09-06-2019, 03:25 AM
हांफता हुआ प्रियम - मैं कुछ समझा नहीं चाची |
रीमा बोली - अबे गधे मेरी चूत को चोदने की बारी आती है तो बहुत जल्दी दिमाग तेज चलने लगता है साले मैंने बोला है भोसड़ी के तू झुक जा राजू की गांड मारता रह राजू तू अपने आगे जग्गू को झुका ले और उसकी गांड मारना शुरू कर दे |
जग्गू हैरान हो गया | ये क्या हो रहा है रीमा तो हम सबकी गांड मरवाने के प्लान में है ऐसे तो अपनी की इज्जत मीती में मिल जाएगी | जग्गू ने साफ़ मना कर दिया - यह क्या है रीमा मैडमम मै किसी से अपनी गांड नहीं मर्वाऊंगा
रीमा - सोच ले जग्गू अभी फायदे में रहेगा, बाद में तुझे ज्यादा तकलीफ हो सकती है |
जग्गू - जो भी आप कह रही है वो सब तो कर ही रहा हूँ, मेरी अपनी कोई इज्जत है कोई रेपुटेशन है इन साले दो टके के लौंडो के चक्कर में आकर मैं भी यहां पर फस गया हूं | अब मुझसे आप जो भी बोलोगी मैं सब करने के लिए तैयार हूं आपकी चूत को चाट दूंगा आपकी गांड को भी चाट दूगां, आप तलवे चाट लूंगा, जो भी कहेगी सब करूगां लेकिन ये नहीं, यह काम मुझसे आप मत कहिए वैसे भी मैं इनके सालों के घटिया इंसानों के लंड को सहला रहा हूं यही क्या कम है | मन करता है सालो के सर फोड़ दू |
रीमा - अभी मौका है सोच ले जग्गू यहां पर तू फायदे में रहता आगे तुझे ज्यादा नुकसान हो सकता है देख अभी तू चुपचाप किसी एक का लंड अपनी गांड में डालवा ले , तो तुझे वह नहीं लेना पड़ेगा जो तुझे मैं दूंगी |
जग्गू कुछ उत्साह में आ गया - आप भी कुछ देने वाली हो, आप जो भी दोगी सब ले लूगाँ मै, आपसे तो मै अपनी गांड भी मरवा लूगाँ |
रीमा जग्गू को देखकर हैरान थी, कैसे वो उसके लिए उतावला हो रहा था, लेकिन इसी उतावले पन में जग्गू ने रीमा को एक आईडिया तो दे ही दिया - जग्गू जैसी तेरी मर्जी एक काम करो तुम भी झुक जाओ जब राजू गांड मरवाएगा तो तुम भी मार लो प्रियम की | राजू प्रियम तेरी गांड मारेगा क्योंकि उसको तेरी गांड मारने का ठेका दे दिया है जग्गू को समझ में नहीं आया क्या कहा |
जग्गू - मै कुछ समझा नहीं |
रीमा - अबे छछुंदर के लंड जब प्रियम राजू की गांड मार रहा है तू प्रियम के पीछे जाकर उसकी गांड नहीं मार सकता चुतिया भोसड़ी वाला | अब तो चुपचाप जाकर के प्रियम की गांड मार |
जग्गू को घिन आ गयी, पता नहीं रीमा क्या क्या करवाएगी उससे | उसका लंड भी तना हुआ था, काफी देर से वो उसे हाथ से मसल रहा था, जग्गू के दिमाग में रीमा पूरी तरह से छाई हुई थी रीमा के लिए वो अभी समुन्दर में भी कूद जाये यहाँ तो बस प्रियम पर झुकाना था | जग्गू प्रियम के पीछे जाकर के खड़ा हो गया राजू पहले से झुका हुआ था प्रियम ने बाहर निकले लंड को फटाक से राजू की गांड में पेल दिया | प्रियम जानता था यहाँ उसका कुछ बस नहीं चलने वाला है, रीमा चाची से पंगे लेने पर आज वो सचमुच में पछता रहा था | उसे पहले ही अकल आ जानी थी लेकिन पता नहीं किसने उसकी बुद्धि भ्रस्त कर दी थी | ये आफत उसकी खुद की बनायीं हुई थी अब तो बस उसे अपनी और रीमा चाची की नजरो में अपमानित होना ही बाकि रह गया था | रीमा ने वो भी कसर पूरी कर दी | अब इससे ज्यादा और कोई क्या उसकी इज्जत उछाल सकता था | उसका ही खास दोस्त उसके पीछे अपना लंड थामे खड़ा था | इस घोर अपमान से प्रियम की आंखे गीली हो गयी | उसने मन ही मन कसम खाई अब से वो कभी भी रीमा चाची के बारे में कुछ भी गलत नहीं सोचेगा | क्योंकि जो भी उसके साथ होने जा रहा है वो खुद उसकी ही गलती है | जग्गू ने प्रियम को अच्छे से पीछे से जकड़ लिया और उसकी गांड पर अपना मोटापा फूला हुआ सख्त लंड सटा दिया | प्रियम की कोरी करारी गांड का छेद भी इससे पहले कभी नहीं खुला था | जग्गू ने अपना जोर बढ़ा दिया | प्रियम को तो समझ में आ गया था उसकी गांड की फट रही है क्योंकि उसकी गांड में मोटा लंड छोड़ो उंगली तक नहीं गई थी | उसने कहा जग्गू से बोला अबे जग्गू लार तो लगा ले |
जग्गू बोला - हां यार मैंने भी नहीं चाहता कि तेरी गांड मेरे सीखे लंड से चीर जाए |
प्रियम को जग्गू के इस डायलोग पर गुस्सा आ गया - बेटा अभी तेरी मारूगां तब पता चलेगा सुखा लंड क्या होता है |
जग्गू ने अपने लंड पर ढेर सारी लार उड़ेल दी और उसे मलने लगा |
