10-12-2023, 05:58 PM
जेठानी जी- चाल पर चाल
दो ग्लास बियर जेठानी जी डकार गयीं और उसके बाद हम लोग पिक्चर हाल में।
गुड्डी मेरे बगल में और जेठानी जी दिया और छन्दा के बीच।
मैं तो खैर खूब सोई , आज रात भर जगना जो था जेठानी जी तस्सली बख्स ठुकाई के लिए।
पर इंटरवल में मैंने गुड्डी को कल का प्रोग्राम बता दिया।
" सुन ,अब हम लोग कल शाम को ही चल रहे हैं , पांच बजे के आसपास ,तो बस तुम आ जाना। "
मैंने उसे जोर का झटका जोर से दिया।
पहले तो खुश होके उसने मुझे भींच लिया ,भाभी वो चीखी पर कुछ याद आया और वो सहम के बैठ गयी ,
" पर मेरे घर वाले , ...उनसे परमिशन , उन्हें बताना होगा न "
कचकचा के उसके गाल काटती मैं बोली ,
" तेरे भैय्या ने वो सब कर दिया है ,बस तुझे आ जाना है या रहने दे हम लोग ही तुझे रास्ते से पिकअप कर लेंगे।
ये गुड्डी भी न ,आज कल की लड़कियां , तब तक उसको एक और बात याद आ गयी ,
" पर भाभी, कैसे कल हमारी जूनियर लड़कियां पार्टी दे रही हैं ,साढ़े बारह बजे से ढाई तीन घंटे तो चलेगी ही। तीन साढ़े तीन तो उसी में बज जाएगा और आप कह रही हैं पांच बजे तक निकलने के लिए ,फिर मैं घर जाउंगी ,तैयार होउंगी , पैकिंग कैसे ?"
एक मिनट तक तो मैं भी सोचती रही फिर मेरी प्रतुत्तपन्नमति ने सहायता की,
"सुन ,तू यार सुबह ही आ जाना १० बजे तक , पैकिंग वैकिंग कर के , बस वही पार्टी के लिए तैयार भी कर दूंगी तुझे और हम लोगों के साथ बस पार्टी से लौटना और हम चल देंगे। एक पार्टी ख़तम दूसरी शुरू। "
मैं उसके किशोर उभार पे चिकोटी काटती बोली।
" अरे यार तेरी बड़ी भाभी , उनके चक्कर में , जित्ती जल्दी , ... " गलती से मेरे मुंह पे निकल गया।
और गुड्डी के गोरे चिकने मलायी से चेहरे पर काले काले बादल छा गए, आवाज हलकी हो गयी ,शक्ल एकदम रुंआसी।
" आप को मैंने बताया नहीं भाभी ,कल रात में एक बजे , ...मैं वैसे ही रिजल्ट के चक्कर में , आप लोगों ने इत्ती मुश्किल से कोचिंग में एडमिशन कराया ,मैं तो मेडिकल की उम्मीद ही छोड़ बैठी थी , और ऊपर से अगर कहीं रिजल्ट कुछ ऐसा वैसा हो गया और कोचिंग का एडमिशन गड़बड़ हो गया तो आप लोगी की बात भी ,... "
वो चुप हो गयी फिर खुद कुछ रुक के बोली। ,
" रात में एक बजे और आधे घंटे लगातार , क्या क्या नहीं बोला ,... तू समझती क्या है अपने को , तूने अभी मेरी ताकत नहीं देखी है। अपनी कैंची से तेरे पर काट दूंगी , बस यहीं फड़फड़ाती रहना। भूल जा तू कोचिंग की बात , जैसे सब लड़कियां यहाँ पढ़ती हैं , कौन से तेरे में सुर्खाब के पर लगे हैं। आने दे माता जी को , अपने जिस भइया भाभी के दम पे उछलती है न , वो भी ,... नहीं बचा पाएंगे। बस एक बार उनको जाने दे यहाँ से ऐसी हालत करुँगी तेरी , , तेरे घर से बाहर निकलना बंद ,तेरा फोन बंद मेरे चंगुल में फंस गयी न तो ,... कल सुबह अपने घर वालों को भी बोल दे और अपने भैय्या भाभी को भी की तू नहीं जा पाएगी। जरा ज़रा सा जोबन आ गए हैं तेरे और इतना उछलती है उसी के दम पे ,... "
