03-11-2023, 08:12 AM
(This post was last modified: 03-11-2023, 08:17 AM by komaalrani. Edited 3 times in total. Edited 3 times in total.)
भौंरे
![[Image: Girls-18c1796dbb734ba18e844608b7bf6f41.jpg]](https://i.ibb.co/K7KBH6M/Girls-18c1796dbb734ba18e844608b7bf6f41.jpg)
एकदम, एकदम आखिर उसकी भाभी हूँ , ननद को पटाने का काम भाभी नहीं करेंगी तो कौन करेगा।
तब तक जेठ जी मिस्ड काल वाला फोन आ गया और जेठानी जी अपने कमरे में चली गयीं, सासू जी भी किचेन में कम्मो से बात करने , और मैंने गुड्डी को फोन लगाया।
लेकिन उसके पहले जो रीत ने जासूसी वाला ऐप दिया था उससे अपनी ननदिया के व्हाट्सऐप में घुस के उसके भौंरो से हुए मेसेज खंगाले और दो की बात की रिकार्डिंग भी सुनी , परेशानी वही थी, मिलन कहाँ हो?
कुड़ी फ़ास्ट लर्नर है , मैं मुस्करायी और अपनी कम्मो भौजी की पक्की चेली। उसके १४ भौंरो में से जिन चार भौंरो को पहले चारा डालने को कम्मो ने बोला था, ये दो उसी में थे, एक तो उसी के गली के बाहर रहता था, और दोनों पिछले आठ महीने से लगातार उसकी गली से उसके कॉलेज तक साथ साथ जाते थे और छुट्टी होने पर साथ साथ जाते थे, कितने तो मेसेज, चिट्ठियां,...
और आज सुबह से दोनों के दर्जन बाहर मेसेज का गुड्डी रानी ने न सिर्फ जवाब दिया, बल्कि दो बार दोनों से गुटरगूं भी हुयी और बात मिलने तक भी पहुँच गयी, लेकिन मामला वहीँ जाकर अटक गया , एक अपनी फेमली के साथ रहता था दूसरा किराए के कमरे में जहाँ दो और लड़के उसके साथ रहते थे, और छोटा कस्बाई शहर तो कोई ऐसे कैफे, रेस्टोरेंट भी नहीं थे,... और वहां ' वो ' सब हो नहीं सकता था जो भौंरे चाहते थे,... आखिर आठ महीने से इन्तजार करने के बाद तो लड़का सीधे टाँगे फैलाना चाहेगा,
और मैं भी तो यही चाहती थी,... की न सिर्फ मेरी ननद की टाँगे फैले बल्कि उसके मोहल्ले के लौंडे उसे हचक हचक के चोदे।
अब उसका मैंने पक्का इंतजाम कर दिया था पूरे २१ दिन तक, दिन रात,...
अगला फोन मैंने गुड्डी रानी को लगाया और उसके फोन उठाते ही चिढ़ाना शुरू कर दिया,
" ननद रानी ने कितने भौंरो को चारा डाला , ... कित्तों से गुटरगूं हुयी। "
वो पहले जोर से खिलखिलाती रही, फिर बोली आप और कम्मो भौजी का हुकुम था , लेकिन भाभी आप की बात एकदम सही थी, दो से बेचारे बहुत दिन से चक्कर काट रहे थे आज मैंने दो के व्हाट्सऐप का जवाब दे दिया , बस तीन मिस्ड काल डेढ़ मिनट के अंदर, ... पांचवी काल पर मैंने उठा लिया, क्या चमचा गिरी कर रहे थे स्साले, बस एक बार मिल लो प्लीज, प्लीज,...
" तो मिल जाती न , मिलने की बात कर रहे थे चुदवाने की तो नहीं,... " मैंने उसे छेड़ा।वो खुद खिलखिलाते बोली , " मन तो उन सबों का वही कर रहा था, दोनों हैं नंबरी, कम्मो भौजी ने सही सेलेक्ट किया है , लेकिन,... "
अब उसकी आवाज में उदासी थी ,...