आगे प्रियम अपनी कमर हिला कर के राजू की गांड मारने लगा था राजू नीचे की तरफ झुका हुआ उसकी गांड ऊपर की तरफ हवा में उठी हुई थी और उस पर प्रियम लदा हुआ था अब उसके ऊपर जग्गू लद गया था | प्रियम का लंड राजू के गांड में घुसा हुआ था लेकिन प्रियम राजू को पकड़कर थम गया क्योंकि जग्गू ने जोर बढ़ा दिया था और प्रियम की गांड का छल्ला फ़ैलाने लगा था उसको दर्द होने लगा | उसने जबड़े भीच लिए थे और उसके हाथो की पकड़ राजू पर और ज्यादा सख्त हो गयी | जग्गू ने प्रियम को थामकर एक जोरदार तरीके से झटका मारा जग्गू का लंड का सुपाड़ा प्रियम की कोरी कुंवारी गांड में घुस गया था प्रियम के मुंह से चीख निकल गई | उसकी आंखे आंसुओं से डबडबा आई | प्रियम की चीख सुन रीमा के अंदर ही अंदर एक सुकून की लहर दौड़ गयी - हरम जड़ो मेरी इज्जत से खेलने चले थे, अब मेरे सामने ही सबकी इज्जत तार तार हो रही है |
रीमा गरजी - अब पता चला ऐसे ही चीख निकलती है जब कोई लंड किसी चूत में जाता है या किसी औरत की गांड में ऐसे ही लंड को घुसाते हैं तब भी तो ऐसी ही चीखे निकलती हैं | आह्ह खुस कर दिया तुमने प्रियम बेबी | अब तुम भी चुदाई का दर्द का अनुभव कर रहे हो | उम्मीद है तुम्हे अकल आएगी |
रीमा - जग्गू शुरू हो जा, तुझे क्या न्योता बेजू |
![[Image: fs2.jpg]](https://4.bp.blogspot.com/-AnE3vsvqy6w/XLLrYwCgGUI/AAAAAAAAAo8/T1xIZSSK3wouN-4ljx-KI_E0hR2h78FrwCLcBGAs/s640/fs2.jpg)
उसको बदला लेते समय इतना सुकून कभी नहीं मिला जितना उसे प्रियम की चीख सुनकर मिला था अब साले इसको समझ में आएगा लंड की चुदाई क्या होती है अब सालो को पता चलेगा जब कोई लंड अंदर घुसता है तो कैसा महसूस होता है |
जग्गू ने फिर से लंड को हल्का सा पीछे खींच लिया जोरदार झटका दिया | प्रियम तो घुटनों के बल होकर भी खडभड़ा गया | जग्गू ने पूरी ताकत से उसकी गांड पर लंड की ठोकर मरी | उसका लंड प्रियम की गांड के सख्त छेद को फैलाता हुआ अन्दर तक घुस गया | प्रियम के मुहँ से एक लम्बी जोरदार चीख निकल | वो दर्द से हाथ पैर पटकने लगा | जग्गू के लगे धक्के से उसका लंड भी राजू की गांड में घुस गया | जग्गू ने जोर से दबाव बनाये रखा जग्गू का लंड प्रियम की गांड में और अन्दर तक घुसता हुआ चला गया | ये देखकर जग्गू को बहुत ही खुशी हुई की उसका लंड प्रियम की कसी हुई गांड में समां गया था | जग्गू ने एक हुंकार भरी | राजू दोनों के बोझ से दबा जा रहा था | प्रियम को बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था और उसकी गांड में बहुत तेज जलन भी हो रही थी यही हाल राजू का था लेकिन राजू कुछ देर पहले से गांड मरवा रहा था इसलिए उसका दर्द कम हो चुका था लेकिन प्रियम की तो बुरी हालत है उसने अपनी कमर हिलाने बंद कर दी वह अपनी गांड में होने वाले दर्द को बर्दाश्त करने की पूरी कोशिश कर रहा था उर इसीलिए इधर उधर हाथ पाँव पटक रहा था | इसके उलट जग्गू पुरे जोश में था |
रीमा ने तीनो की हालत देखि और धमकाते हुए बोली - मैंने यहाँ कोई गांड का दर्द निवारण केंद्र खोल रखा है, गांड मरवाओगे तो दर्द तो होगा ही | जग्गू मेरी चूत के दर्शन करने है की नहीं |
रीमा की चूत की बात सुनते ही जग्गू को जोश आ गया | उसके सटक से एक जोर दार धक्का प्रियम के चुताड़ो पट लगाया और उसका मोटा लंड प्रियम की गांड में पैबस्त हो गया | ठोकर इतनी तेज थी की प्रियम का लंड भी राजू के गांड में घुस गया | जग्गू प्रियम को थाम कर तेज तेज अपनी कमर हिलाने लगा | उसके ठोकरों से प्रियम भी हिलाने लगा जिससे उसका लंड अपने आप ही राजू की गांड मारने लगा | क्या नजारा था रीमा तो अन्दर तक वासना से नाहा सी गयी | वो कैमरा छोड़कर तेजी से अपनी गुलाबी चूत मसलने लगी | और जग्गू की तरफ जांघे फैलाकर दिखाते हुए - जग्गू तुझे ये चाहिए की नहीं |
जग्गू तेज मारते धक्को की वजह से हांफता हुआ - हाँ मैडम बिलकुल चाहिए |
रीमा - तो जोर जोर से चोद साले इस भडवे को | मार साले की गांड जोरदार तरीके से | अपने लंड से मसल कर कुचकर रख दे इसकी हरामी गांड को |
जग्गू का जोश तो दुगना हो गया जैसे उसे किसी ने वियाग्रा की गोली खिला दी हो | जग्गू पुरे जोश से धक्के मारने लगा | प्रियम की हालत पतली हो गयी | एक तो पिछवाड़े में भीषण दर्द और उसपर से जग्गू के भीषण धक्के | प्रियम तो जैसे बेहोश होने की कगार पर पंहुच गया | प्रियम के मुहँ से बस दर्द भरी कराहे ही निकल रही थी और उसके शरीर में जीतनी ताकत थी उससे वो खुद की गांड में हो रहे दर्द को बर्दास्त करने की कोशिश कर रहा था | जग्गू के धक्को से राजू की गांड तो अपने आप ही प्रियम का लंड अन्दर ले रही थी |
![[Image: tumblr_lwjbj5Q3l91r8eoogo1_400.gif]](https://2.bp.blogspot.com/-VDx6jknpCzw/XLLrksZSUbI/AAAAAAAAApM/qqSdN7cwV0sfWULYhvxghfK76x0wxjNPQCLcBGAs/s640/tumblr_lwjbj5Q3l91r8eoogo1_400.gif)
