03-12-2023, 10:49 PM
आग ही आग
लेकिन तब तक दोनों रेन कोट खुल गए , और ये तय होगया की आज तो पूरे शहर में बारिश होगी जम के ,सफ़ेद थक्केदार मलाई की।
आग लगा रही थीं दोनों ,
दिया के मम्मे तो वैसे ही जबरदस्त थे ,एकदम परफेक्ट पंजाबी कुड़ी थी वो , भरे भरे कड़े कड़े ,और आज जो उसने हॉट हॉट टॉप पहन रखा था
उसमें कुछ सोचने का जोर लगाना ही नहीं पड़ता। उस जस्ट इंटर पास हुयी टीनेजर के बूब्स की कड़ाई ,गोलाई शेप ,साइज सब कुछ ,
नाभि दर्शना टॉप के नीचे स्कर्ट और उससे निकलती खूब लम्बी लम्बी गोरी गोरी टाँगे।
गुड्डी इत्ती बोल्ड तो नहीं थी पर टॉप उसका भी नाभि दर्शना था और साथ में लो हाइट वाली रिप्ड जींस जो मैं उसके लिए लायी थी।
एकदम देह से चिपका ,गुड्डी की लम्बी टाँगे , उसके भरे कड़े नितम्ब सब कुछ ,...और टॉप उसका भी देह से चिपका।
बनयाइन चड्ढी दोनों तो मैंने मना ही कर रखी थी, तो जस्ट इंटर पास, मेरी दोनों ननदियों के जुबना के उभार के साथ साथ निपल भी साफ़ साफ़ झलक रहे थे.
रेन कोट दोनों ने चुन्नू के ऊपर फेंक दिया और बोलीं सम्हाल के रख दे , लौट के ले लेंगी दोनों।
अब इतने हॉट ड्रेस पहन के घर से निकलना वो भी इस छोटे शहर में तो पॉसिबिल नहीं था , इसलिए रेनकोट मैंने अपनी दोनों ननदों की अकल को दाद दी चुन्नू को चिढ़ाया।
"हे इत्ती हाट हाट लड़कियां अगर आधे घंटे भी तेरे यहाँ आके बैठ गयीं तो सोचो तेरा धंधा कितना चल निकलेगा। "
" कहाँ भाभी ,अभी तक बोहनी भी नहीं हुयी। "
बुरा सा मुंह बना के वो बोला।
" अरे बोहनी अभी तो इसकी भी नहीं हुयी " गुड्डी के डिम्पल पे चिकोटी काटती मैं बोली।
" नालायक तू पैदा ही ऐसी रोनी सूरत लेके हुआ , रोज रात को जो सविता भाभी की असली कहानी दिखा दिखा के पैसा कमा रहा है ,वो , "
दिया ने बस दो हाथ नहीं लगाया उसे , ... और हम लोग कार की ओर चल दिए।
जेठानी जी गाडी में पीछे बैठी थीं और मैं ड्राइव कर रही थी।
गुड्डी को जेठानी के पास बिठाना खतरे से खाली नहीं था इसलिए उसे मैंने आगे अपने साथ बिठाया और दिया को अपनी जेठानी के साथ।
वैसे भी जेठानी को शीशे में उतारने का काम दिया के जिम्मे था।
" दिया तू वो क्या सविता भाभी की नयी कहानी की बात सूना रही थी ?" मैंने गाडी स्टार्ट करते हुए , दिया को उकसाया।
वो चालू हो गयी लेकिन मेरी जेठानी से बात करते हुए ,उनसे बोली ,
" भाभी , आप श्रुती को जानती हैं न , ... अरे वही जिसकी सकल एकदम सोनाक्षी सिन्हा से मिलती है ,एकदम सेम टू सेम , कोई भी धोखा खा जाए , "
" अच्छी तरह ,उसकी हाल चाल ,लछ्ण कुलछ्न , अपने से पन्दरह साल बड़े मर्द से शादी की ,चार साल हो गए चुहिया भी नहीं हुयी वही न ,तेरे ही मोहल्ले में तो रहती है वो ,पति उसके मेडिकल रप्रेजेंटेटिव हैं क्या हुआ उसको। "
जेठानी जी ने मुड़ कर दिया की ओर अपना चेहरा दिया की ओर किया।
पंचायत और खासतौर से पर निंदा में जेठानी जी को बहुत रस आता था।
लेकिन दिया ने अनसुना कर दिया और पात्र परिचय में लगी रही।
"भाभी ,उनके मम्मे तो एकदम सोनाक्षी जैसे खूब बड़े बड़े भी कड़े कड़े भी ,हरदम उनके लो कट ब्लाउज से छलकते रहते हैं , पिछवाड़ा भी वैसे खूब गदराया ,भरा ,भरा , लौंडे तो लौंडे मरद भी उनको सोना डार्लिंग ही कहते हैं , और वो बुरा भी नहीं मानती हैं , हेयर स्टाइल मेकअप ,कपडे सब वो भी एकदम कॉपी ,... सब लौंडे उनके दीवाने बल्कि उनके बड़े बड़े मम्मों के ,...
