13-09-2023, 04:50 AM
अब मिताली जावेद के लंड को चूत के अंदर लेकर अपनी गांड को गोल गोल घूमाने लगी। जावेद के लंड को मिताली की चूत निचोड़ रही थी। उसके लंड अंदर से मसल रही थी। जावेद ने फिर से एक बार जोरदार झटके से लंड इतने अंदर घुसाया जैसे की चूत के अंदर लंड को गाड़ दिया हो। मिताली ने अभी अपनी चूत को निचे धकेला जिससे उसकी मुंह से जोर की चीख निकल गयी। एक जोर के फव्वारे के साथ मिताली की चूत का पानी बाहर निकला।
मिताली की चूत से पानी बाहर निकलता जा रहा था और जावेद रुकने के बजाय तेजी से जोरदार झटके लगा रहा था। वो दोनों भी जोरो से सिस्कारियां भर रहे थे दोनों का शरीर अब थरथर्राने लगा था। वो कुछ पल के लिए उसी क्षण में खोये रहे। जावेद थोड़ा निचे झुका और मिताली के निप्पल चूसने लगा। मिताली भी दोनों हाथों से जावेद का सर खुद के मम्मो पर दबा रही थी।
जावेद अब टॉप गियर में चला गया था। किसी मशीन की तरह जावेद का लंड चूत के अंदर बाहर होने लगा था। जावेद ने मिताली की दोनों जांघों को कसकर पकड़ा और इस तरह धक्के मारने लगा जैसे इसके बाद दुनिया ख़त्म होनेवाली हो। मिताली ने अपनी दोनों टाँगे जावेद के कंधो पर रख दी। इसकी वजह से उसकी गांड थोड़ा ऊपर उठ गयी और जावेद का लंड और ज्यादा अंदर जाने लगा।
जावेद जोर से उसकी चूत बजा रहा था, उसका पूरा लंड चूत की अंदर डुबकी मार कर बाहर आ रहा था। उसके शरीर का हर एक हिस्सा जावेद से रुकने के लिए बोल रहा था। क्योंकि उन धक्को की तीव्रता उन्होंने कभी महसूस ही नहीं की थी। लेकिन वो रुका नहीं क्यूंकि उसे पता था की वो क्या कर रहा है।
मिताली की सांसे शरीर के हिलने से तेज हो गयी थी। उस तीव्र उत्कटता की वजह से उसे बाजू हो जाना चाहिए था लेकिन अब मिताली का शरीर हिल भी नहीं पा रहा था। बस वो चिल्लाती रही और चिल्लाती रही। वो पूरी तरह जानवरो जैसी वासना थी।
जावेद को लगा की मिताली को अब आराम की जरूरत है इसलिए वो थोड़ा रुक गया। जावेद ने अपना लंड अब बाहर निकल दिया। उसका लंड मिताली के चूत के पानी से पूरा भरा हुआ था और इसलिए वो चमक भी रहा था। लेकिन उसका लंड अभी भी खड़ा था। इतना चोदने के बाद भी जावेद के लंड पर कोई असर नहीं था।
जावेद ने मिताली को टेबल पर से खिंचा और निचे उतारा। वो दोनों पूरी तरह से पसीने में नहा चुके थे। वो दोनों इसके बाद किसि प्रेमी जोड़े की तरह एक दूसरे को किस करने लगे। परमानन्द में एक दूसरे की पीठ सहलाने लगे।
जावेद मिताली के कान में कुछ बोला। इसपर मिताली के चेहरे पर ख़ुशी झलकी और उसने हाँ में सर हिलाया। उसने अपना मोबाईल उठाया और किसी को कॉल करने लगी। और वो बदनसीब मै ही था। मैंने कॉल उठाया।
मै : हेलो। कहाँ हो तुम ?
मिताली : सॉरी जानू। मै मेरे फ्रेंड के घर पर हूँ। वो इस शहर में अभी अभी आई है। मै उससे आजही अपने जिम में मिली।
मै : मै कब से तुम्हे कॉल करने की कोशिश कर रहा था।
मिताली : आय एम सॉरी जानू। मेरा मोबाईल सायलेंट मोड़ पर था। मैंने तुम्हारे मिस कॉल्स अभी अभी देखे।
मै : ओके। तुम वापस कब आ रही हो।
मिताली : वो मुझे छोड़ ही नहीं रही है। मै एक घंटे में वापस आ जाउंगी।
मै : क्या मै तुम्हे लेने के लिए वहांपर आउ ?
