03-11-2023, 08:10 AM
पक्का इंतज़ाम - ननदिया का ,
![[Image: Girls-107832972-153483969675710-31941287...6080-n.jpg]](https://i.ibb.co/9HmLj2F/Girls-107832972-153483969675710-3194128724502566080-n.jpg)
मुस्करा के मैंने एक साइट खोल ली, और दिखाते हुए बोली,
" ये देखिये सिक्योर अलार्म और सीसी टीवी वालों से मेरी बात हो गयी है , ... शाम को चार बजे वो लोग आ रहे हैं , बरामदे में ही वो चार डोम कैमरे लगा देंगे सारे के सारे एच डी नाइट विजन, . और तीन बुलेट कैमरे सीधे कमरों के दरवाजों पर,... उसी तरह बाहर के दरवाजे, खिड़कियों पर और यहाँ तक की सड़क वाले गेट पर, वहां ताला लगा रहेगा, कोई आएगा तो सड़क से ही उसे बेल बजानी पड़ेगी और वहीँ से बात करने का सिस्टम रहेगा, कम्मो चेक कर लेगी और जब वो बटन दबाएगी तभी गेट खुलेगा, उसके अलावा बाहर वाली खिड़कियों पर वो प्रेशर पैड लगा देंगे, खिड़कियां वैसे तो अंदर से बंद रहेंगी, बाहर से कैमरे भी रहेंगे, लेकिन अगर कोई बाहर से उन खिड़कियों को या बाहर वाले दरवाजों को खोलने की या छूने की भी कोशिश करेगा तो बहुत तेजी से अलार्म बजेगा, चारों और लाइट जलेगी और उस अलार्म कंपनी वाले के यहाँ भी एलर्ट हो जाएगा और साढ़े चार मिनट में उनके छह सिक्योरटी गार्ड यहाँ पहुँच जाएंगे,... कुल १६ कैमरे लगेंगे, और एक बड़ा सा एन वी आर, एक एल इ डी टीवी पर सारे १६ कैमरे लाइव आते रहेंगे , और साथ में चार टीबी की एक हार्ड डिस्क जिसमें १८ दिन की पूरी रकिर्डिंग होगी , लेकिन उससे भी अच्छी बात ये सब आई पी ऐड्रेस से लिंक रहेगा इसलिए सारे कैमरे मोबाइल पर भी "
जेठानी जी थोड़ी परेशान हो रही थीं मोबाइल वाली बात सुन के लेकिन मैंने बात साफ़ कर दी,
" अरे आप लोगों के मोबाइल पर नहीं , सिर्फ मेरे मोबाइल पर अरे ससुराल में तो मेरी बहने भौजाइयां सब इनमे उलझी रहेंगी, मैं तो खाली ही रहूंगी। और कौन लगातार देखना है , कभी कभी देख लुंगी,... "
जेठानी जी ने चैन की सांस ली, उनकी जेठ जी के साथ कबड्डी में कोई विघ्न नहीं पड़ने वाला था, .... इतने दिनों बाद तो साजन का इतना लम्बा साथ मिलने वाला था.
सासू जी भी खुश , पक्का इंतजाम हो गया।
लेकिन मैंने असली बात आगे बढ़ाई और सासू जी से मिनती की,...
