27-08-2023, 08:59 PM
अपडेट ४:
पानी की टंकी छत के एक कोने में स्थीत है. टंकी के पीछे एक त्रिकोण आकार का छत का खाली हिस्सा है जिसके दोनों तरफ छत की ऊँची दीवार और तीसरी तरफ पानी की टंकी है. उर्मिला सोनू का हाथ पकड़ के वहां ले आती है और निचे बैठ जाती है. सोनू का हाथ पकडे हुए उर्मिला कहती है.
उर्मिला : आ सोनू. मेरे सामने बैठ.
सोनू उर्मिला के सामने बैठ जाता है. उसका मोटा लंड अब भी शॉर्ट्स के बाहर ही है. उर्मिला सोनू के सामने पहले तो पेशाब करने वाली पोजीशन में बैठती है और अपनी साड़ी निचे से उठा के कमर तक चढ़ा लेती है. फिर वो ज़मीन पर बैठ जाती है और पीछे हो कर अपना सर दोनों तरफ की दीवारों के बीच टिका देती है. उर्मिला धीरे धीरे अपने पैरों खोलती है और उसकी बूर सोनू के सामने खुल के आ जाती है. उर्मिला की बूर के ऊपर घने और दोनों तरफ हलके काले घुंगराले बाल है. बूर के ओंठ आपस में चिपके हुए है जिनके बीच से चिपचिपा पानी रिस रहा है. उर्मिला प्यार से सोनू की तरफ देखती है और कहती है.
उर्मिला : अपनी भाभी का खज़ाना कैसा लगा देवर जी ?
सोनू भले ही कितना भी बड़ा कमीना हो लेकिन उसने कभी भी उर्मिला को उस नज़र से नहीं देखा था. जब उर्मिला शादी कर के नयी नयी इस घर में आई थी तब से उसने सोनू को बहुत प्यार दिया था. पापा की मार से बचाने से ले कर दोस्तों के साथ फिल्म देखने के पैसो तक भाभी ने हमेशा से ही उसका साथ दिया था. उसके दिल में उर्मिला भाभी के लिए माँ बाप से ज्यादा सम्मान था. वो भाभी को कभी इस हाल में भी देखेगा उसने कभी नहीं सोचा था. सोनू एक बार उर्मिला भाभी की बूर पर नज़र डालता है और फिर पीछे हट जाता है.
सोनू : नहीं भाभी. ये मुझसे नहीं होगा. आप मुझे बहुत प्यारी है. देखिये ना ...(अपने छोटे होते हुए लंड की तरफ इशारा करते हुए)... अब तो इसने भी मना कर दिया है.
उर्मिला सोनू की तरफ बड़े ही आश्चर्यता से देखती है. उसे यकीन ही नहीं होता है की जो लड़का अपनी बहन के पीछे लंड खड़ा किये घूमता है वो अपनी भाभी की खुली बूर से दूर भाग रहा है. तभी उर्मिला के विचार में आये उस 'बहन' शब्द ने सारा मामला सुलझा दिया. उर्मिला ने अँधेरे में एक तीर चला दिया.
उर्मिला : (अपने हाथ की दो उँगलियों से बूर के ओठों को थोड़ा खोलते हुए) देख सोनू... ध्यान से देख. ये बूर तेरी भाभी की थोड़ी ना है. ये तो तेरी पायल दीदी की बूर है.
उर्मिला की बात सुन के सोनू गौर से उसकी बूर को देखने लगता है. उसकी नज़रे उर्मिला की बूर की फांक में धँस जाती है. सोनू को अपनी बूर को इस तरह से घूरता देख उर्मिला का हौसला बढ़ जाता है.
उर्म्मिला : (अपनी कमर को थोड़ा उठा के अपनी बूर को सोनू के और करीब ले जाती है) अपनी पायल दीदी की बूर को देख सोनू. कैसे तुझे बुला रही है. तुझे याद करके देख कैसे पानी छोड़ रही है. (फिर उर्मिला झट से अपने हाथ पीछे पीठ पर ले जा कर ब्राका हुक को खोल देती है. फिर वो ब्लाउज के आगे के हुक्स फटाफट खोल के ब्रा उतर देती है. दोनों हाथों से ब्लाउज को आगे से जैसे ही उर्म्मिला खोलती है, उसकी ३६ डी की बड़ी बड़ी चूचियां उच्चल के बाहर आ जाती है. अपनी एक चूची को पंजे से दबोच के दबाते हुए उर्म्मिला कहती है) ए सोनू...!! देख तेरी पायल दीदी अपनी खुली बूर और नंगी चुचियों के साथ तुझे बुला रही है. आ... अपनी पायल दीदी की प्यास बुझा दे मेरे रजा भैया...!!
