28-08-2023, 01:19 PM
वहां अपने रूम में पायल बिस्तर पर लेटी हुई है. कान के अन्दर हेडफोन्स घुसाए वो गाने सुन रही है.
उर्मिला : पायल... अरी ओ पायल रानी..!! सो रही है क्या? (पायल का कोई जवाब ना पा कर उर्मिला उसके पास जाती है और उसके कंधे हो हिलाते हुए कहती है) पायल...!!!
पायल : (हडबडा के आँखे खोलते हुए) अरे भाभी आप? सॉरी... मैं हेडफोन्स लगा के थी तो मुझे पता ही नहीं चला.
उर्मिला : (बिस्तर पर पायल के पास बैठते हुए) कोई बात नहीं. ननद भाभी के बीच नो सॉरी नो थैंक्यू. वैसे तेरा दिल तो लग रहा है ना घर में?
पायल : हाँ भाभी... लग रहा है. और छुट्टियाँ किसे नहीं अच्छी लगती?
उर्मिला : (हँसते हुए) वो बात तो है. लेकिन कॉलेज कॉलेज की बात ही कुछ और होती है. आज पहला दिन है इसलिए तू खुश है. २-३ दिन के बाद तुझे बोर होने लगेगा घर में.
पायल : (मुहँ बना के) हाँ भाभी. ये बात तो है. कॉलेज में फ्रेंड्स के साथ कैसे समय बीत जाता है पता ही नहीं चलता.
उर्मिला : हाँ एकदम सही कहा... वैसे पायल, तू इतनी सुन्दर है, दूध जैसी गोरी. तेरी फिगर भी एकदम बॉलीवुड की हीरोइन की तरह है. कॉलेज में तो बहुत से लड़के तेरे पीछे होंगे ना?
भाभी के इस सवाल पर पायल थोडा शर्मा जाती है.
पायल : (थोडा शर्माते हुए) हाँ..!! पीछे तो पड़ते है...लेकिन भाभी मैं किसी को भी भाव नहीं देती... गॉड प्रॉमिस....
उर्मिला : अरे मैं ये सब एक सहेली के नाते पूछ रहीं हूँ. ऐसा नहीं है की मैं ये सब घरवालों को बता दूंगी. और एक राज़ की बात बताऊँ? मैं जब कॉलेज में थी तो मैंने एक साथ ३ लड़कों को फंसा रखा था....
उर्मिला की बात सुन के पायल फ़ोन लॉक कर के बिस्तर पर उठ के बैठ जाती है और बड़ी बड़ी आँखों से भाभी को देखते हुए कहती हैं.
पायल : क्या बोल रहे हो आप भाभी? एक साथ ३ लड़के?
उर्मिला : हाँ और क्या? कोई मेरा फ़ोन रिचार्ज करा देता था, कोई मुझे शौपिंग करा देता था तो कोई रोज मुझे कॉलेज से लेने और छोड़ने आता था.
पायल : (हँसते हुए) भाभी आप भी ना...!! सच में..!! ये सोच के ही मेरा दिल घबरा रहा है.
उर्मिला : क्यूँ ? वो लड़के मुझे गर्लफ्रेंड बना के अपने दोस्तों के सामने इतरा सकते है तो उसका थोडा भुगतान तो करना ही पड़ेगा ना?
पायल : लेकिन भाभी .... फिर तो वो लड़के भी आपके साथ 'वो' सब करते होंगे ना....
उर्मिला : वो सब? जरा खुल के बोलो पायल रानी. ये भाषा मेरी समझ में नहीं आती.
पायल : (मुस्कुराते हुए ) आई मीन भाभी...किस्सिंग, यहाँ वहां हाथ लगाना.....
उर्मिला : हाँss..!! थोडा बहुत तो करने देती थी. लेकिन इस से कभी कुछ ज्यादा नहीं.
पायल (मुस्कुराते हुए) हम्म...! मतलब आपने अपने आप को भैया के लिए बचा के रखा था, हैं ना?
उर्मिला : मैंने ऐसा तो नहीं कहा ....
भाभी का जवाब सुन के पायल के चेहरे का रंग उड़ जाता है.
पायल : मतलब भाभी आपने.... शादी से पहले ही वो सब.....
उर्मिला : शादी से पहले? पगली उस वक़्त तो मैं कॉलेज में थीं, १२ वीं कक्षा में.
पायल : (बड़ी बड़ी आँखे कर के) बापरे भाभी..!! कॉलेज में ही? वो क्या आपकी क्लास में था?
