11-09-2023, 04:42 PM
मै दिल पर बोझ लिए हुए अलग दुनिया में चला गया। मै ये सब कभी भूल नहीं सकता था। मैं ये सब कुछ भूल नहीं सकता था।
अंदर वो एक दूसरे को मसल रहे थे, चुम रहे थे, जोर जोर से सिस्कारियां भर रहे थे। तभी जावेद अपने अगले काम के लिए तैयार हो गया। जावेद ने मिताली को टेबल पर सुलाया और उसे एडजस्ट करने लगा ताकि उसकी गांड टेबल के कोने पर आ जाये। उसकी उंगलिया फिर से मिताली के चूत पर चली गयी और दाने को रगड़ने लगी। मिताली को जावेद का मकसद समझ में आ गया इसलिए उसने अपनी टांगे थोड़ी सी फैला दी। इससे जावेद को मिताली के जांघो के बीच खड़े होकर चूत मसलने में आसानी हुई।
मिताली की चूत पूरी तरह से खुल चुकी थी। जोरदार ठुकाई की वजह से वो थोड़ा फ़ैल गयी थी और लाल हो गयी थी। जावेद ने अपनी दो उंगलिया मिताली के चूत में घुसा दी। मिताली ने एक जोर का धक्का लिया और अपने दोनों हाथों से टेबल के कोनो को कसकर पकडा। इस वजह से मिताली के मुंह से जोर की आह निकली।
जावेद ने अब उँगलियाँ चूत के बाहर निकली उसकी दोनों उँगलियाँ अब मिताली के चूत के रस से भरी थी। उस रस को जावेद ने अपने लंड के सुपाड़े पर लगाया और खुदका लंड मिताली के चूत पर सेट किया।
मेरा दिल अब जोरो से धड़कने लगा था, "हे भगवन, मै अब मेरी बीवी को पूरी तरह से खो देने वाला था। एक बार वो जावेद के लंड को अंदर ले लेती तो मेरा चैप्टर ख़त्म होने वाला था। " पर ये सब तो अब होने ही वाला था।
उसका लंड अब मिताली के चूत के पुरे नजदीक जा चूका था। ताकि वो दोनों एक दूसरे की गर्मी महसूस कर सके। फिर जावेद के लंड ने मिताली के चूत के दाने को स्पर्श किया और जावेद ने अपना लंड वहां जोर से दबाया।
इससे मिताली की बॉडी जोर से धक्के देने लगी। फिर जावेद अपने लंड को मिताली के चूत पर ऊपर से निचे रगड़ने लगा। लेकिन अंदर घुसा नहीं रहा था। इससे मिताली चिढ गयी।
मिताली : प्लीज……………
जावेद : जानू, मै सच में तुम्हे कसकर चोदना चाहता हूँ।
मिताली : हम्म्म्म……………
जावेद : मै अपना कड़क खड़ा लंड तुम्हारी गर्म गीली चूत में डालना चाहता हूँ। क्या तुम इसके लिए तैयार हो जान?
मिताली : हाँ…………… प्लीज……………
जावेद : तो फिर मुझे करेक्ट बताओ की तुम्हे क्या चाहिए?
मिताली : हम्म्म्म…………… प्लीज……………
जावेद : जल्दी बता ना रांड। (जावेद अब तेज़ी से लंड चूत पे मसल रहा था)
मिताली : आह्ह्ह्ह…………… ह्म्म्म्म्म…………… मुझे वो चाहिए…………… आह्ह्हह्ह…………… मेरे अंदर ……………
जावेद : और ……………
मिताली : प्लीज मुझे तड़पाना बंद करो …………… प्लीज…………… मुझे वो चाहिए ……………
जावेद : तो फिर बताओ की तुम्हे क्या चाहिए ?
मिताली : मुझे………मुझे …… हम्म्म………चाहिए……प्लीज।
जावेद : क्या तुम चाहती को के मै ये अंदर घुसा दू ?