उर्मिला भाभी के मुहँ से 'भैया' शब्द सुनते ही सोनू के सामने पायल की तस्वीर आ जाती है. वो उर्मिला भाभी को देखता है तो उसे पायल दीदी नज़र आने लगती है. सोनू का छोटा होता लंड एक झटके के साथ फिर से खड़ा हो जाता है. सोनू के मुहँ और लंड दोनों से लार टपकने लगती है. वो उर्मिला भाभी पर छलांग लगा देता है.
सोनू : (उर्मिला पर चढ़ के उसकी बड़ी बड़ी चुचियों को पागलों की तरह चूमने लगता है. कभी चुचियों के ऊपर, कभी निचे, कभी दायें तो कभी बाएं. कभी वो दोनों निप्पलों को बारी बारी जोर जोर से चूसता है तो कभी दाँतों से काट लेता है. वो बार बार पायल का ही नाम ले रहा है) आह...!! मेरी पायल दीदी, मेरी प्यारी पायल दीदी, कितना तड़पाती हो अपने छोटे भाई को....आह ssssss .... दीदी....!!
सोनू की इस हरकत से उर्मिला पागल सी हो जाती है. २२ दिनों के बाद आज किसी मर्द ने उसे इस तरह से छेड़ा था. वो पायल का नाम ले कर सोनू को और जोश दिलाती है.
उर्मिला : सोनू तेरे सामने तेरी पायल दीदी नंगी है. उसके नंगे बदन से खेल सोनू. तेरा जो दिल करे तू आज वो कर ले अपनी पायल दीदी के साथ.
सोनू पुरे जोश में उर्मिला के बदन को चूमने और चाटने लगता है. चुचियों को जी भर के चूसने के बाद वो उर्मिला के पेट को चूमने लगता है. उसकी गहरी नाभि में जीभ घुसा के अच्छे से चूमता और चाटता है. फिर सोनू की नज़र उर्मिला की फूली हुई बूर पर आ के ठहर जाती है. वो कुछ क्षण वैसे हे बूर को प्यासी नज़रों से देखता है फिर अपना सर उर्मिला की दोनों खुली जांघो के बीच धंसा देता है.
सोनू : उफ्फ्फ्फ़......पायल दीदी...!! (सोनू की जीभ मुहँ से औकात से भी ज्यादा बाहर निकल के सीधा उर्मिला की बूर की फांको के बीच घुस जाती है. बूर के अन्दर जीभ घुसा के सोनू उसे गोल गोल घुमाने लगता है)
उर्मिला ने कॉलेज में खूब मजे किये थे लेकिन ऐसा मज़ा आज उसे पहली बार मिल रहा था. इस नए मज़े का पहला स्वाद चखते हे पायल के होश उड़ जाते है. उसकी आँखे बंद हो जाती है और हाथ अपने आप सोनू का सर पकड़ के जांघो के बीच और ज्यादा धंसा देते है.
उर्मिला : आह....!!!!!! सोनू ssssss...!!! आज पायल दीदी की बूर चूस चूस के लाल कर देगा क्या?
सोनू : हाँ दीदी... आज मुझे इसका जी भर के रस पी लेने दो...
करीब ५ मिनट तक सोनू से बूर चुसवाने के बाद उर्मिला अपनी आँखे खोलती है. वो देखती है की उसकी बूर चूसते हुए सोनू अपने मोटे लंड पर हाथ चला रहा है. उर्मिला समझ जाती है की अभी इसे रोका नहीं गया तो वो अपना पानी गिरा देगा और उसकी बूर प्यासी ही रह जाएगी.
उर्मिला : सोनू...!! ओ मेरे प्यारे भैया...!! अपनी पायल दीदी की बूर में अपना मोटा लंड नहीं ठूँसोगे? (उर्मिला अपनी कमर उठा के सोनू की आँखों के सामने बूर दिखाते हुए कहती है)
उर्मिला की बूर में सोनू को पायल की बूर नज़र आ रही है. वो अपना मोटा लंड खड़ा किये फिर एक बार उर्मिला पर छलांग लगा देता है. सोनू का लंड एक बार बूर की दीवार से टकराता है और चिकनाई से फिसलता हुआ सीधा बूर के अन्दर धंस जाता है. धक्का इतनी जोर का था की उर्मिला की चुतड ज़मीन पर 'धम्म' की आवाज़ के साथ गिर जाती है और सोनू का लंड उसकी बूर में जड़ तक घुस जाता है. उर्मिला तो मानो जन्नत की सैर करने लगती है. सोनू की कमर को अपनी दोनों टांगो से जकड़ के और बाहों को उसके गले में डाले उर्मिला सोनू को चूमने लगती है.
