11-06-2023, 09:43 PM
मेरी बात सुनकर रेखा का चेहरा लाल हो गया था और वो ऐसे ही नाप देती रही जिसके दौरान में प्रिया से खुलकर अश्लील शब्दों में उसके अंगों की बात करता रहा जिसमे क्लीवेज ,नवल से लेकर झांटो तक के शब्द काम मे ले लिए थे।
झांट की बात इसलिए उठी क्योंकि उसको छोटी सी स्कर्ट पहननी थी और उसमे झुकने से थोंग टाइप पेंटी से झांट दिख सकती थी इसलिए उसे हमेशा झांट साफ रखने को कहा था।
नाप लिखकर मेने टेलर को भेज दिया तो बल्लू सब के लिए कॉफी लेकर आ गया और कॉफी पीने के बाद प्रिया रेखा को लेकर फार्म हाउस निकल गयी जहां से उसे ब्यूटी पार्लर ,दुल्हन का जोड़ा वगेरह खरीदना था।
उनके जाने के बाद में और हरमीत उसके आफिस गए और रोजी को जमकर चोदने के बाद रेखा की सुहागरात का प्रोग्राम फाइनल करके घर आ गया।
अब आगे.....
अगले तीन दिन तक प्रिया और रेखा तैयारी में लगी रही तो में भी अपनी तैयारी में लगा था और प्रिया द्वारा बताए गए हर काम को अच्छे से अच्छे तरीक़े से अंजाम देना चाहता था ।साथ ही प्रिया के जरिये रेखा को सुहागरात से पहले दिए जाने वाले टॉनिक जो दुल्हन को दिए जाते हैं ताकि सुहागरात में शरीरीक रूप से मेच्योर बन जाये वो दिलवा रहा था ।
इसमे हरमीत भी मेरा पूरा साथ दे रहा था उसने पाटिल से कुछ स्पेशल पाउडर भी मंगवा कर दिए थे जो रेखा केअंदर सेक्स के साथ ताकत भी बढ़ाये।
हरमीत बहुत चोदू किस्म का आदमी था उसे लड़कीं की चुत को भोसड़ा बनाने में मज़ा आता था और उसी का परिणाम था कि प्रिया की चुत छह महीने में उसने चोद चोद कर फाड़कर भोसड़ा बना दिया था उसकी वजह सिर्फ उसको दिया जाने वाला वियाग्रा वाला पावडर था जिसकी वजह से प्रिया की चुत में इतनी खुजली होती थी कि वो हर समय चुदने को बेचेंन रहती थी ।इसलिए उसने डॉक्टर पाटिल को बोलकर इस बार उससे भी हेवी डोज वाला पाउडर मंगवाया था ताकि रेखा भी चुदकड़ लड़कीं बन जाये और हम दोनों उसे मसलकर उसका रस पी कर छोड़ दें।
प्रिया तीन दिन से रेखा को तीन तीन डोज पाउडर खिला रही थी जिससे उसकी चुत भयंकर पानी छोड़ रही थी जो प्रिया मुझे बता चुकी थी । आज शनिवार का दिन था और आज रेखा की सील भंग करके उसे कल पूरे दिन चोदना था इसलिए मैंने अपनी पत्नी को तीन दिन बिजनेस टूर का बोलकर आफिस आया और वहां से दूल्हे को तरह सज धज कर पांच बजे हरमीत के फार्म हाउस पहुंचा ।जहां हरमीत पूरी तैयारी करवा चुका था।
मुझे देखकर हरमीत बोला।
हरमीत ,""आओ दूल्हे राजा ।
में हंसकर हरमीत के गले लगते हुए बोला ,""सब तुम्हारी माया है दोस्त। तुम्हारी वजह से आज एक और कली का रस चुसने को मिलेगा।
हरमीत ,""तो क्यों ना रस पीने वाले औजार की धार बढ़ाने के लिए तैयारी की जाए।