" लेकिन आप की थोड़ी सी हेल्प लगेगी,... "
और एक मिनट के लिए चुप हो गयी, सासू जी ने दुलार से मेरा सर सहलाते हुए कहा,
" बोल न "
और जेठानी जी ने हड़काया लेकिन प्यार से,
" हे चल सस्पेंस न बना, बोल न "
मैंने भी पहले थोड़ी भूमिका बनाई फिर मुद्दे पर आयी,
" असल में सब काम तो कम्मो से हो जाएगा, लेकिन कुछ काम उसके बस का नहीं है जैसे जो रिकार्डिंग होगी, उसे दिन में दो तीन बार उलट पुलट के चेक कर के देख लेना होगा की सब कैमरों की रिकार्डिंग आ रही है की नहीं , वैसे मुश्किल से दस पंद्रह मिनट का काम है लेकिन सब इंस्ट्रक्शन अंग्रेजी में लिखे होंगे तो इसलिए कम्मो के लिए, फिर रोज सुबह आठ दस बजे, अलार्म बंद और शाम को आठ बजे के आसपास अलार्म ऑन करना पर उसके भी सब इंस्ट्रक्शन इंग्लिश में ही हैं, लेकिन सब से बड़ी बात ये है की अलार्म कंपनी हर दूसरे दिन अलार्म का पासवर्ड दिए गए मोबाइल पर भेजती है, १६ डिजिट का और उसमें शब्द, गिनती, कैपिटल स्माल सब होते हैं, इसलिए वो तो कम्मो के लिए मुश्किल होगा तो पहले मैंने सोचा की अनुज होता तो उसी को बोल देती, कुछ दिन यहाँ आके , लेकिन ,...
मेरी बात काटी सासू जी ने " वो तो बनारस में है , होली के बाद उसका पेपर है "
और आगे जो बात मैं चाहती थी पर खुद कहने से बच रही थी, मेरी जेठानी ने पूरी कर दी,
" अरे तो गुड्डी है न, उसका कॉलेज भी तो एकदम बगल में हैं , यहीं से कॉलेज चली जायेगी,... "
" " और कम्मो है न कोई अकेले तो उसको रहना नहीं है , कम्मो भी तो उसकी भौजी है, नाश्ता खाना उसके जिम्मे, सुबह तैयार होक यहीं से कॉलेज ,... "
सासू जी ने भी वही बात कही. लेकिन तबतक जेठानी जी ने इनके ननिहाल में फोन लगा दिया था, और फोन सासू जी के हाथों में,
कन्विंस करने की पावर सासू जी में गजब की, दो चार मिनट तो इधर उधर लेकिन पूरे ११ मिनट बात करने के बाद उन्होंने सूचना दे दी, काम हो गया लेकिन होली का क्या होगा वही , ... होली में तो वो अपने घर में ही,...
मैंने तुरंत सासू जी को हल बता दिया,... आप लोगो की ट्रेन होली की रात में दस बजे है, सवा नौ, साढ़े नौ निकलिएगा तो भी चलेगा, बस वो होली के दिन शाम को साढ़े सात, आठ तक आ जाये,...
और यही बात सास जी ने आगे बढ़ा दी , तय हो गया की गुड्डी रानी ठीक आठ बजे होली वाले दिन आ जाएँगी , उस के बाद घर उनके हवाले हाँ एक काम उन्होंने मुझे पकड़ा दिया , गुड्डी को कन्विंस करना,
एकदम, एकदम आखिर उसकी भाभी हूँ , ननद को पटाने का काम भाभी नहीं करेंगी तो कौन करेगा।
और मैंने चैन की साँस ली, अब मेरी ननद की कुटाई का पक्का इंतजाम हो गया था, २१ दिन वो यहीं रुकेगी, उस मेरे कमरे में जहाँ कल उसकी झिल्ली फटी थी, और कम्मो के भरोसे, जिसने पहले ही उसे साफ़ साफ़ बता दिया है, अगवाड़ा उसके भैया ने फाड़ा है लेकिन पिछवाड़ा बनारस वाले फाड़ेंगे,...
तब तक जेठ जी मिस्ड काल वाला फोन आ गया और जेठानी जी अपने कमरे में चली गयीं, सासू जी भी किचेन में कम्मो से बात करने , और मैंने गुड्डी को फोन लगाया। लेकिन उसके पहले जो रीत ने जासूसी वाला ऐप दिया था उससे अपनी ननदिया के व्हाट्सऐप में घुस के उसके भौंरो से हुए मेसेज खंगाले और दो की बात की रिकार्डिंग भी सुनी , परेशानी वही थी, मिलन कहाँ हो?
