे ही ले जाना होगा।। तुमने सुना नहीं डॉक्टर ने क्या कहा की इन्हे आराम करने दे।। इन्हे सोने दो बाथरूम ले चलेंगे तो शायद इनको पेशाब आ जाए कोशिश करने में क्या हर्ज़ है। तुम इनके साथ सो रही हो और इन्होने ने बिस्तर पे पेशाब कर दिया तो?
सरोज - ठीक है पापा जी।
मैने समधी जी को उठाया और काँधे के सहारे बाथरूम तक ले गया, दूसरी तरफ सरोज ने उन्हें पकड़ा हुआ था।
मै - बहु मैं इन्हे सम्भालता हूँ तुम इनकी पेंट का ज़िप खोलो।।
सरोज - (शर्माते हुए।। मैं? )
मै - हाँ करो जल्दी
सरोज ने अपने पापा का ज़िप खोला और खुलते ही समधी जी का काला और मोटा सा लंड बाहर निकल गया। मुझे समझ नहीं आ रहा था क्या समधी जी का लंड इतना बड़ा है ?
बहु भी चोरी से अपने पापा का लंड देख रही थी।
मै - बहु।।। लंड और बाहर निकालो
सरोज - निकाल दिया पापा जी।। लेकिन ये पेशाब कैसे करेंगे? इन्हे तो नींद ने घेरा हुआ है।
मै - अरे बहु।। तुम भी नादान हो। कभी छोटे बच्चे को देखा है उसकी माँ बच्चे को कैसे सुसु कराती है? ओह तुम कैसे देखोगी तुम्हे तो अभी बच्चा भी नहीं है
सरोज - कैसे करते हैं बताइये न?
मै - देखो बहु, इनके लंड को अपने हाथों में पकड़ कर धीरे धीरे सहलाओ।। तो इन्हे पेशाब महसूस होगा।
सरोज - (चौंकते हुए।।मैं।। ?? नहीं मैं कैसे कर सकती हूँ)
मै - बहु मैं कर देता लेकिन मैं करुँगा तो इन्हे संभालेगा कौन? तुम संभाल लोगी?
सरोज - नहीं पापा मैं नहीं सँभाल पाउँगी।। ठीक है मैं पापा का वो पकड़ के सहलाती हू।
बहु ने धीरे से अपना हाथ आगे बढ़ाया और अपने पापा का लंड सहलाने लगी।। बेटी को अपने बाप का लंड सहलाते देख मेरे लंड एकदम से खड़ा हो गया। मैं काफी एक्साईटेड हो गया था और बहु को ऐसा करता देख मुझे और आगे बढ़ने का मन हुआ। मेरे दिमाग में आईडिया आया, क्योंकि बहु अन्जान थी इसलिए मुझे उसकी नादानी का फ़ायदा उठाना आसान था।। मैंने कुछ देर बाद पुछा।।
मै - क्या हुआ बहु? पेशाब निकला?
सरोज - नहीं बाबूजी।
मै - ओह फिर तो प्रॉब्लम हो जाएगी।। (मैंने झूठ मूठ चेहरा बनाया)
सरोज - क्यों बाबूजी? पेशाब न करने से क्या प्रॉब्लम हो सकती हैं।
मै - बेटी मैंने डॉक्टर रवि से बाहर बात की थी, उन्होंने मुझे कुछ रिपोर्ट के बारे में बताया और ये भी कहा की हमे क्या क्या करना चाहिए (मैंने झूठ बोला)
सरोज - कैसी रिपोर्ट ? क्या कहा डॉक्टर ने?
मै - बेटी।। डॉक्टर रवि बोल रहे थे की समधी जी के ब्लैडर और पेनिस के नीचे वाले भाग में कुछ प्रॉब्लम है और शायद ऑपरेशन भी करना पड़ सकता है।।
सरोज - क्या?
