30-11-2023, 11:40 AM
(This post was last modified: 30-11-2023, 07:18 PM by mariesweet21. Edited 3 times in total. Edited 3 times in total.)
थोड़ी देर बूब्स चूसने के बाद, वो अब अलग हुआ
अजीत : vini , मजा आ गया इन गोलियों को छुके, चुस्के
मैं : आपको मजा आया , मुझे अच्छा लगा
अजीत की नजर अब मेरे हाफ पैंट pe थी, मुझे देख मुश्काया
मैं समझ गई , और धीरे धीरे पैंट नीचे कर दी
अब मैं पूरी naked थी उसके सामने
अजीत : कयामत ! कयामत ! हुस्न की कयामत हो तुम
और उसने धीरे से अपना हाथ मेरी chut पे रखा
अपनी हथेली पूरी तरह chut pe रखा, chut पूरी ढक गई उसकी हथेली से
अब वो हथेली को दबाने लगा ,
मानो chut को पूरा अपने हाथों में लेना चाहता हूं
अब महसूस हुआ , एक अंगुली अन्दर घुसी है , और वो अंगुली अन्दर पूरी घुस गई
वो अंगुली chut में ऊपर नीचे कर रहा था ( मैं खड़ी थी , वो बैठा था ) ,
एक बार उंगली बाहर हुई , उसने अंगुली पूरी अपने मुंह में डाल लिया
मैं चौंक गई
अजीत : aaahhhh, तुम्हारी चुतरस मस्त नमकीन है , मजा आ गया , तुमने कभी चखा है
मैं : cheeeee,
उसने फिर अंगुली अन्दर डाली , ऊपर नीचे कर ,3 4 बार किया , और बाहर निकाली
और वो अंगुली उसने ऊपर कर मेरे होंठो के पास लाया
मैं समझी नहीं
अजीत : चखो इसे
मैंने धीरे से उसकी अंगुली को होंठो से छुआ और फिर अंगुली पूरी मुंह में गई
अंगुली पूरी गीली थी
और एक अजीब से गंध थी
जाने मर्दों को क्यों ये सब में आनंद आता है ?
अब मुझे थोड़ा गीला गीला लगा
नीचे वो जीव से chut को चाट रहा था
चाटते चाटते , उसकी जीव chut के अंदर घुस गई
और वो chut चूसने लगा
मुझे अच्छा लग रहा था
मैंने अपना हाथ , उसके सिर पे रख , दबाया
वो उत्तेजित हो , जोर से चूसने लगा
थोरी देर chut चुसाई चली
उसने जीव बाहर निकाल लिया
अब वो खड़ा हो गया
उसने अब अपनी t shirt खोली हाफ पैंट को उतार दिया
अब वो पूरा नंगा था , मैं नंगी थी ही
वो मुझसे लंबा था
अजीत : अभी तक मैने सेवा की तुम्हारी , अब तुम मेरी सेवा कर दो
मैं ; hmmmmmm
उसने मेरा हाथ पकड़ अपने lund पे रखा
मैंने धीरे से उसपे हाथ फेरा , और धीरे धीरे पूरा पकड़ लिया
वो सोफे पे बैठ गया
उसने मेरा कंधे पकड़ मुझे नीचे किया , मैं घुटने के बल बैठ गई
उसका lund मेरे हाथ में था ही , मेरे सामने
मैं प्यार से दोनो हाथ से उसको ऊपर नीचे करने लगी
( अब जल्दी जल्दी लिखूंगी )
उसकी सिसकारी सुरू हो गई थी
फिर उसने मेरा सर पकड़ lund के पास लाया
मैंने होठों से पहले छुआ, फिर चारों तरफ अपनी जीव घुमाई
और अब पूरा मुंह में ले लिया
वो सोफे पे
मैं जमीन पे
उससे एकदम सटी, उसकी चुसाई कर रही थी
दोनो ही हम गर्म थे
मैंने धीरे से एक हाथ से उसके दोनो balls को छुआ
वो उछल पड़ा
अब उसका lund मेरे मुंह में , और दोनो balls मेरे हाथ में
कुछ देर हुआ
फिर उसने मुझे अलग किया
मैं : सेवा ठीक रही ना !!