में ,""हम्म बोलो क्या करना है।
हरमीत ,""लो ये पेग पियो इससे तुम्हारे लण्ड में धार आ जायेगी और रेखा की सील आराम से तोड़ पाओगे।
मेने पेग लिया तो हरमीत भी एक पेग पी गया।
में ,""वैसे तुम किसकी सील तोड़ने वाले हो।
हरमीत ,""में तो प्रिया को हो घोड़ी बनाऊंगा रेखा को इतनी जल्दी नीचे लाना जल्दबाजी होगी।
पेग पीकर हमने खाना खाया और फिर फार्महाउस का निरीक्षण करके सुहाग सेज देखा जो फूलों से सजी थी और रेखा वेड्स राजेश लिखकर उसमे दिल का निशान बना था जिसमे तीर बना हुआ था। जिसे देखकर हरमीत बोला।
हरमीत ,""कैसा लगा डेकोरेशन।
में ,""मस्त , मज़ा आ गया देखकर।
हरमीत ,""तो फिर ये लो तुम्हारी दुल्हन के लिए मेरी तरफ से गिफ्ट।
में ,""इसमे क्या है।
हरमीत ,""सिंदूर ।
में ,""पर सिंदूर का मतलब तो शादी हुआ और में उससे शादी थॉडी ही कर रहा हूँ।
हरमीत ,""तुम्हे शादी नही करनी बस ये उसकी मांग में भर देना फिर देखना वो कितना खुश होगी।
में ,""और वो मुझे पति मानने लगी तो।
हरमीत ,""उसे तू अपना पति मानने दे बस तू पत्नी मत मानना।
में ,""ये क्या बात हुई।
हरमीत ,""अबे साले इतनी सी बात समझ नही आ रही तुझे , तुम्हे उसे खुश करना है जो सिन्दूर लगते ही वो हो जाएगी और जब उसकी सील तोड़ दो तो बोल देना की हम सिर्फ चार लोगों के सामने ही पति पत्नी है बाकी उसका रिश्ता सिर्फ बॉस सेक्रेटरी का है।
में ,""फिर सिंदूर क्यों।
हरमीत ,""ताकि वो तुम्हे अपना जिस्म खुलकर भोगने को दे और तुम उसे रखैल की तरह यूज़ करो ।
में ,""पर सिंदूर वाली बात मुझे समझ नही आ रही।
हरमीत ,""तो सुनो ,मेरी प्रिया से दिन में बात हुई थी वो आज रात तुम्हे बॉस समझकर नही बल्कि अपना पति मानकर तुम्हे अपनी जवानी सौंपेंगी इसलिए तुम उसको रात भर पत्नी की तरह भोगना फिर उसके दिमाग मे ये बात फिट कर देना की तुम उसकी बीबी नही पैसे से खरीदी हुई रखैल हो जिसका काम तुम्हे सिर्फ खुश करना है ना कि अधिकार जमाना ।
में ,""पर ये तो गलतहोगा ना।
हरमीत ,""साले उसकी सील फाड़ना सही है क्या फिर , छोड़ दे उसकी सील तोड़ना में तोड़ देता हूँ ।
में ,""तुम तो नाराज हो रहे हो।
हरमीत ,""नाराज नही हो रहा बल्कि तुम्हे समझा रहा हूँ कि हम इन लौंडियों के जिस्म को मसलना है वो भी उसी की मर्जी से ,उनके हिसाब से और प्रिया ने जो मुझे बताया है उसके हिसाब से वो रण्डी से ज्यादा मज़ा बीबी बनकर देगी बस तू में जैसे बोल रहा हूँ बो कर।
में ,""ठीक है ,यार बना लूंगा उसे बीबी।
तभी गेट के बाहर एक गाड़ी आकर रुकी जो फार्महाउस के मेन गेट से अंदर आ चुकी थी हम दोनों गेट पर पहुंचे तो गाड़ी का गए खुला और हम दोनों की नजर गाड़ी से उतरती अप्सरा पर पड़ी ।
