28-06-2023, 08:10 PM
पार्ट ३५ : मौसाजी ने बनाया मेरे पति को कुक !
धर्मेश अंकल अभी भी बिस्तर पर सोये थे..अनीश ने उनके दोनों पैर घुटने से मोड़कर ऊपर उठा दिए..अब उनके अण्डे एकदम उसके चेहरे के सामने थे..अनीश प्यार से उनकी गोटियों को चूमने लगा..चाटने लगा..धर्मेश अंकल ने उसके बाल पकड़ लिए..और उसका चेहरा अपने गोटियों पर रगड़ दिया.. उम् ..आह..करके दोनों आहे भर रहे थे. मैं एकदम गरम हो गयी थी..मेरे दोनों प्रेमियों को ऐसे एकसात नंगा देखकर मुझे आनंद मिल रहा था..
धर्मेश अंकल अभी भी बिस्तर पर सोये थे..अनीश ने उनके दोनों पैर घुटने से मोड़कर ऊपर उठा दिए..अब उनके अण्डे एकदम उसके चेहरे के सामने थे..अनीश प्यार से उनकी गोटियों को चूमने लगा..चाटने लगा..धर्मेश अंकल ने उसके बाल पकड़ लिए..और उसका चेहरा अपने गोटियों पर रगड़ दिया.. उम् ..आह..करके दोनों आहे भर रहे थे. मैं एकदम गरम हो गयी थी..मेरे दोनों प्रेमियों को ऐसे एकसात नंगा देखकर मुझे आनंद मिल रहा था..
तभी धर्मेश अंकल ने फिर से अनीश का सर दोनों हातों में पकड़ लिया और अपना लण्ड उसके मुँह में घुसा दिया..उनका लण्ड पूरा अनीश के गले तक घुस गया.. अनीश को साँस लेने मैं दिक्कत हो रही थी..पर धर्मेश अंकल ने उसका सर अपने लण्ड पर दबा कर रखा..अनीश के आँखों से पानी निकल रहा था..उसको उलटी जैसे हो रहा था..तभी धर्मेश अंकल ने उसका सर ढीला कर दिया..वैसे अनीश ने धर्मेश अंकल का लण्ड मुँह से बहार निकाला और गहरी साँस ली..उसे घुटन और दम लग गया था..परअभी भी अनीश ने धर्मेश अंकल का लण्ड दोनों हातों से पकड़ रखा था..जैसे कोई बच्चा अपना सबसे प्यारा खिलौना पकडे रहता है. वह फिर से अपनी जीभ से धर्मेश अंकल की बड़ी बड़ी बालों वाली गोटियां चाटने लगा..
धर्मेश अंकल - गुड बॉय.... तुझे मेरा लण्ड चाटकर मेरी मलाई खानी है?
अनीश - हाँ अंकल.
धर्मेश अंकल - फिर प्यार से विनंती कर..और बोलो की संध्या के लिए मेरा लण्ड सबसे उपयुक्त है और मेरी मिन्नत कर के मैं उसको चोदू..
अनीश - अंकल आपका लण्ड सब से अच्छा लण्ड है .. आप प्लीज मेरी बीवी संध्या को आपके लण्ड से चोद दो.
धर्मेश अंकल - ऐसे नहीं..और अच्छी से विनती करो..
अनीश - अंकल आप का लण्ड सबसे सुन्दर और सख्त है.. आप प्लीज आप के लोहे जैसे कड़क भूके लण्ड से मेरी बीवी संध्या की भुकी गुलाबी चुत को चोदकर मुज़पर मेहेरबानी करे..
धर्मेश अंकल खुश हो गए.. हाँ यह ठीक है...यह ले मेरा लण्ड..और धर्मेश अंकल ने फिर से उनका पूरा लण्ड अनीश के गले तक ठूस दिया..उनके पास एक दूसरा मोबाइल था..उन्होंने उस मोबाइल से अनीश के उनका लण्ड चूसने के कुछ फोटो खींच लिए..और वीडियो भी बना लिया..फिर उन्होंने अनीश का सर अपने दोनों हातों से पकड़ा और लम्बे स्ट्रोक लगाकर गले तक अनीश का मुँह चोदने लगे..
उम्..आह..ले मादरचोद..अपने अंकल की मलाई खा..उम्..आह..! कर वो अनीश के मुँह में अपनी पिचकारी उड़ाने लगे. अनीश भी प्यार से उनकी मलाई निगलने लगा.. कुछ मलाई अनीश के ओंठों से बहार आ गयी ..इतनी ज्यादा मलाई धर्मेश अंकल के लण्ड से हमेशा निकलती थी. अंकल अब झड़ कर शांत हो गए थे.. पर अनीश अभी भी उनका लण्ड चूस रहा था..हर एक वीर्य के बून्द का स्वाद ले रहा था.
धर्मेश अंकल ने उसके बाल फिर से पकड़ लिए.. ओर उनका लण्ड बहार निकाला ..और आखिर की कुछ बुँदे अनीश के ओंठों पर लगा दी.. और कहा.. अभी ठीक से सुनो.. कल तक संध्या का पैर ठीक हो जायेगा.. तू कल रात उसको दुल्हन जैसे सजायेगा .. और मेरे से चुदने के लिए मना लेगा ..कल रात ओके मेरा ओर संध्या का हनीमून होगा..वो भी तेरे सामने .. तुझे यह करना होगा .. नहीं तो सब बिरादरी और रिश्तेदारों को तेरी यह फोटो और वीडियो भेज दूंगा.. चल जा भाग अभी..बहु राह देख रही होगी.. और हाँ यह टेबल पर रखी दवाई लेकर जा..
अनीश ने चुपचाप निचे पड़ी हुई अपनी शॉर्ट्स पहनी और दवाई ले कर दरवाजे की तरफ कमरे से बहार जाने लगा. मैंने जल्दी वडियो कॉल बंद कर दी और सोने का नाटक करने लगी.