03-11-2023, 07:42 AM
जोरू का गुलाम भाग १०४
सहेलियां
![[Image: college-Girls22-Hot-in-Uniform-Dress-Code.jpg]](https://i.ibb.co/34T4L5k/college-Girls22-Hot-in-Uniform-Dress-Code.jpg)
गुड्डी की दोनों सहेलियां दरवाजे पे धक्का मार के दाखिल ,
सहेलियां क्या था बिजलियाँ थी , घनघोर घटा के बीच की।
दिया को देख के तो मेरी सांस ऊपर की ऊपर ,नीचे की नीचे।
दिया को मैंने पहले भी देखा था ,कित्ती बार मिली थी ,गुड्डी की क्लोजिस्ट फ्रेंड ,
लेकिन
लेकिन वो अब वाकई बड़ी हो गयी थी ,( बल्कि बड़ा हो गया था )
एकदम परफेक्ट पंजाबी कुड़ी ,
![[Image: Girl-c7c430097d096e8b90810c9c45a29521.jpg]](https://i.ibb.co/RS0grLk/Girl-c7c430097d096e8b90810c9c45a29521.jpg)
लम्बाई ५. ७ छू रही थी ,एकदम गोरी चिट्ठी , उसके टॉप फाड़ते उभार तो आलमोस्ट मेरे उभारों के बराबर ,लेकिन सबसे जबरदस्त था उसका ऎटिट्यूड। एकदम मस्ती छलक रही थी।
दरवाजे से घुसते वो जोर से चीखी , भाभी।
और मैंने उसे जोर से हग कर लिया।
मेरा ' टिपिकल टीनेजर ननद स्पेशल हग',मेरे भरे भरे उभार ननदों के आ रहे टीन बूब्स को कस के मसल के रख देते थे। पर दिया ने खूब जोश से जवाब भी दिया ,अपने उभारों को मेरे सीने पे वापस दबा के। उसकी आँखों में मस्ती की चमक थी। मैं क्यों पीछे रहती ,अपनेहाथ से खुल के उसके जुबना दबाती बोली,
" अरे हार्न तो खूब दबाने लायक हो गएँ हैं। अभी बजवाना शुरू किया की नहीं ,... "
![[Image: Teej-087dbe21f65520f00e462b327e3392c5.jpg]](https://i.ibb.co/27NWBnQ/Teej-087dbe21f65520f00e462b327e3392c5.jpg)
" अरे भाभी ,ननद किसकी हूँ , ... " खिलखिलाते हुए मेरी आँखों में झांकते उस शोख ने जवाब दिया।
तबतक मेरी निगाह गुड्डी की दूसरी सहेली पर पड़ी,
छन्दा ,डस्की लेकिन नमक बहुत ज्यादा। बहुत ही शार्प फीचर्स , थोड़ी लजीली , प्लम्प लेकिन सब सही जगहों पर , खूब गदरायी।
![[Image: Girl-f2e7e9a814ed468c0e0d8452f9646e90.jpg]](https://i.ibb.co/fSWrzP9/Girl-f2e7e9a814ed468c0e0d8452f9646e90.jpg)
" हे छन्दा तेरा धंधा कैसा चला रहा है ," मैंने उसे छेड़ा।
और वो दिवाली की फुलझड़ी की तरह खीस्स से हंस दी।
और मेरा ननद स्पेशल, ननदों को चिढ़ाने के लिए जो मैं गाती थी ,मैं शुरू हो गयी।
"मंदिर में घी के दिए जलें ,मंदिर में ,
मैं तुमसे पूछूं हे छन्दा रानी ,हे दिया रानी ,
तोहरे जुबना क कारोबार कैसे चले ,
अरे तेरा रातों क रोजगार कैसे चले
अरे मंदिर में ,.... "
और बजाय शरमाने ,चिढ़ने के अबकी जवाब दिया ने दिया , खुल के अपने बड़े बड़े बूब्स को पुश करके ,
" अरे भौजी आपकी दुआ से अगर जोबन आये हैं तो उनके कद्रदान भी आएंगे और रोजगार भी चलेगा ही। "
![[Image: Girl-d7e319cbfaa7c8229c57fb97d9353456.jpg]](https://i.ibb.co/mvxPKZq/Girl-d7e319cbfaa7c8229c57fb97d9353456.jpg)
" ये हुयी न बात मस्त छिनाल ननदों वाली , अब ऐसे सावन के मौसम में , मैं तो स्पेशल ऑफर दे रही हूँ तुम ननदों को ,
सैयां से सैयां बदल लो मोरी ननदी ,
![[Image: Teej-f3bc547c6bbbe383284ef2121bf67204.jpg]](https://i.ibb.co/0Qcyxpy/Teej-f3bc547c6bbbe383284ef2121bf67204.jpg)
मेरी बात काटती अबकी छन्दा जैसे उदास होते ,मुंह बना के बोली ,
" अरे भौजी , अगर सैयां होते तो ऐसे मस्त मौसम में उनके साथ कबड्डी न खेल रही होती बिस्तर पे, इधर उधर भटकती क्या। "
" अच्छा चल सैंया न सही ,यार तो होंगे।" मैंने कोर्स करेक्शन किया कर दिया के उभारों को घूरती बोली ,
" अरे ये जोबन , ये रूप ,ये नमक ,मेरी ननदों का ,अब ये मत कहना की यार भी नहीं है। अरे स्वाद बदल जाएगा नीचे वाले मुंह का ,हैं न ,कभी लंबा कभी मोटा ,कर लो अदलाबदली। बोल मंजूर हो तो बुलाऊँ उन्हें। "