बात काट के जेठानी बोलीं ,
"मालूम है ,मालूम है मुझे बचपन से मिजवाती है वो। जब कच्चे टिकोरे थे तब
लेकिन तब तक दोनों रेन कोट खुल गए , और ये तय होगया की आज तो पूरे शहर में बारिश होगी जम के ,सफ़ेद थक्केदार मलाई की।
आग लगा रही थीं दोनों ,
दिया के मम्मे तो वैसे ही जबरदस्त थे ,एकदम परफेक्ट पंजाबी कुड़ी थी वो , भरे भरे कड़े कड़े ,और आज जो उसने हॉट हॉट टॉप पहन रखा था
उसमें कुछ सोचने का जोर लगाना ही नहीं पड़ता। उस जस्ट इंटर पास हुयी टीनेजर के बूब्स की कड़ाई ,गोलाई शेप ,साइज सब कुछ ,
नाभि दर्शना टॉप के नीचे स्कर्ट और उससे निकलती खूब लम्बी लम्बी गोरी गोरी टाँगे।
गुड्डी इत्ती बोल्ड तो नहीं थी पर टॉप उसका भी नाभि दर्शना था और साथ में लो हाइट वाली रिप्ड जींस जो मैं उसके लिए लायी थी।
एकदम देह से चिपका ,गुड्डी की लम्बी टाँगे , उसके भरे कड़े नितम्ब सब कुछ ,...और टॉप उसका भी देह से चिपका।
बनयाइन चड्ढी दोनों तो मैंने मना ही कर रखी थी, तो जस्ट इंटर पास, मेरी दोनों ननदियों के जुबना के उभार के साथ साथ निपल भी साफ़ साफ़ झलक रहे थे.
रेन कोट दोनों ने चुन्नू के ऊपर फेंक दिया और बोलीं सम्हाल के रख दे , लौट के ले लेंगी दोनों।
अब इतने हॉट ड्रेस पहन के घर से निकलना वो भी इस छोटे शहर में तो पॉसिबिल नहीं था , इसलिए रेनकोट मैंने अपनी दोनों ननदों की अकल को दाद दी चुन्नू को चिढ़ाया।
"हे इत्ती हाट हाट लड़कियां अगर आधे घंटे भी तेरे यहाँ आके बैठ गयीं तो सोचो तेरा धंधा कितना चल निकलेगा। "
" कहाँ भाभी ,अभी तक बोहनी भी नहीं हुयी। "
बुरा सा मुंह बना के वो बोला।
" अरे बोहनी अभी तो इसकी भी नहीं हुयी " गुड्डी के डिम्पल पे चिकोटी काटती मैं बोली।
" नालायक तू पैदा ही ऐसी रोनी सूरत लेके हुआ , रोज रात को जो सविता भाभी की असली कहानी दिखा दिखा के पैसा कमा रहा है ,वो , "
दिया ने बस दो हाथ नहीं लगाया उसे , ... और हम लोग कार की ओर चल दिए।
जेठानी जी गाडी में पीछे बैठी थीं और मैं ड्राइव कर रही थी।
गुड्डी को जेठानी के पास बिठाना खतरे से खाली नहीं था इसलिए उसे मैंने आगे अपने साथ बिठाया और दिया को अपनी जेठानी के साथ।
वैसे भी जेठानी को शीशे में उतारने का काम दिया के जिम्मे था।
" दिया तू वो क्या सविता भाभी की नयी कहानी की बात सूना रही थी ?" मैंने गाडी स्टार्ट करते हुए , दिया को उकसाया।
वो चालू हो गयी लेकिन मेरी जेठानी से बात करते हुए ,उनसे बोली ,
" भाभी , आप श्रुती को जानती हैं न , ... अरे वही जिसकी सकल एकदम सोनाक्षी सिन्हा से मिलती है ,एकदम सेम टू सेम , कोई भी धोखा खा जाए , "
" अच्छी तरह ,उसकी हाल चाल ,लछ्ण कुलछ्न , अपने से पन्दरह साल बड़े मर्द से शादी की ,चार साल हो गए चुहिया भी नहीं हुयी वही न ,तेरे ही मोहल्ले में तो रहती है वो ,पति उसके मेडिकल रप्रेजेंटेटिव हैं क्या हुआ उसको। "
जेठानी जी ने मुड़ कर दिया की ओर अपना चेहरा दिया की ओर किया।
पंचायत और खासतौर से पर निंदा में जेठानी जी को बहुत रस आता था।
लेकिन दिया ने अनसुना कर दिया और पात्र परिचय में लगी रही।
"भाभी ,उनके मम्मे तो एकदम सोनाक्षी जैसे खूब बड़े बड़े भी कड़े कड़े भी ,हरदम उनके लो कट ब्लाउज से छलकते रहते हैं , पिछवाड़ा भी वैसे खूब गदराया ,भरा ,भरा , लौंडे तो लौंडे मरद भी उनको सोना डार्लिंग ही कहते हैं , और वो बुरा भी नहीं मानती हैं , हेयर स्टाइल मेकअप ,कपडे सब वो भी एकदम कॉपी ,... सब लौंडे उनके दीवाने बल्कि उनके बड़े बड़े मम्मों के ,...
बात काट के जेठानी बोलीं ,
"मालूम है ,मालूम है मुझे बचपन से मिजवाती है वो। जब कच्चे टिकोरे थे तब