30-11-2023, 03:48 PM
जोरू का गुलाम भाग ११०
गुड्डी का रिजल्ट
गुड्डी के रिजल्ट के लिए मैं भी परेशान थी, बहुत परेशान थी, कल रात जिस तरह से वो बात कर रही थी, ... बार बार कह रही थी, समझ में नहीं आ रहा क्या करूँ,... हिंदी और इंग्लिश के पेपर के लिए, और वो जो एक नंबर का जानते हुए गलत होगया, हिंदी में जो दो चैप्टर नहीं तैयार किये थे वही आ गए,..
सब लड़के लड़कियों की बात अलग होती है, कुछ के लिए तो बस पास हो गए , पर कुछ सोचने वाली होती हैं तो बस वही एक बात सोच सोच के,... फिर अच्छे कालेज में एडमिशन , जो अखबार में छपता है दिल्ली में १०० % कट ऑफ , तो क्या असर होता होगा बच्चों पर , खैर उसे तो कोचिंग का, लेकिन वहां भी तो अच्छे नंबर आने पर फ़ीस फ्री, स्कालरशिप अलग,
और उसके अच्छे नंबर आने पर घर वाले भी सोचते हाँ कर सकती है वो , नीट में आ जायेगी , अगर जरा सा कोचिंग का सपोर्ट मिला, और ऊपर से अगर फ़ीस फ्री हो गयी तो उनकी रही सही हिचक भी,.. फिर अच्छे नंबरों से घर में माहौल भी उसके फेवर में रहेगा, जेठानी की किसी बात का असर नहीं पडेगा,... और बस आज की एक दिन की बात है,...
और नंबर आने पर वो डिटेल मिसेज मल्होत्रा को भी मुझे भेजना ही होगा। मम्मी ने भी बोला था की फ़ीस के कंसेशन या एडमिशन वाली बात का मिल कोचिंग से सीधे उसके घर आने पर भी अच्छा असर पडेगा, कांग्रेचुलेटरी मेसेज का भी
पर ये सब तो तब होगा जब रानी जी के अच्छे नंबर आएं,...
लेकिन वो सब बात अलग थी, मेरे सामने उसका उदास परेशान चेहरा बार बार घूम रहा था , और ये डर भी की कहीं अगर कुछ गड़बड़ हुआ तो जेठानी जी को तेल पानी लेकर उसके पर चढ़ने का मौका मिल जाएगा,...
जेठानी के सामने उसे या दिया किसी को फोन भी नहीं कर सकती थी, रिजल्ट की साइट खुल नहीं रही थी , तभी दिया का मेसेज आया
डरते डरते , जेठानी की आँख बचाते मैंने मेसेज खोला।
जितने देवता पीर जानती थी , जितनी मान मनौती मान सकती थी , सब मान ली , बस किसी तरह इस लड़की के अच्छे नंबर आ जाएँ,... उसका उदास चेहरा,..
दिया का मेसेज था गुड्डी के नंबर अच्छे है लेकिन वो बहुत सैड है , कालेज में सेकेण्ड आने से।
सच में जेठानी की नजर उड़ती चिड़िया का पर गिन लेती थी। उन्होंने देख लिया की उनकी नजर बचा के मैं मोबाईल पे कुछ पढ़ रही हूँ।
" किसका मेसेज है " उन्होंने पूछ लिया।
मैंने तुरंत मोबाइल आफ किया और मुंह बना के बोली ,
" गुड्डी का इंटर का रिजल्ट आ गया लेकिन अच्छा नहीं है , इसलिए वो थोड़ा ,... "
अब तो जेठानी जी ,एकदम जैसे कोई टीम हारते हारते जीत जाय बस उसी तरह ,
चालू एकदम ,
" ये तो होना ही था। अरे जवानी सब पे आती है। जोबन भी आता है, लेकिन पढ़ाई लिखाई की उमर में , जब देखो तब कटी पतंग की तरह इधर उधर , कभी दोस्ती बाजी तो कभी ,... हरदम फोन से चिपकी ,जैसे फोन न हो गया ,यार हो गया। और घमंड इतना की न बड़ों का लिहाज न शरम , जबान कैंची की तरह ,.... अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे ,... "
इतने दिनों का फ्रस्ट्रेस्शन सब उगल रही थीं।
और मेरी उँगलियाँ अब फोन से चिपक गयीं थी , रिजल्ट की साइट गुड्डी का रोल नंबर
लेकिन जेठानी की तेज निगाह मेरी उँगलियों से चिपकी थी और मैं रुक गयी.