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मुस्करा के मैंने एक साइट खोल ली, और दिखाते हुए बोली,
" ये देखिये सिक्योर अलार्म और सीसी टीवी वालों से मेरी बात हो गयी है , ... शाम को चार बजे वो लोग आ रहे हैं , बरामदे में ही वो चार डोम कैमरे लगा देंगे सारे के सारे एच डी नाइट विजन, . और तीन बुलेट कैमरे सीधे कमरों के दरवाजों पर,... उसी तरह बाहर के दरवाजे, खिड़कियों पर और यहाँ तक की सड़क वाले गेट पर, वहां ताला लगा रहेगा, कोई आएगा तो सड़क से ही उसे बेल बजानी पड़ेगी और वहीँ से बात करने का सिस्टम रहेगा, कम्मो चेक कर लेगी और जब वो बटन दबाएगी तभी गेट खुलेगा, उसके अलावा बाहर वाली खिड़कियों पर वो प्रेशर पैड लगा देंगे, खिड़कियां वैसे तो अंदर से बंद रहेंगी, बाहर से कैमरे भी रहेंगे, लेकिन अगर कोई बाहर से उन खिड़कियों को या बाहर वाले दरवाजों को खोलने की या छूने की भी कोशिश करेगा तो बहुत तेजी से अलार्म बजेगा, चारों और लाइट जलेगी और उस अलार्म कंपनी वाले के यहाँ भी एलर्ट हो जाएगा और साढ़े चार मिनट में उनके छह सिक्योरटी गार्ड यहाँ पहुँच जाएंगे,... कुल १६ कैमरे लगेंगे, और एक बड़ा सा एन वी आर, एक एल इ डी टीवी पर सारे १६ कैमरे लाइव आते रहेंगे , और साथ में चार टीबी की एक हार्ड डिस्क जिसमें १८ दिन की पूरी रकिर्डिंग होगी , लेकिन उससे भी अच्छी बात ये सब आई पी ऐड्रेस से लिंक रहेगा इसलिए सारे कैमरे मोबाइल पर भी "
जेठानी जी थोड़ी परेशान हो रही थीं मोबाइल वाली बात सुन के लेकिन मैंने बात साफ़ कर दी,
" अरे आप लोगों के मोबाइल पर नहीं , सिर्फ मेरे मोबाइल पर अरे ससुराल में तो मेरी बहने भौजाइयां सब इनमे उलझी रहेंगी, मैं तो खाली ही रहूंगी। और कौन लगातार देखना है , कभी कभी देख लुंगी,... "
जेठानी जी ने चैन की सांस ली, उनकी जेठ जी के साथ कबड्डी में कोई विघ्न नहीं पड़ने वाला था, .... इतने दिनों बाद तो साजन का इतना लम्बा साथ मिलने वाला था.
सासू जी भी खुश , पक्का इंतजाम हो गया।
लेकिन मैंने असली बात आगे बढ़ाई और सासू जी से मिनती की,...
