11-06-2019, 08:43 PM
अध्याय 22
“तुम रफीक को कैसे जानती हो ?? गौरव बोल रहा था की उसने कालेज में तुम्हे उससे बात करते देखा “
पूर्वी और गौरव के जाने के बाद रोहन सीधे सपना के पास पहुचा था जो अब भी एक्सरसाइज कर रही थी..
“रफीक ...तुम उसे कैसे जानते हो “
सपना ने सवाल के बदले सवाल किया
“अरे यार वो यही वर्कआउट करने आता है ..”
“ओह तो वो भी यंहा आता है “
“तुमने जवाब नही दिया सपना की तुम उसे कैसे जानती हो “
“यार वो एक केमिकल फेक्ट्री डाल रहा है ,और इसी सिलसिले में मैं उससे मिली थी,उसने मुझे जॉब आफर किया है “
सपना के चहरे पर मुस्कान थी और रोहन को उसकी बात पर यकीन नही हो रहा था ..
“सपना तुम मुझसे कुछ छिपा रही हो है ना,तुमने अभी तक मुझे उन फार्मूला के बारे में कुछ सही सही नही बताया,हर बार बात को घुमा देती हो ,और गौरव को जब पता चला की वो दुबई के किसी शेख का बेटा है तो उसका चहरा भी थोड़ा गंभीर हो गया था,आखिर साला चल क्या रहा है “
रोहन झुंझला गया,लेकिन सपना अब भी मुस्कुरा रही थी,वो रोहन के पास आयी और उसके गालों को अपने हाथो से खिंचने लगी
“ओ मेरा बच्चा..कितना क्यूट लगता है तू गुस्से में “
सपना की बात सुनकर रोहन और भी गुस्से में आ गया और पैर पटकता हुआ वंहा से निकल गया ,उसे देखकर सपना के होठो की मुस्कान और भी गहरा गई थी ………..
**************
“दुबई वाले शेख का बेटा हमारे डिपार्टमेंट में क्या कर रहा था वो भी सपना के साथ “
गौरव गुस्से में था और मालती के सामने खड़ा था..
“अरे मुझे क्या पता ??”
मालती ने बेतकलुफी के साथ जवाब दिया
“वो आपकी स्कोलर है ना,तो आपको नही पता होगा तो किसे पता होगा…”
“वो काम तुम्हारे साथ करती है गौरव ,और तुम इतनी छोटी सी बात पर इतना भड़क क्यो रहे हो...क्या हो गया अगर सपना किसी से बात कर रही थी,और यंहा कई लोग आते जाते रहते है “
मालती की नजर अब गौरव के ऊपर टिक गई थी..
“कही यह वही शेख तो नही जिसने कविता को …”
मालती की नजर अचानक ही गौरव के ऊपर टिक गई
“तुम पागल हो गए क्या गौरव कुछ भी बोले जा रहे हो,अरे होगा कोई पूछ लो सपना से ,इतना सोचने की क्या जरूरत है …”
“लेकिन…..”
“लेकिन वेकिंन कुछ नही जाओ यंहा से मुझे और भी काम है,ज्यादा सोचकर अपना टेंसन मत बढ़ाओ वरना अपनी बीवी के साथ रंगरलियां कैसे मनाओगे…”
मालती की बातों में एक व्यंग था ,गौरव बिना कुछ बोले और मालती को देखे बिना ही वंहा से निकल गया…..
***********
गौरव सपना के पास पहुच कर इस बारे में बात करता है और सपना उसे वही स्टोरी सुना देती है जो उसने रोहन को सुनाई थी और रोहन की तरह उसे भी सपना की बात पर भरोसा नही होता…
लेकिन मानने के अलावा गौरव के पास कोई रास्ता भी तो नही था……..
************
“क्या हुआ जी इतने टेंशन में क्यो लग रहे हो…”
गौरव जब से कालेज से आया था वो थोड़े टेंसन में लग रहा था,सुबह जिम से आने के बाद वो ना जाने किन ख्याबो में खोया हुआ था,यही बात पूवी को सताए जा रही थी की आखिर उसे हो क्या गया है …..
“कुछ नही बस तबियत ठीक नही लग रही ,मैं आराम करना चाहता हु पूर्वी “
पूर्वी गौरव के चहरे को ध्यान से देखने लगी ..
“ऐसे क्या देख रही हो …”
“आप मुझसे कुछ छिपा रहे है..??”