उनका ज्वालामुखी जब लावा उगल रहा हो उनकी निगाहें और पैनी हो जाती थी और वो यही चाहती थीं की जब वो पुराने जमाने के ऋषि मुनियों की तरह श्राप दे रही हों तो सब लोग उनकी ओर ध्यान से देखें,
और आज, अभी तो मुझे वही सब करना था जिससे वो खुश रहें , वो फिर चालू हो गयीं,...
" जरा सा गोरा रंग क्या होगया, ऐसी जवानी चढ़ी है, किसी को भी नहीं सेटती,.. बस उड़ती फिरती है, ऊपर से उसकी सहेलियां,... मैं जान रही थी की यही होने वाला है, पढ़ने लिखने वाली लड़कियों के ये गुन लछ्छन होते हैं,... क्या घमंड है उसको रूप रंग का, जब देखो तब, पहले तो थोड़ी , अब देखो तब , जबान भी लड़ाने लगी है, न बड़ों का लिहाज,...अरे आँख मूँद कर बड़ों की बात माननी चाहिए , सोचना चाहिए की बड़ी भाभी हैं उसके फायदे की ही बात करेंगी, पर बिना जवाब दिए काम कहाँ चलता है, वही दिमाग अगर [पढ़ाई में चलता तो,...
उनकी बातें पिघले शीशे सी मेरे कानों में जा रही थी , पर मेरा चेहरा यही बता रहा की मैं उनकी बातें बहुत ध्यान से सुन रही हूँ ,...
जेठानी जी का प्रवाह रोकने का, उनका ध्यान बंटाने का एक ही तरीका था उनके देवर का ध्यान उनकी ओर किया जाए, मैंने अपने उनको एक हल्का सा इशारा किया, और मेरी एक निगाह काफी थी उन्हें समझाने के लिए,...
" अरे भाभी, मेरे हाथ से खाइये क्या थोड़ा थोड़ा,... " और उन्होंने अपनी भौजी की पसंद का आलू के पराठे का बड़ा सा टुकड़ा तोडा, आम के अचार में लपेटा और सीधे,
बिना उन्हें रोके उनकी भौजाई बोलीं,
" अरे एक बार में ही इतना ज्यादा,... "
डबल मीनिंग डायलॉग की शुरआत उन्होंने ही की, लेकिन अब उनकी सास ने डबल मीनिंग में अब उनको भी एक्सपर्ट कर दिया था, और मुस्करा के वो बोले,...
" भौजी, डालने का काम देवर का और डलवाने का भौजाई का, फिर पांच दिन का उपवास आप का आज ख़त्म हुआ है , आज तो ज्यादा ही,... बस देखिये एक बार में कितना आप घोंट लेती हैं"
और पूरा का पूरा बड़ा सा पराठे का टुकड़ा मेरी जेठानी के मुंह में,
देवर ने जेठानी को उलझा लिया था, और मैंने मौके का पूरा फायदा उठाया, ...
मेरी दिल की धड़कन तेज हो गयी थी मैं सब देवी देवता पीर मना रही एकदम सेक्युलर ढंग से ,
रिजल्ट की साइट खुल गयी और रिजल्ट देखते ही बहुत जोर का गुस्सा आया ,
गुड्डी के ऊपर ,
ये मैडम जी भी न
99. 2. % नंबर था , बायो, फिजिक्स केमेस्ट्री में १०० में १०० , इंग्लिश में ९९ सिर्फ हिंदी में थोड़ा कम था ,
और कितना नंबर चाहिए इस लड़की को।
देवर से उलझी मेरी जेठानी मेरी उँगलियों का चक्कर नहीं देख पाई, पर जैसे ही देवर का घोंटाया पराठा उन्होंने गटक लिया,... एक बार फिर वो चंद्रमुखी से ज्वालामुखी हो गयीं और गुड्डी के खिलाफ उनका विषवमन चालू हो गया,
गुड्डी का रिजल्ट
गुड्डी के रिजल्ट के लिए मैं भी परेशान थी, बहुत परेशान थी, कल रात जिस तरह से वो बात कर रही थी, ... बार बार कह रही थी, समझ में नहीं आ रहा क्या करूँ,... हिंदी और इंग्लिश के पेपर के लिए, और वो जो एक नंबर का जानते हुए गलत होगया, हिंदी में जो दो चैप्टर नहीं तैयार किये थे वही आ गए,..
