30-05-2023, 10:57 AM
में जाकर सुप्रिया के बेडरूम में तौलिए सहित लेट गया तो कुछ क्षण में सुप्रिया तेल की कटोरी लेकर आई और मेरे बगल में बेठ कर बोली।
सुप्रिया ,""सर आप अब रिलेक्स होकर लेटिये में आपके बदन से पूरी थकान मिटा दूंगी
इतना कहकर उसने अपना तोलियां खोल दिया जिससे वो छोटी सी पारदर्शी ब्रा और पेंटी में आ गयी। ब्रा पेंटी से उसके पूर्ण विकसित बूब्स और मुंह खोले हुए चुत दिखने लगी जिससे दिखाते हुए सुप्रिया बिल्कुल भी शरमा नही रही थी।
अब आगे.......
सुप्रिया ने कटोरी से अपनी हथेली में तेल लिया और मेरी चोड़ी छाती पर तेल लगाकर उसे पूरी छाती पर फैला दिया और फिर दोनों अंगुलियों को तेल से भिगोकर मेरी निप्पल को चुटकी में लेकर मसलने लगी जिससे मेरी सिसकी निकल गयी जिसे सुनकर सुप्रिया बोली।
सुप्रिया,""सर अच्छा लग रहा है ना।
में ,""हम्म।
सुप्रिया ,""सर आप को और भी अच्छा लगेगा जब आप मेरी चुचियाँ मसलते हुए मसाज करवाएंगे।
में सुप्रिया की बात सुनकर चौंक गया कि वो खुद मुझे अपनी विशाल और पूर्ण विकसित चुचियाँ मसलने को बोल रही है ।मेने सुप्रिया की आंखों में देखा तो वो निडर होकर मेरी आँखों मे देखते हुए अपनी ब्रा को ऊपर करके गोरी चुचियाँ को आज़ाद कर दी जिन्हें थामकर में बोला।
में ,""सुपि तुम्हारी चुचियाँ आज भी प्रिया की तरह पूरे सेप में है एकदम गोल और सख्त।
सुप्रिया सिसक कर ,""आह ....सर इन्हें सेप में बनाये रखने के लिए बहुत मेहनत करती हूं।
में सुप्रिया की चुचियो से खेलने में लग गया उधर सुप्रिया मेरी मजबूत छाती पर अपनी नाजुक हथेलियों से मसाज कर रही थी जिससे मेरे तन में मधुर आनंद की लहर उठ रही थी और लण्ड पूरे जोश में आकर तौलिए को सर पर उठा कर भंगड़ा कर रहा था।
दस मिनट तक सुप्रिया मेरी छाती पर तेल मालिस करके मेरी कांख में तेल की मालिश करके मेरे अंदर हवस का तूफान जगाने के बाद बोली।
सुप्रिया ,""सर अब आप उल्टा हो जाइए आपकी गुदा की तेल मालिश कर देती हूँ।
में उठकर छाती के बल लेटने को हुआ तो सुप्रिया ने मेरा तौलिया खोल कर अलग कर दिया जिससे मेरा लवड़ा आजाद होकर दहाड़ने लगा। जिसे देखकर सुप्रिया ने मेरे लवड़े के सुपाडे पर जोरदार चुम्बन कर दिया और लवड़े से बोली।
सुप्रिया ,""थेँक्स लण्ड राजा तुमने हम दोनों मां बेटी को जन्नत दिखाई है ।ऐसे ही हमे खुश रखना।
में मुस्करा कर छाती के बल लेट गया तो सुप्रिया ने मेरी गाँड पर तेल से मालिश करना शुरू कर दिया। वो मेरे चूतड़ों पर अच्छे से तेल मालिस करके मुझसे बोली।
सुप्रिया ,""सर आप अपनी गाँड को ऊपर उठा लीजिए ताकि गुदा द्वार को मसाज कर सकूं।