बस रोई नहीं वो।
" अरे ज़रा ज़रा सा कहाँ इत्ते मस्त तो है ,होली में जरूर तुझे बिग बी की टाइटल मिली होगी। "
मैंने चिढ़ा के उसका मूड ठीक करने की कोशिश की,
वो कली थोड़ा खिलखिलाई ,
" नहीं भाभी ,मिली तो लेकिन दिया को हाँ मोहल्ले के लड़कों ने मुझे दी भी , चिपकाया भी और लाउडस्पीकर पे सुनाया भी "
पर मैं जेठानी जी के बारे में सोच रही थी,
स्साली कित्ती घुटी हुयी,... मैं शाम से उससे चिपकी हुयी थी, कल मूंग का हलवा, कजरी , एक मिनट नहीं छोड़ा,... तब भी बाथरूम में जाने के नाम पर सास जी को फोन लगा दिया, वो तो मम्मी उनसे लसी थीं, .. लेकिन फिर भी जेठ जी को ज्ञान दिया की उनका ह्रदय परिवर्तन करा के,
और मैं जब ऊपर आ गयी , तब भी जेठानी के देवर को चमचागिरी के लिए छोड़ आयी थी की उनकी भाभी कहीं इधर उधर फोन न घुमा दें ,एक बजे तक उन्होंने मस्का लगाया अपनी भाभी को , और उनके हटते ही इस बेचारी कन्या की लेने के लिए, इस की तो वैसे ही इक्जाम के रिजल्ट के डर के मारे लगी हुयी थी,... ऊपर से कोई भी हदस जाता,
और सुबह से फिर हम दोनों लेकिन हवा नहीं लगने की गुड्डी की कितनी बेरहमी से रात में उन्होंने ली, ऐसे चुप्पे लोग सच में बड़े खतरनाक होते हैं,...
थोड़ा मूड उसका ठीक हुआ तो उसने आगे की बात बतायी ,
" और यही नहीं सुबह सुबह , मेरे घर वालों को भी उन्होंने आग लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी , बस वही एक रट गुड्डी कहीं नहीं जाएगी , यही पढ़ेगी। मेडिकल में एडमिशन होना है तो अपने दम पे करे यही पे पढ़ के ,... ये तो तब तक मेरा रिजल्ट इतना अच्छा आ गया था और फिर कल भइया ने घर पे आके सबको इतना समझाया था की उन लोगों के ऊपर कोई असर नहीं पड़ा , बस हाँ हूँ कर के बात काट दी।
मैं चुपचाप सुन रही थी, मम्मी की ये एडवाइस भी काम आई थी की कोचिंग वाले सीधे उस के घर पे मेसेज करें,...
और आज जो मैंने माहौल बनाया की गुड्डी का रिजल्ट ऐसा ही ही , एडमिशन का पक्का नहीं है तब भी,...
लेकिन मेरी समझ में कुछ नहीं आ रहा था जेठानी इतना ज्यादा इस लड़की के पीछे क्यों पड़ी हैं , मैंने गुड्डी से साफ़ साफ़ पूछा,...
" हे साफ साफ़ बोल इनसे कुछ और बात तो नहीं हुयी,... कोई और चक्कर,.. "
उसका चेहरा धुंआ धुंआ सा हो गया,
" जाने दीजिये भाभी, अब तो आपके साथ चल रही हूँ न , भुला दीजिये,... "
" नहीं नहीं , बोल न यार तू मेरी ननद से ज्यादा सहेली है , बोल न,... कोई ऐसी बात,.. " मैंने उसे फिर उकसाया,
मेरे लिए जेठानी जी की एक एक बात समझनी जरूरी थी , वो आखिरी मिनट पर भी कुछ कर सकती थीं,...
थोड़ा देर रुकी वो , फिर हिचकती हुयी बोली,
" भाभी, आपको मेरी कसम, किसी से मत बताइयेगा, भैया से तो एकदम नहीं,... "
वो फिर रुक गयी,... मैंने फिर हिम्मत बंधाई तो बोली,...