उर्मिला : अब वो कौन था ये मत पूछ. तू यकीन नहीं करेगी.
पायल : (हाथो से भाभी की जांघो को झिंझोड़ते हुए) भाभी प्लीज... बताइए ना...कौन था वो...प्लीज भाभी....
उर्मिला : रहने दे पायल. मेरी सारी बातें जान लेगी और जब तेरी बारी आएगी तो मुझे कुछ नहीं बताएगी तू.
पायल : सच भाभी...मैं भी आपसे कुछ नहीं छूपाउंगी....गॉड प्रॉमिस...(पायल अपने गले को छु कर कहती है)
उर्मिला : वादा करती है? मुझसे सब शेयर करेगी? कभी कुछ नहीं छुपाएगी?
पायल : हाँ भाभी ... आई प्रॉमिस...
उर्मिला : (दोनों पैरों को उठा के बिस्तर पर रख लेती है और एक गहरी सांस लेकर) वो मेरे सगे चाचा का लड़का था, मेरा चचेरा भाई...
उर्मिला की बात सुन के पायल की आँखे बड़ी बड़ी हो जाती है, मुहँ खुल जाता है और उसका हाथ अपने आप ही मुहँ पर आ जाता है.
पायल : माई गॉड भाभी....आपने अपने भाई के साथ ही......
उर्मिला : तो इसमें क्या है पायल? देख ... जब लड़की की जवानी में आग लगती है ना, तो उसे सिर्फ लंड दिखाई देता है. अब वो लंड किसका है इस बात से उसे कोई फरक नहीं पड़ता. उस लंड से बूर की प्यास बुझनी चाहिए बस.
पायल : (उर्मिला की बात से पायल कुछ हद तक सहमत है) बात तो आपकी ठीक है भाभी. लेकिन.....(पायल कुछ सोच में पड़ जाती है)
उर्मिला : लेकिन? बोल ना? क्या पूछना चाह रही थी तू?
पायल : (थोड़ी हिचकिचाते हुए एक बार उर्मिला की और देखती है फिर नज़रे झुका के ऊँगली से दुसरे हाथ की ऊँगली के नाख़ून को कुरादने लगती है. उर्मिला भी उसे समय देती है. कुछ समय की ख़ामोशी के बाद) भाभी... मैं ये बोल रही थी की आपकी बात से मैं सहमत हूँ की जब लड़की को कुछ कुछ होता है...(उर्मिला एक बार फिर पायल की बात काट देती है)
उर्मिला : ये क्या शाहरुख़ खान और काजोल की फिल्म चल रही है? मैडम .... फिल्म में जो 'कुछ कुछ होता है' वो दिल में होता है, यहाँ जो 'कुछ कुछ होता है' वो बूर में होता है. और मैंने तुझसे कहा ना की मेरी समझ में ये भाषा नहीं आती. खुल के बोल....
पायल : (उर्मिला की बात सुन के पायल को जोरो की हँसी आ जाती है. वो हँसते हुए कहती है) हाहाहाहाहा भाभी...आप भी ना..!! (फिर अपनी हंसी को काबू करते हुए) अच्छा भाभी आई एम सॉरी ... अब मैं उसी भाषा का इस्तेमाल करुँगी जो आपको समझ आती है, अब ठीक है?
उर्मिला : ये हुई ना बात...!! अब बोल, क्या पूछ रही थी तू ?
पायल : भाभी मैं बोल रही थी की आपकी बात से मैं कुछ हद तक सहमत हूँ की जब किसी लड़की को कु...मेरा मतलब है की उसकी बूर में आग लगती है तो उसे सिर्फ लंड ही दीखता है. लेकिन भाभी इसका ये मतलब तो नहीं की वो किसी का भी लंड ले ले... चचेरा भाई भी तो आखिर भाई ही होता है ना?
उर्मिला : पगली तू चचेरे भाई की बात कर रही है ? यहाँ को लड़कियां अपने सगे भाई का लंड भी ले लेती है....
उर्मिला की बात सुन के पायल की आँखे बड़ी हो जाती है, मुहँ खुल जाता है. कुछ ही क्षण में पायल हाथों से अपने कान बंद कर लेती है.
पायल : छीssss भाभी...!!! कुछ भी बोल रही हैं आप.
उर्मिला : अरे सच बोल रही हूँ. भाई तो छोड़, लडकियाँ तो अपने बाप का लंड भी ले लेती है....
ये सुन के पायल फिर से हाथों से अपने कान बंद कर लेती है और आँखे भी.
पायल : छीssssss भाभी...आप कितनी गन्दी हो...
