20-11-2023, 09:52 AM
मेरे अंतरंग हमसफ़र
नौवा अध्याय
डॉक्टरी की पढ़ाई
भाग 36
सीनियर लड़की का साथ रात भर प्यार
मेरा दूसरा हाथ लूना के स्तन को दबा रहा था और निप्पल को मेरी उँगलियों के बीच घुमा रहा था। वह जोर से कराह रही थी क्योंकि उसे एहसास हुआ कि अब उसकी जोरदार चुदाई होने जा रही है । मुझे लगा अब उसकी तंग योनि का आनंद लेने का समय आ गया है। मेरे दुसरे हाथ ने उसकी गांड को अपनी ओर खींचा, उसके टपकते गीले छेद को अपने और करीब और ऊँचा खींचा।
मेरा लंड धड़क रहा था, दर्द से कराह रहा था और अधीरता से धड़कता हुआ उछला। मैंने उसके पैरों को अपने घुटनों से अलग करते हुए, मैंने अपने लंड को उसके प्रवेश द्वार पर लगाया।
"अर्घ्ह्ह्ह्ह।" जैसे ही मैं आगे की ओर झुका, वह कराह उठी, उसके गीले प्रवेश द्वार को आसानी से पीछे धकेल दिया।
अपने दाहिने हाथ को सहारा देने के लिए बिस्तर पर रखते हुए, मैंने धक्का देते हुए अपने बाएँ हाथ से उसके स्तन को पकड़ लिया, उसकी चूत को खींचते हुए मेरा स्पंदन करने वाला लंड उसमें फिसल गया। वह कराह उठी क्योंकि मैंने महसूस किया कि मेरा मोटा लंडमुंड उनकी योनि के अंदर नीचे जा रहा हैं। उसकी योनि की एक कस्टम मेड दस्ताने की तरह मेरे लंड के चारो और कस गयी और यह मुझे एकदम सही फिट जैसा लगा।
धीरे-धीरे धक्का देते हुए, वह बोली "हे भगवान, तुम्हारा लिंग इतने बड़ा और सख्त हो...यह फिट नहीं होगा...कृपया नहीं।" उसका हाथ उसकी चूत पर गया और उसने मेरे लंड को उससे बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी। मैंने उसका हाथ लंड से हटा कर उसके क्लीट पर रखा ।
"अपनी क्लिट को रगड़ें, इससे मुझे इसे अंदर ले जाने में आसानी होगी। आप को जल्द ही इसकी आदत हो जायेगी, मैं आपको समायोजित करने का समय दूंगा।" लूना ने अनायास ही मेरे लंड के सिर को निचोड़ दिया। ओह! ऐसा मत करो नहीं तो मैं नियंत्रण खो दूँगा। " और उसके तंग मखमली दस्ताने में अपना रास्ता और गहरा करने की कोशिश कर रहा हूँ।
वो बोली-दर्द हो रहा है ... आपका तो बहुत बड़ा है ... मेरी चूत बहुत छोटी है फट जाएगी।
मैंने कहा-घबराओ मत आराम से करूँगा ।
मैंने अपने लंडमुंड पर वही रखी क्रीम लगाई और उसकी चूत के ओंठो और अंदर थोड़ी क्रीम लगा दी और उसके दोनों पैरों को फैला दिया। मैंने लंडमुंड एडजस्ट करके एक इतने ज़ोर का धक्का लगाया कि मेरा लंड चूत में सैट हो गया।
मैंने मेरे बड़े और कड़े लंड को उसकी गर्म चूत में निर्देशित किया और लंड चिकनाई के कारण उसने अंदर को फिसल गया। अब मैंने दबाव बनाते हुए अपने लंड को उसकी चूत में और अन्दर डाल दिया। वह मछली की तरह तड़फ उठी। तभी मैंने लूना की कमर पकड़ कर एक और जोरदार धक्का दे मारा। वह उछल पड़ी। मगर तब तक मेरे लंड का काफी हिस्सा उसकी चूत में फंस चुका था।
