23-06-2023, 01:10 PM
(27-01-2023, 10:36 PM)Samarsharma@ Wrote: आन्टी: आह्ह्ह्ह्ह....क्या सूंघ रहे हो रोहन.........
आन्टी...........यह पैन्टी......कितनी कुश नसीब है......आपकी चूत से जो चिपकी हुई है
आन्टी:अच्छा...........
मैं आन्टी के कूल्हों को चाटने लगा .... आह्ह्ह्ह्ह......और उन पर जोर जोर से मार रहा था.
मैने पीछे से आन्टी की टांगे चौड़ी की पैन्टी को जीभ से चाटने लगा
आह्ह्हआआह्ह्हह्ह्ह.....रवि............
मैने आन्टी की पैन्टी हाथो में भरी और उसे नीचे उतार दी...मीरा आन्टी की काली गांड़............…......मुझेसे अब रहा नही जा रहा था।
आन्टी:तुम्हारी गांड़ तो बहुत ही प्यारी है.....
रोहन..... आआह्ह्हह्ह्ह बाते मत करो............मुझे अब चोदो तुम ....
मैने आन्टी की गांड़ को उंगलियों से थोड़ी चौड़ी की ....क्या नज़ारा था भाई गांड़ का......
गांड़ चौड़ी करके मैने अपनी जीभ गांड़ में डाली और ....नीचे से उपर की और ले गया.
मीरा आन्टी की मानो चीख निकल गई...आ.....रवि..पीछे नहीं........
लेकिन मैं नही माना .....सुरु में मुझे गांड़ का टेस्ट कुछ अच्छा न लगा ।
मैने अपनी जीभ आन्टी की गांड़ में डाली और आगे पीछे करने लगा
आन्टी: आह्ह्ह्ह्ह........रवि... थोड़ा आराम से....
आन्टी की गांड़ चाटने में बड़ा मजा आ रहा था।
आह्ह्ह..... उह्ह्ह.... आन्टी के मुंह से यह आवाज़ काफी उत्तेजित थी
मैने गांड़ चाटते हुए आन्टी के दोनो कूल्हों को हाथ में भरा और दबाने लगा...... उह्ह्ह्ह्ह्........... आह्ह्ह्......
मैने आन्टी के बालो को पकड़ा और ...अपनी बड़ी उंगली मीरा आन्टी की गांड़ में डाल दी
आन्टी: आआह्ह्हह.......रवि.. क्या कर रहे हो दर्द होता ही.............
गांड़ में उंगली डाल के धीरे धीरे उंगली को आगे पीछे करने लगा ......
उम्मम्म...... आआह्ह्हह्ह्..... आआह्ह्ह.....
मैने उंगली की स्पीड थोड़ी सी तेज करदी...इससे आंटी को थोड़ा दर्द हो रहा था ..लेकिन मुझे काफी अच्छा लग रहा था ....
मीरा आन्टी की ऊंगली से गांड़ चोदने का.........
आन्टी: आआह्ह्हह्ह्ह.....रवि......प्लीज उंगली को बाहर निकालो....दर्द हो ता है
ये सुन के मैं जोश में आ गया और थोड़ा तेज उंगली करने लगा ।
अब मीरा आन्टी को काफी दर्द हो रहा था...वो बिस्तर को कसके पकड़ी हुई थी।
मैने उनकी गांड़ से उंगली निकाली ..और उसे सूंघा..... खुशबू....अच्छी नहीं थी....लेकिन ...उंगली गांड़ में होने से काफी गर्म थी...
मीरा आन्टी के तो मानो जान ही निकल गई थी... मैने आन्टी को बाहों में भरा और .... किस्स करने लगा ....
किस करते हुए मैने उनको बेड पे बैठा दिया ...और उनकी टांगे चौड़ी करदी....उनकी काली काली चूत.........ओय.. होए......भाई....क्या चूत थी उनकी
मैने चूत पे अपना मुंह लगाया और किस्स करते हुए ...चूत को चाटने लगा
आआह्ह्हह्ह.........रवि ......आज तुम मेरी जान लेके ही मानोगे......
लेकिन मुझे उनकी चूत चाटने में बड़ा मजा आ रहा था..