रीमा ने जोश में हुंकार भरते हुए - मजा आ रहा है प्रियम, देख लिया रीमा से पंगा लेने का हस्र | बहुत देर हो गयी मोटे लंड के मजे लेट हुए अब तोडा मजा राजू को भी दे | राजू प्रियम की गांड अब तू मार और जग्गू का लंड तेरी गांड में जायेगा |
राजू के अन्दर अब किसी तरह का प्रतिरोध करने की हिम्मत नहीं थी | प्रियम के घुटने और पैरो में अब जान नहीं बची थी | उसकी गांड में तेज दर्द हो रहा था और जो उसके जंगो और पैरो को कमजोर कर रहा था | प्रियम पीठ के बल लेट गया | उसके ऊपर राजू आ गया | उसके [पीछे जग्गू आ गया | अब कमरे का सीन देखकर कोई नहीं कह सकता था ये तीनो बिलकुल नार्मल लड़के है और इनमे से कोई भी गे नहीं है | असल में अब तीनी के अन्दर किसी तरह का विरोध करने की ताकत नहीं बची थी | जो होना था सो हो चूका था | एक बार लंड गांड में जाये या १० बार , लंड तो गांड में घुस चूका था | इसलिए अब कम से कम अपने अन्दर की आग तो बुझा ही लो | राजू ने अपने लंड को जोर जोर से मसलते हुए उस पर ढेर सारा लार मल दिया और उसे प्रियम की गांड के खुले छेद पर सटा दिया | पीछे से जग्गू कुछ ज्यादा ही जोश में था | उसने बिना किसी इशारे के ही राजू की गाड़ पर लंड रखकर तेजी से पेल दिया | झटका जोरदार था जग्गू का पूरा लंड राजू की गांड में समां गया और उस झाके के कारन राजू की कमर भी हिली और इउसका लंड प्रियम की गांड में घुस गया | अब प्रियम का दर्द बर्दाश्त करने की हालत में आ गया था | दोनों एक दुसरे के उपर घोड़ी बने लंड पेलने में जुटे थे | तीनो बुरी तरह हांफ रहे थे | और ये कामुक नजारा देख रीमा अट्टहास लगा रही थी और अपनी गुलाबी चूत मसल रही थी | जग्गू जैसे ही रीमा के गुलाबी चूत को देखता उसका जोश कई गुना बढ़ा जाता | वो तेजी से हांफ रहा था लेकिन उसके धक्के दनादन जारी थे | पहले उसने प्रियम की गांड को सुरंग बना डाला था अब राजू की गांड में भी बुरी तरह से लंड पेल रहा था |
![[Image: download%2B%25283%2529.jpg]](https://4.bp.blogspot.com/-314sH_c8eTk/XLLtTbMhc-I/AAAAAAAAAp4/lQQk1TtJZAguJmj9EY94miilxerrJtS_QCLcBGAs/s640/download%2B%25283%2529.jpg)
रीमा का रोमांच थम सा गया था उसे और ज्यादा और ज्यादा की लत लग गयी थी रीमा ने और ज्यादा रोमांच लाने के लिए - अब गांडमरो थोड़ा साइड पोज में भी एक्शन कर दो तो कुछ विडियो और फोटो ले लू मै |
तीनो थम गए | किसी को कुछ समझ नहीं आया | जग्गू रीमा की तरफ देखने लगा |
रीमा हैरानी से - तुम लोगों को साइडपोज नहीं पता है और चले थे जो है रीमा को चोदने के लिए भोसड़ी वालों ........साइड पोज वह होता है जिसमें एक तरफ एक कंधे पर झुक कर के एक दूसरे की चुदाई की जाती है , राजू तुम एक काम करो तुम जो है अपने बाएं कंधे पर झुक जाओ और उसके पीछे से प्रियम आ करके तुम्हारी गांड में लंड घुसा देगा और उसके पीछे तुम जग्गू फिर से प्रियम की गांड मरोगे | इस तरह से तीनों एक कंधे पर हो करके एक दूसरे के पीछे से एक दूसरे की गांड मारोगे आते हैं | फटाफट अपनी पोजीशन लेकर एक्शन शुरू कर दो ताकि मैं एक फोटो ले लू , पता नहीं कब तुम लोगों की पिचकारी शुरू हो जाये | काफी देर से गांड मार रहे हो और मुझे पता है गांड मारने में बहुत ही ज्यादा मेहनत लगती है और लंड में बहुत ज्यादा रगड़न होती है जिससे कि बहुत ही जल्दी पिचकारी छूट जाती है इस बार किसी ने ना कोई प्रतिरोध किया ना कोई नौटंकी की | तीनों अपने आप ही उस पोजीशन में सेट हो गए और एक दूसरे की गांड में लंड घुसाकर पीछे से अपने चूतड़ हिलाने लगे | तीनों के अंदर बहुत ही ज्यादा हीनता और शर्म भाव भर गया था इतनी ज्यादा ग्लानि से भर गए थे कि वह एक दूसरे की शक्ल भी नहीं देख रहे थे तीनों ने जो भी किया था वह उनके कर्मों का फल था लेकिन फिर भी यहां पर दाद देनी होगी कि रीमा' जिसने अपने कठिन समय में उस सिचुएशन में खुद को बहुत ही संयमित बनाए रखा और उन लड़कों की भावनाओं को बहुत जल्दी पहचान गई और मौका मिलते ही बाजी पलट दी | अब वह तीनों बहुत ही ज्यादा पछता रहे थे और मन ही मन एक दूसरे को कोस रहे थे कि सालों ऐसा प्लान बनाया ही क्यों था जो यह दिन देखना पड़ा | तीनों की चेहरे की हवाइयां उड़ते देख कर रीमा समझ गई थी कि अब बस यह लौड़े कुछ देर के मेहमान हैं इसीलिए रीमा ने आदेश दिया अच्छा बच्चे एक