सब लड़के लड़कियों की बात अलग होती है, कुछ के लिए तो बस पास हो गए , पर कुछ सोचने वाली होती हैं तो बस वही एक बात सोच सोच के,... फिर अच्छे कालेज में एडमिशन , जो अखबार में छपता है दिल्ली में १०० % कट ऑफ , तो क्या असर होता होगा बच्चों पर , खैर उसे तो कोचिंग का, लेकिन वहां भी तो अच्छे नंबर आने पर फ़ीस फ्री, स्कालरशिप अलग,
और उसके अच्छे नंबर आने पर घर वाले भी सोचते हाँ कर सकती है वो , नीट में आ जायेगी , अगर जरा सा कोचिंग का सपोर्ट मिला, और ऊपर से अगर फ़ीस फ्री हो गयी तो उनकी रही सही हिचक भी,.. फिर अच्छे नंबरों से घर में माहौल भी उसके फेवर में रहेगा, जेठानी की किसी बात का असर नहीं पडेगा,... और बस आज की एक दिन की बात है,...
और नंबर आने पर वो डिटेल मिसेज मल्होत्रा को भी मुझे भेजना ही होगा। मम्मी ने भी बोला था की फ़ीस के कंसेशन या एडमिशन वाली बात का मिल कोचिंग से सीधे उसके घर आने पर भी अच्छा असर पडेगा, कांग्रेचुलेटरी मेसेज का भी
पर ये सब तो तब होगा जब रानी जी के अच्छे नंबर आएं,...
लेकिन वो सब बात अलग थी, मेरे सामने उसका उदास परेशान चेहरा बार बार घूम रहा था , और ये डर भी की कहीं अगर कुछ गड़बड़ हुआ तो जेठानी जी को तेल पानी लेकर उसके पर चढ़ने का मौका मिल जाएगा,...
जेठानी के सामने उसे या दिया किसी को फोन भी नहीं कर सकती थी, रिजल्ट की साइट खुल नहीं रही थी , तभी दिया का मेसेज आया
डरते डरते , जेठानी की आँख बचाते मैंने मेसेज खोला।
जितने देवता पीर जानती थी , जितनी मान मनौती मान सकती थी , सब मान ली , बस किसी तरह इस लड़की के अच्छे नंबर आ जाएँ,... उसका उदास चेहरा,..
दिया का मेसेज था गुड्डी के नंबर अच्छे है लेकिन वो बहुत सैड है , कालेज में सेकेण्ड आने से।
सच में जेठानी की नजर उड़ती चिड़िया का पर गिन लेती थी। उन्होंने देख लिया की उनकी नजर बचा के मैं मोबाईल पे कुछ पढ़ रही हूँ।
" किसका मेसेज है " उन्होंने पूछ लिया।
मैंने तुरंत मोबाइल आफ किया और मुंह बना के बोली ,
" गुड्डी का इंटर का रिजल्ट आ गया लेकिन अच्छा नहीं है , इसलिए वो थोड़ा ,... "
अब तो जेठानी जी ,एकदम जैसे कोई टीम हारते हारते जीत जाय बस उसी तरह ,
चालू एकदम ,
" ये तो होना ही था। अरे जवानी सब पे आती है। जोबन भी आता है, लेकिन पढ़ाई लिखाई की उमर में , जब देखो तब कटी पतंग की तरह इधर उधर , कभी दोस्ती बाजी तो कभी ,... हरदम फोन से चिपकी ,जैसे फोन न हो गया ,यार हो गया। और घमंड इतना की न बड़ों का लिहाज न शरम , जबान कैंची की तरह ,.... अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे ,... "
इतने दिनों का फ्रस्ट्रेस्शन सब उगल रही थीं।
और मेरी उँगलियाँ अब फोन से चिपक गयीं थी , रिजल्ट की साइट गुड्डी का रोल नंबर
लेकिन जेठानी की तेज निगाह मेरी उँगलियों से चिपकी थी और मैं रुक गयी.