“नही तो ..”
“मुझे क्या समझ कर रखा है आपने,इतनी बड़ी टेंशन से गुजर रहे हो कम से कम अब तो बता दो “
गौरव चौका ,उसके चौकाने की वजह थी पूर्वी द्वारा बोले गए शब्द ‘अब तो बता दो ‘
गौरव कोई समझ नही आया की आखिर पूर्वी ने ऐसा क्यो कहा था..
“मतलब क्या है तुम्हारा “
“क्या जो टेंशन हो वो मुझे बता सकते हो ना,मैं आपकी पत्नी हु ..”
“ये नही जो तुमने कहा ..तुमने कहा की अब तो बता दो ,इसका मतलब क्या है ??”
गौरव के चहरे में कन्फ्यूजन था,वही पूर्वी मुस्कुराने लगी थी..
“मतलब ये की आप कभी मुझे अपनी टेंशन नही बताते ,”
“तुमने कब मुझे टेंशन में देख लिया..”
पूर्वी मुस्कुराते हुए उसके गले से लग जाती है
“जानते हो आप मुझसे झूठ नही बोल सकते ,लेकिन आप कोशिश जरूर अच्छी कर लेते हो ,मैं जानती हु की कब आप मुझसे झूठ बोल रहे हो और कब सच लेकिन फिर भी मैं चुप रहती हु क्योकि मुझे आपपर भरोसा है …”
गौरव को समझ ही नही आ रहा था की कब उसने पूर्वी से कोई झूठ बोला था …
“क्या बोल रही हो पूर्वी मैंने कब तुमसे झूठ बोला “
जवाब में पूर्वी खिलखिला उठी….
“अरे कुछ तो बोलो ,मैंने सच में आज तक तुमसे कुछ भी छुपाया “
गौरव की बात सुनकर अचानक ही पूर्वी के चहरे में आयी हुई हंसी गायब हो गई वो थोड़ी सीरियस हो गई ..
“पहला झूठ ये था की आप और मालती मेडम के बीच में कोई जिस्मानी रिश्ता नही था,अपने मुझसे कहा था की आप एक वर्जिन है,ये जानते हुए भी की आप दोनों के बीच रिश्ता है मैंने आपसे शादी की क्योकि मुझे भरोसा था की आप मुझसे प्यार करने लगे हो,दूसरा झूठ की अपने मुझसे कहा था की आप सपना से दूर ही रहना चाहते हो लेकिन आप ने जानबूझकर सपना को अपना पार्टनर बनाया,मालती के दिमाग में ये डाला की आप सपना से कितनी नफरत करते हो और सपना को मालती के और पास जाने में मदद की ताकि वो सपना को आपकी प्रोजेक्ट पार्टनर बनाने में मदद करे ...क्यो…”
“पागल हो गई हो क्या पूर्वी ये क्या बके जा रही हो ..”
गौरव झल्लाया लेकिन पूर्वी मुस्कुरा रही थी ..
“मैं जानती हु क्यो ,क्योकि वो फार्मूले जो कभी कविता ने लिखे थे वो मालती के पास थे जो मालती आपको नही दे रही थी लेकिन सपना दे सकती थी ,आप जानते थे की सपना के पास उसकी एक कापी है ..है ना…”
पूर्वी की बात सुनकर गौरव का चहरा पीला पड़ गया था,उसकी जैसे सांस ही रुक गई ..
“और आज ये तीसरा झूठ आप मुझसे बोल रहे हो की आपकी तबियत खराब है ...रफीक को देखकर जैसे आपकी सांस ही रुक गई थी ,आखिर क्यो ???वो शेख कौन था जिसने कविता को गायब कर दिया और क्यो ?? आखिर उस फार्मूले में ऐसा है क्या जिसने इतना बखेड़ा खड़ा कर दिया ??? और सबसे इम्पोर्टेन्ट बात इन सबसे रोहन ,सपना और मेरे परिवार का क्या रिश्ता है ???”
पूर्वी की बात सुनकर गौरव पास ही पड़े सोफे में धड़ाम से गिर पड़ा
“तुम्हे ये सब कैसे पता??? आखिर कैसे ?”
पूर्वी की मुस्कान एक हंसी में तब्दील हो गई थी ,वो हल्के से हंसी
“आप भूल गए की मैं किसकी शागिर्द हु ..”