उर्मिला : मेरा सबसे प्यारा भैया...!! अपनी पायल दीदी का दुलारा...!! अपनी कमर को पायल दीदी की जांघो के बीच उठा उठा के पटक सोनू...!!
सोनू : (पूरे जोश में अपनी कमर को उठा उठा के उर्मिला की जांघो के बीच पटके जा रहा है. टंकी के पीछे का वो छोटा सा त्रिकोनी हिस्सा 'ठप्प' 'ठप्प' की तेज़ आवाज़ से गूंजने लगता है) मज़ा आ रहा है दीदी? अपने छोटे भाई का मोटा लंड बूर में ले कर मज़ा आ रहा है?
उर्मिला : हाँ सोनू...!! बहुत मज़ा आ रहा है. और जोर से चोद अपनी बहन को.
सोनू पागलों की तरह उर्मिला को पायल समझ के चोदे जा रहा था. और आखिरकार वो पल आया जब सोनू का पूरा बदन अकड़ने लगा. उसके कमर की रफ़्तार तेज़ हो गई. चेहरे के भाव को उर्मिला ने पढ़ लिया था. उर्मिला के पैरों ने सोनू की कमर पे अपना शिकंजा और कस दिया, बाहों ने उसकी पीठ को सीने पर दबा लिया.
सोनू 'ओह पायल दीदी', 'ओह पायल दीदी' करने लगा और उसकी कमर उर्मिला की जांघो के बीच पूरी तरह से धंस के झटके खाने लगी. उसका लंड उर्मिला की बूर की गहराई में वीर्य की पिचकारियाँ छोड़ने लगा. उर्मिला ने भी अपनी बूर के ओठों को लंड पर कस के वीर्य की एक एक बूँद अपनी बूर में झडवा ली. अपने लंड को पूरी तरह से उर्मिला की बूर में खाली करने के बाद सोनू उर्मिला के ऊपर ही लेट गया. कुछ देर तक दोनों एक दुसरे को बाहों में लिए वैसे ही ज़मीन पर पड़े रहे.
सोनू ने अपनी आँखे खोली तो उर्मिला भाभी का मुस्कुराता हुआ चेहरा उसके सामने था. वो अपनी आँखों में शर्म लिए उर्मिला के शरीर से उठता है. उठते ही उसका लंड उर्मिला की बूर से फिसलता हुआ 'फ़क्क' की आवाज़ के साथ निकल जाता है. उर्मिला की बूर से सफ़ेद गाढ़े पानी की धार बहती हुई उसकी चूतड़ों की दरार में घुसने लगती है. सोनू के लंड पर से भाभी और उसके वीर्य का मिश्रण बहता हुआ लार की तरह टपक रहा है. सोनू भाभी को देखता है.
सोनू : भाभी ... आपको बुरा तो नहीं लगा ना?
उर्मिला : (हस्ते हुए) मुझे बुरा क्यूँ लगेगा? चुदाई तो पायल की हुई है ना? अच्छा अब अपने कपड़े ठीक कर और सबसे नज़रे बचा के निचे चले जा. कोई मेरे बारें में पूछे तो बोल देना की भाभी कपड़े सुखाने डाल के अभी आ रही है.
दोनों एक दुसरे को देख के हँस देते है. सोनू अपने कपडे ठीक कर के यहाँ वहां देखता हुआ निकल जाता है. उर्मिला वहीं बैठे हुए अपनी साड़ी ठीक करती है. वो सोनू को जाता हुआ देखती है और मुस्कुरा देती है . "गजब का बेहनचोद पैदा किया है मम्मी जी ने. लड़के अपनी भाभियों की बूर के लिए लार टपकाते उनके पीछे घूमते रहते है और एक ये बेहनचोद है जो भाभी की बूर को भी तब ही चोदता है जब वो उसे बहन की बूर कहती है". उर्मिला हँसते हुए खड़ी होती है और वहां से निकल कर खाली बाल्टी ले कर सीढ़ियों से निचे उतरने लगती है.