" इनके कोई कजिन या पता नहीं,... मैरिड हैं,... बस वो आये थे,... तो इन्होने मुझसे बोला था की तू कॉलेज के बाद आजाना कुछ काम है , और रात को तेरे बड़े भैया नहीं है तो यहीं रुक जाना, मैं तेरे घर बात कर लूंगी,... मुझे क्या मालूम था की वो , जो इनके कजिन,... अब भाभी के भाई है थोड़ा बहुत मजाक तो होता ही है , मैं भी उसी तरह , ... लेकिन ये एकदम ,... क्या कहूं जाने दीजिये,... "
बोल न क्या किया उस कमीने ने ,... मुझे बहुत गुस्सा लग रहा था।
आपके जेठानी ने क्या किया ये सुनियेगा तो आग लग जायेगी,... मैं कॉलेज के ड्रेस में थी, और वो जो उनके कजिन या, सीधे मेरे , वहीँ पे,... और आपकी जेठानी ने सीधे उससे बोला,
" अरे ऊपर ऊपर से क्या देख रहे हो, पकड़ वकड़ के देखना हो देख लो,... " और मुझे से बोलीं,
" वैसे तो मेरे ये भाई लगते हैं लेकिन आज से ननदोई हो जाएंगे देख ले पसंद हैं न "
अब मजाक तो चलता ही है , मैं मुस्करा के टाल गयी. लेकिन बड़ी भाभी ने नाश्ते में मुझे उसके पास पकौड़ी लेके भेजा तो उसने खींच के मुझे गोद में बिठा और हाथ सीधे वहीँ , भाभी के आने पर पर भी और ऐसे गंदे गंदे खुले मजाक,....
मुझे बहुत खराब लग रहा था , मैं किसी तरह छुडाके किचेन में गयी तो वो उलटे मेरे ऊपर चढ़ गयीं,
अरे थोड़ा सा दबा मसल दिया ऊपर से तो क्यों इत्ता मुंह बना रही थी , चल मना उसको,... थोड़ा सा गोरा रंग क्या हो गया जोबन क्या आगये, तेरे ऐसी सैकड़ों लड़कियां उसके पीछे पीछे लगी रहती हैं,..... और और,... "
एक बार वो फिर से उदास हो गयी थी,...
बोल न , मैंने फिर उसे दिलासा दिलाया,
" अरे भैया को लेकर , एक से एक गन्दी बातें,... वो बेचारे तो, आप उन को बढ़ावा नहीं देती तो उन के बस का, ... लेकिन दस बात सुनाई होंगी उस दिन, मुहे पता नहीं है क्या अपने भैया से नैन मटक्का करती है , चिपका चिपकी और मेरे भाई ने ज़रा सा, ... कौन सी तेरी ले ली , और ले भी लेगा तो क्या,... अब तो बिना दिए तुझे मैं ,... "
तो हुआ क्या, मेरे कुछ समझ में नहीं आ रहा था,
" अरे उस स्साले की हिम्मत थी कालेज में टाइकांडो और कराते दोनों , ... बिना मेरी मर्जी के,... दुबारा उसने पकड़ा तो,... जाने दीजिये,... बस ये समझ लीजिये तब से आपकी जेठानी कुछ ज्यादा ही,..