मेने अपने पैर मोड़कर गाँड उठाकर घोड़ी की तरह बन गया तो सुप्रिया ने अपनी ब्रा को खोल दिया और अपनी चुचियो पर तेल मल कर मेरी गाँड पर झुक गयी और अपनी कोमल चुचियो से मेरी गाँड को मसाज करने लगी जिससे मुझे दिन में ही जन्नत दिखने लगी ।
में सुप्रिया की चुचियो को अपनी गाँड पर महसूस करके जन्नत में था इधर मेरा लोड़ा पूरा रौद्र रूप लेकर फटने को था तभी सुप्रिया पीछे हुई और मेरी गुदा द्वार पर उसकी अंगुली महसूस हुई जो तेल से चिकनी थी ।
में बचपन से ही सेक्स का शोकीन था और कॉलेज टाइम में अपनी गाँड में मोमबत्ती डाल कर मूठ मारा करता था इसलिए मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और में सुप्रिया की छोटी सी अंगुली को अपनी गाँड में घुसने से पूरा उतेजित हो गया।
सुप्रिया ने मेरी गाँड में अंगुली डालकर मसाज की जिसमे मुझे असीम आनंद मिल रहा था और लण्ड से प्रीकम की बूंदे गिर रही थी जिसे सुप्रिया अपने अंगुली में लेकर चाट रही थी।
मुझे तो इस बात का आज पहली बार अहसास हुआ कि गाँड में अंगुली करवाने में इतना आनंद मिलता है सुप्रिया बहुत अच्छी मसाजर थी उसने मेरे उन्ही अंगों की मसाज की थी जिनमे असीम सूखः की अनुभूति मिले और उसके अगले वार ने मेरा बदन झनझना दिया।
उसने मुझे घोड़ा बने हुए अपना हाथ नीचे डाला और मेरे रौद्र रूप लिए हुए लण्ड को पकड़कर उसे दुहना शुरू कर दिया जैसे कि गाय का दूध निकालते है उसकी इस हरकत से मेरी जोर की सिसकी निकली तो सुप्रिया बोली।
सुप्रिया ,""सर मज़ा आ रहा है ना।
में ,""अमेजिंग यार ऐसी अनुभूति मुझे कभी नही मिली यू आर जीनियस ,कहाँ से सीखा तुमने ये।
सुप्रिया ,""सब हरमीत जी का कमाल है सर उन्होंने क्लब में मुझे पुरूष सेटिस्फेक्शन के तरीके सिखाये और रात में मुझे कहा कि राजेश सर को ये वाली मसाज देना ।
में ,""आह .....इसीलिए तुमने प्रिया को आफिस भेज दिया।
सुप्रिया ,""जी सर ,
में ,""प्रिया को इस बात का पता चलेगा तब।
सुप्रिया ,""तो क्या हुआ सर ,प्रिया ना तो मेरी सौतन है और ना ही में उसकी सौतन ,हम दोनों को तो एन्जॉय करना है इसलिए मैंने उसे खुलकर बोल दिया कि यही उम्र है मजे करने की तुम भी करो और मुझे भी करने दो ।कब तक खीरा काम मे लेगी।
में ,""प्रिया खीरा डाल डाल कर अपनी चुत को ढीली कर ली वरना मेरा लोड़ा एक बार में नही ले पाती।
सुप्रिया हंसते हुए ,""खीरा प्रिया थॉडी ही डालती थी।
में ,""तो।
सुप्रिया ,""पिछले एक महीने से में ही उसकी चुत में खीरा कर रही हूँ और उसकी झिल्ली भी मेने ही तोड़ी थी।
में ,""वाओ ग्रेट यार तुमने प्रिया को पूरा बोल्ड बना दिया है अब उसे एन्जॉय करने से कोई नही रोक सकता।