गौरव ने पूर्वी के ध्यान से देखा ,और अचानक उसके दिमाग में एक नाम गुंजा जो धीरे से उसके होठो तक आ ही गया
“ओह डॉ चूतिया…तो उसने जासूसी की है हमारी “
गौरव पूर्वी के चहरे को ध्यान से देखने लगा ..पूर्वी उसे देखकर मुस्कुरा रही थी ..
“जब इतना कुछ पता है तो बाकी चीजे भी पता लगा लो,तुम्हारे साथ तुम्हारे गुरुदेव जो है “
इसबार वो खिलखिलाकर हँस पड़ी
“आप डॉ से इतना चिढ़ते क्यो है ?”
“उसने तुम्हे कभी नही बताया की मैं उससे क्यो चिढ़ता हु “
“बताया था लेकिन अब पुरानी बातों का कोई मलतब नही रह जाता ,वो आज भी आपको अपना सबसे अच्छा दोस्त मानते है “
पूर्वी की बात सुनकर अचानक से ही गौरव के चहरे का भाव बदलने लगा था,उसका सर झुक गया था ,वो अपने आंखों में आये हुए आंसुओ को छिपाने की कोशिश कर रहा था,पूर्वी उसके पास उसके बाजू में जाकर बैठ गई और उसका सर सहलाने लगी ..
उसने गौरव के सर को अपने सीने से लगा लिया …
“अब समय आ गया है गौरव डॉ को आपकी जरूरत है ,आखिर कविता आपका पहला प्यार थी,कविता के लिए उनका साथ दो कब तक वो इस लड़ाई को अकेले लड़ेंगे ..”
गौरव पूर्वी के सीने में सुबकने लगा था..
“उसने मुझसे मेरा पहला प्यार छीना था,मेरी कविता को मुझसे छीना था,और आज मेरी पत्नी को भी अपनी ओर कर लिया ...साला चूतिया ..”
गौरव की बात से पूर्वी खिलखिलाकर हँस पड़ी,गौरव भी उसके सीने से अलग हुआ उसके चहरे में अब थोड़ी सी मुस्कान थी…
“मैंने कभी नही सोचा था की डॉ तुम्हे इन सब के बारे में बताएगा..अगर पता होता तो कभी तुम्हे उसकी क्लास अटेंड करने नही देता “
पूर्वी के चहरे में एक मुस्कान आ गई
“उन्होंने बताया क्योकि वो आज भी आपसे बहुत प्यार करते है ,और वो जानते है की कविता के गायब होने से आपको भी उतना ही दुख हुआ जितना की उन्हें और अब वो नही चाहते की पुरानी बातों के कारण अब आपपर या मुझपर फिर से कोई मुसीबत आ जाए .”
गौरव ने बड़े ही प्यार से पूर्वी के गालों को सहलाया
“तुम्हे ये सब कबसे पता है “
“कुछ चीजे शादी के पहले से और कुछ अभी अभी कुछ दिनों से “
“ओह तो मालती मेडम के बारे में आप शादी से पहले से ही जानती थी ??”
“हा बिल्कुल डॉ ने साफ साफ बता दिया था “
गौरव आश्चर्य से पूर्वी को देखता रहा
“तो फिर तुमने कुछ कहा क्यो “
पूर्वी हँसने लगी फिर सीरियस होकर कहा
“क्योकि डॉ ने मुझसे कहा था की कुछ भी डिसीजन लेने से पहले पता तो कर लो की आखिर वो तुमसे सच में प्यार करता है की वैसे ही धोखा दे रहा है जैसे मालती को इतने दिनों से दे रहा है,मैं जानती हु की अपने मालती से प्यार का नाटक क्यो किया था,अपने अपनी सालों की इच्छा को सिर्फ मेरे कारण कुर्बान कर दिया ,सालों की मेहनत को सिर्फ मेरे प्यार के लिए बर्बाद कर दिया,मुझसे शादी कर ली ,अपना पहला प्यार भूलकर मुझसे प्यार किया “
पूर्वी की आंखों में भी आंसू आ चुके थे ,गौरव ने पूरी ताकत से उसे अपने सीने से लगा लिया …
“तो क्या पता लगा तुम्हे ये प्यार था की धोखा ..”
गौरव ने हल्के से उसके कानो में कहा ,और पूर्वी ने कोई जवाब ना देते हुए अब उसके होठो में अपने होठो को डाल दिया …………...
