31-10-2023, 01:53 PM
(21-07-2022, 05:40 PM)badmaster122 Wrote: अजय का लंड पूजा के चेहरे से किसी डंडे की तरह टकराया..जिसे देखकर मुस्कुरा उठी...और अपने बूब्स को प्रेस करके एक सिसकारी
की चूत में ....अब अजय की जीभ ने चप्पू चलाकर उस नदी में सैलाब लेकर आना था....और वो ये काम करना बेख़ुबी जानता था.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.