लाल जोड़े में सजी रेखा कयामत ढहा रही थी नई नवेली दुल्हन के भेष में । उसे देखकर हम दोनों की नजर ठहर सी गयी तभी ड्राइवर सीट से प्रिया उतरी जो बिल्कुल दुल्हन की तरह लाल जोड़े में थी उसने भी सुहाग रात वाली ड्रेस लहंगा चुनी पहन रखा था और वो पूर्ण मेच्योर औरत लग रही थी जबकि रेखा कमसिन दुल्हन।
गाड़ी से उतरकर प्रिया ने रेखा की बांह पकड़ी और मुझसे बोली ,""कैसी लग रही है दुल्हन जीजू ।
में ,""अप्रतिम ,जन्नत की हूर।
प्रिया रेखा को धीरे धीरे मेरे पास लेकर आई और सामने लाकर खड़ी कर दिया तो रेखा मेरे पैरों में झुक गयी ।मेने उसे उठाकर सीने से लगा लिया और जेब से सिंदूर की डिब्बी निकालकर उसकी सुनी मांग भर दी तो प्रिया ने कुछ फोटोज ले ली।
हम सब अंदर आये तो प्रिया ने रेखा को अंदर से फार्म हाउस और सुहाग सेज दिखाई और उसे मेरे पास छोड़ने के बाद हरमीत की बाह पकड़ी और उसे नीचे ले गयी ।
अब ऊपर सिर्फ हम दोनों ही थे तो मैने रेखा को गिफ्ट दिया । उसके बाद जो हुआ वो आप लोग पिछले पार्ट ""रेखा ने बनाया अपने पति को कुकहोल्ड ""में पढ़ चुके है ।
हरमीत की बात एक दम सच साबित हुई रेखा मुझे अपना पति मानकर सर्वस्व सौंप दी। रेखा बहुत गर्म लड़कीं थी और उसे अलग अलग आसान और स्टाइल में चुदवाने में मज़ा आता था जिसे मेने और हरमीत ने खूब चोदा और चुद्ववाया ।में उसे रखैल की तरह तीन साल तक भोगा । रेखा की चुत तीन साल में भी वैसी ही थी जैसी उसकी तीन साल पहले थी उसकी चुत हर बार कुंवारी लड़कीं की तरह टाइट हो जाती थी।
तीन साल तक उसे भोगने के बाद मेने उसे अमित को सब सच बताने को कहा था तो अमित तैयार हो गया जो मेरे लिए भी आश्चर्य की बात थी क्योंकि में उसे रण्डी की तरह भोग चुका था ।रेखा भी पैसे के लिए किसी का लण्ड लेने वाली रण्डी थी।
तीन साल तक रेखा की जवानी को खूब चुसने के बाद मुझे लगा था कि अब नई लड़कीं को नोकरी पर रखकर उसके साथ एन्जॉय करूंगा ।पर रेखा जैसी हॉट आइटम मिली ही नही और जो मिली सब फटी हुई चुत वाली इसलिए मज़ा नही आया।
रेखा में खास बात उसकी चुत ही नही बल्कि उसका खुलापन भी था वो खुद एडवेंचर पसंद लड़कीं थी उसे मुझे कभी कुछ कहने की जरूरत नही पड़ी और मुझे थ्रीसम से लेकर बी डी अस एम तक सब कुछ एन्जॉय करवॉया ।
उसने हरमीत से चुदने के लिए भी खुद ही पहल की और डॉक्टर पाटिल से भी खुद ही चुद गयी ।रेखा डांसर भी अच्छी थी और मूड भांपने में भी माहिर लड़कीं थी।
मेरा जब भी मूड ऑफ होता तो रेखा को मूड ठीक करने में ज्यादा देर नही लगती थी ।
बस रेखा की एक ही कमजोरी थी वो था पैसा और अगर उसे पैसा मिल जाये तो कुत्ते से भी चुत मरवा ले । मुझे आज से पहले उसकी मम्मी से मिलने का मौका कम ही मिला था पर आज जब में रवीना से मिला तो वो अलग ही मूड में थी ।