“तुम रफीक को कैसे जानती हो ?? गौरव बोल रहा था की उसने कालेज में तुम्हे उससे बात करते देखा “
पूर्वी और गौरव के जाने के बाद रोहन सीधे सपना के पास पहुचा था जो अब भी एक्सरसाइज कर रही थी..
“रफीक ...तुम उसे कैसे जानते हो “
सपना ने सवाल के बदले सवाल किया
“अरे यार वो यही वर्कआउट करने आता है ..”
“ओह तो वो भी यंहा आता है “
“तुमने जवाब नही दिया सपना की तुम उसे कैसे जानती हो “
“यार वो एक केमिकल फेक्ट्री डाल रहा है ,और इसी सिलसिले में मैं उससे मिली थी,उसने मुझे जॉब आफर किया है “
सपना के चहरे पर मुस्कान थी और रोहन को उसकी बात पर यकीन नही हो रहा था ..
“सपना तुम मुझसे कुछ छिपा रही हो है ना,तुमने अभी तक मुझे उन फार्मूला के बारे में कुछ सही सही नही बताया,हर बार बात को घुमा देती हो ,और गौरव को जब पता चला की वो दुबई के किसी शेख का बेटा है तो उसका चहरा भी थोड़ा गंभीर हो गया था,आखिर साला चल क्या रहा है “
रोहन झुंझला गया,लेकिन सपना अब भी मुस्कुरा रही थी,वो रोहन के पास आयी और उसके गालों को अपने हाथो से खिंचने लगी
“ओ मेरा बच्चा..कितना क्यूट लगता है तू गुस्से में “
सपना की बात सुनकर रोहन और भी गुस्से में आ गया और पैर पटकता हुआ वंहा से निकल गया ,उसे देखकर सपना के होठो की मुस्कान और भी गहरा गई थी ………..
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“दुबई वाले शेख का बेटा हमारे डिपार्टमेंट में क्या कर रहा था वो भी सपना के साथ “
गौरव गुस्से में था और मालती के सामने खड़ा था..
“अरे मुझे क्या पता ??”
मालती ने बेतकलुफी के साथ जवाब दिया
“वो आपकी स्कोलर है ना,तो आपको नही पता होगा तो किसे पता होगा…”
“वो काम तुम्हारे साथ करती है गौरव ,और तुम इतनी छोटी सी बात पर इतना भड़क क्यो रहे हो...क्या हो गया अगर सपना किसी से बात कर रही थी,और यंहा कई लोग आते जाते रहते है “
मालती की नजर अब गौरव के ऊपर टिक गई थी..
“कही यह वही शेख तो नही जिसने कविता को …”
मालती की नजर अचानक ही गौरव के ऊपर टिक गई
“तुम पागल हो गए क्या गौरव कुछ भी बोले जा रहे हो,अरे होगा कोई पूछ लो सपना से ,इतना सोचने की क्या जरूरत है …”
“लेकिन…..”
“लेकिन वेकिंन कुछ नही जाओ यंहा से मुझे और भी काम है,ज्यादा सोचकर अपना टेंसन मत बढ़ाओ वरना अपनी बीवी के साथ रंगरलियां कैसे मनाओगे…”
मालती की बातों में एक व्यंग था ,गौरव बिना कुछ बोले और मालती को देखे बिना ही वंहा से निकल गया…..
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गौरव सपना के पास पहुच कर इस बारे में बात करता है और सपना उसे वही स्टोरी सुना देती है जो उसने रोहन को सुनाई थी और रोहन की तरह उसे भी सपना की बात पर भरोसा नही होता…
लेकिन मानने के अलावा गौरव के पास कोई रास्ता भी तो नही था……..
************
“क्या हुआ जी इतने टेंशन में क्यो लग रहे हो…”
गौरव जब से कालेज से आया था वो थोड़े टेंसन में लग रहा था,सुबह जिम से आने के बाद वो ना जाने किन ख्याबो में खोया हुआ था,यही बात पूवी को सताए जा रही थी की आखिर उसे हो क्या गया है …..
“कुछ नही बस तबियत ठीक नही लग रही ,मैं आराम करना चाहता हु पूर्वी “
पूर्वी गौरव के चहरे को ध्यान से देखने लगी ..
“ऐसे क्या देख रही हो …”
“आप मुझसे कुछ छिपा रहे है..??”