मैंने लंड को अंदर तक धकेला और फिर उसे लगभग पूरी तरह से बाहर निकाल लिया । अब बस सिर्फ लंडमुंड अंदर था, अब दुबारा अंदर घुसाने से पहले बस उसकी क्लिट को गुदगुदाया। मैंने अपने हाथों को उसकी प्यारी गोल गांड को निचोड़ने से पहले उसकी चिकनी जांघों पर हाथ से सहलाया। जैसे ही मैंने अपने आप को उसकी गहराई में धकेला, वह काँप उठी।
उसके स्तन दृढ थे, उसके निप्पल भी कड़े हो गए थे, उसके घेरे लाल और सूजे हुए थे। मैंने एक निप्पल को अपने मुँह में ले लिया और उसने ध्वनि की एक सतत गति में हाँफते हुए, आहें भरते हुए, "उग्घाह" आह भरी ।
लण्ड को आगे धकेला तो लूना ने महसूस किया वह आधे में विभाजित हो रही है । उसे लगा कि बड़े सिर की चिकनी बनावट उसकेऔर अंदर घुसने की कोशिश कर रही है, वह डर रही थी कि मैं उसे चीर कर रख दूंगा। जितना उसने कभी सोचा भी नहीं था वह खुद को इतना चौड़ा महसूस कर रही थी, मैं अपने लंड को उसके अंदर गहराई तक दबाता रहा, उसकी चीखें मेरे हाथ से उसके मुँह पर दब गयी। लेकिन उसकी योनि लगातार रस छोड़ रही थी उसका गीलापन मेरे कठोर धड़कते लिंग पर बह रहा था। मैं रास्ते का एक चौथाई भी नहीं गया था। मैं अब पीछे नहीं हट सकता मैंने अब दबा दिया तो कौमार्य की झिल्ली का अवरोध महसूस हुआ और मैंने लंड नीचे वह तक दबा दिया जहाँ तक उसकी कॉनरी की झिल्ली खिंच पायी और वह अब जोर से चिलायी और मैंने लंड पूरी तरह से नहीं, बल्कि संतुष्टि के लिए पर्याप्त रूप से अंदर पटक दिया। लूना के बूब्स ऊपर की ओर उठ गए और शरीर एंठन में आ गया। मेरा गर्म, आकार में बड़ा लिंग पूरी तरह से गीली हो चुकी उसकी चूत में घुस गया। वह दर्द के मारे चिललाने लगी-आईईईईईईईई! र्ईई! उउउउउउ आह ... फट गई ... आहह आआअह ... प्लीज़ ... मैं मर जाऊंगी ... उफ़फ्फ़ आहह आआहह ...और उनकी चीख से में और मदहोश हो गया और उनकी हथेलियों को अपनी हथेली से दबाते हुए उनकी चूत पर एक ज़ोर का शॉट मारा और मेरा लण्ड 2 इंच और अंदर घुस गया।
फिर मैंने लंड को लगभग पूरी तरह से बाहर खींचा तो उसकी योनि का आंतरिक रिंग का थोड़ा-सा हिस्सा अपने साथ बाहर ले आया, मेरा लिंग खून से लथपथ था। फिर से एक ज़ोर का शॉट मारा तो मेरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ चूत की जड़ में समा गया। इस बार मेरा लंड उसके गर्भाशय ग्रीवा के खिलाफ जा कर टकराया। फिर जो वह चीखी तो उसकी चीख पूरी हवेली में गूँज गयी होगी । उसकी योनि की दीवारें लंड को गले लगाने के लिए अलग हो गईं और मैं उसकी मांसपेशियों को लंड पर चिपका हुआ महसूस कर रहा था, मेरी पूरी लंबाई वापस उसमें डालने से पहले, मैंने अपना लिंग अंदर बाहर करना जारी रखा। वह कराह रही थी । मैंने उसे चौदना जारी रक्खा और शुरुआत में मैं धीमी गति से चला और अपनी सीनियर की पहली चुदाई का आनंद लेने के लिए अपना समय ले रहा था। उसके ऊपर झुक कर, उसके चेहरे से चूमा और उसके बालों को सहलाया, जैसे ही मैंने लंड को उसके योनि में धक्का दिया उसके सुंदर चेहरे को चूमा और फिर उसके बेदाग शरीर पर उछलते हुए उसके स्तनों को देखा।