तभी सुप्रिया ने मेरे लण्ड को दुहते हुए मेरी गाँड पर अपने होंठो को रख दिया और जीभ निकालकर मेरी गाँड में जीभ घुसाने लगी जिससे मेरी सिसकी फिर से निकल गयी और में झड़ने के करीब पहुंच गया जो सुप्रिया को समझ मे आ गया और उसने अपना मुंह मेरे नीचे घुसाकर मेरे लण्ड को मुंह मे ले लिया।
मेरे लिए कंट्रोल करना मुश्किल हो चुका था वीर्य रोकना इसलिए मैंने भी सुप्रिया को पानी पिलाना ठीक समझा और फिर सुप्रिया के दो चार बार सुपाडे को मुंह मे आगे पीछे करते ही मेरे वीर्य की धार छूट गयी जिसे सुप्रिया अमृत की तरह पीने लगी।
में घोड़ा बने अपना वीर्य सुप्रिया को पिलाया और जब पूरा वीर्य सुप्रिया के मुंह मे भर दिया तो वो नीचे से निकल गयी और में भी पीठ के बल सो गया।
सुप्रिया मेरे बगल में आकर लेट गयी और बोली ,""सर केसा लगा इस रांड का परफॉर्मेंस।
में उसके लब चूसकर ,""गजब यार तुमने तो रंडियों को भी फेल कर दिया ।
सुप्रिया ,""सब हरमीत सर का कमाल है उन्होंने ही मेरे अंदर की रण्डी को बाहर निकाला है वरना में तो घरेलू और संस्कारी औरत बन कर जी रही थी।
में ,""तो तुम्हे रण्डी बनकर मज़ा आ रहा है।
सुप्रिया ,""मुझे तो जीने का असली मतलब ही अब समझ मे आया है इसलिए प्रिया को जल्द से जल्द आपके नीचे सुलाना चाहती थी ताकि में खुलकर एन्जॉय कर सकूं।
में ,""तुम चिंता मत करो अब प्रिया और तुम दोनों को हम खुल कर एन्जॉय करवाएंगे । तुमने मसाज करके मुझे खुश कर दिया।
सुप्रिया ,""थैंक्स सर ,
में ,""धन्यवाद तो मुझे बोलना चाहिए कि तुमने मुझे पहले खुद को मुझे समर्पित किया और फिर इतनी प्यारी बेटी मुझे भोगने को दी। जिसने आगे बढ़कर मुझे अपना कुंवारा बदन मसलने को दिया।
सुप्रिया ने ऊपर उठकर मेरे मुंह मे निप्पल घुसाया और फिर बोली ,""अब ज्यादा मत सोचिए सर और मेरा दूध पीजिए।
में सुप्रिया की निप्पल से दूध पिया और फिर उसने मेरे लण्ड को चूसना शुरू किया जिससे मेरे लण्ड में तनाव आ गया जिसके बाद मेरे लण्ड ने सुप्रिया की चुत को दो बार चोदा ।
एक बार उस समय और दुसरीं बार दोपहर में सोने के बाद शाम को घर जाने से पहले । शाम में प्रिया के आने के पहले में अपने घर को निकल गया और खाना खाकर सो गया ।
अब मेरा रूटीन यही हो गया था कि रात को बीबी चुत दे या नही दे दिन में आफिस में प्रिया मेरी बीबी बन चुकी थी और उसे जब चाहे तब चोद लेता था ।यहां तक कि उसे नोकर बल्लू के सामने भी नंगी करके चोदना शुरू कर दिया।
प्रिया भी मेरे पैसे और लण्ड के पीछे मेरे लिए सब कुछ करने को तेयार रहती थी । एक दिन हरमीत का फोन आया कि उसका बर्थडे है इसलिए प्रिया को लेकर उसके फार्म हाउस पर कल शाम को आ जाये।
अगले दिन सुबह मेने ये बात प्रिया को बताई और उसे एक मस्त सी ड्रेस खरीदने के साथ ब्यूटी पार्लर जाने के लिए पैसे देकर बाज़ार भेज दिया और शाम तक आने को कहा तो प्रिया खुश होकर बाजार चली गयी ।