“नही तो ..”
“मुझे क्या समझ कर रखा है आपने,इतनी बड़ी टेंशन से गुजर रहे हो कम से कम अब तो बता दो “
गौरव चौका ,उसके चौकाने की वजह थी पूर्वी द्वारा बोले गए शब्द ‘अब तो बता दो ‘
गौरव कोई समझ नही आया की आखिर पूर्वी ने ऐसा क्यो कहा था..
“मतलब क्या है तुम्हारा “
“क्या जो टेंशन हो वो मुझे बता सकते हो ना,मैं आपकी पत्नी हु ..”
“ये नही जो तुमने कहा ..तुमने कहा की अब तो बता दो ,इसका मतलब क्या है ??”
गौरव के चहरे में कन्फ्यूजन था,वही पूर्वी मुस्कुराने लगी थी..
“मतलब ये की आप कभी मुझे अपनी टेंशन नही बताते ,”
“तुमने कब मुझे टेंशन में देख लिया..”
पूर्वी मुस्कुराते हुए उसके गले से लग जाती है
“जानते हो आप मुझसे झूठ नही बोल सकते ,लेकिन आप कोशिश जरूर अच्छी कर लेते हो ,मैं जानती हु की कब आप मुझसे झूठ बोल रहे हो और कब सच लेकिन फिर भी मैं चुप रहती हु क्योकि मुझे आपपर भरोसा है …”
गौरव को समझ ही नही आ रहा था की कब उसने पूर्वी से कोई झूठ बोला था …
“क्या बोल रही हो पूर्वी मैंने कब तुमसे झूठ बोला “
जवाब में पूर्वी खिलखिला उठी….
“अरे कुछ तो बोलो ,मैंने सच में आज तक तुमसे कुछ भी छुपाया “
गौरव की बात सुनकर अचानक ही पूर्वी के चहरे में आयी हुई हंसी गायब हो गई वो थोड़ी सीरियस हो गई ..
“पहला झूठ ये था की आप और मालती मेडम के बीच में कोई जिस्मानी रिश्ता नही था,अपने मुझसे कहा था की आप एक वर्जिन है,ये जानते हुए भी की आप दोनों के बीच रिश्ता है मैंने आपसे शादी की क्योकि मुझे भरोसा था की आप मुझसे प्यार करने लगे हो,दूसरा झूठ की अपने मुझसे कहा था की आप सपना से दूर ही रहना चाहते हो लेकिन आप ने जानबूझकर सपना को अपना पार्टनर बनाया,मालती के दिमाग में ये डाला की आप सपना से कितनी नफरत करते हो और सपना को मालती के और पास जाने में मदद की ताकि वो सपना को आपकी प्रोजेक्ट पार्टनर बनाने में मदद करे ...क्यो…”
“पागल हो गई हो क्या पूर्वी ये क्या बके जा रही हो ..”
गौरव झल्लाया लेकिन पूर्वी मुस्कुरा रही थी ..
“मैं जानती हु क्यो ,क्योकि वो फार्मूले जो कभी कविता ने लिखे थे वो मालती के पास थे जो मालती आपको नही दे रही थी लेकिन सपना दे सकती थी ,आप जानते थे की सपना के पास उसकी एक कापी है ..है ना…”
पूर्वी की बात सुनकर गौरव का चहरा पीला पड़ गया था,उसकी जैसे सांस ही रुक गई ..
“और आज ये तीसरा झूठ आप मुझसे बोल रहे हो की आपकी तबियत खराब है ...रफीक को देखकर जैसे आपकी सांस ही रुक गई थी ,आखिर क्यो ???वो शेख कौन था जिसने कविता को गायब कर दिया और क्यो ?? आखिर उस फार्मूले में ऐसा है क्या जिसने इतना बखेड़ा खड़ा कर दिया ??? और सबसे इम्पोर्टेन्ट बात इन सबसे रोहन ,सपना और मेरे परिवार का क्या रिश्ता है ???”
पूर्वी की बात सुनकर गौरव पास ही पड़े सोफे में धड़ाम से गिर पड़ा
“तुम्हे ये सब कैसे पता??? आखिर कैसे ?”
पूर्वी की मुस्कान एक हंसी में तब्दील हो गई थी ,वो हल्के से हंसी
“आप भूल गए की मैं किसकी शागिर्द हु ..”
