08-08-2023, 09:41 AM
(This post was last modified: 13-09-2023, 11:44 PM by RajnPriya. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
पार्ट-3
दूसरी ओर, सुलेमान के लिए यह फिल्म नहीं, प्रिया के कामुक शरीर का जादू था जो उसे इस सिनेमाघर तक खींच लाया था. और यहाँ वो बगल वाली सीट पर प्रिया के साथ था. प्रिया उसके और अपने पति राज के बीच में बैठी थी। प्रिया को अंदाजा तो था कि सुलेमान के मन में क्या है फिर भी उसने सोचा कि सिनेमाघर में सुलेमान क्या ही करेगा? इसलिए वह सुलेमान और राज के बीच आराम से बैठ गयी।
जैसे ही हॉल की लाइटें बंद हुईं और फिल्म शुरू हुई, राज ने अपना हाथ अपनी पत्नी की ओर बढ़ाया और प्रिया का हाथ पकड़कर अपने लंड पर रख दिया जिसे प्रिया पतलून के कपड़े के ऊपर से महसूस करने लगी। राज अपनी पत्नी प्रिया के दाहिनी तरफ बैठा था, उसने प्रिया का दाहिना हाथ भी सहलाना शुरू कर दिया, जिस तरफ वह बैठा था। सुलेमान प्रिया की बायीं तरफ बैठा था।
जैसे ही लाइट बंद हुई सुलेमान भी राज की ही तरह धीरे से प्रिया की उंगलियों को छूने लगा। प्रिया ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई बल्कि उसको बहुत अच्छा लगा क्योंकि सुलेमान उसके मस्त, सुडौल और कामुक शरीर की तरफ ध्यान दे रहा था और उसके जिस्म की सेक्सुएलिटी से आकर्षित था। जैसे-जैसे क्षण बीतते गए, सुलेमान ने अपना गर्म और बड़ा सा हाथ राज के बगल में बैठी उसकी पत्नी के कंधे के ऊपर रखा और धीरे-धीरे प्रिया के शरीर की कोमलता को सहलाने और महसूस करने लगा।
प्रिया थोड़ा असमंजस में थी लेकिन वह चुप रही। वह दाएं हाथ से राज के लंड को महसूस कर रही थी जो उसकी उंगलियों के बीच काफी सख्त था और उसकी उँगलियों द्वारा सहलाये जाने से और भी ज्यादा सख्त होता जा रहा था। दूसरी तरफ सुलेमान की अपने बाएं हाथ और कंधे पर चलती उंगलियों ने भी प्रिया की मस्तियों और उसके जुनून को और बढ़ा दिया, उसने चुप रहने और इस पल का पूरा भरपूर आनंद उठाने का फैसला किया।
सुलेमान हर बीतते मिनट के साथ ज्यादा दुःसाहसी होता जा रहा था, उसने अपना हाथ हिलाने के बहाने प्रिया के अपनी तरफ वाले मम्मे को छूने और रगड़ने की कोशिश की लेकिन कुछ ही पल में अपना हाथ तेजी से प्रिया की बाँयी चूँची से हटा दिया।