उर्मिला : वाह री मेरी ननद रानी..!! बाहर कोई लड़की अपने बाप भाई से चुदवाये और गन्दी बनू मैं?
पायल : भाभी मेरे कहने का मतलब है की कहीं भी ऐसा कुछ नहीं होता. ये सब आप मुझे परेशान करने के लिए बोल रहीं है...हैं ना?
उर्मिला : हाँ हाँ ... तू मेरी सबसे बड़ी दुश्मन जो है. मैं तुझे वही बता रही हूँ पायल जो सच में घरों में होता है. तुझे परेशान कर के मुझे क्या मिलेगा ?
पायल : लेकिन भाभी मुझे अब भी यकीन नहीं हो रहा की ऐसा भी कुछ होता है.
उर्मिला : और अगर मैंने साबित कर दिया की ऐसा होता ही नहीं बल्कि बहुत ज्यादा भी होता है तो ?
पायल : (भाभी का आत्मविश्वास देख के थोड़ा हिचकिचा जाती है) तो...तो...तो मैं आपकी बात मान लुंगी..
उर्मिला : फिर ठीक है. तू यहीं रुक, मैं ५ मिनट में आती हूँ.
उर्मिला कमरे से बाहर चली जाती है. उसके जाते ही पायल एक हाथ अपने सर पर रखती है और 'धम्म' से बिस्तर पर गिर जाती है. "ओह माई गॉड...!!! भाभी ये सब क्या बोल रही थी?", उसके मन में उथल पुथल होने लगती है. कई सवाल एक साथ उसके मन में उठने लगते हैं. "कोई लड़की अपने ही पापा और भाई के साथ....?? नो नेवर...ऐसा हो ही नहीं सकता...". पायल अपने मन को यकीन दिलाने की कोशिश करती है की ये सब मात्र एक झूठ था. लेकिन उसके अन्दर एक उत्सुकता भी थी जो उसे कहीं ना कहीं उर्मिला की बातों पर यकीन करने के लिए उकसा रहा थी. "अगर भाभी की बात सच हुई तो?....क्या सच में कोई लड़की अपने पापा और भाई का लंड ले सकती है?". ऐसे ही कई सवालों में घिरी पायल बिस्तर पर लेट के उर्मिला का इंतज़ार करने लगती है.
(कहानी जारी है. अब तक कैसी लगी कृपया कर के बतायें )
उर्मिला : पायल... अरी ओ पायल रानी..!! सो रही है क्या? (पायल का कोई जवाब ना पा कर उर्मिला उसके पास जाती है और उसके कंधे हो हिलाते हुए कहती है) पायल...!!!
पायल : (हडबडा के आँखे खोलते हुए) अरे भाभी आप? सॉरी... मैं हेडफोन्स लगा के थी तो मुझे पता ही नहीं चला.
उर्मिला : (बिस्तर पर पायल के पास बैठते हुए) कोई बात नहीं. ननद भाभी के बीच नो सॉरी नो थैंक्यू. वैसे तेरा दिल तो लग रहा है ना घर में?
पायल : हाँ भाभी... लग रहा है. और छुट्टियाँ किसे नहीं अच्छी लगती?
उर्मिला : (हँसते हुए) वो बात तो है. लेकिन कॉलेज कॉलेज की बात ही कुछ और होती है. आज पहला दिन है इसलिए तू खुश है. २-३ दिन के बाद तुझे बोर होने लगेगा घर में.
पायल : (मुहँ बना के) हाँ भाभी. ये बात तो है. कॉलेज में फ्रेंड्स के साथ कैसे समय बीत जाता है पता ही नहीं चलता.
उर्मिला : हाँ एकदम सही कहा... वैसे पायल, तू इतनी सुन्दर है, दूध जैसी गोरी. तेरी फिगर भी एकदम बॉलीवुड की हीरोइन की तरह है. कॉलेज में तो बहुत से लड़के तेरे पीछे होंगे ना?
भाभी के इस सवाल पर पायल थोडा शर्मा जाती है.
पायल : (थोडा शर्माते हुए) हाँ..!! पीछे तो पड़ते है...लेकिन भाभी मैं किसी को भी भाव नहीं देती... गॉड प्रॉमिस....
उर्मिला : अरे मैं ये सब एक सहेली के नाते पूछ रहीं हूँ. ऐसा नहीं है की मैं ये सब घरवालों को बता दूंगी. और एक राज़ की बात बताऊँ? मैं जब कॉलेज में थी तो मैंने एक साथ ३ लड़कों को फंसा रखा था....