जैसे-जैसे मैंने लंड तेजी से अंदर-बाहर किया, दर्द खत्म हो गया। उसकी कसी हुए योनि में लंड रगड़ने से पैदा हो रही संवेदनाएँ लगभग अभिभूत कर देने वाली थीं, उसकी ऊंची कराहो और बदन के स्पंदन से मुझे पता लग रहा था कि वह फिर से स्खलित हो रही है। मैंने एक पल के लिए लंड पूरी तरह से बाहर खींचा और मैंने अपनी गति तेज कर दी, उसकी गर्दन पर अपनी नाक फेरी, चूम लिया और उसे चाट कर सूंघा। उसने अपने पैरों को मेरे चारों ओर लपेटा और मेरे कूल्हों को और गहरा दबाया, मेरी पीठ में अपने नाखूनों को खोदा। मैं दर्द से कराह उठा लेकिन लंड को अंदर बाहर करना जारी रखा और अपने आप को और अधिक आनंदित कर रहा था संभोग से कुछ सेकंड दूर उसने अपनी मुट्ठी से चादर को पकड़ लिया, उसकी नसों में खून तेजी से बह रहा था, उसने अपने पैरों को मेरी पीठ के पीछे कस कर बंद कर दिया और मुझे अभी भी पकड़ रखा था। उसका मस्तिष्क एक शक्तिशाली संभोग का अनुभव कर रह था और उसका शरीर अनियंत्रित रूप से कांपने लगा। ।आआआआआह्ह्ह... करती हुई वह स्खलित हुई ।
जब उसकी उखड़ी हुई सांसे कुछ नियंत्रित हुई तो वह मुझे चूमने लगी और वह लेटी हुई मुस्करा रही थी, उसका चेहरा संतोष से भरा हुआ था। मैं कुछ देर के लिए उसके ऊपर ही पड़ा रहा तो कुछ देर के बाद वह शांत हुई. तो मैं लूना के मम्मों को चूसने लगा। अपने एक हाथ से उनके बालों और कानों के पास सहलाने लगा था। फिर कुछ ही देर के बाद मैंने उनके कानों को भी चूमना शुरू कर दिया। अब कुछ पल बाद वह फिर से गर्म हो गईं तो मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाना शुरू किया ... तो पहले पहल वह चिल्लाईं, लेकिन फिर कुछ देर के बाद चुप होकर लंड को जज्ब करने लगीं।
वो धीरे से बोलीं-हाँ बहुत मज़ा आ रहा है ... बोली "मुझे तुम् पहले क्यों नहीं मिले" उसने कहा, "तुम्हारा लंड अद्भुत है और तुम हमारे कॉलेज के किसी और लड़के से इतनी शानदार बेहतर चुदाई करते हो ..."
मैंने धक्के तेज किए तो वह जोर-जोर से चिल्लाने लगीं। फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। अब दर्द खत्म हो गया था और वह पूरी मस्ती में थीं ... मस्ती में सिसकारियाँ ले रही थीं-अआहह आआइईई ... और करो ... बहुत मजा आ रहा है।
"हाअ ... बेबी आईसीईई ... चोदो और जोर से चोदो ... आज चूत को फाड़ दो ... ... आआह और ज़ोर से ... उउईईई अल्ला ... आहह ..." वे ऐसे ही गर्म आहें और कराहें निकाल रही थीं।
फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड उसकी चूत के पानी से भीग रहा है। वह नीचे से अपनी कमर उठा-उठाकर चिल्ला रही थीं और बड़बड़ा रही थीं-आहहह और चोदो मेरी चूत को । जोर से चौदो रुको मत कस कर करो और करो!