मिताली : येस्स्स्स…………प्लीज…………करो ना …………मै चाहती हो की तुम मुझे तुम्हारे गर्म पानी से भर दो।
जावेद : तुम्हारे लिए मेरे पास बहुत सारा पानी है। मै तुम्हे तब तक चोदूंगा जब तक ये पानी तुम्हारे पुरे शरीर से गलने ना लगे।
मिताली : हाँ………प्लीज………मै अब और ज्यादा इंतज़ार नहीं कर सकती
मिताली ने अपनी पीठ टाइट कर दी और अपनी गांड थोड़ा ऊपर उठाई। उसने खुद को उस जानवर के हवाले कर दिया। वो अभी भी अपना लंड उसकी सूजी हुई चूत के ऊपर निचे रगड़ रहा था। लेकिन अंदर घुसा नहीं रहा था। मिताली ने निराश होकर एक आह भर दी।
मिताली : प्लीज मुझे इस तरह से ना तड़पाओ ………अंदर घुसा दो ………प्लीज ……………
जावेद : तो फिर मुझे सही शब्दों में बताओ………छिनाल…………किसि रंडी की तरह बताओ
मिताली : मुझे चाहिए की तुम मुझे तुम्हारे इस फौलादी लंड से चोद दो……… प्लीज…………
जावेद : तुम्हे ये सभ्य प्रकार से चाहिए या किसी जंगली की तरह
मिताली : मुझे ये काफी वहशी प्रकार से चाहिए। …………आह्ह्ह्ह……… मै चाहती हूँ की तुम मुझे किसी जानवर की तरह चोदो…… हम्म्म्म………… तुम मुझे तब तक चोदो जब तक चिल्ला चिल्ला कर मेरा बुरा हाल न हो जाये
जावेद: बहुत अच्छा मेरी छीनाल जान। ………… क्या तुम मेरा गीला पानी निकलोगी
मिताली : हाँ …………अभी प्लीज …………तुम्हारा लंड मेरे अंदर डालो ना ………… मै और ज्यादा नहीं रुकूँगी …………प्लीज ………… आह्ह्ह्ह …………
जावेद : ओके जान।
जावेद ने अपना सर झुकाया। और मिताली के बॉडी के ऊपर झुक गया। अपने लंड का सुपाड़ा एक दम चूत के दरवाज़े पर रख दिया। धीरे से झुका और पूरी मोहब्बत से उसने मिताली के होठों को किस किया।
मिताली ने भी उसी नजाकत और मोहब्बत से रिस्पॉन्स दिया। मिताली अब गांड ऊपर की तरफ उठाने लगी ताकि लंड उसकी चूत में घुस जाये। उसने और थोड़ा गांड ऊपर उठाई और वासना के नशे में सिस्कारियां लेने लगी। अब जावेद का लंड धीरे धीरे चूत के अंदर घुसने लगा था।
मित्तली : आह्ह…… आग्ग्ग्ग्गह्ह्ह्ह …………आह…आह …… आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह……… आंगगगग……यस……प्लीज ……स्लो…… अहह
जावेद ने अपनी बॉडी को हाथों के ऊपर ठहरा किया था। वो और अब झुक गया। जावेद भी अब किसि जंगली जानवर की तरह गुर्राने लगा था। वो थोड़ा इंच इंच अपना लंड चूत के अंदर सरकाने लगा। मिताली ने जावेद के कंधो को कसकर लिपटा था। वो अब नाख़ून जावेद की पीठ के अंदर धंसने लगी थी। जावेद का अंदर घुंसना लेकिन जारी रहा। मिताली के चेहरे के भाव अब बदलने लगे थे। मैंने अब तक की जिंदगी में इससे पहले उसके चेहरे पर ऐसे भाव नहीं देखे थे।
अब जावेद का लंड उस एरिये में जा रहा था जिस एरिये में अभी तक कोई लंड नहीं पहुंचा था। क्यूंकि मेरा लंड उस जानवर के लंड के आधा ही था इसलिए मेरा लंड कभी इतना अंदर तक नहीं पहुंचा था। मिताली जिंदगी में पहली बार डबल साइज़ का लंड अंदर ले रही थी।