उर्मिला की बात सुन के पायल फ़ोन लॉक कर के बिस्तर पर उठ के बैठ जाती है और बड़ी बड़ी आँखों से भाभी को देखते हुए कहती हैं.
पायल : क्या बोल रहे हो आप भाभी? एक साथ ३ लड़के?
उर्मिला : हाँ और क्या? कोई मेरा फ़ोन रिचार्ज करा देता था, कोई मुझे शौपिंग करा देता था तो कोई रोज मुझे कॉलेज से लेने और छोड़ने आता था.
पायल : (हँसते हुए) भाभी आप भी ना...!! सच में..!! ये सोच के ही मेरा दिल घबरा रहा है.
उर्मिला : क्यूँ ? वो लड़के मुझे गर्लफ्रेंड बना के अपने दोस्तों के सामने इतरा सकते है तो उसका थोडा भुगतान तो करना ही पड़ेगा ना?
पायल : लेकिन भाभी .... फिर तो वो लड़के भी आपके साथ 'वो' सब करते होंगे ना....
उर्मिला : वो सब? जरा खुल के बोलो पायल रानी. ये भाषा मेरी समझ में नहीं आती.
पायल : (मुस्कुराते हुए ) आई मीन भाभी...किस्सिंग, यहाँ वहां हाथ लगाना.....
उर्मिला : हाँss..!! थोडा बहुत तो करने देती थी. लेकिन इस से कभी कुछ ज्यादा नहीं.
पायल (मुस्कुराते हुए) हम्म...! मतलब आपने अपने आप को भैया के लिए बचा के रखा था, हैं ना?
उर्मिला : मैंने ऐसा तो नहीं कहा ....
भाभी का जवाब सुन के पायल के चेहरे का रंग उड़ जाता है.
पायल : मतलब भाभी आपने.... शादी से पहले ही वो सब.....
उर्मिला : शादी से पहले? पगली उस वक़्त तो मैं कॉलेज में थीं, १२ वीं कक्षा में.
पायल : (बड़ी बड़ी आँखे कर के) बापरे भाभी..!! कॉलेज में ही? वो क्या आपकी क्लास में था?
उर्मिला : अब वो कौन था ये मत पूछ. तू यकीन नहीं करेगी.
पायल : (हाथो से भाभी की जांघो को झिंझोड़ते हुए) भाभी प्लीज... बताइए ना...कौन था वो...प्लीज भाभी....
उर्मिला : रहने दे पायल. मेरी सारी बातें जान लेगी और जब तेरी बारी आएगी तो मुझे कुछ नहीं बताएगी तू.
पायल : सच भाभी...मैं भी आपसे कुछ नहीं छूपाउंगी....गॉड प्रॉमिस...(पायल अपने गले को छु कर कहती है)
उर्मिला : वादा करती है? मुझसे सब शेयर करेगी? कभी कुछ नहीं छुपाएगी?
पायल : हाँ भाभी ... आई प्रॉमिस...
उर्मिला : (दोनों पैरों को उठा के बिस्तर पर रख लेती है और एक गहरी सांस लेकर) वो मेरे सगे चाचा का लड़का था, मेरा चचेरा भाई...
उर्मिला की बात सुन के पायल की आँखे बड़ी बड़ी हो जाती है, मुहँ खुल जाता है और उसका हाथ अपने आप ही मुहँ पर आ जाता है.
पायल : माई गॉड भाभी....आपने अपने भाई के साथ ही......
उर्मिला : तो इसमें क्या है पायल? देख ... जब लड़की की जवानी में आग लगती है ना, तो उसे सिर्फ लंड दिखाई देता है. अब वो लंड किसका है इस बात से उसे कोई फरक नहीं पड़ता. उस लंड से बूर की प्यास बुझनी चाहिए बस.
पायल : (उर्मिला की बात से पायल कुछ हद तक सहमत है) बात तो आपकी ठीक है भाभी. लेकिन.....(पायल कुछ सोच में पड़ जाती है)
उर्मिला : लेकिन? बोल ना? क्या पूछना चाह रही थी तू?
पायल : (थोड़ी हिचकिचाते हुए एक बार उर्मिला की और देखती है फिर नज़रे झुका के ऊँगली से दुसरे हाथ की ऊँगली के नाख़ून को कुरादने लगती है. उर्मिला भी उसे समय देती है. कुछ समय की ख़ामोशी के बाद) भाभी... मैं ये बोल रही थी की आपकी बात से मैं सहमत हूँ की जब लड़की को कुछ कुछ होता है...(उर्मिला एक बार फिर पायल की बात काट देती है)
उर्मिला : ये क्या शाहरुख़ खान और काजोल की फिल्म चल रही है? मैडम .... फिल्म में जो 'कुछ कुछ होता है' वो दिल में होता है, यहाँ जो 'कुछ कुछ होता है' वो बूर में होता है. और मैंने तुझसे कहा ना की मेरी समझ में ये भाषा नहीं आती. खुल के बोल....