" वही तो ,... बाहर सब लोग जानते पहचानते ,हैं फिर एक तो मोहल्ले का ही है , मेरी गली के बाहर वाला "
" आखिर मैं किस लिए हूँ , बोल करवा दूँ जगह का जुगाड़ लेकिन सीधे से टांग फैला देना अपने यार के आगे, ज्यादा ंनखड़ा नहीं,... " सस्पेंस मैंने जारी रखा.
" भाभी आप भी न , कल सुबह सुबह तो खुद अपने मायके चली जा रही है, मायके के यारों की पिचकारी का मजा लेने ,.. " कुछ उदासी कुछ चिढ़ाते वो बोली,
" तो तू भी चुदवा न अपने मायके के यारों से , ...चल यार तू भी क्या याद करेगी , मुझे लग गया था मेरी नंनदिया की क्या परेशनी है , और उसका मैंने हल भी निकाल लिया है ,... बस एकदम टोटल प्राइवेसी , किसी को कानोकान खबर नहीं होगी , किस यार से तू मिल रही है , चौबीसों घंटे , कोई नहीं ,... "
अब वो और गुस्सा हो गयी,
" भाभी आप भी न आप के कहने पर मैंने बात करना शुरू किया अब तो पांच मिनट का मिलना भी मुश्किल है और आप क्या क्या बोले जा रही हैं। "
और जब मैंने उसको पूरी बात बताई, होली के दिन शाम को वो हम लोगों के घर पर , और शाम को घर से सब लोग २१ दिन के लिए बाहर, ... वो अकेले बस कम्मो , और कम्मो तो खुद चाहती है,... ऊपर वाले मेरे कमरे में ही हम लोगो के बेड पर , कॉलेज उसका पास में ही है तो जो भौंरे कॉलेज से उसका पीछा करते है , वो बस उसके पीछे,...
बस हम लोग गले नहीं मिले और फोन पर हाई फाइव हो गयी लेकिन गुड्डी रानी ने शेडूलिंग की प्राबलम खड़ी कर दी, ...
" भाभी, होली के अगले दिन तो कम्मो भौजी के गाँव के रिश्ते वाले भैया, पहले से उन्होंने बोल रखा था तो ये दोनों,... "
" चल कोई नहीं , तूने तो अभी दो को ही न ,... तो मंगल , बृहस्पति , शनिवार को तेरे भौंरे , सायंकालीन सभा में, कॉलेज से तेरे पीछे पीछे, ... और बाकी दिन तू कम्मो भौजी के हवाले ,... "
" एकदम सही भाभी और उस ने फोन काट दिया और मैं समझ गयी भौंरों से बात करने के लिए चींटे काट रहे होंगे , ये खुश खबर सुनाने के लिए।
रीत के दिए ऐप का फायदा उठाकर मैं अपनी ननद के फोन में घुस गयी,... और मान गयी मैं अपनी छुटकी ननदिया को,... स्साली
एकदम शरारती, और जो मैंने और कम्मो ने उसे सिखाया था, सब का सब उसने अच्छी तरह से सीख लिया था , भौंरों को ललचाना, फंसाना, इशारे कर कर के लुभाना,
[size=undefined]![[Image: Girls-102821825-171729334309267-42400662...4445-o.jpg]](https://i.ibb.co/fXkDnrv/Girls-102821825-171729334309267-4240066211170944445-o.jpg)