अजीत : मस्त ,
अजीत : अब खत्म करें
मैं : okkk ठीक है ,
और t shirt ki तरफ हाथ बढ़ाई
अजीत : अरे मेरा मतलब , अब पूरा काम खत्म करें
मैं : समझी नहीं , खुल के कहिए
अजीत : तुम्हे पूर्ण महसूस करना , intercourse
मैं: ohhhh आप को अभी सेवा देनी बाकी है ? okkk
अजीत मैं जरा बाथरूम से आता हूं
मैं : में भी राहुल को देख आऊं
मैं राहुल के पास आई , मुझे मालूम था , जगा हुआ होगा
उसका lund चूसने लगी
"" निकाल दिया पानी " _ सुनाई दी राहुल की आवाज
मैं : नहीं , बस अब होगा
राहुल : कोई दिक्कत तो नही
मैं : its ok
राहुल: enjoy करना, cooperate करके , जो बोले हां कहके
मैं मुंह हिलाया हां में , lund चूसती रही
मैं बाहर आ गई रूम बंद करके
वो सोफे पे बैठे थे
उसने मेरे दोनों पकड़ अपनी तरफ बैठा और गोदी में बैठना का इशारा किया
मैं दोनो पैर फैला, उसकी गोद में बैठ गई
उसने हल्के से मुझे उठाया , अपने lund को मेरी chut se सटाया और अब बैठने को कहा
chut में lund जाता गया अन्दर और लगभग पूरा घुस गया
इस पोजीशन में , सोफे पर , 1 st टाइम हो रहा था मेरे लिए
मैं ऊपर नीचे होने लगी
थोरी देर में , उसने मुझको उठाया और जमीन पे लिटाया
और खुद भी नीचे आ गया
lund सेट कर chut में डाला , और fucking सुरू की
धक्का तेज और तेज होने लगा
फिर हम अलग हुए , कपड़े पहने और वो जाने लगा
तभी जो ना सोचा, वो ये बात बोला
अजीत : vini , आज मुझे बहुत मजा आया , थैंक यू , तुमको, ?
मैं : जी मुझे भी मजा आया
अजीत : आप कितने बजे उठती हो
मैं : 5 बजे
अजीत : और अजीत ?
मैं समझी नहीं , मुझे लगा कोई बात है , में जानबूझ के बोली
मैं : 7 बजे
अजीत : जी मेरा प्लेन 9 बजे हैं
मैं चाहता हूं , तुमको एक बार सुबह फिर महसूस करना
मैं : मतलब ???? चौंकते हुए
अजीत : यदि तुमको भी मजा आया , तो हां कहना , वरना it's ok
मुझे समझ नही आया , क्या कहूं
राहुल की बात याद आई , हर बात में हां कहना
मैंने कहा _ okkk , लेकिन राहुल जग गया तो ?
अजीत : जी मैं ठीक 5 बजे आ जाऊंगा और 5.30 बजे तक निकाल जाऊंगा
और वो निकल गया
मैं कमरे में आई , राहुल के lund को सिर्फ पकड़ा
"" निकाल दी पानी "
मैं : वो तो निकालना ही था
उसने मुझे किस करना शुरू किया
मैंने धीरे से कहा : मैंने तुम्हारी बात मान के हां कह दी
राहुल : किसके लिए ?
मैं : कल सुबह 5 बजे के लिए
राहुल : woooow, तुमने कमाल कर दिया। , एक बार फिर से
मैं - तुम्हे 7 बजे तक नहीं उठना है
हम दोनो हंसने लगे और सोने लगे
अजीत : vini , मजा आ गया इन गोलियों को छुके, चुस्के
मैं : आपको मजा आया , मुझे अच्छा लगा
अजीत की नजर अब मेरे हाफ पैंट pe थी, मुझे देख मुश्काया
मैं समझ गई , और धीरे धीरे पैंट नीचे कर दी
अब मैं पूरी naked थी उसके सामने
अजीत : कयामत ! कयामत ! हुस्न की कयामत हो तुम
और उसने धीरे से अपना हाथ मेरी chut पे रखा
अपनी हथेली पूरी तरह chut pe रखा, chut पूरी ढक गई उसकी हथेली से
अब वो हथेली को दबाने लगा ,
मानो chut को पूरा अपने हाथों में लेना चाहता हूं
अब महसूस हुआ , एक अंगुली अन्दर घुसी है , और वो अंगुली अन्दर पूरी घुस गई
वो अंगुली chut में ऊपर नीचे कर रहा था ( मैं खड़ी थी , वो बैठा था ) ,
एक बार उंगली बाहर हुई , उसने अंगुली पूरी अपने मुंह में डाल लिया
मैं चौंक गई
अजीत : aaahhhh, तुम्हारी चुतरस मस्त नमकीन है , मजा आ गया , तुमने कभी चखा है
मैं : cheeeee,
उसने फिर अंगुली अन्दर डाली , ऊपर नीचे कर ,3 4 बार किया , और बाहर निकाली
और वो अंगुली उसने ऊपर कर मेरे होंठो के पास लाया
मैं समझी नहीं
अजीत : चखो इसे
मैंने धीरे से उसकी अंगुली को होंठो से छुआ और फिर अंगुली पूरी मुंह में गई
अंगुली पूरी गीली थी
और एक अजीब से गंध थी
जाने मर्दों को क्यों ये सब में आनंद आता है ?