मै - हां।। इसलिए इनका ब्लैडर फुल नहीं होना चाहिए और मुझे ये भी कहा की इनका स्पर्म भी रेगुलर निकले तो अच्छा होगा।
सरोज - स्पर्म मतलब।। क्या।।।
मै - हाँ तुमने सही सुना।। स्पर्म यानी मुट्ठ वो भी ज्यादा दिन रोकने से प्रॉब्लम हो सकती है।
सरोज - तो अभी क्या करे?
मै - अभी तो ब्लैडर खाली करना जरुरी है
सरोज - लेकिन मैं सहला तो रही हूँ पापा का पेनिस।। लेकिन कोई फ़ायदा नही।
मै - बहु एक बात कहूं अगर तुम बुरा न मानो तो।।
सरोज - जी पापा बलिये।
मै - अगर लंड को थोड़ी गर्मी और नमी मिले तो पेशाब आ जाएगा।।
सरोज - मैं समझी नही।।
मै - मेरा मतलब अगर तुम अपने पापा के लंड को अपने मुह की गर्मी दो तो शायद पेशाब आ जाए।।
सरोज - (चौकते हुये।।। क्क्या??? ) पापा का लंड मुह में लू।। ये क्या कह रहे है
मै - बहु।। अभी के लिए ये करना पडेगा। वैसे भी तुम्हारे पापा सो रहे हैं इन्हे पता भी नहीं चलेगा की तुम क्या कर रही हो।। और ये बात मेरे तुम्हारे बीच रहेगी।
सरोज - ओह गॉड क्या करू में।।
मै - कुछ मत सोचो बस थोड़ा सा चूस लो अपने पापा का लण्ड।
सरोज - उम्म्म्म।।। ठीक है
सरोज जमीन पे घुटनो पे बैठ गई और अपने पापा का लंड मुह में ले कर चुसने लगी।।
मै - बहु मैं सोने जा रहा हूँ किसी चीज़ की जरुरत हो तो बुला लेना। और हा, तुम समधी जी को बाथरूम ले कर गई थी?
सरोज - नहि।। मैं भूल गई
मै - चलो फिर हम दोनों इन्हे बाथरूम ले चलते है।।
सरोज - लेकिन पापा को तो डॉक्टर ने दवा दिया और वो अभी सो रहे है
मै - हमे समधी जी को ऐसे ही ले जाना होगा।। तुमने सुना नहीं डॉक्टर ने क्या कहा की इन्हे आराम करने दे।। इन्हे सोने दो बाथरूम ले चलेंगे तो शायद इनको पेशाब आ जाए कोशिश करने में क्या हर्ज़ है। तुम इनके साथ सो रही हो और इन्होने ने बिस्तर पे पेशाब कर दिया तो?
सरोज - ठीक है पापा जी।
मैने समधी जी को उठाया और काँधे के सहारे बाथरूम तक ले गया, दूसरी तरफ सरोज ने उन्हें पकड़ा हुआ था।
मै - बहु मैं इन्हे सम्भालता हूँ तुम इनकी पेंट का ज़िप खोलो।।
सरोज - (शर्माते हुए।। मैं? )
मै - हाँ करो जल्दी
सरोज ने अपने पापा का ज़िप खोला और खुलते ही समधी जी का काला और मोटा सा लंड बाहर निकल गया। मुझे समझ नहीं आ रहा था क्या समधी जी का लंड इतना बड़ा है ?
बहु भी चोरी से अपने पापा का लंड देख रही थी।
मै - बहु।।। लंड और बाहर निकालो
सरोज - निकाल दिया पापा जी।। लेकिन ये पेशाब कैसे करेंगे? इन्हे तो नींद ने घेरा हुआ है।
मै - अरे बहु।। तुम भी नादान हो। कभी छोटे बच्चे को देखा है उसकी माँ बच्चे को कैसे सुसु कराती है? ओह तुम कैसे देखोगी तुम्हे तो अभी बच्चा भी नहीं है
सरोज - कैसे करते हैं बताइये न?