" चल कोई नहीं , तूने तो अभी दो को ही न ,... तो मंगल , बृहस्पति , शनिवार को तेरे भौंरे , सायंकालीन सभा में, कॉलेज से तेरे पीछे पीछे, ... और बाकी दिन तू कम्मो भौजी के हवाले ,... "
" एकदम सही भाभी और उस ने फोन काट दिया और मैं समझ गयी भौंरों से बात करने के लिए चींटे काट रहे होंगे , ये खुश खबर सुनाने के लिए।
रीत के दिए ऐप का फायदा उठाकर मैं अपनी ननद के फोन में घुस गयी,... और मान गयी मैं अपनी छुटकी ननदिया को,... स्साली
एकदम शरारती, और जो मैंने और कम्मो ने उसे सिखाया था, सब का सब उसने अच्छी तरह से सीख लिया था , भौंरों को ललचाना, फंसाना, इशारे कर कर के लुभाना,
सबसे पहले मेरी ननद के फोन से उस की गली वाली यार के पास फोन की घंटी गयी, लेकिन पहली घंटी जाते ही मेरी ननद ने फोन काट दिया, और मुस्कराने लगी, बिजली का असर हुआ उस के यार नंबर वन पर, तुरंत ही उस का फोन आया, पांच , छह , आठ घंटी बजी , लेकिन गुड्डी रानी ने फोन नहीं उठाया। थक कर घंटी फिर रुक गयी,
मैं जो सोचती थी वही हुआ, उस भौंरे ने दुबारा फोन लगाया फिर वही घंटी बज बज कर , वो मुस्कारते हुए फोन को देख रही थी. पांच बार फोन बजा, जब छठवीं बार उसका फोन बजा और पांच छह घंटी बजी तो बड़ी बेरुखी से उसने फोन उठाया और बोली,
" हे क्या है, फोन क्यों कर रहे हो, ... "
" आप, तुम,आप का , मेरा मतलब आप का,... "
बेचारा भौंरा घबड़ा रहा था झिझक रहा था पर गुड्डी ने खिलखलाते हुए उसे छेड़ा,
" अरे तू भी न कैसा लड़का है , मेरी गली का है , पूरे सात महीने से पीछे पड़ा है , लाइन मार रहा है और अभी तक नाम नहीं मालूम कर पाया, आप तुम में उलझा हुआ है, मेरा नाम नहीं मालूम है क्या,... बोल न काहें को फोन किया,... "
" वो मिस्ड काल थी,... आपकी, तेरी " मुश्किल से वो बोल पा रहा था ,
" अरे यार गलती से दब गया होगा,.. चल काटती हूँ। " गुड्डी बोली लेकिन वो बेचारा तुरंत बोल उठा,...
" नहीं नहीं थोड़ी देर बात करो न , तुम्हारी आवाज अच्छी लगती है मीठी मीठी,... "
" मक्खन, मक्खन, अच्छा चल तेरे लिए एक खुशखबरी, तू मार मिलने के लिए बेचैन हो रहा था न तो चल अगले मंगल को तेरा मंगल हो जाएगा। तुझसे तो हुआ नहीं मैंने जगह का जुगाड़ कर लिया है. "
" कहाँ,... " बेचारा एकदम बेताब, उछल पड़ा, मारे ख़ुशी के।
" अरे तुझे आम खाने से मतलब या पेड़ गिनने से,... " गुड्डी उसे हड़काते बोली।
" नहीं सिर्फ कच्ची अमिया कुतरने से ,... " वो भंवरा बोला।
मान गयी मैं, लौंडा मस्त था. और मेरी ननद की कच्ची अमिया भी तो सारा शहर दीवाना था.