काम करो अब अपने दोस्तों की गन्दी गन्दी गांडो से अपने लंड को निकालो और अपने हाथ से मुठियाना शुरू कर दो मैं चाहती हूँ तुम लोग अपनी अपनी पिचकारी अपने ऊपर ही गिराओ, मेरे कैमरे को भी मजा आएगा शूट करने में | एक दूसरे की गांड में छोड़ने से पता ही नहीं चलेगा पिचकारी कब छूती | अपनी पिचकारी अपने हाथ से निकालो ताकि अपनी मेहनत का फल खुद को मिल सके चलो फटाफट अलग हो जाओ और अपने अपने हाथों को हिलाते हुए अपनी अपनी सबसे झील के सफेद पानी को बाहर निकालो |
![[Image: 46ba36435761221fa9b0bdde5b99a19a.jpg]](https://1.bp.blogspot.com/-WdC1A-nEdys/XLLrSQ0A6SI/AAAAAAAAAoo/Edx42rONOQgpJ5plGeS-RuZEs_g90rIDwCLcBGAs/s640/46ba36435761221fa9b0bdde5b99a19a.jpg)
तीनों ही चुपचाप एक दूसरे से अलग हो गए और सोफे पर आकर बैठ गए उसके बाद में अपने लंड को पकड़ के मुठीयाने लगे और कुछ ही देर में तीनों के लंडो ने अपनी-अपनी पिचकारिया छोड़नी शुरू कर दी तीनों के लंडो से निकला हुआ सफेद गरम लावा उनकी नाभि और उनके लंड के आसपास फैल गया रीमा यह सब देखकर कस कर अपनी चूत गाने को रगड़ने लगी थी उसके आनंद की कोई सीमा नहीं थी | 3 जवान लड़के जो उसको चोदने का खाका बना कर के यहां आए थे जो उसे बंधक बनाकर उसे चोदना चाहते थे कुत्तिया की तरह चोदना चाहते थे हचक हचक के चोदकर उसकी चूत फाड़ने के लिए आये थे, अब शर्म से झुके चेहरों से उसके सामने पराजित बैठे थे | उसने उनके गेम की पूरी बाजी ही पलट दी और अब तीन लड़के मायूस से निराशा से थके हारे पराजय से भरे हुए अपने अपने झड चुके लंड को बड़ी निराशा से मसल रहे थे |
तीनों की ना तो नजर एक दूसरे से मिल रही थी ना एक दूसरे को देख रहे थे तीनों पर सर झुकाए अपने अपने लंड को मसल रहे थे जो की पूरी तरह से उनकी से सने हुए थे और अब वह धीरे धीरे नरमी की तरफ बढ़ने लगे थे | तभी रीमा ने कैमरा अलग रख दिया और एक स्ट्रैप डिल्डो निकाल कर के अपनी कमर में बांध दिया और अपने हाथ में गन पकड़ ली तीनो के तीनो लड़के अपनी हार स्वीकार कर चुके थे लेकिन रीमा के अंदर भरा गुस्सा कम ही नहीं हो रहा था, वो उन्हें बुरी तरह से सबक सिखाने के चक्कर में थी, साथ ही साथ वो बेहद सतर्क थी कही कोई उससे बगावत न करे जो उसे लेने के देने पड़ जाये | इनमें से अगर किसी एक दिन बगावत कर दी तो उसकी दुर्गति हो सकती इसलिए उसने अपने हाथ में गन थाम रखी थी |
![[Image: tumblr_nojxnvixnP1un3qdvo1_1280.jpg]](https://2.bp.blogspot.com/-31iK3t_FyVA/XLLvEJ3lELI/AAAAAAAAAsg/zl3DXuwABOELLuUKBNf5U60hz299TlS5ACLcBGAs/s640/tumblr_nojxnvixnP1un3qdvo1_1280.jpg)
रीमा ने स्ट्रैप पहनकर के राजू को अपने पास आने को कहा | राजू के पास में आते ही रीमा ने उसके ऊपर गन तान दी और अपना प्लास्टिक वाला लंड उसके मुंह के सामने तान दीया राजू घुटनों के बल बैठ गया | उसने बिना किसी रेसिस्टेंस के अपना मुंह खोल दिया क्योंकि गन देखकर उसकी और ज्यादा फट गई थी रीमा ने चुपचाप उसके मुंह में अपने प्लास्टिक के लंड का सुपाड़ा घुसेड़ कर अपनी कमर हिलाने लगी जबकि दूसरे हाथ से गन थामकर राजू के सर पर तान दी | जग्गू और प्रियम की ये देखकर ही फट गयी | अब तो वो किसी अनहोनी की आशंका से बुरी तरह डर गए | दोनों ने नज़ारे नीची कर ली और अपनी मुरझाये लंडो पर जाकर टिका दी | राजू के सर पर तना हुआ गन....................... यह देखकर प्रियम और जग्गू के चेहरे जो पहले से ही निराशा से लटके हुए थे अब डर दहशत और निराशा से भर गए | जग्गू की कुछ ज्यादा ही फट के हाथ में आ गयी ..............तो क्या रीमा चाची अब इस प्लास्टिक के लंड से हम सब की गांड फाड़ने जा रही है |
![[Image: 12_b.jpg]](https://4.bp.blogspot.com/-CR8IBLmCK0s/XLLuJYeNZHI/AAAAAAAAAqU/TkQ5LJozNHshEpkUKsi0fgIUmAxM5kLSQCLcBGAs/s640/12_b.jpg)
जग्गू अपने मन को दिलासा देता हुआ बोला नहीं नहीं यह साले इन गांडमरो के लिए यह है ये साले हैं ही इसी लायक, रीमा चाची मेरे साथ नहीं करेगी जब मैं गाड़ मरवाई ही नहीं | ये सब इन सबको सबक सिखाने के लिए | इनके साथ ऐसा ही सलूक होना चाहिए ये है ही एक नंबर के घटिया इंसान इसलिए इनके साथ जो हुआ सही हुआ |
जग्गू अपने अन्दर की दहशत को काबू में करता हुआ - रीमा मैडम आप तो हुस्न परी हो अप्सरा भी फ़ैल है आपके हुस्न के आगे और ऊपर से आप की कमर में बंधा ये प्लास्टिक का लंड सोने पर सुहागा लगा रहा है | एक बार इससे जरा राजू की गांड भी मार दो हमें भी तो सिखावो कैसे अच्छे से गांड मारी जाती है | आपके मटकते चूतड़ जब राजू की गांड में ये मुसल रबर का लंड पेलेगें तो सच में देखने में बहुत मजा आएगा |