और कल रात जब एक घंटे की क्लास उन्होंने मेरी ली तो वो बात भी,... जाने दो भैया भाभी को ,... तेरे ऐसे पर काटूंगी न ,... जिसको झटका दे के भागी थी न उसी से , ... अपने सामने , खुद नाड़ा खोलेगी अपना तू खुद उससे हाथ जोड़ के माफ़ी मांगेगी, उस दिन के बाद वो बेचारा मेरा सीधा साधा ,... इतना गुस्सा है , बोल दिया है उसने जब तक तू माफ़ी नहीं मांगेगी,... बहुत उछल रही थी जिनके दम पे , मैं बड़ी हूँ ,... मेरी ही चलेगी। .. "
रुक के वो बोली, तब से, ... और आज भी देखिये दिया छन्दा के साथ इतनी लहक लहक के बात कर रही हैं पर मुझे कितना इग्नोर कर रही हैं ,... "
" अरे यार करने दे न इग्नोर , आज रात को इनका तस्सली बख्श इलाज करुँगी ,मेरी प्यारी सी ननद को इतना उदास कर दिया , तू ग्यारह सवा ग्यारह बजे फोन करना , फिर जेठानी जी की बदली हुयी बोली सुनना।
इंटरवल ख़तम हो गया था , और तबतक दरवाके से दिया ,छन्दा और मेरी जेठानी दाखिल हुयी , हाथ में चाको बार , पाप कार्न। वहीँ से दिया चीखी
" भाभी आप जग गयीं "
" अरे भाभी ,आप सो रही थीं तो आप की पहरेदारी के लिए देखिये इसे छोड़ के गयी थी की कहीं आप के सोने का फायदा उठा के ,... " छन्दा ने मुझे चिढ़ाया।
" अरे साफ़ साफ़ काहें नहीं बोलती , की कोई मेरी भाभी का गदराया जोबन लूट लेता। " दिया अब तक मेरे पास पहुँच गयी थी ,गर्दन में मेरे हाथ डाल के प्यार से बोलीं।
पर तबतक गुड्डी दोनों पर चढ़ गयी ,
" कमीनियों , ये क्यों नहीं कहती की मुझे यहाँ छोड़के , तुम सब बाहर खा पी रही थी , क्या खाया "
जेठानी जी के हाथ में अभी भी सॉफ्टी का बचा कोन था जिसे वो प्यार से चाट रही थीं।
" सॉफ्टी " छन्दा बोली।
लूज बाल पाके मैं छोड़ने वाली नहीं थी , वो भी ऐसी सेक्सी टीनेजर ननदों को।
" ये उमर और सॉफ्टी ,.... इस समय तो सिर्फ हार्ड लांग ,... " मैंने छन्दा को घूर के देखा।
" अरे भाभी आप ने एकदम सही कहा , लेकिन इस उम्र में तो हमारे होंठ लगाने से कोई भी सॉफ्टी हार्ड हो जायेगी। " दिया ने हँसते हुए जवाब दिया।
दो ग्लास बियर जेठानी जी डकार गयीं और उसके बाद हम लोग पिक्चर हाल में।
गुड्डी मेरे बगल में और जेठानी जी दिया और छन्दा के बीच।
मैं तो खैर खूब सोई , आज रात भर जगना जो था जेठानी जी तस्सली बख्स ठुकाई के लिए।
पर इंटरवल में मैंने गुड्डी को कल का प्रोग्राम बता दिया।
" सुन ,अब हम लोग कल शाम को ही चल रहे हैं , पांच बजे के आसपास ,तो बस तुम आ जाना। "
मैंने उसे जोर का झटका जोर से दिया।
पहले तो खुश होके उसने मुझे भींच लिया ,भाभी वो चीखी पर कुछ याद आया और वो सहम के बैठ गयी ,
" पर मेरे घर वाले , ...उनसे परमिशन , उन्हें बताना होगा न "
कचकचा के उसके गाल काटती मैं बोली ,
" तेरे भैय्या ने वो सब कर दिया है ,बस तुझे आ जाना है या रहने दे हम लोग ही तुझे रास्ते से पिकअप कर लेंगे।
ये गुड्डी भी न ,आज कल की लड़कियां , तब तक उसको एक और बात याद आ गयी ,
" पर भाभी, कैसे कल हमारी जूनियर लड़कियां पार्टी दे रही हैं ,साढ़े बारह बजे से ढाई तीन घंटे तो चलेगी ही। तीन साढ़े तीन तो उसी में बज जाएगा और आप कह रही हैं पांच बजे तक निकलने के लिए ,फिर मैं घर जाउंगी ,तैयार होउंगी , पैकिंग कैसे ?"