अंदर वो एक दूसरे को मसल रहे थे, चुम रहे थे, जोर जोर से सिस्कारियां भर रहे थे। तभी जावेद अपने अगले काम के लिए तैयार हो गया। जावेद ने मिताली को टेबल पर सुलाया और उसे एडजस्ट करने लगा ताकि उसकी गांड टेबल के कोने पर आ जाये। उसकी उंगलिया फिर से मिताली के चूत पर चली गयी और दाने को रगड़ने लगी। मिताली को जावेद का मकसद समझ में आ गया इसलिए उसने अपनी टांगे थोड़ी सी फैला दी। इससे जावेद को मिताली के जांघो के बीच खड़े होकर चूत मसलने में आसानी हुई।
मिताली की चूत पूरी तरह से खुल चुकी थी। जोरदार ठुकाई की वजह से वो थोड़ा फ़ैल गयी थी और लाल हो गयी थी। जावेद ने अपनी दो उंगलिया मिताली के चूत में घुसा दी। मिताली ने एक जोर का धक्का लिया और अपने दोनों हाथों से टेबल के कोनो को कसकर पकडा। इस वजह से मिताली के मुंह से जोर की आह निकली।
जावेद ने अब उँगलियाँ चूत के बाहर निकली उसकी दोनों उँगलियाँ अब मिताली के चूत के रस से भरी थी। उस रस को जावेद ने अपने लंड के सुपाड़े पर लगाया और खुदका लंड मिताली के चूत पर सेट किया।
मेरा दिल अब जोरो से धड़कने लगा था, "हे भगवन, मै अब मेरी बीवी को पूरी तरह से खो देने वाला था। एक बार वो जावेद के लंड को अंदर ले लेती तो मेरा चैप्टर ख़त्म होने वाला था। " पर ये सब तो अब होने ही वाला था।
उसका लंड अब मिताली के चूत के पुरे नजदीक जा चूका था। ताकि वो दोनों एक दूसरे की गर्मी महसूस कर सके। फिर जावेद के लंड ने मिताली के चूत के दाने को स्पर्श किया और जावेद ने अपना लंड वहां जोर से दबाया।
इससे मिताली की बॉडी जोर से धक्के देने लगी। फिर जावेद अपने लंड को मिताली के चूत पर ऊपर से निचे रगड़ने लगा। लेकिन अंदर घुसा नहीं रहा था। इससे मिताली चिढ गयी।
मिताली : प्लीज……………
जावेद : जानू, मै सच में तुम्हे कसकर चोदना चाहता हूँ।
मिताली : हम्म्म्म……………
जावेद : मै अपना कड़क खड़ा लंड तुम्हारी गर्म गीली चूत में डालना चाहता हूँ। क्या तुम इसके लिए तैयार हो जान?
मिताली : हाँ…………… प्लीज……………
जावेद : तो फिर मुझे करेक्ट बताओ की तुम्हे क्या चाहिए?
मिताली : हम्म्म्म…………… प्लीज……………
जावेद : जल्दी बता ना रांड। (जावेद अब तेज़ी से लंड चूत पे मसल रहा था)
मिताली : आह्ह्ह्ह…………… ह्म्म्म्म्म…………… मुझे वो चाहिए…………… आह्ह्हह्ह…………… मेरे अंदर ……………
जावेद : और ……………
मिताली : प्लीज मुझे तड़पाना बंद करो …………… प्लीज…………… मुझे वो चाहिए ……………
जावेद : तो फिर बताओ की तुम्हे क्या चाहिए ?
मिताली : मुझे………मुझे …… हम्म्म………चाहिए……प्लीज।
जावेद : क्या तुम चाहती को के मै ये अंदर घुसा दू ?