मेने हरमीत को फोन किया तो उसने बताया कि फार्म हाउस पर शाम में दो तीन घण्टे पारिवारिक पार्टी चलेगी और रात दस बजे बाद सेक्स पार्टी चलेगी जिसमे प्रिया और सुप्रिया को एक ही रूम में बदल बदल कर चोदना है। ये सुनते ही मेरे लण्ड ने झटका खाया और में उतेजित होकर शाम का इंतजार करने लगा।
शाम में मैं प्रिया को लेकर फार्म हाउस पहुंचा तो बर्थडे पार्टी चल रही थी जिसमे हरमीत के मोम डेड और कुछ रिश्तेदार भी थे जो खाना खाकर दस बजे तक निकल गए थे ।
में पहले तो समझा कि हरमीत ने शायद सेक्स पार्टी की बात झूट मुठ के कही होगी पर जैसे ही सारे रिस्तेदार और दोस्त निकल गए तो उसके बाद हरमीत ने मुझे नीचे चलने का इशारा किया और जब में प्रिया को लेकर बेसमेंट में आया तो अंदर का डेकोरेशन देख कर मज़ा आ गया । नोचे सुप्रिया और रोजी दोनों ही थी और शायद उन दोनों ने ही पूरा डेकोरेशन किया था।
दोनों ने बेहद खूबसूरत लग रही थी सुप्रिया साड़ी पहने थी वहीं रोजी एक मस्त फ्रॉक पहने थी। प्रिया भी मस्त फ्रॉक जैसी ही ड्रेस पहन कर रखी थी उसको देखकर सुप्रिया ने उसे गले लगा लिया ।
मेने आज पहली बार हरमीत का फार्म हाउस देखा था जो बाहर से ज्यादा अंदर से खूबसूरत था और नीचे का फ्लोर तो बहुत ही ज्यादा खूबसूरत था ।
तभी अंदर से एक आदमी बाहर निकला जिसके साथ एक अठारह साल की बला की खूबसूरत लड़की थी जो शायद तैयार होकर आयी थी उसे देखकर हरमीत बोला।
"राजेश ये डॉक्टर पाटिल हैं मेरे दोस्त जो सेक्सओलॉजिस्ट है ,ये ही हमे नई नई दवाएं और इंजेक्शन मुहैया करवाते है ।
मुम्बई में इनका खुद का क्लीनिक है जिसमे ये कॉलेज की लड़कियों को प्रैक्टिस करवा कर सर्टिफिकेट देते हैं उनके साथ जो लड़कीं है वो शिवानी शर्मा है जो पाटिल सर से प्रैक्टिकल सिख रही है और डॉक्टर साहब इसको प्रैक्टिकल करवाने आज ही यहां लेकर आये हैं।
में ,""यहां पर प्रैक्टिकल कैसे होगा।
पाटिल ,""राजेश ये सेक्सओलॉजी का प्रैक्टिकल है इसमे लड़कीं खुद सेक्स किये बिना कैसे सीखेगी ।वो खुद सेक्स करेगी तभी तो उसे औरतों को बता पाएगी कि सेक्स के दौरान क्या परेशानी हो रही है और फिर मेडिकल साइंस में सेक्स एक नॉर्मल चीज है।
में ,""पर फिर इसकी वर्जिनिटी ?
पाटिल ,""ये सब कम पढ़े लिखे लोगों की घटिया सोच है वर्जिनिटी क्या होती है लड़कीं कि वेजिना में एक पतली सी झिल्ली होती है जो योग करने से भी टूट सकती है बाकी कुछ नही होता ।
डॉक्टर की बात हम सब सुन रहे थे खास कर प्रिया और रोजी ,जिसे सुनकर उनके चेहरे पर आत्मविश्वास आ चुका था और हम सब हॉल में बने सोफे पर बेठ गए तो हरमीत ने सबके लिए एक एक पेग बनाया
जारी रहेगी......