मै - देखो बहु, इनके लंड को अपने हाथों में पकड़ कर धीरे धीरे सहलाओ।। तो इन्हे पेशाब महसूस होगा।
सरोज - (चौंकते हुए।।मैं।। ?? नहीं मैं कैसे कर सकती हूँ)
मै - बहु मैं कर देता लेकिन मैं करुँगा तो इन्हे संभालेगा कौन? तुम संभाल लोगी?
सरोज - नहीं पापा मैं नहीं सँभाल पाउँगी।। ठीक है मैं पापा का वो पकड़ के सहलाती हू।
बहु ने धीरे से अपना हाथ आगे बढ़ाया और अपने पापा का लंड सहलाने लगी।। बेटी को अपने बाप का लंड सहलाते देख मेरे लंड एकदम से खड़ा हो गया। मैं काफी एक्साईटेड हो गया था और बहु को ऐसा करता देख मुझे और आगे बढ़ने का मन हुआ। मेरे दिमाग में आईडिया आया, क्योंकि बहु अन्जान थी इसलिए मुझे उसकी नादानी का फ़ायदा उठाना आसान था।। मैंने कुछ देर बाद पुछा।।
मै - क्या हुआ बहु? पेशाब निकला?
सरोज - नहीं बाबूजी।
मै - ओह फिर तो प्रॉब्लम हो जाएगी।। (मैंने झूठ मूठ चेहरा बनाया)
सरोज - क्यों बाबूजी? पेशाब न करने से क्या प्रॉब्लम हो सकती हैं।
मै - बेटी मैंने डॉक्टर रवि से बाहर बात की थी, उन्होंने मुझे कुछ रिपोर्ट के बारे में बताया और ये भी कहा की हमे क्या क्या करना चाहिए (मैंने झूठ बोला)
सरोज - कैसी रिपोर्ट ? क्या कहा डॉक्टर ने?
मै - बेटी।। डॉक्टर रवि बोल रहे थे की समधी जी के ब्लैडर और पेनिस के नीचे वाले भाग में कुछ प्रॉब्लम है और शायद ऑपरेशन भी करना पड़ सकता है।।
सरोज - क्या?
मै - हां।। इसलिए इनका ब्लैडर फुल नहीं होना चाहिए और मुझे ये भी कहा की इनका स्पर्म भी रेगुलर निकले तो अच्छा होगा।
सरोज - स्पर्म मतलब।। क्या।।।
मै - हाँ तुमने सही सुना।। स्पर्म यानी मुट्ठ वो भी ज्यादा दिन रोकने से प्रॉब्लम हो सकती है।
सरोज - तो अभी क्या करे?
मै - अभी तो ब्लैडर खाली करना जरुरी है
सरोज - लेकिन मैं सहला तो रही हूँ पापा का पेनिस।। लेकिन कोई फ़ायदा नही।
मै - बहु एक बात कहूं अगर तुम बुरा न मानो तो।।
सरोज - जी पापा बलिये।
मै - अगर लंड को थोड़ी गर्मी और नमी मिले तो पेशाब आ जाएगा।।
सरोज - मैं समझी नही।।
मै - मेरा मतलब अगर तुम अपने पापा के लंड को अपने मुह की गर्मी दो तो शायद पेशाब आ जाए।।
सरोज - (चौकते हुये।।। क्क्या??? ) पापा का लंड मुह में लू।। ये क्या कह रहे है
मै - बहु।। अभी के लिए ये करना पडेगा। वैसे भी तुम्हारे पापा सो रहे हैं इन्हे पता भी नहीं चलेगा की तुम क्या कर रही हो।। और ये बात मेरे तुम्हारे बीच रहेगी।
सरोज - ओह गॉड क्या करू में।।
मै - कुछ मत सोचो बस थोड़ा सा चूस लो अपने पापा का लण्ड।
सरोज - उम्म्म्म।।। ठीक है
सरोज जमीन पे घुटनो पे बैठ गई और अपने पापा का लंड मुह में ले कर चुसने लगी।।