दरअसल हुआ यूं कि जब में घर से निकलने से पहले दो लाख रुपये लेकर चला था और आफिस जाने से पहले वो पैसे जब में रेखा के घर गया तो मैने बेल बजाई तो पांच सात बेल के बाद गेट खुला और गेट खुलने के बाद का नजारा देखकर मेरी धड़कन ही रुक सी गयी।
रवीना जो रेखा की मम्मी थी वो एक तौलिए में खड़ी थी जिसमे से उसका क्लीवेज और दूधिया जांघे चमक रही थी ।रवीना परफेक्ट भारतीय मिल्फ़ थी जिसका बदन पूरा गठीला और गदराया हुआ था ।
उसके बदन से सेम्पू की भीनी भीनी खुश्बू आ रही थी और नहाकर आने की वजह से पानी की बूंदे मोती सी चमक रही थी ।में उसे बिना पलक झपकाए एकटक देखता रहा तो वो बड़ी सेक्सी स्टाइल से मुस्कराई और बोली।
रवीना ,""अंदर आ जाइये।
में ,""सॉरी भाभीजी आप शायद नहा रही थी ।मेने आपको डिस्टर्ब कर दिया।
रवीना ,""अरे ऐसा कुछ नहीहै में नहा चुकी हूं आप अंदर आइए ।
में ,""पर आप ने कपड़े भी नही पहने आप कपड़े पहन लीजिए तब तक मे बैठता हूँ।
रवीना ,""आप बैठिए तो सही , में कॉफी बनाकर लाती हूँ।
में ,""सॉरी भाभीजी आपको डिस्टर्ब कर दिया ,आप को बोल देना चाहिए था में बाहर वेट कर लेता ।
रवीना ,""पर में आप को कैसे डिस्टर्ब लगी।
में ,""मेरा मतलब ये नही था मेरा मतलब ये था कि आप ने सोचा होगा कि काम वाली बाई आयी होगी।
रवीना ,""आप ने गेट को ध्यान से नही देखा उस पर लेंस लगा है और मैने आप को अंदर से देख लिया था तभी गेट खोला था।
में ,""ओह्ह ।
रवीना ये बोलकर किचन में जाने लगी तो में सोफे पर बेठकर उसकी गाँड देखने लगा जो तौलिए से आधी ही कवर थी और उसके अड़तीस की गाँड के तरबूजों का जुड़ाव साफ साफ दिख रहा था । उसकी गाँड दूध की तरफ सफेद थी और अगर वो थोड़ा झुक जाती तो शायद गाँड का द्वार भी दिख जाता।
में रवीना की बात सुनकर सोचने लगा कि इसने मुझे देखने के बाद भी बिना कपड़े पहने गेट क्यो खोला तभी मुझे गेट के पास दो छोटे छोटे कपड़े दिखे जो शायद ब्रा पेंटी ही थे ।जिन्हें देखकर मेरा लोड़ा रॉड बन गया यानी कि रवीना ने जान बूझकर मुझे अपनी जवानी दिखाने को सिर्फ तोलियां लपेटकर गेट खोला था।
जारी रहेगी.....
झांट की बात इसलिए उठी क्योंकि उसको छोटी सी स्कर्ट पहननी थी और उसमे झुकने से थोंग टाइप पेंटी से झांट दिख सकती थी इसलिए उसे हमेशा झांट साफ रखने को कहा था।
नाप लिखकर मेने टेलर को भेज दिया तो बल्लू सब के लिए कॉफी लेकर आ गया और कॉफी पीने के बाद प्रिया रेखा को लेकर फार्म हाउस निकल गयी जहां से उसे ब्यूटी पार्लर ,दुल्हन का जोड़ा वगेरह खरीदना था।
उनके जाने के बाद में और हरमीत उसके आफिस गए और रोजी को जमकर चोदने के बाद रेखा की सुहागरात का प्रोग्राम फाइनल करके घर आ गया।
अब आगे.....