सुप्रिया ,""सर आप अब रिलेक्स होकर लेटिये में आपके बदन से पूरी थकान मिटा दूंगी
इतना कहकर उसने अपना तोलियां खोल दिया जिससे वो छोटी सी पारदर्शी ब्रा और पेंटी में आ गयी। ब्रा पेंटी से उसके पूर्ण विकसित बूब्स और मुंह खोले हुए चुत दिखने लगी जिससे दिखाते हुए सुप्रिया बिल्कुल भी शरमा नही रही थी।
अब आगे.......
सुप्रिया ने कटोरी से अपनी हथेली में तेल लिया और मेरी चोड़ी छाती पर तेल लगाकर उसे पूरी छाती पर फैला दिया और फिर दोनों अंगुलियों को तेल से भिगोकर मेरी निप्पल को चुटकी में लेकर मसलने लगी जिससे मेरी सिसकी निकल गयी जिसे सुनकर सुप्रिया बोली।
सुप्रिया,""सर अच्छा लग रहा है ना।
में ,""हम्म।
सुप्रिया ,""सर आप को और भी अच्छा लगेगा जब आप मेरी चुचियाँ मसलते हुए मसाज करवाएंगे।
में सुप्रिया की बात सुनकर चौंक गया कि वो खुद मुझे अपनी विशाल और पूर्ण विकसित चुचियाँ मसलने को बोल रही है ।मेने सुप्रिया की आंखों में देखा तो वो निडर होकर मेरी आँखों मे देखते हुए अपनी ब्रा को ऊपर करके गोरी चुचियाँ को आज़ाद कर दी जिन्हें थामकर में बोला।
में ,""सुपि तुम्हारी चुचियाँ आज भी प्रिया की तरह पूरे सेप में है एकदम गोल और सख्त।
सुप्रिया सिसक कर ,""आह ....सर इन्हें सेप में बनाये रखने के लिए बहुत मेहनत करती हूं।
में सुप्रिया की चुचियो से खेलने में लग गया उधर सुप्रिया मेरी मजबूत छाती पर अपनी नाजुक हथेलियों से मसाज कर रही थी जिससे मेरे तन में मधुर आनंद की लहर उठ रही थी और लण्ड पूरे जोश में आकर तौलिए को सर पर उठा कर भंगड़ा कर रहा था।
दस मिनट तक सुप्रिया मेरी छाती पर तेल मालिस करके मेरी कांख में तेल की मालिश करके मेरे अंदर हवस का तूफान जगाने के बाद बोली।
सुप्रिया ,""सर अब आप उल्टा हो जाइए आपकी गुदा की तेल मालिश कर देती हूँ।
में उठकर छाती के बल लेटने को हुआ तो सुप्रिया ने मेरा तौलिया खोल कर अलग कर दिया जिससे मेरा लवड़ा आजाद होकर दहाड़ने लगा। जिसे देखकर सुप्रिया ने मेरे लवड़े के सुपाडे पर जोरदार चुम्बन कर दिया और लवड़े से बोली।
सुप्रिया ,""थेँक्स लण्ड राजा तुमने हम दोनों मां बेटी को जन्नत दिखाई है ।ऐसे ही हमे खुश रखना।
में मुस्करा कर छाती के बल लेट गया तो सुप्रिया ने मेरी गाँड पर तेल से मालिश करना शुरू कर दिया। वो मेरे चूतड़ों पर अच्छे से तेल मालिस करके मुझसे बोली।
सुप्रिया ,""सर आप अपनी गाँड को ऊपर उठा लीजिए ताकि गुदा द्वार को मसाज कर सकूं।
मेने अपने पैर मोड़कर गाँड उठाकर घोड़ी की तरह बन गया तो सुप्रिया ने अपनी ब्रा को खोल दिया और अपनी चुचियो पर तेल मल कर मेरी गाँड पर झुक गयी और अपनी कोमल चुचियो से मेरी गाँड को मसाज करने लगी जिससे मुझे दिन में ही जन्नत दिखने लगी ।