गौरव ने पूर्वी के ध्यान से देखा ,और अचानक उसके दिमाग में एक नाम गुंजा जो धीरे से उसके होठो तक आ ही गया
“ओह डॉ चूतिया…तो उसने जासूसी की है हमारी “
गौरव पूर्वी के चहरे को ध्यान से देखने लगा ..पूर्वी उसे देखकर मुस्कुरा रही थी ..
“जब इतना कुछ पता है तो बाकी चीजे भी पता लगा लो,तुम्हारे साथ तुम्हारे गुरुदेव जो है “
इसबार वो खिलखिलाकर हँस पड़ी
“आप डॉ से इतना चिढ़ते क्यो है ?”
“उसने तुम्हे कभी नही बताया की मैं उससे क्यो चिढ़ता हु “
“बताया था लेकिन अब पुरानी बातों का कोई मलतब नही रह जाता ,वो आज भी आपको अपना सबसे अच्छा दोस्त मानते है “
पूर्वी की बात सुनकर अचानक से ही गौरव के चहरे का भाव बदलने लगा था,उसका सर झुक गया था ,वो अपने आंखों में आये हुए आंसुओ को छिपाने की कोशिश कर रहा था,पूर्वी उसके पास उसके बाजू में जाकर बैठ गई और उसका सर सहलाने लगी ..
उसने गौरव के सर को अपने सीने से लगा लिया …
“अब समय आ गया है गौरव डॉ को आपकी जरूरत है ,आखिर कविता आपका पहला प्यार थी,कविता के लिए उनका साथ दो कब तक वो इस लड़ाई को अकेले लड़ेंगे ..”
गौरव पूर्वी के सीने में सुबकने लगा था..
“उसने मुझसे मेरा पहला प्यार छीना था,मेरी कविता को मुझसे छीना था,और आज मेरी पत्नी को भी अपनी ओर कर लिया ...साला चूतिया ..”
गौरव की बात से पूर्वी खिलखिलाकर हँस पड़ी,गौरव भी उसके सीने से अलग हुआ उसके चहरे में अब थोड़ी सी मुस्कान थी…
“मैंने कभी नही सोचा था की डॉ तुम्हे इन सब के बारे में बताएगा..अगर पता होता तो कभी तुम्हे उसकी क्लास अटेंड करने नही देता “
पूर्वी के चहरे में एक मुस्कान आ गई
“उन्होंने बताया क्योकि वो आज भी आपसे बहुत प्यार करते है ,और वो जानते है की कविता के गायब होने से आपको भी उतना ही दुख हुआ जितना की उन्हें और अब वो नही चाहते की पुरानी बातों के कारण अब आपपर या मुझपर फिर से कोई मुसीबत आ जाए .”
गौरव ने बड़े ही प्यार से पूर्वी के गालों को सहलाया
“तुम्हे ये सब कबसे पता है “
“कुछ चीजे शादी के पहले से और कुछ अभी अभी कुछ दिनों से “
“ओह तो मालती मेडम के बारे में आप शादी से पहले से ही जानती थी ??”
“हा बिल्कुल डॉ ने साफ साफ बता दिया था “
गौरव आश्चर्य से पूर्वी को देखता रहा
“तो फिर तुमने कुछ कहा क्यो “
पूर्वी हँसने लगी फिर सीरियस होकर कहा
“क्योकि डॉ ने मुझसे कहा था की कुछ भी डिसीजन लेने से पहले पता तो कर लो की आखिर वो तुमसे सच में प्यार करता है की वैसे ही धोखा दे रहा है जैसे मालती को इतने दिनों से दे रहा है,मैं जानती हु की अपने मालती से प्यार का नाटक क्यो किया था,अपने अपनी सालों की इच्छा को सिर्फ मेरे कारण कुर्बान कर दिया ,सालों की मेहनत को सिर्फ मेरे प्यार के लिए बर्बाद कर दिया,मुझसे शादी कर ली ,अपना पहला प्यार भूलकर मुझसे प्यार किया “
पूर्वी की आंखों में भी आंसू आ चुके थे ,गौरव ने पूरी ताकत से उसे अपने सीने से लगा लिया …
“तो क्या पता लगा तुम्हे ये प्यार था की धोखा ..”
गौरव ने हल्के से उसके कानो में कहा ,और पूर्वी ने कोई जवाब ना देते हुए अब उसके होठो में अपने होठो को डाल दिया …………...
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