अगले तीन दिन तक प्रिया और रेखा तैयारी में लगी रही तो में भी अपनी तैयारी में लगा था और प्रिया द्वारा बताए गए हर काम को अच्छे से अच्छे तरीक़े से अंजाम देना चाहता था ।साथ ही प्रिया के जरिये रेखा को सुहागरात से पहले दिए जाने वाले टॉनिक जो दुल्हन को दिए जाते हैं ताकि सुहागरात में शरीरीक रूप से मेच्योर बन जाये वो दिलवा रहा था ।
इसमे हरमीत भी मेरा पूरा साथ दे रहा था उसने पाटिल से कुछ स्पेशल पाउडर भी मंगवा कर दिए थे जो रेखा केअंदर सेक्स के साथ ताकत भी बढ़ाये।
हरमीत बहुत चोदू किस्म का आदमी था उसे लड़कीं की चुत को भोसड़ा बनाने में मज़ा आता था और उसी का परिणाम था कि प्रिया की चुत छह महीने में उसने चोद चोद कर फाड़कर भोसड़ा बना दिया था उसकी वजह सिर्फ उसको दिया जाने वाला वियाग्रा वाला पावडर था जिसकी वजह से प्रिया की चुत में इतनी खुजली होती थी कि वो हर समय चुदने को बेचेंन रहती थी ।इसलिए उसने डॉक्टर पाटिल को बोलकर इस बार उससे भी हेवी डोज वाला पाउडर मंगवाया था ताकि रेखा भी चुदकड़ लड़कीं बन जाये और हम दोनों उसे मसलकर उसका रस पी कर छोड़ दें।
प्रिया तीन दिन से रेखा को तीन तीन डोज पाउडर खिला रही थी जिससे उसकी चुत भयंकर पानी छोड़ रही थी जो प्रिया मुझे बता चुकी थी । आज शनिवार का दिन था और आज रेखा की सील भंग करके उसे कल पूरे दिन चोदना था इसलिए मैंने अपनी पत्नी को तीन दिन बिजनेस टूर का बोलकर आफिस आया और वहां से दूल्हे को तरह सज धज कर पांच बजे हरमीत के फार्म हाउस पहुंचा ।जहां हरमीत पूरी तैयारी करवा चुका था।
मुझे देखकर हरमीत बोला।
हरमीत ,""आओ दूल्हे राजा ।
में हंसकर हरमीत के गले लगते हुए बोला ,""सब तुम्हारी माया है दोस्त। तुम्हारी वजह से आज एक और कली का रस चुसने को मिलेगा।
हरमीत ,""तो क्यों ना रस पीने वाले औजार की धार बढ़ाने के लिए तैयारी की जाए।
में ,""हम्म बोलो क्या करना है।
हरमीत ,""लो ये पेग पियो इससे तुम्हारे लण्ड में धार आ जायेगी और रेखा की सील आराम से तोड़ पाओगे।
मेने पेग लिया तो हरमीत भी एक पेग पी गया।
में ,""वैसे तुम किसकी सील तोड़ने वाले हो।
हरमीत ,""में तो प्रिया को हो घोड़ी बनाऊंगा रेखा को इतनी जल्दी नीचे लाना जल्दबाजी होगी।
पेग पीकर हमने खाना खाया और फिर फार्महाउस का निरीक्षण करके सुहाग सेज देखा जो फूलों से सजी थी और रेखा वेड्स राजेश लिखकर उसमे दिल का निशान बना था जिसमे तीर बना हुआ था। जिसे देखकर हरमीत बोला।
हरमीत ,""कैसा लगा डेकोरेशन।
में ,""मस्त , मज़ा आ गया देखकर।
हरमीत ,""तो फिर ये लो तुम्हारी दुल्हन के लिए मेरी तरफ से गिफ्ट।
में ,""इसमे क्या है।
हरमीत ,""सिंदूर ।
में ,""पर सिंदूर का मतलब तो शादी हुआ और में उससे शादी थॉडी ही कर रहा हूँ।
हरमीत ,""तुम्हे शादी नही करनी बस ये उसकी मांग में भर देना फिर देखना वो कितना खुश होगी।
में ,""और वो मुझे पति मानने लगी तो।
हरमीत ,""उसे तू अपना पति मानने दे बस तू पत्नी मत मानना।
में ,""ये क्या बात हुई।
हरमीत ,""अबे साले इतनी सी बात समझ नही आ रही तुझे , तुम्हे उसे खुश करना है जो सिन्दूर लगते ही वो हो जाएगी और जब उसकी सील तोड़ दो तो बोल देना की हम सिर्फ चार लोगों के सामने ही पति पत्नी है बाकी उसका रिश्ता सिर्फ बॉस सेक्रेटरी का है।