में सुप्रिया की चुचियो को अपनी गाँड पर महसूस करके जन्नत में था इधर मेरा लोड़ा पूरा रौद्र रूप लेकर फटने को था तभी सुप्रिया पीछे हुई और मेरी गुदा द्वार पर उसकी अंगुली महसूस हुई जो तेल से चिकनी थी ।
में बचपन से ही सेक्स का शोकीन था और कॉलेज टाइम में अपनी गाँड में मोमबत्ती डाल कर मूठ मारा करता था इसलिए मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और में सुप्रिया की छोटी सी अंगुली को अपनी गाँड में घुसने से पूरा उतेजित हो गया।
सुप्रिया ने मेरी गाँड में अंगुली डालकर मसाज की जिसमे मुझे असीम आनंद मिल रहा था और लण्ड से प्रीकम की बूंदे गिर रही थी जिसे सुप्रिया अपने अंगुली में लेकर चाट रही थी।
मुझे तो इस बात का आज पहली बार अहसास हुआ कि गाँड में अंगुली करवाने में इतना आनंद मिलता है सुप्रिया बहुत अच्छी मसाजर थी उसने मेरे उन्ही अंगों की मसाज की थी जिनमे असीम सूखः की अनुभूति मिले और उसके अगले वार ने मेरा बदन झनझना दिया।
उसने मुझे घोड़ा बने हुए अपना हाथ नीचे डाला और मेरे रौद्र रूप लिए हुए लण्ड को पकड़कर उसे दुहना शुरू कर दिया जैसे कि गाय का दूध निकालते है उसकी इस हरकत से मेरी जोर की सिसकी निकली तो सुप्रिया बोली।
सुप्रिया ,""सर मज़ा आ रहा है ना।
में ,""अमेजिंग यार ऐसी अनुभूति मुझे कभी नही मिली यू आर जीनियस ,कहाँ से सीखा तुमने ये।
सुप्रिया ,""सब हरमीत जी का कमाल है सर उन्होंने क्लब में मुझे पुरूष सेटिस्फेक्शन के तरीके सिखाये और रात में मुझे कहा कि राजेश सर को ये वाली मसाज देना ।
में ,""आह .....इसीलिए तुमने प्रिया को आफिस भेज दिया।
सुप्रिया ,""जी सर ,
में ,""प्रिया को इस बात का पता चलेगा तब।
सुप्रिया ,""तो क्या हुआ सर ,प्रिया ना तो मेरी सौतन है और ना ही में उसकी सौतन ,हम दोनों को तो एन्जॉय करना है इसलिए मैंने उसे खुलकर बोल दिया कि यही उम्र है मजे करने की तुम भी करो और मुझे भी करने दो ।कब तक खीरा काम मे लेगी।
में ,""प्रिया खीरा डाल डाल कर अपनी चुत को ढीली कर ली वरना मेरा लोड़ा एक बार में नही ले पाती।
सुप्रिया हंसते हुए ,""खीरा प्रिया थॉडी ही डालती थी।
में ,""तो।
सुप्रिया ,""पिछले एक महीने से में ही उसकी चुत में खीरा कर रही हूँ और उसकी झिल्ली भी मेने ही तोड़ी थी।
में ,""वाओ ग्रेट यार तुमने प्रिया को पूरा बोल्ड बना दिया है अब उसे एन्जॉय करने से कोई नही रोक सकता।
तभी सुप्रिया ने मेरे लण्ड को दुहते हुए मेरी गाँड पर अपने होंठो को रख दिया और जीभ निकालकर मेरी गाँड में जीभ घुसाने लगी जिससे मेरी सिसकी फिर से निकल गयी और में झड़ने के करीब पहुंच गया जो सुप्रिया को समझ मे आ गया और उसने अपना मुंह मेरे नीचे घुसाकर मेरे लण्ड को मुंह मे ले लिया।