रीमा बोली - अबे गधे मेरी चूत को चोदने की बारी आती है तो बहुत जल्दी दिमाग तेज चलने लगता है साले मैंने बोला है भोसड़ी के तू झुक जा राजू की गांड मारता रह राजू तू अपने आगे जग्गू को झुका ले और उसकी गांड मारना शुरू कर दे |
जग्गू हैरान हो गया | ये क्या हो रहा है रीमा तो हम सबकी गांड मरवाने के प्लान में है ऐसे तो अपनी की इज्जत मीती में मिल जाएगी | जग्गू ने साफ़ मना कर दिया - यह क्या है रीमा मैडमम मै किसी से अपनी गांड नहीं मर्वाऊंगा
रीमा - सोच ले जग्गू अभी फायदे में रहेगा, बाद में तुझे ज्यादा तकलीफ हो सकती है |
जग्गू - जो भी आप कह रही है वो सब तो कर ही रहा हूँ, मेरी अपनी कोई इज्जत है कोई रेपुटेशन है इन साले दो टके के लौंडो के चक्कर में आकर मैं भी यहां पर फस गया हूं | अब मुझसे आप जो भी बोलोगी मैं सब करने के लिए तैयार हूं आपकी चूत को चाट दूंगा आपकी गांड को भी चाट दूगां, आप तलवे चाट लूंगा, जो भी कहेगी सब करूगां लेकिन ये नहीं, यह काम मुझसे आप मत कहिए वैसे भी मैं इनके सालों के घटिया इंसानों के लंड को सहला रहा हूं यही क्या कम है | मन करता है सालो के सर फोड़ दू |
रीमा - अभी मौका है सोच ले जग्गू यहां पर तू फायदे में रहता आगे तुझे ज्यादा नुकसान हो सकता है देख अभी तू चुपचाप किसी एक का लंड अपनी गांड में डालवा ले , तो तुझे वह नहीं लेना पड़ेगा जो तुझे मैं दूंगी |
जग्गू कुछ उत्साह में आ गया - आप भी कुछ देने वाली हो, आप जो भी दोगी सब ले लूगाँ मै, आपसे तो मै अपनी गांड भी मरवा लूगाँ |
रीमा जग्गू को देखकर हैरान थी, कैसे वो उसके लिए उतावला हो रहा था, लेकिन इसी उतावले पन में जग्गू ने रीमा को एक आईडिया तो दे ही दिया - जग्गू जैसी तेरी मर्जी एक काम करो तुम भी झुक जाओ जब राजू गांड मरवाएगा तो तुम भी मार लो प्रियम की | राजू प्रियम तेरी गांड मारेगा क्योंकि उसको तेरी गांड मारने का ठेका दे दिया है जग्गू को समझ में नहीं आया क्या कहा |
जग्गू - मै कुछ समझा नहीं |
रीमा - अबे छछुंदर के लंड जब प्रियम राजू की गांड मार रहा है तू प्रियम के पीछे जाकर उसकी गांड नहीं मार सकता चुतिया भोसड़ी वाला | अब तो चुपचाप जाकर के प्रियम की गांड मार |
जग्गू को घिन आ गयी, पता नहीं रीमा क्या क्या करवाएगी उससे | उसका लंड भी तना हुआ था, काफी देर से वो उसे हाथ से मसल रहा था, जग्गू के दिमाग में रीमा पूरी तरह से छाई हुई थी रीमा के लिए वो अभी समुन्दर में भी कूद जाये यहाँ तो बस प्रियम पर झुकाना था | जग्गू प्रियम के पीछे जाकर के खड़ा हो गया राजू पहले से झुका हुआ था प्रियम ने बाहर निकले लंड को फटाक से राजू की गांड में पेल दिया | प्रियम जानता था यहाँ उसका कुछ बस नहीं चलने वाला है, रीमा चाची से पंगे लेने पर आज वो सचमुच में पछता रहा था | उसे पहले ही अकल आ जानी थी लेकिन पता नहीं किसने उसकी बुद्धि भ्रस्त कर दी थी | ये आफत उसकी खुद की बनायीं हुई थी अब तो बस उसे अपनी और रीमा चाची की नजरो में अपमानित होना ही बाकि रह गया था | रीमा ने वो भी कसर पूरी कर दी | अब इससे ज्यादा और कोई क्या उसकी इज्जत उछाल सकता था | उसका ही खास दोस्त उसके पीछे अपना लंड थामे खड़ा था | इस घोर अपमान से प्रियम की आंखे गीली हो गयी | उसने मन ही मन कसम खाई अब से वो कभी भी रीमा चाची के बारे में कुछ भी गलत नहीं सोचेगा | क्योंकि जो भी उसके साथ होने जा रहा है वो खुद उसकी ही गलती है | जग्गू ने प्रियम को अच्छे से पीछे से जकड़ लिया और उसकी गांड पर अपना मोटापा फूला हुआ सख्त लंड सटा दिया | प्रियम की कोरी करारी गांड का छेद भी इससे पहले कभी नहीं खुला था | जग्गू ने अपना जोर बढ़ा दिया | प्रियम को तो समझ में आ गया था उसकी गांड की फट रही है क्योंकि उसकी गांड में मोटा लंड छोड़ो उंगली तक नहीं गई थी | उसने कहा जग्गू से बोला अबे जग्गू लार तो लगा ले |
जग्गू बोला - हां यार मैंने भी नहीं चाहता कि तेरी गांड मेरे सीखे लंड से चीर जाए |
प्रियम को जग्गू के इस डायलोग पर गुस्सा आ गया - बेटा अभी तेरी मारूगां तब पता चलेगा सुखा लंड क्या होता है |
जग्गू ने अपने लंड पर ढेर सारी लार उड़ेल दी और उसे मलने लगा |