उनका ज्वालामुखी जब लावा उगल रहा हो उनकी निगाहें और पैनी हो जाती थी और वो यही चाहती थीं की जब वो पुराने जमाने के ऋषि मुनियों की तरह श्राप दे रही हों तो सब लोग उनकी ओर ध्यान से देखें,
और आज, अभी तो मुझे वही सब करना था जिससे वो खुश रहें , वो फिर चालू हो गयीं,...
" जरा सा गोरा रंग क्या होगया, ऐसी जवानी चढ़ी है, किसी को भी नहीं सेटती,.. बस उड़ती फिरती है, ऊपर से उसकी सहेलियां,... मैं जान रही थी की यही होने वाला है, पढ़ने लिखने वाली लड़कियों के ये गुन लछ्छन होते हैं,... क्या घमंड है उसको रूप रंग का, जब देखो तब, पहले तो थोड़ी , अब देखो तब , जबान भी लड़ाने लगी है, न बड़ों का लिहाज,...अरे आँख मूँद कर बड़ों की बात माननी चाहिए , सोचना चाहिए की बड़ी भाभी हैं उसके फायदे की ही बात करेंगी, पर बिना जवाब दिए काम कहाँ चलता है, वही दिमाग अगर [पढ़ाई में चलता तो,...
उनकी बातें पिघले शीशे सी मेरे कानों में जा रही थी , पर मेरा चेहरा यही बता रहा की मैं उनकी बातें बहुत ध्यान से सुन रही हूँ ,...
जेठानी जी का प्रवाह रोकने का, उनका ध्यान बंटाने का एक ही तरीका था उनके देवर का ध्यान उनकी ओर किया जाए, मैंने अपने उनको एक हल्का सा इशारा किया, और मेरी एक निगाह काफी थी उन्हें समझाने के लिए,...
" अरे भाभी, मेरे हाथ से खाइये क्या थोड़ा थोड़ा,... " और उन्होंने अपनी भौजी की पसंद का आलू के पराठे का बड़ा सा टुकड़ा तोडा, आम के अचार में लपेटा और सीधे,
बिना उन्हें रोके उनकी भौजाई बोलीं,
" अरे एक बार में ही इतना ज्यादा,... "
डबल मीनिंग डायलॉग की शुरआत उन्होंने ही की, लेकिन अब उनकी सास ने डबल मीनिंग में अब उनको भी एक्सपर्ट कर दिया था, और मुस्करा के वो बोले,...
" भौजी, डालने का काम देवर का और डलवाने का भौजाई का, फिर पांच दिन का उपवास आप का आज ख़त्म हुआ है , आज तो ज्यादा ही,... बस देखिये एक बार में कितना आप घोंट लेती हैं"
और पूरा का पूरा बड़ा सा पराठे का टुकड़ा मेरी जेठानी के मुंह में,
देवर ने जेठानी को उलझा लिया था, और मैंने मौके का पूरा फायदा उठाया, ...
मेरी दिल की धड़कन तेज हो गयी थी मैं सब देवी देवता पीर मना रही एकदम सेक्युलर ढंग से ,
रिजल्ट की साइट खुल गयी और रिजल्ट देखते ही बहुत जोर का गुस्सा आया ,
गुड्डी के ऊपर ,
ये मैडम जी भी न
99. 2. % नंबर था , बायो, फिजिक्स केमेस्ट्री में १०० में १०० , इंग्लिश में ९९ सिर्फ हिंदी में थोड़ा कम था ,
और कितना नंबर चाहिए इस लड़की को।
देवर से उलझी मेरी जेठानी मेरी उँगलियों का चक्कर नहीं देख पाई, पर जैसे ही देवर का घोंटाया पराठा उन्होंने गटक लिया,... एक बार फिर वो चंद्रमुखी से ज्वालामुखी हो गयीं और गुड्डी के खिलाफ उनका विषवमन चालू हो गया,