में ,""फिर सिंदूर क्यों।
हरमीत ,""ताकि वो तुम्हे अपना जिस्म खुलकर भोगने को दे और तुम उसे रखैल की तरह यूज़ करो ।
में ,""पर सिंदूर वाली बात मुझे समझ नही आ रही।
हरमीत ,""तो सुनो ,मेरी प्रिया से दिन में बात हुई थी वो आज रात तुम्हे बॉस समझकर नही बल्कि अपना पति मानकर तुम्हे अपनी जवानी सौंपेंगी इसलिए तुम उसको रात भर पत्नी की तरह भोगना फिर उसके दिमाग मे ये बात फिट कर देना की तुम उसकी बीबी नही पैसे से खरीदी हुई रखैल हो जिसका काम तुम्हे सिर्फ खुश करना है ना कि अधिकार जमाना ।
में ,""पर ये तो गलतहोगा ना।
हरमीत ,""साले उसकी सील फाड़ना सही है क्या फिर , छोड़ दे उसकी सील तोड़ना में तोड़ देता हूँ ।
में ,""तुम तो नाराज हो रहे हो।
हरमीत ,""नाराज नही हो रहा बल्कि तुम्हे समझा रहा हूँ कि हम इन लौंडियों के जिस्म को मसलना है वो भी उसी की मर्जी से ,उनके हिसाब से और प्रिया ने जो मुझे बताया है उसके हिसाब से वो रण्डी से ज्यादा मज़ा बीबी बनकर देगी बस तू में जैसे बोल रहा हूँ बो कर।
में ,""ठीक है ,यार बना लूंगा उसे बीबी।
तभी गेट के बाहर एक गाड़ी आकर रुकी जो फार्महाउस के मेन गेट से अंदर आ चुकी थी हम दोनों गेट पर पहुंचे तो गाड़ी का गए खुला और हम दोनों की नजर गाड़ी से उतरती अप्सरा पर पड़ी ।
लाल जोड़े में सजी रेखा कयामत ढहा रही थी नई नवेली दुल्हन के भेष में । उसे देखकर हम दोनों की नजर ठहर सी गयी तभी ड्राइवर सीट से प्रिया उतरी जो बिल्कुल दुल्हन की तरह लाल जोड़े में थी उसने भी सुहाग रात वाली ड्रेस लहंगा चुनी पहन रखा था और वो पूर्ण मेच्योर औरत लग रही थी जबकि रेखा कमसिन दुल्हन।
गाड़ी से उतरकर प्रिया ने रेखा की बांह पकड़ी और मुझसे बोली ,""कैसी लग रही है दुल्हन जीजू ।
में ,""अप्रतिम ,जन्नत की हूर।
प्रिया रेखा को धीरे धीरे मेरे पास लेकर आई और सामने लाकर खड़ी कर दिया तो रेखा मेरे पैरों में झुक गयी ।मेने उसे उठाकर सीने से लगा लिया और जेब से सिंदूर की डिब्बी निकालकर उसकी सुनी मांग भर दी तो प्रिया ने कुछ फोटोज ले ली।
हम सब अंदर आये तो प्रिया ने रेखा को अंदर से फार्म हाउस और सुहाग सेज दिखाई और उसे मेरे पास छोड़ने के बाद हरमीत की बाह पकड़ी और उसे नीचे ले गयी ।
अब ऊपर सिर्फ हम दोनों ही थे तो मैने रेखा को गिफ्ट दिया । उसके बाद जो हुआ वो आप लोग पिछले पार्ट ""रेखा ने बनाया अपने पति को कुकहोल्ड ""में पढ़ चुके है ।
हरमीत की बात एक दम सच साबित हुई रेखा मुझे अपना पति मानकर सर्वस्व सौंप दी। रेखा बहुत गर्म लड़कीं थी और उसे अलग अलग आसान और स्टाइल में चुदवाने में मज़ा आता था जिसे मेने और हरमीत ने खूब चोदा और चुद्ववाया ।में उसे रखैल की तरह तीन साल तक भोगा । रेखा की चुत तीन साल में भी वैसी ही थी जैसी उसकी तीन साल पहले थी उसकी चुत हर बार कुंवारी लड़कीं की तरह टाइट हो जाती थी।
तीन साल तक उसे भोगने के बाद मेने उसे अमित को सब सच बताने को कहा था तो अमित तैयार हो गया जो मेरे लिए भी आश्चर्य की बात थी क्योंकि में उसे रण्डी की तरह भोग चुका था ।रेखा भी पैसे के लिए किसी का लण्ड लेने वाली रण्डी थी।