(कहानी जारी है. अब तक कैसी लगी कृपया कर के बतायें )
पानी की टंकी छत के एक कोने में स्थीत है. टंकी के पीछे एक त्रिकोण आकार का छत का खाली हिस्सा है जिसके दोनों तरफ छत की ऊँची दीवार और तीसरी तरफ पानी की टंकी है. उर्मिला सोनू का हाथ पकड़ के वहां ले आती है और निचे बैठ जाती है. सोनू का हाथ पकडे हुए उर्मिला कहती है.
उर्मिला : आ सोनू. मेरे सामने बैठ.
सोनू उर्मिला के सामने बैठ जाता है. उसका मोटा लंड अब भी शॉर्ट्स के बाहर ही है. उर्मिला सोनू के सामने पहले तो पेशाब करने वाली पोजीशन में बैठती है और अपनी साड़ी निचे से उठा के कमर तक चढ़ा लेती है. फिर वो ज़मीन पर बैठ जाती है और पीछे हो कर अपना सर दोनों तरफ की दीवारों के बीच टिका देती है. उर्मिला धीरे धीरे अपने पैरों खोलती है और उसकी बूर सोनू के सामने खुल के आ जाती है. उर्मिला की बूर के ऊपर घने और दोनों तरफ हलके काले घुंगराले बाल है. बूर के ओंठ आपस में चिपके हुए है जिनके बीच से चिपचिपा पानी रिस रहा है. उर्मिला प्यार से सोनू की तरफ देखती है और कहती है.
उर्मिला : अपनी भाभी का खज़ाना कैसा लगा देवर जी ?
सोनू भले ही कितना भी बड़ा कमीना हो लेकिन उसने कभी भी उर्मिला को उस नज़र से नहीं देखा था. जब उर्मिला शादी कर के नयी नयी इस घर में आई थी तब से उसने सोनू को बहुत प्यार दिया था. पापा की मार से बचाने से ले कर दोस्तों के साथ फिल्म देखने के पैसो तक भाभी ने हमेशा से ही उसका साथ दिया था. उसके दिल में उर्मिला भाभी के लिए माँ बाप से ज्यादा सम्मान था. वो भाभी को कभी इस हाल में भी देखेगा उसने कभी नहीं सोचा था. सोनू एक बार उर्मिला भाभी की बूर पर नज़र डालता है और फिर पीछे हट जाता है.
सोनू : नहीं भाभी. ये मुझसे नहीं होगा. आप मुझे बहुत प्यारी है. देखिये ना ...(अपने छोटे होते हुए लंड की तरफ इशारा करते हुए)... अब तो इसने भी मना कर दिया है.
उर्मिला सोनू की तरफ बड़े ही आश्चर्यता से देखती है. उसे यकीन ही नहीं होता है की जो लड़का अपनी बहन के पीछे लंड खड़ा किये घूमता है वो अपनी भाभी की खुली बूर से दूर भाग रहा है. तभी उर्मिला के विचार में आये उस 'बहन' शब्द ने सारा मामला सुलझा दिया. उर्मिला ने अँधेरे में एक तीर चला दिया.
उर्मिला : (अपने हाथ की दो उँगलियों से बूर के ओठों को थोड़ा खोलते हुए) देख सोनू... ध्यान से देख. ये बूर तेरी भाभी की थोड़ी ना है. ये तो तेरी पायल दीदी की बूर है.
उर्मिला की बात सुन के सोनू गौर से उसकी बूर को देखने लगता है. उसकी नज़रे उर्मिला की बूर की फांक में धँस जाती है. सोनू को अपनी बूर को इस तरह से घूरता देख उर्मिला का हौसला बढ़ जाता है.
उर्म्मिला : (अपनी कमर को थोड़ा उठा के अपनी बूर को सोनू के और करीब ले जाती है) अपनी पायल दीदी की बूर को देख सोनू. कैसे तुझे बुला रही है. तुझे याद करके देख कैसे पानी छोड़ रही है. (फिर उर्मिला झट से अपने हाथ पीछे पीठ पर ले जा कर ब्राका हुक को खोल देती है. फिर वो ब्लाउज के आगे के हुक्स फटाफट खोल के ब्रा उतर देती है. दोनों हाथों से ब्लाउज को आगे से जैसे ही उर्म्मिला खोलती है, उसकी ३६ डी की बड़ी बड़ी चूचियां उच्चल के बाहर आ जाती है. अपनी एक चूची को पंजे से दबोच के दबाते हुए उर्म्मिला कहती है) ए सोनू...!! देख तेरी पायल दीदी अपनी खुली बूर और नंगी चुचियों के साथ तुझे बुला रही है. आ... अपनी पायल दीदी की प्यास बुझा दे मेरे रजा भैया...!!