एक मिनट तक तो मैं भी सोचती रही फिर मेरी प्रतुत्तपन्नमति ने सहायता की,
"सुन ,तू यार सुबह ही आ जाना १० बजे तक , पैकिंग वैकिंग कर के , बस वही पार्टी के लिए तैयार भी कर दूंगी तुझे और हम लोगों के साथ बस पार्टी से लौटना और हम चल देंगे। एक पार्टी ख़तम दूसरी शुरू। "
मैं उसके किशोर उभार पे चिकोटी काटती बोली।
" अरे यार तेरी बड़ी भाभी , उनके चक्कर में , जित्ती जल्दी , ... " गलती से मेरे मुंह पे निकल गया।
और गुड्डी के गोरे चिकने मलायी से चेहरे पर काले काले बादल छा गए, आवाज हलकी हो गयी ,शक्ल एकदम रुंआसी।
" आप को मैंने बताया नहीं भाभी ,कल रात में एक बजे , ...मैं वैसे ही रिजल्ट के चक्कर में , आप लोगों ने इत्ती मुश्किल से कोचिंग में एडमिशन कराया ,मैं तो मेडिकल की उम्मीद ही छोड़ बैठी थी , और ऊपर से अगर कहीं रिजल्ट कुछ ऐसा वैसा हो गया और कोचिंग का एडमिशन गड़बड़ हो गया तो आप लोगी की बात भी ,... "
वो चुप हो गयी फिर खुद कुछ रुक के बोली। ,
" रात में एक बजे और आधे घंटे लगातार , क्या क्या नहीं बोला ,... तू समझती क्या है अपने को , तूने अभी मेरी ताकत नहीं देखी है। अपनी कैंची से तेरे पर काट दूंगी , बस यहीं फड़फड़ाती रहना। भूल जा तू कोचिंग की बात , जैसे सब लड़कियां यहाँ पढ़ती हैं , कौन से तेरे में सुर्खाब के पर लगे हैं। आने दे माता जी को , अपने जिस भइया भाभी के दम पे उछलती है न , वो भी ,... नहीं बचा पाएंगे। बस एक बार उनको जाने दे यहाँ से ऐसी हालत करुँगी तेरी , , तेरे घर से बाहर निकलना बंद ,तेरा फोन बंद मेरे चंगुल में फंस गयी न तो ,... कल सुबह अपने घर वालों को भी बोल दे और अपने भैय्या भाभी को भी की तू नहीं जा पाएगी। जरा ज़रा सा जोबन आ गए हैं तेरे और इतना उछलती है उसी के दम पे ,... "
बस रोई नहीं वो।
" अरे ज़रा ज़रा सा कहाँ इत्ते मस्त तो है ,होली में जरूर तुझे बिग बी की टाइटल मिली होगी। "
मैंने चिढ़ा के उसका मूड ठीक करने की कोशिश की,
वो कली थोड़ा खिलखिलाई ,
" नहीं भाभी ,मिली तो लेकिन दिया को हाँ मोहल्ले के लड़कों ने मुझे दी भी , चिपकाया भी और लाउडस्पीकर पे सुनाया भी "
पर मैं जेठानी जी के बारे में सोच रही थी,
स्साली कित्ती घुटी हुयी,... मैं शाम से उससे चिपकी हुयी थी, कल मूंग का हलवा, कजरी , एक मिनट नहीं छोड़ा,... तब भी बाथरूम में जाने के नाम पर सास जी को फोन लगा दिया, वो तो मम्मी उनसे लसी थीं, .. लेकिन फिर भी जेठ जी को ज्ञान दिया की उनका ह्रदय परिवर्तन करा के,
और मैं जब ऊपर आ गयी , तब भी जेठानी के देवर को चमचागिरी के लिए छोड़ आयी थी की उनकी भाभी कहीं इधर उधर फोन न घुमा दें ,एक बजे तक उन्होंने मस्का लगाया अपनी भाभी को , और उनके हटते ही इस बेचारी कन्या की लेने के लिए, इस की तो वैसे ही इक्जाम के रिजल्ट के डर के मारे लगी हुयी थी,... ऊपर से कोई भी हदस जाता,
और सुबह से फिर हम दोनों लेकिन हवा नहीं लगने की गुड्डी की कितनी बेरहमी से रात में उन्होंने ली, ऐसे चुप्पे लोग सच में बड़े खतरनाक होते हैं,...