तीन साल तक रेखा की जवानी को खूब चुसने के बाद मुझे लगा था कि अब नई लड़कीं को नोकरी पर रखकर उसके साथ एन्जॉय करूंगा ।पर रेखा जैसी हॉट आइटम मिली ही नही और जो मिली सब फटी हुई चुत वाली इसलिए मज़ा नही आया।
रेखा में खास बात उसकी चुत ही नही बल्कि उसका खुलापन भी था वो खुद एडवेंचर पसंद लड़कीं थी उसे मुझे कभी कुछ कहने की जरूरत नही पड़ी और मुझे थ्रीसम से लेकर बी डी अस एम तक सब कुछ एन्जॉय करवॉया ।
उसने हरमीत से चुदने के लिए भी खुद ही पहल की और डॉक्टर पाटिल से भी खुद ही चुद गयी ।रेखा डांसर भी अच्छी थी और मूड भांपने में भी माहिर लड़कीं थी।
मेरा जब भी मूड ऑफ होता तो रेखा को मूड ठीक करने में ज्यादा देर नही लगती थी ।
बस रेखा की एक ही कमजोरी थी वो था पैसा और अगर उसे पैसा मिल जाये तो कुत्ते से भी चुत मरवा ले । मुझे आज से पहले उसकी मम्मी से मिलने का मौका कम ही मिला था पर आज जब में रवीना से मिला तो वो अलग ही मूड में थी ।
दरअसल हुआ यूं कि जब में घर से निकलने से पहले दो लाख रुपये लेकर चला था और आफिस जाने से पहले वो पैसे जब में रेखा के घर गया तो मैने बेल बजाई तो पांच सात बेल के बाद गेट खुला और गेट खुलने के बाद का नजारा देखकर मेरी धड़कन ही रुक सी गयी।
रवीना जो रेखा की मम्मी थी वो एक तौलिए में खड़ी थी जिसमे से उसका क्लीवेज और दूधिया जांघे चमक रही थी ।रवीना परफेक्ट भारतीय मिल्फ़ थी जिसका बदन पूरा गठीला और गदराया हुआ था ।
उसके बदन से सेम्पू की भीनी भीनी खुश्बू आ रही थी और नहाकर आने की वजह से पानी की बूंदे मोती सी चमक रही थी ।में उसे बिना पलक झपकाए एकटक देखता रहा तो वो बड़ी सेक्सी स्टाइल से मुस्कराई और बोली।
रवीना ,""अंदर आ जाइये।
में ,""सॉरी भाभीजी आप शायद नहा रही थी ।मेने आपको डिस्टर्ब कर दिया।
रवीना ,""अरे ऐसा कुछ नहीहै में नहा चुकी हूं आप अंदर आइए ।
में ,""पर आप ने कपड़े भी नही पहने आप कपड़े पहन लीजिए तब तक मे बैठता हूँ।
रवीना ,""आप बैठिए तो सही , में कॉफी बनाकर लाती हूँ।
में ,""सॉरी भाभीजी आपको डिस्टर्ब कर दिया ,आप को बोल देना चाहिए था में बाहर वेट कर लेता ।
रवीना ,""पर में आप को कैसे डिस्टर्ब लगी।
में ,""मेरा मतलब ये नही था मेरा मतलब ये था कि आप ने सोचा होगा कि काम वाली बाई आयी होगी।
रवीना ,""आप ने गेट को ध्यान से नही देखा उस पर लेंस लगा है और मैने आप को अंदर से देख लिया था तभी गेट खोला था।
में ,""ओह्ह ।
रवीना ये बोलकर किचन में जाने लगी तो में सोफे पर बेठकर उसकी गाँड देखने लगा जो तौलिए से आधी ही कवर थी और उसके अड़तीस की गाँड के तरबूजों का जुड़ाव साफ साफ दिख रहा था । उसकी गाँड दूध की तरफ सफेद थी और अगर वो थोड़ा झुक जाती तो शायद गाँड का द्वार भी दिख जाता।
में रवीना की बात सुनकर सोचने लगा कि इसने मुझे देखने के बाद भी बिना कपड़े पहने गेट क्यो खोला तभी मुझे गेट के पास दो छोटे छोटे कपड़े दिखे जो शायद ब्रा पेंटी ही थे ।जिन्हें देखकर मेरा लोड़ा रॉड बन गया यानी कि रवीना ने जान बूझकर मुझे अपनी जवानी दिखाने को सिर्फ तोलियां लपेटकर गेट खोला था।
जारी रहेगी.....