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Incest सगी बहन साथ सेक्सी बात कर गरम करके चोदा
#12
बारिश में बहन की चुदाई की कहानी
[Image: be4ccded68aa946fed0dbfa4800e1e9d?s=45&d=mm&r=g]
Tongue 
Big Grin Tongue

भाई बहन सेक्स की कहानी मेरे और मेरी बहन के बीच तब की है जब बारिश में हम दोनों चुदाई का आनन्द ले रहे थे … या यूं कहें कि बारिश में स्वर्ग का सुख भोग रहे थे.
नमस्कार दोस्तो, मैं मन पांडे.
ये भाई बहन सेक्स की कहानी मेरी और मेरी अपनी बहन आर्या की है, मैं उसे प्यार से आरू कहता हूँ … और वो मुझे प्यार से मनु भाई कहती है. हम दोनों बचपन से ही साथ रहे, एक साथ खेले और साथ ही बड़े हुए.
हम दोनों काफी ओपन माइंडेड हैं, एक दूसरे से हर तरह की बात कर लेते हैं. इसीलिए शायद हमें कभी बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड की जरूरत नहीं महसूस हुई.
और जरूरत पड़े भी क्यों … जिसकी बहन इतनी खूबसूरत, मस्त, गदराया हुआ माल हो … वो बाहर मुँह क्यों मारे.

आइए पहले मैं आपको अपनी बहन के बारे में कुछ बता देता हूँ.
मेरी बहन एक खूबसूरत बदन की मालकिन है. उसकी आंखें एकदम नशीली हैं, जिसे दखकर मैं भी नशे में आ जाता हूँ.
उसके रसभरे होंठ एकदम सुर्ख लाल गुलाब के फूलों से कोमल हैं, जिन्हें देखते ही मन करता है कि अभी चूस लूं.
मेरी बहन के बूब्स 36 इंच के उठे हुए मस्त लगते हैं. देख कर मन करता है कि अभी पकड़ कर दबा दूँ.
उसकी कमर 29 इंच की और गांड 36 की है. उठे हुए मस्त गोल गोल चूतड़ों को देख कर मन करता है कि अभी दांत से काट लूं … पर किसी तरह कंट्रोल कर लेता हूँ.

कुल मिला कर मेरी बहन पूरी कयामत है, जिसे देख बुड्ढे में जवानी के जोश भरने लगते हैं और उनके लंड खड़े हो जाते होंगे.
मैं अपनी बहन आरू से काफी क्लोज और अट्रैक्ट था … और कहीं न कहीं वो भी मुझे पसन्द करती थी.
पर समाज की लोकधारणाएं, मर्यादाएं हमें कहीं न कहीं मिलने से रोक देती थीं.

लेकिन ये भी सच है यदि आप किसी को शिद्दत से चाहो … तो जर्रा जर्रा उसे आप से मिलाने की साजिश में लग जाता है. ऐसा ही कुछ हमारे साथ भी हुआ.
एक दिन हम दोनों अपनी छत पर खड़े होकर बातें कर रहे थे.
तभी उसने अचानक मुझसे कहा- मनु भाई आपने गर्लफ्रेंड क्यों नहीं बनाई?
मैं तपाक से बोल पड़ा- तुम्हारी जैसी बहन के होते हुए किसी और के पीछे जाऊं … ये मुझसे नहीं हो सकता है.

वो मेरी इस बात से थोड़ा चौंकी … पर खुश भी थी कि उसका भाई उसी पर मरता है.
उसने मौके पर चौका मारते हुए कहा- ठीक है, यदि तुम मुझे इतना ही चाहते हो … तो मुझे तो बताओ कि तुम अभी मेरे साथ क्या क्या कर सकते हो!
मैंने कहा- सिर्फ बता नहीं सकता हूँ … करके भी दिखा सकता हूँ.

उसने कहा- अच्छा … ठीक है, करके दिखाओ. लेकिन करते वक्त कॉम्प्लीमेंट भी देना है.
मैंने कहा- ठीक है.

आरू ने ऊपर टॉप और नीचे लैगी पहनी हुई थी. मैं उसके नजदीक गया. उसके दोनों हाथों को पकड़ कर अपने कंधे पर किए और अपने हाथ उसके कमर पर रखते हुए सबसे पहले मैंने उसकी आंखों की तारीफ की.
मैंने कहा- ये तुम्हारी नशीले आंखें, इनको देखते ही मैं इनमें डूब जाता हूँ.
ऐसा कहकर मैंने उसकी दोनों आंखों को बारी बारी से किस किया.

