14-06-2019, 09:02 AM
(This post was last modified: 13-10-2019, 05:58 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
लीला
रितू भाभी ने अपनी ननदों को ललकारा-
हे… अब किस साल्ली का नंबर है। आ जा चढ़ जा मीठी शूली पे, मस्त खड़ा है गन्ना। घोंट ले गन्ने को नीचे वाले मुँह में पी जा सारा रस…”
लीला ने बहुत नखड़े किये बहाने बनाये,
लेकिन अब रीमा और छुटकी ने भी भाभी का साथ दिया और जबरन उसे पकड़कर
सीधे तने लण्ड के ऊपर खड़ा कर दिया।
नीचे से रीमा लण्ड को पकड़कर छेद को सीधे सुपाड़े के ऊपर सेण्टर कर रही थी,
और ऊपर से उसके कंधे को पकड़कर रितू भाभी और छुटकी दबा रही थीं।
ये भी अपनी कुँवारी साली की पतली कमर पकड़कर, नीचे की ओर खींच रहे थे।
तभी रितू भाभी ने रीमा को जबरदस्त आँख मारी और रीमा ने भी मुश्कुरा के जवाब दिया
और फिर सेंटर।
लीला बहुत जोर से चिल्लाई।
रितू भाभी ने दबाव दूना कर दिया।
वो लाख चूतड़ पटकती रही, गाण्ड उचकाती रही, चीखती चिल्लाती रही, लण्ड सूत-सूत करके अंदर घुसता रहा।
जितना वो गाण्ड पटक रही थी, उतना ही लण्ड अंदर सरक रहा था। थोड़ी देर में लीला सुपाड़ा गटक चुकी थी।
मैंने ध्यान से देखा तो बदमाशी पता चली। लण्ड बजाय आगे के छेद के गाण्ड में घुसा था।
जब रितू भाभी ने अपनी प्यारी ननद रीमा को आँख मारी तो,
रीमा ने बजाय आगे के छेद के लीला की गाण्ड जोर से फैलाकर लण्ड सीधे गाण्ड पे सेंटर कर दिया।
बाकी का काम रितू भाभी ने ऊपर से पूरी ताकत से जोर लगा के कर दिया।
लण्ड लेने में वो जो नखड़ा चोद रही थी, उसी पे रीमा और रितू भाभी का ये जवाब था।
तभी लीला ने उगल दिया-
“मैं कौन सा पहली बार चुदा रही हूँ, रीमा की तरह। आज तक कभी इतना दर्द नहीं हुआ था…”
और हम सब खिलखिला के हँसने लगे-
“पहले चूत में गया होगा, आज गाण्ड में घोंट रही हो चूत मरानो…”
रितू भाभी बोलीं।
“अरे जानी, ये मेरे जीजू का गदहा मारका लण्ड है कोई मजाक नहीं…”
रीमा, लीला के चूतड़ पे जोर से थप्पड़ मारते बोली।
लीला ने कबूला की वो अपने सगे भाई से 8-10 बार चुदवा चुकी है।
तब तक आधा लण्ड उसकी गाण्ड घोंट चुकी थी।
उसने बहुत हाथ पैर जोड़े कि फिर कभी छिनारपना नहीं करेगी,
तो रीमा और रितू भाभी ने लण्ड गाण्ड से निकालकर बुर पे सेट किया।
कुछ देर हम सब लीला की चुदाई देखते रहे।
अब लीला नीचे थी और ये ऊपर।
तभी मुझे आइडिया आ गया और वो भी जबरदस्त।
रितू भाभी ने अपनी ननदों को ललकारा-
हे… अब किस साल्ली का नंबर है। आ जा चढ़ जा मीठी शूली पे, मस्त खड़ा है गन्ना। घोंट ले गन्ने को नीचे वाले मुँह में पी जा सारा रस…”
लीला ने बहुत नखड़े किये बहाने बनाये,
लेकिन अब रीमा और छुटकी ने भी भाभी का साथ दिया और जबरन उसे पकड़कर
सीधे तने लण्ड के ऊपर खड़ा कर दिया।
नीचे से रीमा लण्ड को पकड़कर छेद को सीधे सुपाड़े के ऊपर सेण्टर कर रही थी,
और ऊपर से उसके कंधे को पकड़कर रितू भाभी और छुटकी दबा रही थीं।
ये भी अपनी कुँवारी साली की पतली कमर पकड़कर, नीचे की ओर खींच रहे थे।
तभी रितू भाभी ने रीमा को जबरदस्त आँख मारी और रीमा ने भी मुश्कुरा के जवाब दिया
और फिर सेंटर।
लीला बहुत जोर से चिल्लाई।
रितू भाभी ने दबाव दूना कर दिया।
वो लाख चूतड़ पटकती रही, गाण्ड उचकाती रही, चीखती चिल्लाती रही, लण्ड सूत-सूत करके अंदर घुसता रहा।
जितना वो गाण्ड पटक रही थी, उतना ही लण्ड अंदर सरक रहा था। थोड़ी देर में लीला सुपाड़ा गटक चुकी थी।
मैंने ध्यान से देखा तो बदमाशी पता चली। लण्ड बजाय आगे के छेद के गाण्ड में घुसा था।
जब रितू भाभी ने अपनी प्यारी ननद रीमा को आँख मारी तो,
रीमा ने बजाय आगे के छेद के लीला की गाण्ड जोर से फैलाकर लण्ड सीधे गाण्ड पे सेंटर कर दिया।
बाकी का काम रितू भाभी ने ऊपर से पूरी ताकत से जोर लगा के कर दिया।
लण्ड लेने में वो जो नखड़ा चोद रही थी, उसी पे रीमा और रितू भाभी का ये जवाब था।
तभी लीला ने उगल दिया-
“मैं कौन सा पहली बार चुदा रही हूँ, रीमा की तरह। आज तक कभी इतना दर्द नहीं हुआ था…”
और हम सब खिलखिला के हँसने लगे-
“पहले चूत में गया होगा, आज गाण्ड में घोंट रही हो चूत मरानो…”
रितू भाभी बोलीं।
“अरे जानी, ये मेरे जीजू का गदहा मारका लण्ड है कोई मजाक नहीं…”
रीमा, लीला के चूतड़ पे जोर से थप्पड़ मारते बोली।
लीला ने कबूला की वो अपने सगे भाई से 8-10 बार चुदवा चुकी है।
तब तक आधा लण्ड उसकी गाण्ड घोंट चुकी थी।
उसने बहुत हाथ पैर जोड़े कि फिर कभी छिनारपना नहीं करेगी,
तो रीमा और रितू भाभी ने लण्ड गाण्ड से निकालकर बुर पे सेट किया।
कुछ देर हम सब लीला की चुदाई देखते रहे।
अब लीला नीचे थी और ये ऊपर।
तभी मुझे आइडिया आ गया और वो भी जबरदस्त।