11-06-2019, 09:14 AM
(This post was last modified: 23-05-2021, 11:04 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
चुसम चुसववल
![[Image: BJ-tumblr_no3gp2Aew41u53kyqo1_500.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/12/30/BJ-tumblr_no3gp2Aew41u53kyqo1_500.jpg)
अजय ने खूब चुसवाया था मुझे। तो भैय्या के लण्ड को चूसने में कौन ऐतराज हो सकता था।
और जब तक मैं कुछ समझूँ, भैय्या सरक के पलंग के सिरहाने, और ‘वो’ एकदम मेरे रसीले होंठों के पास।
“जोर से आऽऽ बोल जैसे एक बार में पूरा लड्डू घोंटती है न, खोल पूरा मुँह…”
भौजी बोलीं।
और मैंने भी पूरी ताकत से मुँह खोल दिया, एक बार में पूरा सुपाड़ा, और भैय्या ने जो मेरा सर पकड़ के धक्का मारा, तो आधा लण्ड मेरे मुँह में था।
![[Image: bj-lick-55.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/12/30/bj-lick-55.jpg)
आलमोस्ट गले तक। चूसा मैंने पहले भी था, लेकिन… जो मजा अभी आ रहा था, इतना बड़ा, इतना मोटा, इतना कड़ा। पूरा मुँह मेरा भर गया था, गाल फूल गए थे, ऊपर तलुवे तक रगड़ खा रहा था और नीचे से मेरी जीभ चपड़-चपड़ चाट रही थी, होंठ लण्ड को दबोचे हल्के-हल्के दबा रहे थे।
![[Image: BJ-deep-tumblr_o7mxjss3BQ1um3krdo1_400.gif]](https://picsbees.com/images/2018/12/30/BJ-deep-tumblr_o7mxjss3BQ1um3krdo1_400.gif)
कुछ देर पहले जैसे अंगूठे और तरजनी के बीच मैं उसे पकड़े थी, अब मुझे भी आदत हो गई थी, पकड़ने की रगड़ने की। और एक मजा लेने के बाद मैं क्यों मौका छोड़ती? एक बार फिर से लण्ड के बेस पे मेरी मुट्ठी ने उसे पकड़ लिया, हल्के-हल्के दबाते सहलाते आगे-पीछे, आगे-पीछे, चाट भी रही थी, चूस भी रही थी, मुठिया भी रही थी।
कितना मजा आ रहा था मुझे बता नहीं सकती।
उन्हें कोई जल्दी नहीं थी न कोई धक्का, न पुश, बस अपने मुँह में उस कड़े मोटे खूंटे का मजा मैं ले रही थी और मेरे गरम-गरम, मखमली किशोर मुँह का मजा वो।
![[Image: BJ-tumblr_no3gp2Aew41u53kyqo1_500.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/12/30/BJ-tumblr_no3gp2Aew41u53kyqo1_500.jpg)
अजय ने खूब चुसवाया था मुझे। तो भैय्या के लण्ड को चूसने में कौन ऐतराज हो सकता था।
और जब तक मैं कुछ समझूँ, भैय्या सरक के पलंग के सिरहाने, और ‘वो’ एकदम मेरे रसीले होंठों के पास।
“जोर से आऽऽ बोल जैसे एक बार में पूरा लड्डू घोंटती है न, खोल पूरा मुँह…”
भौजी बोलीं।
और मैंने भी पूरी ताकत से मुँह खोल दिया, एक बार में पूरा सुपाड़ा, और भैय्या ने जो मेरा सर पकड़ के धक्का मारा, तो आधा लण्ड मेरे मुँह में था।
![[Image: bj-lick-55.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/12/30/bj-lick-55.jpg)
आलमोस्ट गले तक। चूसा मैंने पहले भी था, लेकिन… जो मजा अभी आ रहा था, इतना बड़ा, इतना मोटा, इतना कड़ा। पूरा मुँह मेरा भर गया था, गाल फूल गए थे, ऊपर तलुवे तक रगड़ खा रहा था और नीचे से मेरी जीभ चपड़-चपड़ चाट रही थी, होंठ लण्ड को दबोचे हल्के-हल्के दबा रहे थे।
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कुछ देर पहले जैसे अंगूठे और तरजनी के बीच मैं उसे पकड़े थी, अब मुझे भी आदत हो गई थी, पकड़ने की रगड़ने की। और एक मजा लेने के बाद मैं क्यों मौका छोड़ती? एक बार फिर से लण्ड के बेस पे मेरी मुट्ठी ने उसे पकड़ लिया, हल्के-हल्के दबाते सहलाते आगे-पीछे, आगे-पीछे, चाट भी रही थी, चूस भी रही थी, मुठिया भी रही थी।
कितना मजा आ रहा था मुझे बता नहीं सकती।
उन्हें कोई जल्दी नहीं थी न कोई धक्का, न पुश, बस अपने मुँह में उस कड़े मोटे खूंटे का मजा मैं ले रही थी और मेरे गरम-गरम, मखमली किशोर मुँह का मजा वो।