मैंने लंड को जोर से धक्का दिया वह बोली ऐसे ही आह! और मारो! कस कर! और उसकी गीली योनी को लंड से सहलाता रहा। मैंने उसकी गर्दन पर हाथ फेरा और जोश के साथ उसे चूमा। उसने अपना हाथ मेरी गर्दन के पीछे रखा और मेरे चेहरे को अपनी क्लीवेज में खींच लिया। वह शानदार, साफ और हल्की सुगंधित थी। मैंने फिर से उसे चोदना शुरू कर दिया और जल्द ही मैंने महसूस किया कि उसके शरीर में तनाव शुरू हो गया है और उसकी उंगलियाँ मेरी गर्दन में दब गई हैं। उसकी चुदाई जोर से और तेज हो रही थी और फिर ..." ओह माय, ओह माय, ओह माय...फकिंग हेल ...आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह...मुझे चौदो जोर से और जोर से ... ऊह्ह्ह्ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह।
मैंने कुछ लम्बे शॉट मारे और फिर हम दोनों झड़ गये और मैं लूना के ऊपर गिर गया।
फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला तो वह वीर्य, चूतरस और खून से भीगा हुआ था । बेड शीट खून से सन चुकी थी। मैंने फिर लूना को चूमा और उनके बदन को सहलाया और बोला-आप तो जानती हो कि पहली बार थोड़ा दर्द होता है और खून भी आता है, उसके बाद तो मजा ही मजा है।
लूना ने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चुत पर रख दिया। उसकी चुत एकदम सूज गयी थी । मैंने प्यार से चुत को ऊपर से ही को सहलाया ... फिर मैं उनके होंठों को चूमने लगा और वह भी मेरा साथ देने लगीं। मैंने अपनी जीभ उनके मुँह में डाल दी और वह मेरी जीभ को चूसने लगीं। मैंने भी उनकी जीभ को चूसा। मेरी जीभ जब उनकी जीभ से मिली, तो उनका शरीर सिहरने लगा उसके बाद मैं अपने हाथों से उनके मस्त स्तन दबाने के साथ-साथ दुसरे हाथ से लूना के नितम्ब दबाने लगा।
इसके बाद मैंने लूना को घोड़ी बना दिया। अब मैंने उनकी चूत में पीछे से लंड को डालकर चोदना शुरू किया। पीछे से लंड ज्यादा अन्दर तक गया और पहले से ज्यादा मजा आया।
लूना भी मस्त हो कर गांड आगे पीछे कर मेरा साथ देने लगीं। मैं पीछे से उनके मम्मों को पकड़ कर दबाता भी रहा लगातार धक्के देकर चोदता रहा। मैंने करीब दस मिनट तक लगातार उनको उसी पोज़िशन में चोदा, उनकी हालत बुरी हो गई थी ... वह कई बार झड़ चुकी थीं।
अब लूना निढाल होकर लेट गईं। मैं उसे प्यार से सहलाने लगा और किस करने लगा। उस रात मैंने लूना को 4 बार चोदा और हम दोनों रात भर प्यार करते करते सोये नहीं ।
कहानी जारी रहेगी
नौवा अध्याय
डॉक्टरी की पढ़ाई
भाग 36
सीनियर लड़की का साथ रात भर प्यार
मेरा दूसरा हाथ लूना के स्तन को दबा रहा था और निप्पल को मेरी उँगलियों के बीच घुमा रहा था। वह जोर से कराह रही थी क्योंकि उसे एहसास हुआ कि अब उसकी जोरदार चुदाई होने जा रही है । मुझे लगा अब उसकी तंग योनि का आनंद लेने का समय आ गया है। मेरे दुसरे हाथ ने उसकी गांड को अपनी ओर खींचा, उसके टपकते गीले छेद को अपने और करीब और ऊँचा खींचा।
मेरा लंड धड़क रहा था, दर्द से कराह रहा था और अधीरता से धड़कता हुआ उछला। मैंने उसके पैरों को अपने घुटनों से अलग करते हुए, मैंने अपने लंड को उसके प्रवेश द्वार पर लगाया।
"अर्घ्ह्ह्ह्ह।" जैसे ही मैं आगे की ओर झुका, वह कराह उठी, उसके गीले प्रवेश द्वार को आसानी से पीछे धकेल दिया।