मेरे लिए कंट्रोल करना मुश्किल हो चुका था वीर्य रोकना इसलिए मैंने भी सुप्रिया को पानी पिलाना ठीक समझा और फिर सुप्रिया के दो चार बार सुपाडे को मुंह मे आगे पीछे करते ही मेरे वीर्य की धार छूट गयी जिसे सुप्रिया अमृत की तरह पीने लगी।
में घोड़ा बने अपना वीर्य सुप्रिया को पिलाया और जब पूरा वीर्य सुप्रिया के मुंह मे भर दिया तो वो नीचे से निकल गयी और में भी पीठ के बल सो गया।
सुप्रिया मेरे बगल में आकर लेट गयी और बोली ,""सर केसा लगा इस रांड का परफॉर्मेंस।
में उसके लब चूसकर ,""गजब यार तुमने तो रंडियों को भी फेल कर दिया ।
सुप्रिया ,""सब हरमीत सर का कमाल है उन्होंने ही मेरे अंदर की रण्डी को बाहर निकाला है वरना में तो घरेलू और संस्कारी औरत बन कर जी रही थी।
में ,""तो तुम्हे रण्डी बनकर मज़ा आ रहा है।
सुप्रिया ,""मुझे तो जीने का असली मतलब ही अब समझ मे आया है इसलिए प्रिया को जल्द से जल्द आपके नीचे सुलाना चाहती थी ताकि में खुलकर एन्जॉय कर सकूं।
में ,""तुम चिंता मत करो अब प्रिया और तुम दोनों को हम खुल कर एन्जॉय करवाएंगे । तुमने मसाज करके मुझे खुश कर दिया।
सुप्रिया ,""थैंक्स सर ,
में ,""धन्यवाद तो मुझे बोलना चाहिए कि तुमने मुझे पहले खुद को मुझे समर्पित किया और फिर इतनी प्यारी बेटी मुझे भोगने को दी। जिसने आगे बढ़कर मुझे अपना कुंवारा बदन मसलने को दिया।
सुप्रिया ने ऊपर उठकर मेरे मुंह मे निप्पल घुसाया और फिर बोली ,""अब ज्यादा मत सोचिए सर और मेरा दूध पीजिए।
में सुप्रिया की निप्पल से दूध पिया और फिर उसने मेरे लण्ड को चूसना शुरू किया जिससे मेरे लण्ड में तनाव आ गया जिसके बाद मेरे लण्ड ने सुप्रिया की चुत को दो बार चोदा ।
एक बार उस समय और दुसरीं बार दोपहर में सोने के बाद शाम को घर जाने से पहले । शाम में प्रिया के आने के पहले में अपने घर को निकल गया और खाना खाकर सो गया ।
अब मेरा रूटीन यही हो गया था कि रात को बीबी चुत दे या नही दे दिन में आफिस में प्रिया मेरी बीबी बन चुकी थी और उसे जब चाहे तब चोद लेता था ।यहां तक कि उसे नोकर बल्लू के सामने भी नंगी करके चोदना शुरू कर दिया।
प्रिया भी मेरे पैसे और लण्ड के पीछे मेरे लिए सब कुछ करने को तेयार रहती थी । एक दिन हरमीत का फोन आया कि उसका बर्थडे है इसलिए प्रिया को लेकर उसके फार्म हाउस पर कल शाम को आ जाये।
अगले दिन सुबह मेने ये बात प्रिया को बताई और उसे एक मस्त सी ड्रेस खरीदने के साथ ब्यूटी पार्लर जाने के लिए पैसे देकर बाज़ार भेज दिया और शाम तक आने को कहा तो प्रिया खुश होकर बाजार चली गयी ।