पायल : (उर्मिला की बात सुन के पायल को जोरो की हँसी आ जाती है. वो हँसते हुए कहती है) हाहाहाहाहा भाभी...आप भी ना..!! (फिर अपनी हंसी को काबू करते हुए) अच्छा भाभी आई एम सॉरी ... अब मैं उसी भाषा का इस्तेमाल करुँगी जो आपको समझ आती है, अब ठीक है?
उर्मिला : ये हुई ना बात...!! अब बोल, क्या पूछ रही थी तू ?
पायल : भाभी मैं बोल रही थी की आपकी बात से मैं कुछ हद तक सहमत हूँ की जब किसी लड़की को कु...मेरा मतलब है की उसकी बूर में आग लगती है तो उसे सिर्फ लंड ही दीखता है. लेकिन भाभी इसका ये मतलब तो नहीं की वो किसी का भी लंड ले ले... चचेरा भाई भी तो आखिर भाई ही होता है ना?
उर्मिला : पगली तू चचेरे भाई की बात कर रही है ? यहाँ को लड़कियां अपने सगे भाई का लंड भी ले लेती है....
उर्मिला की बात सुन के पायल की आँखे बड़ी हो जाती है, मुहँ खुल जाता है. कुछ ही क्षण में पायल हाथों से अपने कान बंद कर लेती है.
पायल : छीssss भाभी...!!! कुछ भी बोल रही हैं आप.
उर्मिला : अरे सच बोल रही हूँ. भाई तो छोड़, लडकियाँ तो अपने बाप का लंड भी ले लेती है....
ये सुन के पायल फिर से हाथों से अपने कान बंद कर लेती है और आँखे भी.
पायल : छीssssss भाभी...आप कितनी गन्दी हो...
उर्मिला : वाह री मेरी ननद रानी..!! बाहर कोई लड़की अपने बाप भाई से चुदवाये और गन्दी बनू मैं?
पायल : भाभी मेरे कहने का मतलब है की कहीं भी ऐसा कुछ नहीं होता. ये सब आप मुझे परेशान करने के लिए बोल रहीं है...हैं ना?
उर्मिला : हाँ हाँ ... तू मेरी सबसे बड़ी दुश्मन जो है. मैं तुझे वही बता रही हूँ पायल जो सच में घरों में होता है. तुझे परेशान कर के मुझे क्या मिलेगा ?
पायल : लेकिन भाभी मुझे अब भी यकीन नहीं हो रहा की ऐसा भी कुछ होता है.
उर्मिला : और अगर मैंने साबित कर दिया की ऐसा होता ही नहीं बल्कि बहुत ज्यादा भी होता है तो ?
पायल : (भाभी का आत्मविश्वास देख के थोड़ा हिचकिचा जाती है) तो...तो...तो मैं आपकी बात मान लुंगी..
उर्मिला : फिर ठीक है. तू यहीं रुक, मैं ५ मिनट में आती हूँ.
उर्मिला कमरे से बाहर चली जाती है. उसके जाते ही पायल एक हाथ अपने सर पर रखती है और 'धम्म' से बिस्तर पर गिर जाती है. "ओह माई गॉड...!!! भाभी ये सब क्या बोल रही थी?", उसके मन में उथल पुथल होने लगती है. कई सवाल एक साथ उसके मन में उठने लगते हैं. "कोई लड़की अपने ही पापा और भाई के साथ....?? नो नेवर...ऐसा हो ही नहीं सकता...". पायल अपने मन को यकीन दिलाने की कोशिश करती है की ये सब मात्र एक झूठ था. लेकिन उसके अन्दर एक उत्सुकता भी थी जो उसे कहीं ना कहीं उर्मिला की बातों पर यकीन करने के लिए उकसा रहा थी. "अगर भाभी की बात सच हुई तो?....क्या सच में कोई लड़की अपने पापा और भाई का लंड ले सकती है?". ऐसे ही कई सवालों में घिरी पायल बिस्तर पर लेट के उर्मिला का इंतज़ार करने लगती है.
(कहानी जारी है. अब तक कैसी लगी कृपया कर के बतायें )