" पीटेगा तू, बहुत जोर से पिटेगा मेरे हाथ से, थोड़ी सी लिफ्ट क्या दे दी,... सुन, यार रोज से तू कॉलेज से मेरे पीछे पीछे आता है कॉलेज ख़तम होने पर बिना नागा, तो बस मंगल को भी कॉलेज बंद होने पर मेरे पीछे पीछे, बस पता चल जाएगा, लेकिन सुन ले तीन तगड़ी शर्ते हैं मेरी , अगर मंजूर हो ,... " गुड्डी मुस्कराते हुए बोली।
" यार तीन क्या तीन सौ शर्तें मंजूर हैं एक बार बोल तो सही." अब भौंरे से रहा नहीं जा रहा था।
" देख पहली शर्त, सिर्फ सात मिनट,... अच्छा चल ज्यादा मुंह मत लटका ओके चौदह मिनट, उससे ज्यादा एक मिनट नहीं, दूसरी बात , सोशल डिस्टेंसिंग पूरे दो गज की , एक इंच भी अगर नजदीक आने की कोशिश की न तो सोच ले , और हाँ तीसरी बात , सिर्फ बातचीत वो भी सीधी साधी, कोई रोमांस वोमान्स नहीं और अगर डबल मीनिंग शुरू किया न तो जबरदस्त पिटाई होगी , सोच लेना,... " गुड्डी अब पूरे रंग में थी, पर भौंरे ने ब्रेक लगा दिया,
" दो गज दूर रहोगी तो पिटोगी कैसे,... " बड़े भोलेपन से उसने पूछा।
" सैंडल खींच के मारूंगी, " खिलखिलाते हुए गुड्डी ने बोला और फोन काट दिया।
मैं समझ गयी अब वो दूसरे वाले को बृहस्पति वार की शाम की डेट देगी। मेरा काम होगया था। अब ये पक्का था गुड्डी रानी होली की शाम को आ जाएँगी , और पूरे २१ दिन ,... और साथ में सिर्फ कम्मो भौजी।
नीचे से जेठानी जी खाने के लिए आवाज दे रहीं थी, मैं नीचे पहुँच गयी और पहुँचते ही खुश खबर सुनाई, गुड्डी से बात हो गयी है , वो तैयार है। होली की शाम को सात बजते आ जायेगी अपना कॉलेज का बैग और कपडे लेकर।
मेरी सास और जेठानी दोनों खुश. जेठ जी ने भी कन्फर्म कर दिया था प्रोग्राम, कल वो दोपहर के पहले आ जाएंगे , हालांकि हम लोग सुबह ही निकल जाएंगे इनकी ससुराल को .
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![[Image: Girls-18c1796dbb734ba18e844608b7bf6f41.jpg]](https://i.ibb.co/K7KBH6M/Girls-18c1796dbb734ba18e844608b7bf6f41.jpg)
एकदम, एकदम आखिर उसकी भाभी हूँ , ननद को पटाने का काम भाभी नहीं करेंगी तो कौन करेगा।
तब तक जेठ जी मिस्ड काल वाला फोन आ गया और जेठानी जी अपने कमरे में चली गयीं, सासू जी भी किचेन में कम्मो से बात करने , और मैंने गुड्डी को फोन लगाया।
लेकिन उसके पहले जो रीत ने जासूसी वाला ऐप दिया था उससे अपनी ननदिया के व्हाट्सऐप में घुस के उसके भौंरो से हुए मेसेज खंगाले और दो की बात की रिकार्डिंग भी सुनी , परेशानी वही थी, मिलन कहाँ हो?
कुड़ी फ़ास्ट लर्नर है , मैं मुस्करायी और अपनी कम्मो भौजी की पक्की चेली। उसके १४ भौंरो में से जिन चार भौंरो को पहले चारा डालने को कम्मो ने बोला था, ये दो उसी में थे, एक तो उसी के गली के बाहर रहता था, और दोनों पिछले आठ महीने से लगातार उसकी गली से उसके कॉलेज तक साथ साथ जाते थे और छुट्टी होने पर साथ साथ जाते थे, कितने तो मेसेज, चिट्ठियां,...