सहेलियां
![[Image: college-Girls22-Hot-in-Uniform-Dress-Code.jpg]](https://i.ibb.co/34T4L5k/college-Girls22-Hot-in-Uniform-Dress-Code.jpg)
गुड्डी की दोनों सहेलियां दरवाजे पे धक्का मार के दाखिल ,
सहेलियां क्या था बिजलियाँ थी , घनघोर घटा के बीच की।
दिया को देख के तो मेरी सांस ऊपर की ऊपर ,नीचे की नीचे।
दिया को मैंने पहले भी देखा था ,कित्ती बार मिली थी ,गुड्डी की क्लोजिस्ट फ्रेंड ,
लेकिन
लेकिन वो अब वाकई बड़ी हो गयी थी ,( बल्कि बड़ा हो गया था )
एकदम परफेक्ट पंजाबी कुड़ी ,
![[Image: Girl-c7c430097d096e8b90810c9c45a29521.jpg]](https://i.ibb.co/RS0grLk/Girl-c7c430097d096e8b90810c9c45a29521.jpg)
लम्बाई ५. ७ छू रही थी ,एकदम गोरी चिट्ठी , उसके टॉप फाड़ते उभार तो आलमोस्ट मेरे उभारों के बराबर ,लेकिन सबसे जबरदस्त था उसका ऎटिट्यूड। एकदम मस्ती छलक रही थी।
दरवाजे से घुसते वो जोर से चीखी , भाभी।
और मैंने उसे जोर से हग कर लिया।
मेरा ' टिपिकल टीनेजर ननद स्पेशल हग',मेरे भरे भरे उभार ननदों के आ रहे टीन बूब्स को कस के मसल के रख देते थे। पर दिया ने खूब जोश से जवाब भी दिया ,अपने उभारों को मेरे सीने पे वापस दबा के। उसकी आँखों में मस्ती की चमक थी। मैं क्यों पीछे रहती ,अपनेहाथ से खुल के उसके जुबना दबाती बोली,
" अरे हार्न तो खूब दबाने लायक हो गएँ हैं। अभी बजवाना शुरू किया की नहीं ,... "
![[Image: Teej-087dbe21f65520f00e462b327e3392c5.jpg]](https://i.ibb.co/27NWBnQ/Teej-087dbe21f65520f00e462b327e3392c5.jpg)
" अरे भाभी ,ननद किसकी हूँ , ... " खिलखिलाते हुए मेरी आँखों में झांकते उस शोख ने जवाब दिया।
तबतक मेरी निगाह गुड्डी की दूसरी सहेली पर पड़ी,
छन्दा ,डस्की लेकिन नमक बहुत ज्यादा। बहुत ही शार्प फीचर्स , थोड़ी लजीली , प्लम्प लेकिन सब सही जगहों पर , खूब गदरायी।
![[Image: Girl-f2e7e9a814ed468c0e0d8452f9646e90.jpg]](https://i.ibb.co/fSWrzP9/Girl-f2e7e9a814ed468c0e0d8452f9646e90.jpg)
" हे छन्दा तेरा धंधा कैसा चला रहा है ," मैंने उसे छेड़ा।
और वो दिवाली की फुलझड़ी की तरह खीस्स से हंस दी।
और मेरा ननद स्पेशल, ननदों को चिढ़ाने के लिए जो मैं गाती थी ,मैं शुरू हो गयी।
"मंदिर में घी के दिए जलें ,मंदिर में ,
मैं तुमसे पूछूं हे छन्दा रानी ,हे दिया रानी ,
तोहरे जुबना क कारोबार कैसे चले ,
अरे तेरा रातों क रोजगार कैसे चले
अरे मंदिर में ,.... "
और बजाय शरमाने ,चिढ़ने के अबकी जवाब दिया ने दिया , खुल के अपने बड़े बड़े बूब्स को पुश करके ,
" अरे भौजी आपकी दुआ से अगर जोबन आये हैं तो उनके कद्रदान भी आएंगे और रोजगार भी चलेगा ही। "
![[Image: Girl-d7e319cbfaa7c8229c57fb97d9353456.jpg]](https://i.ibb.co/mvxPKZq/Girl-d7e319cbfaa7c8229c57fb97d9353456.jpg)
" ये हुयी न बात मस्त छिनाल ननदों वाली , अब ऐसे सावन के मौसम में , मैं तो स्पेशल ऑफर दे रही हूँ तुम ननदों को ,
सैयां से सैयां बदल लो मोरी ननदी ,
![[Image: Teej-f3bc547c6bbbe383284ef2121bf67204.jpg]](https://i.ibb.co/0Qcyxpy/Teej-f3bc547c6bbbe383284ef2121bf67204.jpg)
मेरी बात काटती अबकी छन्दा जैसे उदास होते ,मुंह बना के बोली ,
" अरे भौजी , अगर सैयां होते तो ऐसे मस्त मौसम में उनके साथ कबड्डी न खेल रही होती बिस्तर पे, इधर उधर भटकती क्या। "
" अच्छा चल सैंया न सही ,यार तो होंगे।" मैंने कोर्स करेक्शन किया कर दिया के उभारों को घूरती बोली ,
" अरे ये जोबन , ये रूप ,ये नमक ,मेरी ननदों का ,अब ये मत कहना की यार भी नहीं है। अरे स्वाद बदल जाएगा नीचे वाले मुंह का ,हैं न ,कभी लंबा कभी मोटा ,कर लो अदलाबदली। बोल मंजूर हो तो बुलाऊँ उन्हें। "