10-11-2023, 07:54 PM
(This post was last modified: 10-11-2023, 07:55 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
सेंचुरी
पूरे २१ दिन , २१ दिन में तो उसकी, कुछ दिन पहले की तो बात है जब मैं शादी में आयी थी, जरा सी गारी सुनने पर ऐसी उचकती थी, गरम तवे पर जैसे कोई छींटा मार दे वैसे छनकती थी, ...
एक किया दो किया साढ़े तीन किया , हिन्दू * किया तुरक पठान किया, कोरी,चमार किया अरे सौ -सौ छैले हमरे मायके के , ...
कैसे बुरा मान के मुंह बिचकाती थी,
अब सही मौका है , तीन हफ्ते में सच मुच् सौ चढ़ जाएँ उसके ऊपर, सौ लौंडो की सेंचुरी बन जाए,... मेरा दिमाग तेजी से काम कर रहा था, कम्मो ने वैसे ही अपने गाँव जवार के , लेकिन अब जब २१ दिन का पक्का हो गया, ...
और जितना उसके शहर वाले, १४ भौंरे तो उसकी अपनी लिस्ट में ही थे, ... कम से कम ८ -१० तो उसमें से ही ,
फिर उनके भी कुछ यार दोस्त होंगे, फिर उसकी सहेलियां , उनके यार, भाई , उसकी पक्की सहेली लीला तो रोज बिना नागा अपने सगे भाई का लीलती है, तो उसका वो भाई ही,...
और वो दोनों पड़ोस वाली दोनों लड़कियां जो होली खेलने आयीं थी और मैंने और कम्मो ने पटक के , जबरदस्त ऊँगली, दोनों की अच्छी तरह पहले से फटी थी, उनके यार,..
असली मजा तो तब आएगा , जब उसकी सहेलियों के सामने, कॉलेज मोहल्ले की लड़कियों के सामने लौंडे चढ़ेंगे, उसके ऊपर,...
मैंने तय कर लिया था अभी कम्मो से मिल के,... कम्मो ने तो अपने गाँव जवार के मैं भी रीतू भाभी से बात कर के,... नहीं तो जो ग्वालिन भौजी हैं दूध दुहने आती हैं , अहिराने के भरौटी के, अरे वो लड़के गाँव जवार के नाते मेरे भाई ही तो लगेंगे,...
लेकिन तभी नीचे से मुझे सासू जी की आवाज सुनाई पड़ीं और मैं झट से नीचे उतर आयी,
नहीं नहीं वो मुझे नहीं बुला रही थीं, अपने छोटे बेटे को हड़का रही थीं , उसके कान का पान बना रही थीं
मुझे बहुत मज़ा आया. मेरी ससुराल में जब इनकी रगड़ाई होती थी, कोई इनको हड़काता था, मेरी सास, जेठानी तो मैं झट से इनके खिलाफ हो जाती थी.
लेकिन अभी मुद्दा कुछ साफ़ नहीं हुआ, पर मेरी सास ने ही मामला साफ़ किया, ...
" बहू तूने इसे कुछ गुन ढंग नहीं सिखाया, एकदम ऊदबिलाव की तरह,... " 208
पूरे २१ दिन , २१ दिन में तो उसकी, कुछ दिन पहले की तो बात है जब मैं शादी में आयी थी, जरा सी गारी सुनने पर ऐसी उचकती थी, गरम तवे पर जैसे कोई छींटा मार दे वैसे छनकती थी, ...
एक किया दो किया साढ़े तीन किया , हिन्दू * किया तुरक पठान किया, कोरी,चमार किया अरे सौ -सौ छैले हमरे मायके के , ...
कैसे बुरा मान के मुंह बिचकाती थी,
अब सही मौका है , तीन हफ्ते में सच मुच् सौ चढ़ जाएँ उसके ऊपर, सौ लौंडो की सेंचुरी बन जाए,... मेरा दिमाग तेजी से काम कर रहा था, कम्मो ने वैसे ही अपने गाँव जवार के , लेकिन अब जब २१ दिन का पक्का हो गया, ...
और जितना उसके शहर वाले, १४ भौंरे तो उसकी अपनी लिस्ट में ही थे, ... कम से कम ८ -१० तो उसमें से ही ,
फिर उनके भी कुछ यार दोस्त होंगे, फिर उसकी सहेलियां , उनके यार, भाई , उसकी पक्की सहेली लीला तो रोज बिना नागा अपने सगे भाई का लीलती है, तो उसका वो भाई ही,...
और वो दोनों पड़ोस वाली दोनों लड़कियां जो होली खेलने आयीं थी और मैंने और कम्मो ने पटक के , जबरदस्त ऊँगली, दोनों की अच्छी तरह पहले से फटी थी, उनके यार,..
असली मजा तो तब आएगा , जब उसकी सहेलियों के सामने, कॉलेज मोहल्ले की लड़कियों के सामने लौंडे चढ़ेंगे, उसके ऊपर,...
मैंने तय कर लिया था अभी कम्मो से मिल के,... कम्मो ने तो अपने गाँव जवार के मैं भी रीतू भाभी से बात कर के,... नहीं तो जो ग्वालिन भौजी हैं दूध दुहने आती हैं , अहिराने के भरौटी के, अरे वो लड़के गाँव जवार के नाते मेरे भाई ही तो लगेंगे,...
लेकिन तभी नीचे से मुझे सासू जी की आवाज सुनाई पड़ीं और मैं झट से नीचे उतर आयी,
नहीं नहीं वो मुझे नहीं बुला रही थीं, अपने छोटे बेटे को हड़का रही थीं , उसके कान का पान बना रही थीं
मुझे बहुत मज़ा आया. मेरी ससुराल में जब इनकी रगड़ाई होती थी, कोई इनको हड़काता था, मेरी सास, जेठानी तो मैं झट से इनके खिलाफ हो जाती थी.
लेकिन अभी मुद्दा कुछ साफ़ नहीं हुआ, पर मेरी सास ने ही मामला साफ़ किया, ...
" बहू तूने इसे कुछ गुन ढंग नहीं सिखाया, एकदम ऊदबिलाव की तरह,... " 208