और आज सुबह से दोनों के दर्जन बाहर मेसेज का गुड्डी रानी ने न सिर्फ जवाब दिया, बल्कि दो बार दोनों से गुटरगूं भी हुयी और बात मिलने तक भी पहुँच गयी, लेकिन मामला वहीँ जाकर अटक गया , एक अपनी फेमली के साथ रहता था दूसरा किराए के कमरे में जहाँ दो और लड़के उसके साथ रहते थे, और छोटा कस्बाई शहर तो कोई ऐसे कैफे, रेस्टोरेंट भी नहीं थे,... और वहां ' वो ' सब हो नहीं सकता था जो भौंरे चाहते थे,... आखिर आठ महीने से इन्तजार करने के बाद तो लड़का सीधे टाँगे फैलाना चाहेगा,
और मैं भी तो यही चाहती थी,... की न सिर्फ मेरी ननद की टाँगे फैले बल्कि उसके मोहल्ले के लौंडे उसे हचक हचक के चोदे।
अब उसका मैंने पक्का इंतजाम कर दिया था पूरे २१ दिन तक, दिन रात,...
अगला फोन मैंने गुड्डी रानी को लगाया और उसके फोन उठाते ही चिढ़ाना शुरू कर दिया,
" ननद रानी ने कितने भौंरो को चारा डाला , ... कित्तों से गुटरगूं हुयी। "
वो पहले जोर से खिलखिलाती रही, फिर बोली आप और कम्मो भौजी का हुकुम था , लेकिन भाभी आप की बात एकदम सही थी, दो से बेचारे बहुत दिन से चक्कर काट रहे थे आज मैंने दो के व्हाट्सऐप का जवाब दे दिया , बस तीन मिस्ड काल डेढ़ मिनट के अंदर, ... पांचवी काल पर मैंने उठा लिया, क्या चमचा गिरी कर रहे थे स्साले, बस एक बार मिल लो प्लीज, प्लीज,...
" तो मिल जाती न , मिलने की बात कर रहे थे चुदवाने की तो नहीं,... " मैंने उसे छेड़ा।वो खुद खिलखिलाते बोली , " मन तो उन सबों का वही कर रहा था, दोनों हैं नंबरी, कम्मो भौजी ने सही सेलेक्ट किया है , लेकिन,... "
अब उसकी आवाज में उदासी थी ,...
" वही तो ,... बाहर सब लोग जानते पहचानते ,हैं फिर एक तो मोहल्ले का ही है , मेरी गली के बाहर वाला "
" आखिर मैं किस लिए हूँ , बोल करवा दूँ जगह का जुगाड़ लेकिन सीधे से टांग फैला देना अपने यार के आगे, ज्यादा ंनखड़ा नहीं,... " सस्पेंस मैंने जारी रखा.
" भाभी आप भी न , कल सुबह सुबह तो खुद अपने मायके चली जा रही है, मायके के यारों की पिचकारी का मजा लेने ,.. " कुछ उदासी कुछ चिढ़ाते वो बोली,
" तो तू भी चुदवा न अपने मायके के यारों से , ...चल यार तू भी क्या याद करेगी , मुझे लग गया था मेरी नंनदिया की क्या परेशनी है , और उसका मैंने हल भी निकाल लिया है ,... बस एकदम टोटल प्राइवेसी , किसी को कानोकान खबर नहीं होगी , किस यार से तू मिल रही है , चौबीसों घंटे , कोई नहीं ,... "
अब वो और गुस्सा हो गयी,
" भाभी आप भी न आप के कहने पर मैंने बात करना शुरू किया अब तो पांच मिनट का मिलना भी मुश्किल है और आप क्या क्या बोले जा रही हैं। "
और जब मैंने उसको पूरी बात बताई, होली के दिन शाम को वो हम लोगों के घर पर , और शाम को घर से सब लोग २१ दिन के लिए बाहर, ... वो अकेले बस कम्मो , और कम्मो तो खुद चाहती है,... ऊपर वाले मेरे कमरे में ही हम लोगो के बेड पर , कॉलेज उसका पास में ही है तो जो भौंरे कॉलेज से उसका पीछा करते है , वो बस उसके पीछे,...