उर्मिला भाभी के मुहँ से 'भैया' शब्द सुनते ही सोनू के सामने पायल की तस्वीर आ जाती है. वो उर्मिला भाभी को देखता है तो उसे पायल दीदी नज़र आने लगती है. सोनू का छोटा होता लंड एक झटके के साथ फिर से खड़ा हो जाता है. सोनू के मुहँ और लंड दोनों से लार टपकने लगती है. वो उर्मिला भाभी पर छलांग लगा देता है.
सोनू : (उर्मिला पर चढ़ के उसकी बड़ी बड़ी चुचियों को पागलों की तरह चूमने लगता है. कभी चुचियों के ऊपर, कभी निचे, कभी दायें तो कभी बाएं. कभी वो दोनों निप्पलों को बारी बारी जोर जोर से चूसता है तो कभी दाँतों से काट लेता है. वो बार बार पायल का ही नाम ले रहा है) आह...!! मेरी पायल दीदी, मेरी प्यारी पायल दीदी, कितना तड़पाती हो अपने छोटे भाई को....आह ssssss .... दीदी....!!
सोनू की इस हरकत से उर्मिला पागल सी हो जाती है. २२ दिनों के बाद आज किसी मर्द ने उसे इस तरह से छेड़ा था. वो पायल का नाम ले कर सोनू को और जोश दिलाती है.
उर्मिला : सोनू तेरे सामने तेरी पायल दीदी नंगी है. उसके नंगे बदन से खेल सोनू. तेरा जो दिल करे तू आज वो कर ले अपनी पायल दीदी के साथ.
सोनू पुरे जोश में उर्मिला के बदन को चूमने और चाटने लगता है. चुचियों को जी भर के चूसने के बाद वो उर्मिला के पेट को चूमने लगता है. उसकी गहरी नाभि में जीभ घुसा के अच्छे से चूमता और चाटता है. फिर सोनू की नज़र उर्मिला की फूली हुई बूर पर आ के ठहर जाती है. वो कुछ क्षण वैसे हे बूर को प्यासी नज़रों से देखता है फिर अपना सर उर्मिला की दोनों खुली जांघो के बीच धंसा देता है.
सोनू : उफ्फ्फ्फ़......पायल दीदी...!! (सोनू की जीभ मुहँ से औकात से भी ज्यादा बाहर निकल के सीधा उर्मिला की बूर की फांको के बीच घुस जाती है. बूर के अन्दर जीभ घुसा के सोनू उसे गोल गोल घुमाने लगता है)
उर्मिला ने कॉलेज में खूब मजे किये थे लेकिन ऐसा मज़ा आज उसे पहली बार मिल रहा था. इस नए मज़े का पहला स्वाद चखते हे पायल के होश उड़ जाते है. उसकी आँखे बंद हो जाती है और हाथ अपने आप सोनू का सर पकड़ के जांघो के बीच और ज्यादा धंसा देते है.
उर्मिला : आह....!!!!!! सोनू ssssss...!!! आज पायल दीदी की बूर चूस चूस के लाल कर देगा क्या?
सोनू : हाँ दीदी... आज मुझे इसका जी भर के रस पी लेने दो...
करीब ५ मिनट तक सोनू से बूर चुसवाने के बाद उर्मिला अपनी आँखे खोलती है. वो देखती है की उसकी बूर चूसते हुए सोनू अपने मोटे लंड पर हाथ चला रहा है. उर्मिला समझ जाती है की अभी इसे रोका नहीं गया तो वो अपना पानी गिरा देगा और उसकी बूर प्यासी ही रह जाएगी.
उर्मिला : सोनू...!! ओ मेरे प्यारे भैया...!! अपनी पायल दीदी की बूर में अपना मोटा लंड नहीं ठूँसोगे? (उर्मिला अपनी कमर उठा के सोनू की आँखों के सामने बूर दिखाते हुए कहती है)
उर्मिला की बूर में सोनू को पायल की बूर नज़र आ रही है. वो अपना मोटा लंड खड़ा किये फिर एक बार उर्मिला पर छलांग लगा देता है. सोनू का लंड एक बार बूर की दीवार से टकराता है और चिकनाई से फिसलता हुआ सीधा बूर के अन्दर धंस जाता है. धक्का इतनी जोर का था की उर्मिला की चुतड ज़मीन पर 'धम्म' की आवाज़ के साथ गिर जाती है और सोनू का लंड उसकी बूर में जड़ तक घुस जाता है. उर्मिला तो मानो जन्नत की सैर करने लगती है. सोनू की कमर को अपनी दोनों टांगो से जकड़ के और बाहों को उसके गले में डाले उर्मिला सोनू को चूमने लगती है.