आगे प्रियम अपनी कमर हिला कर के राजू की गांड मारने लगा था राजू नीचे की तरफ झुका हुआ उसकी गांड ऊपर की तरफ हवा में उठी हुई थी और उस पर प्रियम लदा हुआ था अब उसके ऊपर जग्गू लद गया था | प्रियम का लंड राजू के गांड में घुसा हुआ था लेकिन प्रियम राजू को पकड़कर थम गया क्योंकि जग्गू ने जोर बढ़ा दिया था और प्रियम की गांड का छल्ला फ़ैलाने लगा था उसको दर्द होने लगा | उसने जबड़े भीच लिए थे और उसके हाथो की पकड़ राजू पर और ज्यादा सख्त हो गयी | जग्गू ने प्रियम को थामकर एक जोरदार तरीके से झटका मारा जग्गू का लंड का सुपाड़ा प्रियम की कोरी कुंवारी गांड में घुस गया था प्रियम के मुंह से चीख निकल गई | उसकी आंखे आंसुओं से डबडबा आई | प्रियम की चीख सुन रीमा के अंदर ही अंदर एक सुकून की लहर दौड़ गयी - हरम जड़ो मेरी इज्जत से खेलने चले थे, अब मेरे सामने ही सबकी इज्जत तार तार हो रही है |
रीमा गरजी - अब पता चला ऐसे ही चीख निकलती है जब कोई लंड किसी चूत में जाता है या किसी औरत की गांड में ऐसे ही लंड को घुसाते हैं तब भी तो ऐसी ही चीखे निकलती हैं | आह्ह खुस कर दिया तुमने प्रियम बेबी | अब तुम भी चुदाई का दर्द का अनुभव कर रहे हो | उम्मीद है तुम्हे अकल आएगी |
रीमा - जग्गू शुरू हो जा, तुझे क्या न्योता बेजू |
![[Image: fs2.jpg]](https://4.bp.blogspot.com/-AnE3vsvqy6w/XLLrYwCgGUI/AAAAAAAAAo8/T1xIZSSK3wouN-4ljx-KI_E0hR2h78FrwCLcBGAs/s640/fs2.jpg)
उसको बदला लेते समय इतना सुकून कभी नहीं मिला जितना उसे प्रियम की चीख सुनकर मिला था अब साले इसको समझ में आएगा लंड की चुदाई क्या होती है अब सालो को पता चलेगा जब कोई लंड अंदर घुसता है तो कैसा महसूस होता है |
जग्गू ने फिर से लंड को हल्का सा पीछे खींच लिया जोरदार झटका दिया | प्रियम तो घुटनों के बल होकर भी खडभड़ा गया | जग्गू ने पूरी ताकत से उसकी गांड पर लंड की ठोकर मरी | उसका लंड प्रियम की गांड के सख्त छेद को फैलाता हुआ अन्दर तक घुस गया | प्रियम के मुहँ से एक लम्बी जोरदार चीख निकल | वो दर्द से हाथ पैर पटकने लगा | जग्गू के लगे धक्के से उसका लंड भी राजू की गांड में घुस गया | जग्गू ने जोर से दबाव बनाये रखा जग्गू का लंड प्रियम की गांड में और अन्दर तक घुसता हुआ चला गया | ये देखकर जग्गू को बहुत ही खुशी हुई की उसका लंड प्रियम की कसी हुई गांड में समां गया था | जग्गू ने एक हुंकार भरी | राजू दोनों के बोझ से दबा जा रहा था | प्रियम को बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था और उसकी गांड में बहुत तेज जलन भी हो रही थी यही हाल राजू का था लेकिन राजू कुछ देर पहले से गांड मरवा रहा था इसलिए उसका दर्द कम हो चुका था लेकिन प्रियम की तो बुरी हालत है उसने अपनी कमर हिलाने बंद कर दी वह अपनी गांड में होने वाले दर्द को बर्दाश्त करने की पूरी कोशिश कर रहा था उर इसीलिए इधर उधर हाथ पाँव पटक रहा था | इसके उलट जग्गू पुरे जोश में था |
रीमा ने तीनो की हालत देखि और धमकाते हुए बोली - मैंने यहाँ कोई गांड का दर्द निवारण केंद्र खोल रखा है, गांड मरवाओगे तो दर्द तो होगा ही | जग्गू मेरी चूत के दर्शन करने है की नहीं |
रीमा की चूत की बात सुनते ही जग्गू को जोश आ गया | उसके सटक से एक जोर दार धक्का प्रियम के चुताड़ो पट लगाया और उसका मोटा लंड प्रियम की गांड में पैबस्त हो गया | ठोकर इतनी तेज थी की प्रियम का लंड भी राजू के गांड में घुस गया | जग्गू प्रियम को थाम कर तेज तेज अपनी कमर हिलाने लगा | उसके ठोकरों से प्रियम भी हिलाने लगा जिससे उसका लंड अपने आप ही राजू की गांड मारने लगा | क्या नजारा था रीमा तो अन्दर तक वासना से नाहा सी गयी | वो कैमरा छोड़कर तेजी से अपनी गुलाबी चूत मसलने लगी | और जग्गू की तरफ जांघे फैलाकर दिखाते हुए - जग्गू तुझे ये चाहिए की नहीं |
जग्गू तेज मारते धक्को की वजह से हांफता हुआ - हाँ मैडम बिलकुल चाहिए |
रीमा - तो जोर जोर से चोद साले इस भडवे को | मार साले की गांड जोरदार तरीके से | अपने लंड से मसल कर कुचकर रख दे इसकी हरामी गांड को |
जग्गू का जोश तो दुगना हो गया जैसे उसे किसी ने वियाग्रा की गोली खिला दी हो | जग्गू पुरे जोश से धक्के मारने लगा | प्रियम की हालत पतली हो गयी | एक तो पिछवाड़े में भीषण दर्द और उसपर से जग्गू के भीषण धक्के | प्रियम तो जैसे बेहोश होने की कगार पर पंहुच गया | प्रियम के मुहँ से बस दर्द भरी कराहे ही निकल रही थी और उसके शरीर में जीतनी ताकत थी उससे वो खुद की गांड में हो रहे दर्द को बर्दास्त करने की कोशिश कर रहा था | जग्गू के धक्को से राजू की गांड तो अपने आप ही प्रियम का लंड अन्दर ले रही थी |
![[Image: tumblr_lwjbj5Q3l91r8eoogo1_400.gif]](https://2.bp.blogspot.com/-VDx6jknpCzw/XLLrksZSUbI/AAAAAAAAApM/qqSdN7cwV0sfWULYhvxghfK76x0wxjNPQCLcBGAs/s640/tumblr_lwjbj5Q3l91r8eoogo1_400.gif)