थोड़ा मूड उसका ठीक हुआ तो उसने आगे की बात बतायी ,
" और यही नहीं सुबह सुबह , मेरे घर वालों को भी उन्होंने आग लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी , बस वही एक रट गुड्डी कहीं नहीं जाएगी , यही पढ़ेगी। मेडिकल में एडमिशन होना है तो अपने दम पे करे यही पे पढ़ के ,... ये तो तब तक मेरा रिजल्ट इतना अच्छा आ गया था और फिर कल भइया ने घर पे आके सबको इतना समझाया था की उन लोगों के ऊपर कोई असर नहीं पड़ा , बस हाँ हूँ कर के बात काट दी।
मैं चुपचाप सुन रही थी, मम्मी की ये एडवाइस भी काम आई थी की कोचिंग वाले सीधे उस के घर पे मेसेज करें,...
और आज जो मैंने माहौल बनाया की गुड्डी का रिजल्ट ऐसा ही ही , एडमिशन का पक्का नहीं है तब भी,...
लेकिन मेरी समझ में कुछ नहीं आ रहा था जेठानी इतना ज्यादा इस लड़की के पीछे क्यों पड़ी हैं , मैंने गुड्डी से साफ़ साफ़ पूछा,...
" हे साफ साफ़ बोल इनसे कुछ और बात तो नहीं हुयी,... कोई और चक्कर,.. "
उसका चेहरा धुंआ धुंआ सा हो गया,
" जाने दीजिये भाभी, अब तो आपके साथ चल रही हूँ न , भुला दीजिये,... "
" नहीं नहीं , बोल न यार तू मेरी ननद से ज्यादा सहेली है , बोल न,... कोई ऐसी बात,.. " मैंने उसे फिर उकसाया,
मेरे लिए जेठानी जी की एक एक बात समझनी जरूरी थी , वो आखिरी मिनट पर भी कुछ कर सकती थीं,...
थोड़ा देर रुकी वो , फिर हिचकती हुयी बोली,
" भाभी, आपको मेरी कसम, किसी से मत बताइयेगा, भैया से तो एकदम नहीं,... "
वो फिर रुक गयी,... मैंने फिर हिम्मत बंधाई तो बोली,...
" इनके कोई कजिन या पता नहीं,... मैरिड हैं,... बस वो आये थे,... तो इन्होने मुझसे बोला था की तू कॉलेज के बाद आजाना कुछ काम है , और रात को तेरे बड़े भैया नहीं है तो यहीं रुक जाना, मैं तेरे घर बात कर लूंगी,... मुझे क्या मालूम था की वो , जो इनके कजिन,... अब भाभी के भाई है थोड़ा बहुत मजाक तो होता ही है , मैं भी उसी तरह , ... लेकिन ये एकदम ,... क्या कहूं जाने दीजिये,... "
बोल न क्या किया उस कमीने ने ,... मुझे बहुत गुस्सा लग रहा था।
आपके जेठानी ने क्या किया ये सुनियेगा तो आग लग जायेगी,... मैं कॉलेज के ड्रेस में थी, और वो जो उनके कजिन या, सीधे मेरे , वहीँ पे,... और आपकी जेठानी ने सीधे उससे बोला,
" अरे ऊपर ऊपर से क्या देख रहे हो, पकड़ वकड़ के देखना हो देख लो,... " और मुझे से बोलीं,
" वैसे तो मेरे ये भाई लगते हैं लेकिन आज से ननदोई हो जाएंगे देख ले पसंद हैं न "
अब मजाक तो चलता ही है , मैं मुस्करा के टाल गयी. लेकिन बड़ी भाभी ने नाश्ते में मुझे उसके पास पकौड़ी लेके भेजा तो उसने खींच के मुझे गोद में बिठा और हाथ सीधे वहीँ , भाभी के आने पर पर भी और ऐसे गंदे गंदे खुले मजाक,....
मुझे बहुत खराब लग रहा था , मैं किसी तरह छुडाके किचेन में गयी तो वो उलटे मेरे ऊपर चढ़ गयीं,
अरे थोड़ा सा दबा मसल दिया ऊपर से तो क्यों इत्ता मुंह बना रही थी , चल मना उसको,... थोड़ा सा गोरा रंग क्या हो गया जोबन क्या आगये, तेरे ऐसी सैकड़ों लड़कियां उसके पीछे पीछे लगी रहती हैं,..... और और,... "
एक बार वो फिर से उदास हो गयी थी,...