बस हम लोग गले नहीं मिले और फोन पर हाई फाइव हो गयी लेकिन गुड्डी रानी ने शेडूलिंग की प्राबलम खड़ी कर दी, ...
" भाभी, होली के अगले दिन तो कम्मो भौजी के गाँव के रिश्ते वाले भैया, पहले से उन्होंने बोल रखा था तो ये दोनों,... "
" चल कोई नहीं , तूने तो अभी दो को ही न ,... तो मंगल , बृहस्पति , शनिवार को तेरे भौंरे , सायंकालीन सभा में, कॉलेज से तेरे पीछे पीछे, ... और बाकी दिन तू कम्मो भौजी के हवाले ,... "
" एकदम सही भाभी और उस ने फोन काट दिया और मैं समझ गयी भौंरों से बात करने के लिए चींटे काट रहे होंगे , ये खुश खबर सुनाने के लिए।
रीत के दिए ऐप का फायदा उठाकर मैं अपनी ननद के फोन में घुस गयी,... और मान गयी मैं अपनी छुटकी ननदिया को,... स्साली
एकदम शरारती, और जो मैंने और कम्मो ने उसे सिखाया था, सब का सब उसने अच्छी तरह से सीख लिया था , भौंरों को ललचाना, फंसाना, इशारे कर कर के लुभाना,
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![[Image: Girls-102821825-171729334309267-42400662...4445-o.jpg]](https://i.ibb.co/fXkDnrv/Girls-102821825-171729334309267-4240066211170944445-o.jpg)
" चल कोई नहीं , तूने तो अभी दो को ही न ,... तो मंगल , बृहस्पति , शनिवार को तेरे भौंरे , सायंकालीन सभा में, कॉलेज से तेरे पीछे पीछे, ... और बाकी दिन तू कम्मो भौजी के हवाले ,... "
" एकदम सही भाभी और उस ने फोन काट दिया और मैं समझ गयी भौंरों से बात करने के लिए चींटे काट रहे होंगे , ये खुश खबर सुनाने के लिए।
रीत के दिए ऐप का फायदा उठाकर मैं अपनी ननद के फोन में घुस गयी,... और मान गयी मैं अपनी छुटकी ननदिया को,... स्साली
एकदम शरारती, और जो मैंने और कम्मो ने उसे सिखाया था, सब का सब उसने अच्छी तरह से सीख लिया था , भौंरों को ललचाना, फंसाना, इशारे कर कर के लुभाना,
सबसे पहले मेरी ननद के फोन से उस की गली वाली यार के पास फोन की घंटी गयी, लेकिन पहली घंटी जाते ही मेरी ननद ने फोन काट दिया, और मुस्कराने लगी, बिजली का असर हुआ उस के यार नंबर वन पर, तुरंत ही उस का फोन आया, पांच , छह , आठ घंटी बजी , लेकिन गुड्डी रानी ने फोन नहीं उठाया। थक कर घंटी फिर रुक गयी,
मैं जो सोचती थी वही हुआ, उस भौंरे ने दुबारा फोन लगाया फिर वही घंटी बज बज कर , वो मुस्कारते हुए फोन को देख रही थी. पांच बार फोन बजा, जब छठवीं बार उसका फोन बजा और पांच छह घंटी बजी तो बड़ी बेरुखी से उसने फोन उठाया और बोली,
" हे क्या है, फोन क्यों कर रहे हो, ... "
" आप, तुम,आप का , मेरा मतलब आप का,... "
बेचारा भौंरा घबड़ा रहा था झिझक रहा था पर गुड्डी ने खिलखलाते हुए उसे छेड़ा,
" अरे तू भी न कैसा लड़का है , मेरी गली का है , पूरे सात महीने से पीछे पड़ा है , लाइन मार रहा है और अभी तक नाम नहीं मालूम कर पाया, आप तुम में उलझा हुआ है, मेरा नाम नहीं मालूम है क्या,... बोल न काहें को फोन किया,... "
" वो मिस्ड काल थी,... आपकी, तेरी " मुश्किल से वो बोल पा रहा था ,
" अरे यार गलती से दब गया होगा,.. चल काटती हूँ। " गुड्डी बोली लेकिन वो बेचारा तुरंत बोल उठा,...