मिताली : येस्स्स्स…………प्लीज…………करो ना …………मै चाहती हो की तुम मुझे तुम्हारे गर्म पानी से भर दो।
जावेद : तुम्हारे लिए मेरे पास बहुत सारा पानी है। मै तुम्हे तब तक चोदूंगा जब तक ये पानी तुम्हारे पुरे शरीर से गलने ना लगे।
मिताली : हाँ………प्लीज………मै अब और ज्यादा इंतज़ार नहीं कर सकती
मिताली ने अपनी पीठ टाइट कर दी और अपनी गांड थोड़ा ऊपर उठाई। उसने खुद को उस जानवर के हवाले कर दिया। वो अभी भी अपना लंड उसकी सूजी हुई चूत के ऊपर निचे रगड़ रहा था। लेकिन अंदर घुसा नहीं रहा था। मिताली ने निराश होकर एक आह भर दी।
मिताली : प्लीज मुझे इस तरह से ना तड़पाओ ………अंदर घुसा दो ………प्लीज ……………
जावेद : तो फिर मुझे सही शब्दों में बताओ………छिनाल…………किसि रंडी की तरह बताओ
मिताली : मुझे चाहिए की तुम मुझे तुम्हारे इस फौलादी लंड से चोद दो……… प्लीज…………
जावेद : तुम्हे ये सभ्य प्रकार से चाहिए या किसी जंगली की तरह
मिताली : मुझे ये काफी वहशी प्रकार से चाहिए। …………आह्ह्ह्ह……… मै चाहती हूँ की तुम मुझे किसी जानवर की तरह चोदो…… हम्म्म्म………… तुम मुझे तब तक चोदो जब तक चिल्ला चिल्ला कर मेरा बुरा हाल न हो जाये
जावेद: बहुत अच्छा मेरी छीनाल जान। ………… क्या तुम मेरा गीला पानी निकलोगी
मिताली : हाँ …………अभी प्लीज …………तुम्हारा लंड मेरे अंदर डालो ना ………… मै और ज्यादा नहीं रुकूँगी …………प्लीज ………… आह्ह्ह्ह …………
जावेद : ओके जान।
जावेद ने अपना सर झुकाया। और मिताली के बॉडी के ऊपर झुक गया। अपने लंड का सुपाड़ा एक दम चूत के दरवाज़े पर रख दिया। धीरे से झुका और पूरी मोहब्बत से उसने मिताली के होठों को किस किया।
मिताली ने भी उसी नजाकत और मोहब्बत से रिस्पॉन्स दिया। मिताली अब गांड ऊपर की तरफ उठाने लगी ताकि लंड उसकी चूत में घुस जाये। उसने और थोड़ा गांड ऊपर उठाई और वासना के नशे में सिस्कारियां लेने लगी। अब जावेद का लंड धीरे धीरे चूत के अंदर घुसने लगा था।
मित्तली : आह्ह…… आग्ग्ग्ग्गह्ह्ह्ह …………आह…आह …… आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह……… आंगगगग……यस……प्लीज ……स्लो…… अहह
जावेद ने अपनी बॉडी को हाथों के ऊपर ठहरा किया था। वो और अब झुक गया। जावेद भी अब किसि जंगली जानवर की तरह गुर्राने लगा था। वो थोड़ा इंच इंच अपना लंड चूत के अंदर सरकाने लगा। मिताली ने जावेद के कंधो को कसकर लिपटा था। वो अब नाख़ून जावेद की पीठ के अंदर धंसने लगी थी। जावेद का अंदर घुंसना लेकिन जारी रहा। मिताली के चेहरे के भाव अब बदलने लगे थे। मैंने अब तक की जिंदगी में इससे पहले उसके चेहरे पर ऐसे भाव नहीं देखे थे।
अब जावेद का लंड उस एरिये में जा रहा था जिस एरिये में अभी तक कोई लंड नहीं पहुंचा था। क्यूंकि मेरा लंड उस जानवर के लंड के आधा ही था इसलिए मेरा लंड कभी इतना अंदर तक नहीं पहुंचा था। मिताली जिंदगी में पहली बार डबल साइज़ का लंड अंदर ले रही थी।