बोल न , मैंने फिर उसे दिलासा दिलाया,
" अरे भैया को लेकर , एक से एक गन्दी बातें,... वो बेचारे तो, आप उन को बढ़ावा नहीं देती तो उन के बस का, ... लेकिन दस बात सुनाई होंगी उस दिन, मुहे पता नहीं है क्या अपने भैया से नैन मटक्का करती है , चिपका चिपकी और मेरे भाई ने ज़रा सा, ... कौन सी तेरी ले ली , और ले भी लेगा तो क्या,... अब तो बिना दिए तुझे मैं ,... "
तो हुआ क्या, मेरे कुछ समझ में नहीं आ रहा था,
" अरे उस स्साले की हिम्मत थी कालेज में टाइकांडो और कराते दोनों , ... बिना मेरी मर्जी के,... दुबारा उसने पकड़ा तो,... जाने दीजिये,... बस ये समझ लीजिये तब से आपकी जेठानी कुछ ज्यादा ही,..
और कल रात जब एक घंटे की क्लास उन्होंने मेरी ली तो वो बात भी,... जाने दो भैया भाभी को ,... तेरे ऐसे पर काटूंगी न ,... जिसको झटका दे के भागी थी न उसी से , ... अपने सामने , खुद नाड़ा खोलेगी अपना तू खुद उससे हाथ जोड़ के माफ़ी मांगेगी, उस दिन के बाद वो बेचारा मेरा सीधा साधा ,... इतना गुस्सा है , बोल दिया है उसने जब तक तू माफ़ी नहीं मांगेगी,... बहुत उछल रही थी जिनके दम पे , मैं बड़ी हूँ ,... मेरी ही चलेगी। .. "
रुक के वो बोली, तब से, ... और आज भी देखिये दिया छन्दा के साथ इतनी लहक लहक के बात कर रही हैं पर मुझे कितना इग्नोर कर रही हैं ,... "
" अरे यार करने दे न इग्नोर , आज रात को इनका तस्सली बख्श इलाज करुँगी ,मेरी प्यारी सी ननद को इतना उदास कर दिया , तू ग्यारह सवा ग्यारह बजे फोन करना , फिर जेठानी जी की बदली हुयी बोली सुनना।
इंटरवल ख़तम हो गया था , और तबतक दरवाके से दिया ,छन्दा और मेरी जेठानी दाखिल हुयी , हाथ में चाको बार , पाप कार्न। वहीँ से दिया चीखी
" भाभी आप जग गयीं "
" अरे भाभी ,आप सो रही थीं तो आप की पहरेदारी के लिए देखिये इसे छोड़ के गयी थी की कहीं आप के सोने का फायदा उठा के ,... " छन्दा ने मुझे चिढ़ाया।
" अरे साफ़ साफ़ काहें नहीं बोलती , की कोई मेरी भाभी का गदराया जोबन लूट लेता। " दिया अब तक मेरे पास पहुँच गयी थी ,गर्दन में मेरे हाथ डाल के प्यार से बोलीं।
पर तबतक गुड्डी दोनों पर चढ़ गयी ,
" कमीनियों , ये क्यों नहीं कहती की मुझे यहाँ छोड़के , तुम सब बाहर खा पी रही थी , क्या खाया "
जेठानी जी के हाथ में अभी भी सॉफ्टी का बचा कोन था जिसे वो प्यार से चाट रही थीं।
" सॉफ्टी " छन्दा बोली।
लूज बाल पाके मैं छोड़ने वाली नहीं थी , वो भी ऐसी सेक्सी टीनेजर ननदों को।
" ये उमर और सॉफ्टी ,.... इस समय तो सिर्फ हार्ड लांग ,... " मैंने छन्दा को घूर के देखा।
" अरे भाभी आप ने एकदम सही कहा , लेकिन इस उम्र में तो हमारे होंठ लगाने से कोई भी सॉफ्टी हार्ड हो जायेगी। " दिया ने हँसते हुए जवाब दिया।