अपने दाहिने हाथ को सहारा देने के लिए बिस्तर पर रखते हुए, मैंने धक्का देते हुए अपने बाएँ हाथ से उसके स्तन को पकड़ लिया, उसकी चूत को खींचते हुए मेरा स्पंदन करने वाला लंड उसमें फिसल गया। वह कराह उठी क्योंकि मैंने महसूस किया कि मेरा मोटा लंडमुंड उनकी योनि के अंदर नीचे जा रहा हैं। उसकी योनि की एक कस्टम मेड दस्ताने की तरह मेरे लंड के चारो और कस गयी और यह मुझे एकदम सही फिट जैसा लगा।
धीरे-धीरे धक्का देते हुए, वह बोली "हे भगवान, तुम्हारा लिंग इतने बड़ा और सख्त हो...यह फिट नहीं होगा...कृपया नहीं।" उसका हाथ उसकी चूत पर गया और उसने मेरे लंड को उससे बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी। मैंने उसका हाथ लंड से हटा कर उसके क्लीट पर रखा ।
"अपनी क्लिट को रगड़ें, इससे मुझे इसे अंदर ले जाने में आसानी होगी। आप को जल्द ही इसकी आदत हो जायेगी, मैं आपको समायोजित करने का समय दूंगा।" लूना ने अनायास ही मेरे लंड के सिर को निचोड़ दिया। ओह! ऐसा मत करो नहीं तो मैं नियंत्रण खो दूँगा। " और उसके तंग मखमली दस्ताने में अपना रास्ता और गहरा करने की कोशिश कर रहा हूँ।
वो बोली-दर्द हो रहा है ... आपका तो बहुत बड़ा है ... मेरी चूत बहुत छोटी है फट जाएगी।
मैंने कहा-घबराओ मत आराम से करूँगा ।
मैंने अपने लंडमुंड पर वही रखी क्रीम लगाई और उसकी चूत के ओंठो और अंदर थोड़ी क्रीम लगा दी और उसके दोनों पैरों को फैला दिया। मैंने लंडमुंड एडजस्ट करके एक इतने ज़ोर का धक्का लगाया कि मेरा लंड चूत में सैट हो गया।
मैंने मेरे बड़े और कड़े लंड को उसकी गर्म चूत में निर्देशित किया और लंड चिकनाई के कारण उसने अंदर को फिसल गया। अब मैंने दबाव बनाते हुए अपने लंड को उसकी चूत में और अन्दर डाल दिया। वह मछली की तरह तड़फ उठी। तभी मैंने लूना की कमर पकड़ कर एक और जोरदार धक्का दे मारा। वह उछल पड़ी। मगर तब तक मेरे लंड का काफी हिस्सा उसकी चूत में फंस चुका था।
मैंने लंड को अंदर तक धकेला और फिर उसे लगभग पूरी तरह से बाहर निकाल लिया । अब बस सिर्फ लंडमुंड अंदर था, अब दुबारा अंदर घुसाने से पहले बस उसकी क्लिट को गुदगुदाया। मैंने अपने हाथों को उसकी प्यारी गोल गांड को निचोड़ने से पहले उसकी चिकनी जांघों पर हाथ से सहलाया। जैसे ही मैंने अपने आप को उसकी गहराई में धकेला, वह काँप उठी।
उसके स्तन दृढ थे, उसके निप्पल भी कड़े हो गए थे, उसके घेरे लाल और सूजे हुए थे। मैंने एक निप्पल को अपने मुँह में ले लिया और उसने ध्वनि की एक सतत गति में हाँफते हुए, आहें भरते हुए, "उग्घाह" आह भरी ।
लण्ड को आगे धकेला तो लूना ने महसूस किया वह आधे में विभाजित हो रही है । उसे लगा कि बड़े सिर की चिकनी बनावट उसकेऔर अंदर घुसने की कोशिश कर रही है, वह डर रही थी कि मैं उसे चीर कर रख दूंगा। जितना उसने कभी सोचा भी नहीं था वह खुद को इतना चौड़ा महसूस कर रही थी, मैं अपने लंड को उसके अंदर गहराई तक दबाता रहा, उसकी चीखें मेरे हाथ से उसके मुँह पर दब गयी। लेकिन उसकी योनि लगातार रस छोड़ रही थी उसका गीलापन मेरे कठोर धड़कते लिंग पर बह रहा था। मैं रास्ते का एक चौथाई भी नहीं गया था। मैं अब पीछे नहीं हट सकता मैंने अब दबा दिया तो कौमार्य की झिल्ली का अवरोध महसूस हुआ और मैंने लंड नीचे वह तक दबा दिया जहाँ तक उसकी कॉनरी की झिल्ली खिंच पायी और वह अब जोर से चिलायी और मैंने लंड पूरी तरह से नहीं, बल्कि संतुष्टि के लिए पर्याप्त रूप से अंदर पटक दिया। लूना के बूब्स ऊपर की ओर उठ गए और शरीर एंठन में आ गया। मेरा गर्म, आकार में बड़ा लिंग पूरी तरह से गीली हो चुकी उसकी चूत में घुस गया। वह दर्द के मारे चिललाने लगी-आईईईईईईईई! र्ईई! उउउउउउ आह ... फट गई ... आहह आआअह ... प्लीज़ ... मैं मर जाऊंगी ... उफ़फ्फ़ आहह आआहह ...और उनकी चीख से में और मदहोश हो गया और उनकी हथेलियों को अपनी हथेली से दबाते हुए उनकी चूत पर एक ज़ोर का शॉट मारा और मेरा लण्ड 2 इंच और अंदर घुस गया।