" लेकिन आप की थोड़ी सी हेल्प लगेगी,... "
और एक मिनट के लिए चुप हो गयी, सासू जी ने दुलार से मेरा सर सहलाते हुए कहा,
" बोल न "
और जेठानी जी ने हड़काया लेकिन प्यार से,
" हे चल सस्पेंस न बना, बोल न "
मैंने भी पहले थोड़ी भूमिका बनाई फिर मुद्दे पर आयी,
" असल में सब काम तो कम्मो से हो जाएगा, लेकिन कुछ काम उसके बस का नहीं है जैसे जो रिकार्डिंग होगी, उसे दिन में दो तीन बार उलट पुलट के चेक कर के देख लेना होगा की सब कैमरों की रिकार्डिंग आ रही है की नहीं , वैसे मुश्किल से दस पंद्रह मिनट का काम है लेकिन सब इंस्ट्रक्शन अंग्रेजी में लिखे होंगे तो इसलिए कम्मो के लिए, फिर रोज सुबह आठ दस बजे, अलार्म बंद और शाम को आठ बजे के आसपास अलार्म ऑन करना पर उसके भी सब इंस्ट्रक्शन इंग्लिश में ही हैं, लेकिन सब से बड़ी बात ये है की अलार्म कंपनी हर दूसरे दिन अलार्म का पासवर्ड दिए गए मोबाइल पर भेजती है, १६ डिजिट का और उसमें शब्द, गिनती, कैपिटल स्माल सब होते हैं, इसलिए वो तो कम्मो के लिए मुश्किल होगा तो पहले मैंने सोचा की अनुज होता तो उसी को बोल देती, कुछ दिन यहाँ आके , लेकिन ,...
मेरी बात काटी सासू जी ने " वो तो बनारस में है , होली के बाद उसका पेपर है "
और आगे जो बात मैं चाहती थी पर खुद कहने से बच रही थी, मेरी जेठानी ने पूरी कर दी,
" अरे तो गुड्डी है न, उसका कॉलेज भी तो एकदम बगल में हैं , यहीं से कॉलेज चली जायेगी,... "
" " और कम्मो है न कोई अकेले तो उसको रहना नहीं है , कम्मो भी तो उसकी भौजी है, नाश्ता खाना उसके जिम्मे, सुबह तैयार होक यहीं से कॉलेज ,... "
सासू जी ने भी वही बात कही. लेकिन तबतक जेठानी जी ने इनके ननिहाल में फोन लगा दिया था, और फोन सासू जी के हाथों में,
कन्विंस करने की पावर सासू जी में गजब की, दो चार मिनट तो इधर उधर लेकिन पूरे ११ मिनट बात करने के बाद उन्होंने सूचना दे दी, काम हो गया लेकिन होली का क्या होगा वही , ... होली में तो वो अपने घर में ही,...
मैंने तुरंत सासू जी को हल बता दिया,... आप लोगो की ट्रेन होली की रात में दस बजे है, सवा नौ, साढ़े नौ निकलिएगा तो भी चलेगा, बस वो होली के दिन शाम को साढ़े सात, आठ तक आ जाये,...
और यही बात सास जी ने आगे बढ़ा दी , तय हो गया की गुड्डी रानी ठीक आठ बजे होली वाले दिन आ जाएँगी , उस के बाद घर उनके हवाले हाँ एक काम उन्होंने मुझे पकड़ा दिया , गुड्डी को कन्विंस करना,
एकदम, एकदम आखिर उसकी भाभी हूँ , ननद को पटाने का काम भाभी नहीं करेंगी तो कौन करेगा।
और मैंने चैन की साँस ली, अब मेरी ननद की कुटाई का पक्का इंतजाम हो गया था, २१ दिन वो यहीं रुकेगी, उस मेरे कमरे में जहाँ कल उसकी झिल्ली फटी थी, और कम्मो के भरोसे, जिसने पहले ही उसे साफ़ साफ़ बता दिया है, अगवाड़ा उसके भैया ने फाड़ा है लेकिन पिछवाड़ा बनारस वाले फाड़ेंगे,...
तब तक जेठ जी मिस्ड काल वाला फोन आ गया और जेठानी जी अपने कमरे में चली गयीं, सासू जी भी किचेन में कम्मो से बात करने , और मैंने गुड्डी को फोन लगाया। लेकिन उसके पहले जो रीत ने जासूसी वाला ऐप दिया था उससे अपनी ननदिया के व्हाट्सऐप में घुस के उसके भौंरो से हुए मेसेज खंगाले और दो की बात की रिकार्डिंग भी सुनी , परेशानी वही थी, मिलन कहाँ हो?