" नहीं नहीं थोड़ी देर बात करो न , तुम्हारी आवाज अच्छी लगती है मीठी मीठी,... "
" मक्खन, मक्खन, अच्छा चल तेरे लिए एक खुशखबरी, तू मार मिलने के लिए बेचैन हो रहा था न तो चल अगले मंगल को तेरा मंगल हो जाएगा। तुझसे तो हुआ नहीं मैंने जगह का जुगाड़ कर लिया है. "
" कहाँ,... " बेचारा एकदम बेताब, उछल पड़ा, मारे ख़ुशी के।
" अरे तुझे आम खाने से मतलब या पेड़ गिनने से,... " गुड्डी उसे हड़काते बोली।
" नहीं सिर्फ कच्ची अमिया कुतरने से ,... " वो भंवरा बोला।
मान गयी मैं, लौंडा मस्त था. और मेरी ननद की कच्ची अमिया भी तो सारा शहर दीवाना था.
" पीटेगा तू, बहुत जोर से पिटेगा मेरे हाथ से, थोड़ी सी लिफ्ट क्या दे दी,... सुन, यार रोज से तू कॉलेज से मेरे पीछे पीछे आता है कॉलेज ख़तम होने पर बिना नागा, तो बस मंगल को भी कॉलेज बंद होने पर मेरे पीछे पीछे, बस पता चल जाएगा, लेकिन सुन ले तीन तगड़ी शर्ते हैं मेरी , अगर मंजूर हो ,... " गुड्डी मुस्कराते हुए बोली।
" यार तीन क्या तीन सौ शर्तें मंजूर हैं एक बार बोल तो सही." अब भौंरे से रहा नहीं जा रहा था।
" देख पहली शर्त, सिर्फ सात मिनट,... अच्छा चल ज्यादा मुंह मत लटका ओके चौदह मिनट, उससे ज्यादा एक मिनट नहीं, दूसरी बात , सोशल डिस्टेंसिंग पूरे दो गज की , एक इंच भी अगर नजदीक आने की कोशिश की न तो सोच ले , और हाँ तीसरी बात , सिर्फ बातचीत वो भी सीधी साधी, कोई रोमांस वोमान्स नहीं और अगर डबल मीनिंग शुरू किया न तो जबरदस्त पिटाई होगी , सोच लेना,... " गुड्डी अब पूरे रंग में थी, पर भौंरे ने ब्रेक लगा दिया,
" दो गज दूर रहोगी तो पिटोगी कैसे,... " बड़े भोलेपन से उसने पूछा।
" सैंडल खींच के मारूंगी, " खिलखिलाते हुए गुड्डी ने बोला और फोन काट दिया।
मैं समझ गयी अब वो दूसरे वाले को बृहस्पति वार की शाम की डेट देगी। मेरा काम होगया था। अब ये पक्का था गुड्डी रानी होली की शाम को आ जाएँगी , और पूरे २१ दिन ,... और साथ में सिर्फ कम्मो भौजी।
नीचे से जेठानी जी खाने के लिए आवाज दे रहीं थी, मैं नीचे पहुँच गयी और पहुँचते ही खुश खबर सुनाई, गुड्डी से बात हो गयी है , वो तैयार है। होली की शाम को सात बजते आ जायेगी अपना कॉलेज का बैग और कपडे लेकर।
मेरी सास और जेठानी दोनों खुश. जेठ जी ने भी कन्फर्म कर दिया था प्रोग्राम, कल वो दोपहर के पहले आ जाएंगे , हालांकि हम लोग सुबह ही निकल जाएंगे इनकी ससुराल को .
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