मेने हरमीत को फोन किया तो उसने बताया कि फार्म हाउस पर शाम में दो तीन घण्टे पारिवारिक पार्टी चलेगी और रात दस बजे बाद सेक्स पार्टी चलेगी जिसमे प्रिया और सुप्रिया को एक ही रूम में बदल बदल कर चोदना है। ये सुनते ही मेरे लण्ड ने झटका खाया और में उतेजित होकर शाम का इंतजार करने लगा।
शाम में मैं प्रिया को लेकर फार्म हाउस पहुंचा तो बर्थडे पार्टी चल रही थी जिसमे हरमीत के मोम डेड और कुछ रिश्तेदार भी थे जो खाना खाकर दस बजे तक निकल गए थे ।
में पहले तो समझा कि हरमीत ने शायद सेक्स पार्टी की बात झूट मुठ के कही होगी पर जैसे ही सारे रिस्तेदार और दोस्त निकल गए तो उसके बाद हरमीत ने मुझे नीचे चलने का इशारा किया और जब में प्रिया को लेकर बेसमेंट में आया तो अंदर का डेकोरेशन देख कर मज़ा आ गया । नोचे सुप्रिया और रोजी दोनों ही थी और शायद उन दोनों ने ही पूरा डेकोरेशन किया था।
दोनों ने बेहद खूबसूरत लग रही थी सुप्रिया साड़ी पहने थी वहीं रोजी एक मस्त फ्रॉक पहने थी। प्रिया भी मस्त फ्रॉक जैसी ही ड्रेस पहन कर रखी थी उसको देखकर सुप्रिया ने उसे गले लगा लिया ।
मेने आज पहली बार हरमीत का फार्म हाउस देखा था जो बाहर से ज्यादा अंदर से खूबसूरत था और नीचे का फ्लोर तो बहुत ही ज्यादा खूबसूरत था ।
तभी अंदर से एक आदमी बाहर निकला जिसके साथ एक अठारह साल की बला की खूबसूरत लड़की थी जो शायद तैयार होकर आयी थी उसे देखकर हरमीत बोला।
"राजेश ये डॉक्टर पाटिल हैं मेरे दोस्त जो सेक्सओलॉजिस्ट है ,ये ही हमे नई नई दवाएं और इंजेक्शन मुहैया करवाते है ।
मुम्बई में इनका खुद का क्लीनिक है जिसमे ये कॉलेज की लड़कियों को प्रैक्टिस करवा कर सर्टिफिकेट देते हैं उनके साथ जो लड़कीं है वो शिवानी शर्मा है जो पाटिल सर से प्रैक्टिकल सिख रही है और डॉक्टर साहब इसको प्रैक्टिकल करवाने आज ही यहां लेकर आये हैं।
में ,""यहां पर प्रैक्टिकल कैसे होगा।
पाटिल ,""राजेश ये सेक्सओलॉजी का प्रैक्टिकल है इसमे लड़कीं खुद सेक्स किये बिना कैसे सीखेगी ।वो खुद सेक्स करेगी तभी तो उसे औरतों को बता पाएगी कि सेक्स के दौरान क्या परेशानी हो रही है और फिर मेडिकल साइंस में सेक्स एक नॉर्मल चीज है।
में ,""पर फिर इसकी वर्जिनिटी ?
पाटिल ,""ये सब कम पढ़े लिखे लोगों की घटिया सोच है वर्जिनिटी क्या होती है लड़कीं कि वेजिना में एक पतली सी झिल्ली होती है जो योग करने से भी टूट सकती है बाकी कुछ नही होता ।
डॉक्टर की बात हम सब सुन रहे थे खास कर प्रिया और रोजी ,जिसे सुनकर उनके चेहरे पर आत्मविश्वास आ चुका था और हम सब हॉल में बने सोफे पर बेठ गए तो हरमीत ने सबके लिए एक एक पेग बनाया
जारी रहेगी......