20-09-2023, 10:10 AM
(26-03-2019, 01:24 PM)suneeellpandit Wrote: By : neerathemallबहन के साथ चुदाई या माँ के साथ चुदाई के विषय में पड़कर ही लौड़ा ऊपर नीचे होने लगता है और लौड़े का सुपाड़ा ऊपर हो कर लौड़े के टोपे को नंगा कर के बोलने लगता है कि कहाँ है चूत, कहाँ है चूत ... हाय //
यदि आप अकेले हैं, तो वर्षगांठ का उत्सव मनाने कितना कठिन हो जाता है
समीर ने ठंडी साँस ले कर अपने को ही बेहद अकेला महसूस किया इस सालगिरह पर. , उसकी पत्नी् सलमा प्रसव के लिए गई थी l
नई बंबई के उपनगरीय इलाके में छोटे से फ्लैट उसकी अनुपस्थिति में प्रेतवाधित घर की तरह लग रहा था ,उसने खुद को कोसा कि बच्चे के लिये जल्दी करने की क्या जरूरत थी ?
मध्य दिसम्बर और सर्दियों का अद्भुत दिन था l
. वह खिड़की के बाहर हल्के कोहरे को अच्छी तरह से देख सकता हैl
याद आया कैसे सलमा पिछले साल शादी के तुरन्त बाद सर्दियों का सामना करने के लिए संघर्ष करना पड़ा l
अद्भुत थी यादें कि सलमा हमेशा आलिगंन्बद्ध रह्ती थीl
उसके मन मे विषाद की हल्की रेखा ने जन्म लिया यह जानते हुए भी कि आज रात आफ़िस मे देर होगी ही, शायद बकाया काम उसके इस सद्य उठे विषाद से निजात दिलान मे मददगार साबित हो l
निराशा मे सिर हिलाते हुये ,उसने सोचा कि उसके पास अपनी छोटी बहन अस्मा से मिलने का वक्त ही नहीं बचा , जो लगभग एक घन्टे की ड्राइव की दूरी पर रह्ती हैl
सलमा सालगिरह की बधाई के लिए कॉल करने वालों में पहली थी बार अब उसने गले मे एक निर्वात महसूस किया l पत्नी से बात की जो उसके पास से लगभग एक हजार किलोमीटर दूर है lबातचीत के बीच में सलमा आवाज टूट रअही थी उसे दिलासा दिलाना आसान नहीं था l
संक्षिप्त बातचीत के बाद, समीर अधिक अकेला महसूस कर रहा था और पहले की तुलना में उदास भी l बस , वह बाथरूम में प्रवेश करने जा रहा था कि टेलीफोन एक बार फिर बजा. दूसरे छोर से परिचित आवाज सुन कर अपने को सहज महसूस कियाl
दूसरे छोर पर आवाज. यह Asma थी l
शादी की सालगिरह मुबारक Asma दूसरे छोर पर लगभग चिल्लाकर बोली
"धन्यवाद" समीर एक मुस्कानके साथ कह कर बधाई स्वीकार की
संयोग से मैं सिर्फ मिनट पहले तुम्हारे के बारे में सोच रहा था!
"मुझसे झूठ मत बोलो? " उसकी आवाज उसी उत्साह में लथपथ थी
"अरे ऎसा दिन है जब आपको अपनी बहन को याद नहीं करना चाहिए."
"अजीब बात है", समीर कुछ हद तकहल्के तौर पर वह हँसा l "असल में मैं,
तुम्हें बुलाना चाह रहा था lमुझे आशंका है कि शायद हम लोग डिनर मे न मिल सके l
मुझे आपसे इसी तरह है कि उम्मीद है Asma ने हँसी से कहाl "मैं जानती हूँ कि अपनी नौकरी
आपकी दूसरी पत्नी हैl
लेकिन, क्या आपको नहीं लगता है कि कम से कम महीने में एक बार तो मिल ही सकते हैं?
हम पास होकर भी दूर हैं. "
"सच है" समीर ने अपराध भावना के साथ स्वीकार किया. "मैं तुमसे नही मिल सका l
"
"इसी कारण मैं यहाँ हूँ" Asma दूसरे छोर पर हँसी "मुड़ कर बाहर देखो l
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!