मिताली : नहीं जानू, मई रिक्शा से चली आउंगी। तुम आराम करो। हम लंच के लिए बाहर जायेंगे। और तुम इतना धीरे से क्यों बात कर रहे हो।
मै : कुछ नहीं गले में थोडीसी प्रॉब्लम हो रही है। ओके बाय।
मिताली की चूत से पानी बाहर निकलता जा रहा था और जावेद रुकने के बजाय तेजी से जोरदार झटके लगा रहा था। वो दोनों भी जोरो से सिस्कारियां भर रहे थे दोनों का शरीर अब थरथर्राने लगा था। वो कुछ पल के लिए उसी क्षण में खोये रहे। जावेद थोड़ा निचे झुका और मिताली के निप्पल चूसने लगा। मिताली भी दोनों हाथों से जावेद का सर खुद के मम्मो पर दबा रही थी।
जावेद अब टॉप गियर में चला गया था। किसी मशीन की तरह जावेद का लंड चूत के अंदर बाहर होने लगा था। जावेद ने मिताली की दोनों जांघों को कसकर पकड़ा और इस तरह धक्के मारने लगा जैसे इसके बाद दुनिया ख़त्म होनेवाली हो। मिताली ने अपनी दोनों टाँगे जावेद के कंधो पर रख दी। इसकी वजह से उसकी गांड थोड़ा ऊपर उठ गयी और जावेद का लंड और ज्यादा अंदर जाने लगा।
जावेद जोर से उसकी चूत बजा रहा था, उसका पूरा लंड चूत की अंदर डुबकी मार कर बाहर आ रहा था। उसके शरीर का हर एक हिस्सा जावेद से रुकने के लिए बोल रहा था। क्योंकि उन धक्को की तीव्रता उन्होंने कभी महसूस ही नहीं की थी। लेकिन वो रुका नहीं क्यूंकि उसे पता था की वो क्या कर रहा है।
मिताली की सांसे शरीर के हिलने से तेज हो गयी थी। उस तीव्र उत्कटता की वजह से उसे बाजू हो जाना चाहिए था लेकिन अब मिताली का शरीर हिल भी नहीं पा रहा था। बस वो चिल्लाती रही और चिल्लाती रही। वो पूरी तरह जानवरो जैसी वासना थी।
जावेद को लगा की मिताली को अब आराम की जरूरत है इसलिए वो थोड़ा रुक गया। जावेद ने अपना लंड अब बाहर निकल दिया। उसका लंड मिताली के चूत के पानी से पूरा भरा हुआ था और इसलिए वो चमक भी रहा था। लेकिन उसका लंड अभी भी खड़ा था। इतना चोदने के बाद भी जावेद के लंड पर कोई असर नहीं था।
जावेद ने मिताली को टेबल पर से खिंचा और निचे उतारा। वो दोनों पूरी तरह से पसीने में नहा चुके थे। वो दोनों इसके बाद किसि प्रेमी जोड़े की तरह एक दूसरे को किस करने लगे। परमानन्द में एक दूसरे की पीठ सहलाने लगे।
जावेद मिताली के कान में कुछ बोला। इसपर मिताली के चेहरे पर ख़ुशी झलकी और उसने हाँ में सर हिलाया। उसने अपना मोबाईल उठाया और किसी को कॉल करने लगी। और वो बदनसीब मै ही था। मैंने कॉल उठाया।
मै : हेलो। कहाँ हो तुम ?
मिताली : सॉरी जानू। मै मेरे फ्रेंड के घर पर हूँ। वो इस शहर में अभी अभी आई है। मै उससे आजही अपने जिम में मिली।
मै : मै कब से तुम्हे कॉल करने की कोशिश कर रहा था।
मिताली : आय एम सॉरी जानू। मेरा मोबाईल सायलेंट मोड़ पर था। मैंने तुम्हारे मिस कॉल्स अभी अभी देखे।
मै : ओके। तुम वापस कब आ रही हो।
मिताली : वो मुझे छोड़ ही नहीं रही है। मै एक घंटे में वापस आ जाउंगी।
मै : क्या मै तुम्हे लेने के लिए वहांपर आउ ?
मिताली : नहीं जानू, मई रिक्शा से चली आउंगी। तुम आराम करो। हम लंच के लिए बाहर जायेंगे। और तुम इतना धीरे से क्यों बात कर रहे हो।
मै : कुछ नहीं गले में थोडीसी प्रॉब्लम हो रही है। ओके बाय।