रीमा ने जोश में हुंकार भरते हुए - मजा आ रहा है प्रियम, देख लिया रीमा से पंगा लेने का हस्र | बहुत देर हो गयी मोटे लंड के मजे लेट हुए अब तोडा मजा राजू को भी दे | राजू प्रियम की गांड अब तू मार और जग्गू का लंड तेरी गांड में जायेगा |
राजू के अन्दर अब किसी तरह का प्रतिरोध करने की हिम्मत नहीं थी | प्रियम के घुटने और पैरो में अब जान नहीं बची थी | उसकी गांड में तेज दर्द हो रहा था और जो उसके जंगो और पैरो को कमजोर कर रहा था | प्रियम पीठ के बल लेट गया | उसके ऊपर राजू आ गया | उसके [पीछे जग्गू आ गया | अब कमरे का सीन देखकर कोई नहीं कह सकता था ये तीनो बिलकुल नार्मल लड़के है और इनमे से कोई भी गे नहीं है | असल में अब तीनी के अन्दर किसी तरह का विरोध करने की ताकत नहीं बची थी | जो होना था सो हो चूका था | एक बार लंड गांड में जाये या १० बार , लंड तो गांड में घुस चूका था | इसलिए अब कम से कम अपने अन्दर की आग तो बुझा ही लो | राजू ने अपने लंड को जोर जोर से मसलते हुए उस पर ढेर सारा लार मल दिया और उसे प्रियम की गांड के खुले छेद पर सटा दिया | पीछे से जग्गू कुछ ज्यादा ही जोश में था | उसने बिना किसी इशारे के ही राजू की गाड़ पर लंड रखकर तेजी से पेल दिया | झटका जोरदार था जग्गू का पूरा लंड राजू की गांड में समां गया और उस झाके के कारन राजू की कमर भी हिली और इउसका लंड प्रियम की गांड में घुस गया | अब प्रियम का दर्द बर्दाश्त करने की हालत में आ गया था | दोनों एक दुसरे के उपर घोड़ी बने लंड पेलने में जुटे थे | तीनो बुरी तरह हांफ रहे थे | और ये कामुक नजारा देख रीमा अट्टहास लगा रही थी और अपनी गुलाबी चूत मसल रही थी | जग्गू जैसे ही रीमा के गुलाबी चूत को देखता उसका जोश कई गुना बढ़ा जाता | वो तेजी से हांफ रहा था लेकिन उसके धक्के दनादन जारी थे | पहले उसने प्रियम की गांड को सुरंग बना डाला था अब राजू की गांड में भी बुरी तरह से लंड पेल रहा था |
![[Image: download%2B%25283%2529.jpg]](https://4.bp.blogspot.com/-314sH_c8eTk/XLLtTbMhc-I/AAAAAAAAAp4/lQQk1TtJZAguJmj9EY94miilxerrJtS_QCLcBGAs/s640/download%2B%25283%2529.jpg)
रीमा का रोमांच थम सा गया था उसे और ज्यादा और ज्यादा की लत लग गयी थी रीमा ने और ज्यादा रोमांच लाने के लिए - अब गांडमरो थोड़ा साइड पोज में भी एक्शन कर दो तो कुछ विडियो और फोटो ले लू मै |
तीनो थम गए | किसी को कुछ समझ नहीं आया | जग्गू रीमा की तरफ देखने लगा |
रीमा हैरानी से - तुम लोगों को साइडपोज नहीं पता है और चले थे जो है रीमा को चोदने के लिए भोसड़ी वालों ........साइड पोज वह होता है जिसमें एक तरफ एक कंधे पर झुक कर के एक दूसरे की चुदाई की जाती है , राजू तुम एक काम करो तुम जो है अपने बाएं कंधे पर झुक जाओ और उसके पीछे से प्रियम आ करके तुम्हारी गांड में लंड घुसा देगा और उसके पीछे तुम जग्गू फिर से प्रियम की गांड मरोगे | इस तरह से तीनों एक कंधे पर हो करके एक दूसरे के पीछे से एक दूसरे की गांड मारोगे आते हैं | फटाफट अपनी पोजीशन लेकर एक्शन शुरू कर दो ताकि मैं एक फोटो ले लू , पता नहीं कब तुम लोगों की पिचकारी शुरू हो जाये | काफी देर से गांड मार रहे हो और मुझे पता है गांड मारने में बहुत ही ज्यादा मेहनत लगती है और लंड में बहुत ज्यादा रगड़न होती है जिससे कि बहुत ही जल्दी पिचकारी छूट जाती है इस बार किसी ने ना कोई प्रतिरोध किया ना कोई नौटंकी की | तीनों अपने आप ही उस पोजीशन में सेट हो गए और एक दूसरे की गांड में लंड घुसाकर पीछे से अपने चूतड़ हिलाने लगे | तीनों के अंदर बहुत ही ज्यादा हीनता और शर्म भाव भर गया था इतनी ज्यादा ग्लानि से भर गए थे कि वह एक दूसरे की शक्ल भी नहीं देख रहे थे तीनों ने जो भी किया था वह उनके कर्मों का फल था लेकिन फिर भी यहां पर दाद देनी होगी कि रीमा' जिसने अपने कठिन समय में उस सिचुएशन में खुद को बहुत ही संयमित बनाए रखा और उन लड़कों की भावनाओं को बहुत जल्दी पहचान गई और मौका मिलते ही बाजी पलट दी | अब वह तीनों बहुत ही ज्यादा पछता रहे थे और मन ही मन एक दूसरे को कोस रहे थे कि सालों ऐसा प्लान बनाया ही क्यों था जो यह दिन देखना पड़ा | तीनों की चेहरे की हवाइयां उड़ते देख कर रीमा समझ गई थी कि अब बस यह लौड़े कुछ देर के मेहमान हैं इसीलिए रीमा ने आदेश दिया अच्छा बच्चे एक