फिर मैंने लंड को लगभग पूरी तरह से बाहर खींचा तो उसकी योनि का आंतरिक रिंग का थोड़ा-सा हिस्सा अपने साथ बाहर ले आया, मेरा लिंग खून से लथपथ था। फिर से एक ज़ोर का शॉट मारा तो मेरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ चूत की जड़ में समा गया। इस बार मेरा लंड उसके गर्भाशय ग्रीवा के खिलाफ जा कर टकराया। फिर जो वह चीखी तो उसकी चीख पूरी हवेली में गूँज गयी होगी । उसकी योनि की दीवारें लंड को गले लगाने के लिए अलग हो गईं और मैं उसकी मांसपेशियों को लंड पर चिपका हुआ महसूस कर रहा था, मेरी पूरी लंबाई वापस उसमें डालने से पहले, मैंने अपना लिंग अंदर बाहर करना जारी रखा। वह कराह रही थी । मैंने उसे चौदना जारी रक्खा और शुरुआत में मैं धीमी गति से चला और अपनी सीनियर की पहली चुदाई का आनंद लेने के लिए अपना समय ले रहा था। उसके ऊपर झुक कर, उसके चेहरे से चूमा और उसके बालों को सहलाया, जैसे ही मैंने लंड को उसके योनि में धक्का दिया उसके सुंदर चेहरे को चूमा और फिर उसके बेदाग शरीर पर उछलते हुए उसके स्तनों को देखा।
जैसे-जैसे मैंने लंड तेजी से अंदर-बाहर किया, दर्द खत्म हो गया। उसकी कसी हुए योनि में लंड रगड़ने से पैदा हो रही संवेदनाएँ लगभग अभिभूत कर देने वाली थीं, उसकी ऊंची कराहो और बदन के स्पंदन से मुझे पता लग रहा था कि वह फिर से स्खलित हो रही है। मैंने एक पल के लिए लंड पूरी तरह से बाहर खींचा और मैंने अपनी गति तेज कर दी, उसकी गर्दन पर अपनी नाक फेरी, चूम लिया और उसे चाट कर सूंघा। उसने अपने पैरों को मेरे चारों ओर लपेटा और मेरे कूल्हों को और गहरा दबाया, मेरी पीठ में अपने नाखूनों को खोदा। मैं दर्द से कराह उठा लेकिन लंड को अंदर बाहर करना जारी रखा और अपने आप को और अधिक आनंदित कर रहा था संभोग से कुछ सेकंड दूर उसने अपनी मुट्ठी से चादर को पकड़ लिया, उसकी नसों में खून तेजी से बह रहा था, उसने अपने पैरों को मेरी पीठ के पीछे कस कर बंद कर दिया और मुझे अभी भी पकड़ रखा था। उसका मस्तिष्क एक शक्तिशाली संभोग का अनुभव कर रह था और उसका शरीर अनियंत्रित रूप से कांपने लगा। ।आआआआआह्ह्ह... करती हुई वह स्खलित हुई ।
जब उसकी उखड़ी हुई सांसे कुछ नियंत्रित हुई तो वह मुझे चूमने लगी और वह लेटी हुई मुस्करा रही थी, उसका चेहरा संतोष से भरा हुआ था। मैं कुछ देर के लिए उसके ऊपर ही पड़ा रहा तो कुछ देर के बाद वह शांत हुई. तो मैं लूना के मम्मों को चूसने लगा। अपने एक हाथ से उनके बालों और कानों के पास सहलाने लगा था। फिर कुछ ही देर के बाद मैंने उनके कानों को भी चूमना शुरू कर दिया। अब कुछ पल बाद वह फिर से गर्म हो गईं तो मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाना शुरू किया ... तो पहले पहल वह चिल्लाईं, लेकिन फिर कुछ देर के बाद चुप होकर लंड को जज्ब करने लगीं।
वो धीरे से बोलीं-हाँ बहुत मज़ा आ रहा है ... बोली "मुझे तुम् पहले क्यों नहीं मिले" उसने कहा, "तुम्हारा लंड अद्भुत है और तुम हमारे कॉलेज के किसी और लड़के से इतनी शानदार बेहतर चुदाई करते हो ..."