उसकी सांसें थोड़ी तेज हो गईं.
फिर मैं उसके एक गाल पर अपने होंठ घुमाते हुए उसके गाल को अपनी जीभ से चाटने लगा.
आरू अपनी आंखें बन्द करके मेरी हरकतों का पूरा मज़ा ले रही थी.

उसके गाल चाटते हुए मैं उसके गालों को अपने मुँह में भरकर चूसने लगा जिससे आरू की उत्तेजना और बढ़ने लगी, उसकी पकड़ मेरे लिए और तेज हो गयी.
फिर मैं उसके होंठों की तरफ बढ़ा, जो लाल सुर्ख गुलाबी ऐसे लग रहे थे, जैसे दुनिया के सारे रस आज इसी के होंठों में भरे हुए हैं.
मैं बड़े प्यार से उसके दोनों होंठों को अपने होंठों के बीच में रखकर चूसने लगा.
वो और भी मदमस्त होने लगी और मैं भी.

मेरे दोनों हाथ उसकी गांड को मसल रहे थे और उसके हाथ मेरे गर्दन और बालों में चल रहे थे.
मैं उसके होंठों को ऐसे चूस रहा था, जैसे कोई रसगुल्ले से रस चूस रहा हो.

कभी मैं उसके होंठों को अपने मुँह में, तो कभी अपनी जीभ उसके मुँह में डाल कर चूस रहा था. कभी वो ऐसा कर रही थी.
हम दोनों एक दूसरे में सारी दुनिया को भुला बैठे थे.
तभी नीचे से आवाज आयी- आरू, मनु क्या कर रहे हो … नीचे आओ.
हम दोनों का जैसे सपना टूट गया हो हम एक दूसरे से न चाहते हुए भी अलग हुए और अपने को ठीक करते हुए नीचे आ गए. वहां मम्मी पापा हमारा इंतज़ार कर रहे थे.
हम सभी ने रात को खाना खाया और सोने चले गए.
रात भर किसी को नींद नहीं आयी, न मुझे … न आरू को.
मम्मी पापा के डर से हम दोनों चुपचाप सो गए.

सुबह जब मैं उठा तो आरू ने बताया कि मनु भाई आज घर में कोई नहीं है. मम्मी पापा किसी काम से बाहर गए हैं. वो शाम तक लौटेंगे. तुम जल्दी से फ्रेश हो जाओ … फिर दोनों दिन भर मस्ती करेंगे. देखिए न आज बादल भी लगे हुए हैं … अगर बारिश हुई तो हम दोनों बारिश का पूरा मज़ा उठाएंगे.
अपनी बहन की बातें सुनकर मैं भी उत्तेजित हो गया और जल्दी ही फ़्रेश होने के बाद हम नाश्ता करने बैठ गए.
आज हमारा नाश्ता कुछ अलग होने वाला था. आज मेरी बहन आरू ने मुझे अलग नाश्ता कराया. वो ब्रेड को अपने हाथ से उठाने के बजाए उसे अपने मुँह में दबा कर मेरे मुँह में डाल रही थी. जिससे उसके होंठ मेरे होंठों में लग रहे थे और हम ब्रेड के साथ एक दूसरे के होंठों का रसपान भी कर रहे थे.
तब तक बारिश भी शुरू हो चुकी थी.
ये देख कर मेरा और आरू की खुशी का ठिकाना न रहा … क्योंकि हम दोनों को बारिश वैसे भी बहुत पसन्द है और साथ में हम दोनों मूड में भी थे.

आरू ने कहा- भाई चलो बारिश में रोमांस करते हैं … बहुत मज़ा आएगा.
मैंने भी कहा- चलो.

हम दोनों छत पर चले गए.
मैं सिर्फ निक्कर और बनियान में था और आरू टॉप और हाफ लैगी में थी.
छत पर बारिश में भीगते हुए आरू एकदम मस्त लग रही थी. उस वक्त उसे देख कर किसी का भी नियत बिगड़ सकती थी.
बारिश में भीगते ही उसके जिस्म के सभी उभार दिखने लगे. उसकी तनी हुई चुचियां मानो खुला निमन्त्रण दे रही थीं कि आओ और मुझे मसलकर चूस लो. उसकी उठी हुई गांड … आह क्या मस्त लग रही थी. 
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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: सगी बहन साथ सेक्सी बात कर गरम करके चोदा - by neerathemall - 09-12-2023, 04:12 PM



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