अब मुझे थोड़ा गीला गीला लगा
नीचे वो जीव से chut को चाट रहा था
चाटते चाटते , उसकी जीव chut के अंदर घुस गई
और वो chut चूसने लगा
मुझे अच्छा लग रहा था
मैंने अपना हाथ , उसके सिर पे रख , दबाया
वो उत्तेजित हो , जोर से चूसने लगा
थोरी देर chut चुसाई चली
उसने जीव बाहर निकाल लिया
अब वो खड़ा हो गया
उसने अब अपनी t shirt खोली हाफ पैंट को उतार दिया
अब वो पूरा नंगा था , मैं नंगी थी ही
वो मुझसे लंबा था
अजीत : अभी तक मैने सेवा की तुम्हारी , अब तुम मेरी सेवा कर दो
मैं ; hmmmmmm
उसने मेरा हाथ पकड़ अपने lund पे रखा
मैंने धीरे से उसपे हाथ फेरा , और धीरे धीरे पूरा पकड़ लिया
वो सोफे पे बैठ गया
उसने मेरा कंधे पकड़ मुझे नीचे किया , मैं घुटने के बल बैठ गई
उसका lund मेरे हाथ में था ही , मेरे सामने
मैं प्यार से दोनो हाथ से उसको ऊपर नीचे करने लगी
( अब जल्दी जल्दी लिखूंगी )
उसकी सिसकारी सुरू हो गई थी
फिर उसने मेरा सर पकड़ lund के पास लाया
मैंने होठों से पहले छुआ, फिर चारों तरफ अपनी जीव घुमाई
और अब पूरा मुंह में ले लिया
वो सोफे पे
मैं जमीन पे
उससे एकदम सटी, उसकी चुसाई कर रही थी
दोनो ही हम गर्म थे
मैंने धीरे से एक हाथ से उसके दोनो balls को छुआ
वो उछल पड़ा
अब उसका lund मेरे मुंह में , और दोनो balls मेरे हाथ में
कुछ देर हुआ
फिर उसने मुझे अलग किया
मैं : सेवा ठीक रही ना !!
अजीत : मस्त ,
अजीत : अब खत्म करें
मैं : okkk ठीक है ,
और t shirt ki तरफ हाथ बढ़ाई
अजीत : अरे मेरा मतलब , अब पूरा काम खत्म करें
मैं : समझी नहीं , खुल के कहिए
अजीत : तुम्हे पूर्ण महसूस करना , intercourse
मैं: ohhhh आप को अभी सेवा देनी बाकी है ? okkk
अजीत मैं जरा बाथरूम से आता हूं
मैं : में भी राहुल को देख आऊं
मैं राहुल के पास आई , मुझे मालूम था , जगा हुआ होगा
उसका lund चूसने लगी
"" निकाल दिया पानी " _ सुनाई दी राहुल की आवाज
मैं : नहीं , बस अब होगा
राहुल : कोई दिक्कत तो नही
मैं : its ok
राहुल: enjoy करना, cooperate करके , जो बोले हां कहके
मैं मुंह हिलाया हां में , lund चूसती रही
मैं बाहर आ गई रूम बंद करके
वो सोफे पे बैठे थे
उसने मेरे दोनों पकड़ अपनी तरफ बैठा और गोदी में बैठना का इशारा किया
मैं दोनो पैर फैला, उसकी गोद में बैठ गई
उसने हल्के से मुझे उठाया , अपने lund को मेरी chut se सटाया और अब बैठने को कहा
chut में lund जाता गया अन्दर और लगभग पूरा घुस गया
इस पोजीशन में , सोफे पर , 1 st टाइम हो रहा था मेरे लिए
मैं ऊपर नीचे होने लगी
थोरी देर में , उसने मुझको उठाया और जमीन पे लिटाया
और खुद भी नीचे आ गया
lund सेट कर chut में डाला , और fucking सुरू की
धक्का तेज और तेज होने लगा
फिर हम अलग हुए , कपड़े पहने और वो जाने लगा
तभी जो ना सोचा, वो ये बात बोला
अजीत : vini , आज मुझे बहुत मजा आया , थैंक यू , तुमको, ?
मैं : जी मुझे भी मजा आया
अजीत : आप कितने बजे उठती हो
मैं : 5 बजे
अजीत : और अजीत ?
मैं समझी नहीं , मुझे लगा कोई बात है , में जानबूझ के बोली
मैं : 7 बजे
अजीत : जी मेरा प्लेन 9 बजे हैं
मैं चाहता हूं , तुमको एक बार सुबह फिर महसूस करना
मैं : मतलब ???? चौंकते हुए
अजीत : यदि तुमको भी मजा आया , तो हां कहना , वरना it's ok
मुझे समझ नही आया , क्या कहूं
राहुल की बात याद आई , हर बात में हां कहना
मैंने कहा _ okkk , लेकिन राहुल जग गया तो ?
अजीत : जी मैं ठीक 5 बजे आ जाऊंगा और 5.30 बजे तक निकाल जाऊंगा
और वो निकल गया
मैं कमरे में आई , राहुल के lund को सिर्फ पकड़ा
"" निकाल दी पानी "
मैं : वो तो निकालना ही था
उसने मुझे किस करना शुरू किया
मैंने धीरे से कहा : मैंने तुम्हारी बात मान के हां कह दी
राहुल : किसके लिए ?
मैं : कल सुबह 5 बजे के लिए
राहुल : woooow, तुमने कमाल कर दिया। , एक बार फिर से
मैं - तुम्हे 7 बजे तक नहीं उठना है
हम दोनो हंसने लगे और सोने लगे