मैंने धक्के तेज किए तो वह जोर-जोर से चिल्लाने लगीं। फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। अब दर्द खत्म हो गया था और वह पूरी मस्ती में थीं ... मस्ती में सिसकारियाँ ले रही थीं-अआहह आआइईई ... और करो ... बहुत मजा आ रहा है।
"हाअ ... बेबी आईसीईई ... चोदो और जोर से चोदो ... आज चूत को फाड़ दो ... ... आआह और ज़ोर से ... उउईईई अल्ला ... आहह ..." वे ऐसे ही गर्म आहें और कराहें निकाल रही थीं।
फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड उसकी चूत के पानी से भीग रहा है। वह नीचे से अपनी कमर उठा-उठाकर चिल्ला रही थीं और बड़बड़ा रही थीं-आहहह और चोदो मेरी चूत को । जोर से चौदो रुको मत कस कर करो और करो!
मैंने लंड को जोर से धक्का दिया वह बोली ऐसे ही आह! और मारो! कस कर! और उसकी गीली योनी को लंड से सहलाता रहा। मैंने उसकी गर्दन पर हाथ फेरा और जोश के साथ उसे चूमा। उसने अपना हाथ मेरी गर्दन के पीछे रखा और मेरे चेहरे को अपनी क्लीवेज में खींच लिया। वह शानदार, साफ और हल्की सुगंधित थी। मैंने फिर से उसे चोदना शुरू कर दिया और जल्द ही मैंने महसूस किया कि उसके शरीर में तनाव शुरू हो गया है और उसकी उंगलियाँ मेरी गर्दन में दब गई हैं। उसकी चुदाई जोर से और तेज हो रही थी और फिर ..." ओह माय, ओह माय, ओह माय...फकिंग हेल ...आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह...मुझे चौदो जोर से और जोर से ... ऊह्ह्ह्ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह।
मैंने कुछ लम्बे शॉट मारे और फिर हम दोनों झड़ गये और मैं लूना के ऊपर गिर गया।
फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला तो वह वीर्य, चूतरस और खून से भीगा हुआ था । बेड शीट खून से सन चुकी थी। मैंने फिर लूना को चूमा और उनके बदन को सहलाया और बोला-आप तो जानती हो कि पहली बार थोड़ा दर्द होता है और खून भी आता है, उसके बाद तो मजा ही मजा है।
लूना ने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चुत पर रख दिया। उसकी चुत एकदम सूज गयी थी । मैंने प्यार से चुत को ऊपर से ही को सहलाया ... फिर मैं उनके होंठों को चूमने लगा और वह भी मेरा साथ देने लगीं। मैंने अपनी जीभ उनके मुँह में डाल दी और वह मेरी जीभ को चूसने लगीं। मैंने भी उनकी जीभ को चूसा। मेरी जीभ जब उनकी जीभ से मिली, तो उनका शरीर सिहरने लगा उसके बाद मैं अपने हाथों से उनके मस्त स्तन दबाने के साथ-साथ दुसरे हाथ से लूना के नितम्ब दबाने लगा।
इसके बाद मैंने लूना को घोड़ी बना दिया। अब मैंने उनकी चूत में पीछे से लंड को डालकर चोदना शुरू किया। पीछे से लंड ज्यादा अन्दर तक गया और पहले से ज्यादा मजा आया।
लूना भी मस्त हो कर गांड आगे पीछे कर मेरा साथ देने लगीं। मैं पीछे से उनके मम्मों को पकड़ कर दबाता भी रहा लगातार धक्के देकर चोदता रहा। मैंने करीब दस मिनट तक लगातार उनको उसी पोज़िशन में चोदा, उनकी हालत बुरी हो गई थी ... वह कई बार झड़ चुकी थीं।
अब लूना निढाल होकर लेट गईं। मैं उसे प्यार से सहलाने लगा और किस करने लगा। उस रात मैंने लूना को 4 बार चोदा और हम दोनों रात भर प्यार करते करते सोये नहीं ।
कहानी जारी रहेगी