उर्मिला : मेरा सबसे प्यारा भैया...!! अपनी पायल दीदी का दुलारा...!! अपनी कमर को पायल दीदी की जांघो के बीच उठा उठा के पटक सोनू...!!
सोनू : (पूरे जोश में अपनी कमर को उठा उठा के उर्मिला की जांघो के बीच पटके जा रहा है. टंकी के पीछे का वो छोटा सा त्रिकोनी हिस्सा 'ठप्प' 'ठप्प' की तेज़ आवाज़ से गूंजने लगता है) मज़ा आ रहा है दीदी? अपने छोटे भाई का मोटा लंड बूर में ले कर मज़ा आ रहा है?
उर्मिला : हाँ सोनू...!! बहुत मज़ा आ रहा है. और जोर से चोद अपनी बहन को.
सोनू पागलों की तरह उर्मिला को पायल समझ के चोदे जा रहा था. और आखिरकार वो पल आया जब सोनू का पूरा बदन अकड़ने लगा. उसके कमर की रफ़्तार तेज़ हो गई. चेहरे के भाव को उर्मिला ने पढ़ लिया था. उर्मिला के पैरों ने सोनू की कमर पे अपना शिकंजा और कस दिया, बाहों ने उसकी पीठ को सीने पर दबा लिया.
सोनू 'ओह पायल दीदी', 'ओह पायल दीदी' करने लगा और उसकी कमर उर्मिला की जांघो के बीच पूरी तरह से धंस के झटके खाने लगी. उसका लंड उर्मिला की बूर की गहराई में वीर्य की पिचकारियाँ छोड़ने लगा. उर्मिला ने भी अपनी बूर के ओठों को लंड पर कस के वीर्य की एक एक बूँद अपनी बूर में झडवा ली. अपने लंड को पूरी तरह से उर्मिला की बूर में खाली करने के बाद सोनू उर्मिला के ऊपर ही लेट गया. कुछ देर तक दोनों एक दुसरे को बाहों में लिए वैसे ही ज़मीन पर पड़े रहे.
सोनू ने अपनी आँखे खोली तो उर्मिला भाभी का मुस्कुराता हुआ चेहरा उसके सामने था. वो अपनी आँखों में शर्म लिए उर्मिला के शरीर से उठता है. उठते ही उसका लंड उर्मिला की बूर से फिसलता हुआ 'फ़क्क' की आवाज़ के साथ निकल जाता है. उर्मिला की बूर से सफ़ेद गाढ़े पानी की धार बहती हुई उसकी चूतड़ों की दरार में घुसने लगती है. सोनू के लंड पर से भाभी और उसके वीर्य का मिश्रण बहता हुआ लार की तरह टपक रहा है. सोनू भाभी को देखता है.
सोनू : भाभी ... आपको बुरा तो नहीं लगा ना?
उर्मिला : (हस्ते हुए) मुझे बुरा क्यूँ लगेगा? चुदाई तो पायल की हुई है ना? अच्छा अब अपने कपड़े ठीक कर और सबसे नज़रे बचा के निचे चले जा. कोई मेरे बारें में पूछे तो बोल देना की भाभी कपड़े सुखाने डाल के अभी आ रही है.
दोनों एक दुसरे को देख के हँस देते है. सोनू अपने कपडे ठीक कर के यहाँ वहां देखता हुआ निकल जाता है. उर्मिला वहीं बैठे हुए अपनी साड़ी ठीक करती है. वो सोनू को जाता हुआ देखती है और मुस्कुरा देती है . "गजब का बेहनचोद पैदा किया है मम्मी जी ने. लड़के अपनी भाभियों की बूर के लिए लार टपकाते उनके पीछे घूमते रहते है और एक ये बेहनचोद है जो भाभी की बूर को भी तब ही चोदता है जब वो उसे बहन की बूर कहती है". उर्मिला हँसते हुए खड़ी होती है और वहां से निकल कर खाली बाल्टी ले कर सीढ़ियों से निचे उतरने लगती है.
(कहानी जारी है. अब तक कैसी लगी कृपया कर के बतायें )