09-12-2023, 06:33 PM
तभी प्रशांत ने अपना लौड़ा निकाला और उर्मि की गांड की दरार में रख दिया और मुझे कुछ दिखाई नहीं दिया. बस फिर मैंने देखा के उर्मि की गांड की दरार में से प्रशांत का गाढ़ा वीर्य उर्मि की मांसल जांघों की ओर बहना शुरू हुआ और एक के बाद एक वीर्य की लहर उर्मि की जांघों में से होती हुई उर्मि के टखनो तक पहुँच गयी और प्रशांत की जकड़न को देख कर लग रहा था की वो अभी भी अपने लंड को उर्मि की गांड पे अंतिम बूँद तक उर्मि के चूतडों की दरार में निकल देना चाहता था.
"बस करो प्रशांत,अब और कितना निकलोगे!"
ओर फिर प्रशांत , उर्मि पीछे से हटा तो उर्मि की खूबसूरत गांड, जांघे और टखने प्रशांत के वीर्य से चमक रहे थे और वीर्य अभी भी चूतडों से नीचे की और बह रहा था.
उर्मि ने कहा,"प्लीज़ मेरी अंडरवीयर दे दो."
प्रशांत ने अपने लंड को सहलाते हुए उर्मि की अंडरवीयर तक गया और उठा कर सूंघने लगा और हँसते हुए उर्मि को दे दी.उर्मि ने अपनी पीली पैंटी से अपनी गांड साफ़ करने लगी और फिर धीरे धीरे अपनी जांघें और टाँगे साफ़ की.फिर अपनी पैंटी को मेज़ पे रख के अपने कपडे पहनने लगी.
प्रशांत ने कहा," तुमने तो साफ़ कर लिया ,मेरा क्या होगा?"
उर्मि बोली," तुम भी मेरी ही पैंटी से साफ़ कर लो "और कह कर हँसने लगी
प्रशांत ने उर्मि को कन्धों से पकड़ा और कुर्सी पे बिठा दिया.
" क्या कर रहे हो?"
प्रशांत ने अपना लंड उर्मि की और किया और कहा," चूसो और लंड लो साफ़ करो ."
उर्मि ने सर हिला कर मन किया लेकिन प्रशांत ने ज़बरदस्ती उर्मि के होंठों पे अपना ढीला लंड लगाया और कहा- "उर्मि प्लीज़ डू ईट" और ये कह कर उर्मि के मुंह में ज़बरदस्ती ठूंसने लगा.
उर्मि ने अनमने ढंग से 7-8 चूसे मार कर ध्रुव का लौड़ा छोड़ दिया और सीधी खड़ी हो कर ज़बरदस्ती प्रशांत के होंठो के साथ होंठ मिला कर उसे किस करने कगी और शायद सारा (saliva)जो उसने प्रशांत के लंड से लिया था प्रशांत के ही मुंह में दे दिया और फिर अलग हो कर हँसने लगी.
और कहने लगी "टिट फॉर टाट! "
मै सब देखता रहा और अनजाने में अपने लंड को हिलाते हिलाते वही खड़ा खड़ा झड़ गया.
"बस करो प्रशांत,अब और कितना निकलोगे!"
ओर फिर प्रशांत , उर्मि पीछे से हटा तो उर्मि की खूबसूरत गांड, जांघे और टखने प्रशांत के वीर्य से चमक रहे थे और वीर्य अभी भी चूतडों से नीचे की और बह रहा था.
उर्मि ने कहा,"प्लीज़ मेरी अंडरवीयर दे दो."
प्रशांत ने अपने लंड को सहलाते हुए उर्मि की अंडरवीयर तक गया और उठा कर सूंघने लगा और हँसते हुए उर्मि को दे दी.उर्मि ने अपनी पीली पैंटी से अपनी गांड साफ़ करने लगी और फिर धीरे धीरे अपनी जांघें और टाँगे साफ़ की.फिर अपनी पैंटी को मेज़ पे रख के अपने कपडे पहनने लगी.
प्रशांत ने कहा," तुमने तो साफ़ कर लिया ,मेरा क्या होगा?"
उर्मि बोली," तुम भी मेरी ही पैंटी से साफ़ कर लो "और कह कर हँसने लगी
प्रशांत ने उर्मि को कन्धों से पकड़ा और कुर्सी पे बिठा दिया.
" क्या कर रहे हो?"
प्रशांत ने अपना लंड उर्मि की और किया और कहा," चूसो और लंड लो साफ़ करो ."
उर्मि ने सर हिला कर मन किया लेकिन प्रशांत ने ज़बरदस्ती उर्मि के होंठों पे अपना ढीला लंड लगाया और कहा- "उर्मि प्लीज़ डू ईट" और ये कह कर उर्मि के मुंह में ज़बरदस्ती ठूंसने लगा.
उर्मि ने अनमने ढंग से 7-8 चूसे मार कर ध्रुव का लौड़ा छोड़ दिया और सीधी खड़ी हो कर ज़बरदस्ती प्रशांत के होंठो के साथ होंठ मिला कर उसे किस करने कगी और शायद सारा (saliva)जो उसने प्रशांत के लंड से लिया था प्रशांत के ही मुंह में दे दिया और फिर अलग हो कर हँसने लगी.
और कहने लगी "टिट फॉर टाट! "
मै सब देखता रहा और अनजाने में अपने लंड को हिलाते हिलाते वही खड़ा खड़ा झड़ गया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