काम करो अब अपने दोस्तों की गन्दी गन्दी गांडो से अपने लंड को निकालो और अपने हाथ से मुठियाना शुरू कर दो मैं चाहती हूँ तुम लोग अपनी अपनी पिचकारी अपने ऊपर ही गिराओ, मेरे कैमरे को भी मजा आएगा शूट करने में | एक दूसरे की गांड में छोड़ने से पता ही नहीं चलेगा पिचकारी कब छूती | अपनी पिचकारी अपने हाथ से निकालो ताकि अपनी मेहनत का फल खुद को मिल सके चलो फटाफट अलग हो जाओ और अपने अपने हाथों को हिलाते हुए अपनी अपनी सबसे झील के सफेद पानी को बाहर निकालो |
![[Image: 46ba36435761221fa9b0bdde5b99a19a.jpg]](https://1.bp.blogspot.com/-WdC1A-nEdys/XLLrSQ0A6SI/AAAAAAAAAoo/Edx42rONOQgpJ5plGeS-RuZEs_g90rIDwCLcBGAs/s640/46ba36435761221fa9b0bdde5b99a19a.jpg)
तीनों ही चुपचाप एक दूसरे से अलग हो गए और सोफे पर आकर बैठ गए उसके बाद में अपने लंड को पकड़ के मुठीयाने लगे और कुछ ही देर में तीनों के लंडो ने अपनी-अपनी पिचकारिया छोड़नी शुरू कर दी तीनों के लंडो से निकला हुआ सफेद गरम लावा उनकी नाभि और उनके लंड के आसपास फैल गया रीमा यह सब देखकर कस कर अपनी चूत गाने को रगड़ने लगी थी उसके आनंद की कोई सीमा नहीं थी | 3 जवान लड़के जो उसको चोदने का खाका बना कर के यहां आए थे जो उसे बंधक बनाकर उसे चोदना चाहते थे कुत्तिया की तरह चोदना चाहते थे हचक हचक के चोदकर उसकी चूत फाड़ने के लिए आये थे, अब शर्म से झुके चेहरों से उसके सामने पराजित बैठे थे | उसने उनके गेम की पूरी बाजी ही पलट दी और अब तीन लड़के मायूस से निराशा से थके हारे पराजय से भरे हुए अपने अपने झड चुके लंड को बड़ी निराशा से मसल रहे थे |
तीनों की ना तो नजर एक दूसरे से मिल रही थी ना एक दूसरे को देख रहे थे तीनों पर सर झुकाए अपने अपने लंड को मसल रहे थे जो की पूरी तरह से उनकी से सने हुए थे और अब वह धीरे धीरे नरमी की तरफ बढ़ने लगे थे | तभी रीमा ने कैमरा अलग रख दिया और एक स्ट्रैप डिल्डो निकाल कर के अपनी कमर में बांध दिया और अपने हाथ में गन पकड़ ली तीनो के तीनो लड़के अपनी हार स्वीकार कर चुके थे लेकिन रीमा के अंदर भरा गुस्सा कम ही नहीं हो रहा था, वो उन्हें बुरी तरह से सबक सिखाने के चक्कर में थी, साथ ही साथ वो बेहद सतर्क थी कही कोई उससे बगावत न करे जो उसे लेने के देने पड़ जाये | इनमें से अगर किसी एक दिन बगावत कर दी तो उसकी दुर्गति हो सकती इसलिए उसने अपने हाथ में गन थाम रखी थी |
![[Image: tumblr_nojxnvixnP1un3qdvo1_1280.jpg]](https://2.bp.blogspot.com/-31iK3t_FyVA/XLLvEJ3lELI/AAAAAAAAAsg/zl3DXuwABOELLuUKBNf5U60hz299TlS5ACLcBGAs/s640/tumblr_nojxnvixnP1un3qdvo1_1280.jpg)
रीमा ने स्ट्रैप पहनकर के राजू को अपने पास आने को कहा | राजू के पास में आते ही रीमा ने उसके ऊपर गन तान दी और अपना प्लास्टिक वाला लंड उसके मुंह के सामने तान दीया राजू घुटनों के बल बैठ गया | उसने बिना किसी रेसिस्टेंस के अपना मुंह खोल दिया क्योंकि गन देखकर उसकी और ज्यादा फट गई थी रीमा ने चुपचाप उसके मुंह में अपने प्लास्टिक के लंड का सुपाड़ा घुसेड़ कर अपनी कमर हिलाने लगी जबकि दूसरे हाथ से गन थामकर राजू के सर पर तान दी | जग्गू और प्रियम की ये देखकर ही फट गयी | अब तो वो किसी अनहोनी की आशंका से बुरी तरह डर गए | दोनों ने नज़ारे नीची कर ली और अपनी मुरझाये लंडो पर जाकर टिका दी | राजू के सर पर तना हुआ गन....................... यह देखकर प्रियम और जग्गू के चेहरे जो पहले से ही निराशा से लटके हुए थे अब डर दहशत और निराशा से भर गए | जग्गू की कुछ ज्यादा ही फट के हाथ में आ गयी ..............तो क्या रीमा चाची अब इस प्लास्टिक के लंड से हम सब की गांड फाड़ने जा रही है |
![[Image: 12_b.jpg]](https://4.bp.blogspot.com/-CR8IBLmCK0s/XLLuJYeNZHI/AAAAAAAAAqU/TkQ5LJozNHshEpkUKsi0fgIUmAxM5kLSQCLcBGAs/s640/12_b.jpg)
जग्गू अपने मन को दिलासा देता हुआ बोला नहीं नहीं यह साले इन गांडमरो के लिए यह है ये साले हैं ही इसी लायक, रीमा चाची मेरे साथ नहीं करेगी जब मैं गाड़ मरवाई ही नहीं | ये सब इन सबको सबक सिखाने के लिए | इनके साथ ऐसा ही सलूक होना चाहिए ये है ही एक नंबर के घटिया इंसान इसलिए इनके साथ जो हुआ सही हुआ |
जग्गू अपने अन्दर की दहशत को काबू में करता हुआ - रीमा मैडम आप तो हुस्न परी हो अप्सरा भी फ़ैल है आपके हुस्न के आगे और ऊपर से आप की कमर में बंधा ये प्लास्टिक का लंड सोने पर सुहागा लगा रहा है | एक बार इससे जरा राजू की गांड भी मार दो हमें भी तो सिखावो कैसे अच्छे से गांड मारी जाती है | आपके मटकते चूतड़ जब राजू की गांड में ये मुसल रबर का लंड पेलेगें तो सच में देखने में बहुत मजा आएगा |


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