28-05-2023, 08:26 AM
कुछ देर बाद.......
कल्लू- आआअह्हह्ह्ह्ह मालकिन अब आइये आप मेरे लण्ड पे बैठिये हम दोनों बैठ के चिपक के चुदाई करते हैं हम्म्म्म आअह्ह्ह्ह
माँ- आआअह्हह्ह्ह्ह कल्लू तुम्हारी यही सब स्टाइल मुझे पसंद आती है जो तुम अलग अलग तरीके से मुझे मज़ा देते हो हम्म्म्म आह्ह्ह्ह
अब कल्लू ने माँ के तरफ हाथ बढ़ाया माँ उठी और कल्लू के ऊपर बैठने लगी कल्लू की तरफ मुँह करके अब दोनों आमने सामने थे माँ की सेक्सी चूचियां भी कल्लू के सामने लहरा रही थी उनके खड़े खड़े निप्पल कल्लू के सीने से चिपक रहे थे ह्म्मम्म्म्म अह्ह्ह्हह्हह आअह्हह्ह्ह्हह
अब माँ ने कल्लू के काले लण्ड को पकड़ा और अपने गांड में डालने लगी और और कल्लू अपने फौलादी लण्ड से माँ की चुदाई करने लगा आआआअह्ह्ह्हह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्हह आह्ह्ह्हह्ह
कल्लू- आआअह्ह्ह मालकिन साहब ने कभी आपकी गांड में लण्ड नहीं घुसाया ह्म्मम्म्म्म
माँ- माँ हसने लगी ......हां हां हां हां .....तुम्हारे साहब के पास चूत में लण्ड घुसाने का टाइम नहीं है गांड में क्या घुसाएँगे हम्म्म आअह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्ह
कल्लू- आअह्हह्ह्ह्ह मालकिन जब लास्ट टाइम साहब आये थे तब तो चुदाई किये ही होंगे जबरदस्त वाली ह्म्म्मम्म्म्म आह्ह्ह्ह
माँ- आआआहहहहह आआह्ह्ह्ह क्या जबरदस्त वाली बस लण्ड डाले और फिर झरर गए और क्या ......बस नाम की शादी की है काम से फुर्सत ही नहीं ........
कल्लू- अच्छा हुआ साहब ने शादी की आप जैसे हुस्न की मल्लिका से वरना हम दोनों का मिलन कहा हो पता हम्मम्मम्मम्म
माँ - ह्म्मम्म्म्म आअह्ह्ह्हह वो तो है आह्ह्ह्ह आआह्ह आआह्ह
अब कल्लू माँ के दोनों सेक्सी गोर गोर चुतर हाथ से पकड़ के दबा दबा के पूरे जोश से चोदने लगा आअह्ह्ह्ह
कल्लू- आआअह्हह्ह्ह्ह मालकिन अब आइये आप मेरे लण्ड पे बैठिये हम दोनों बैठ के चिपक के चुदाई करते हैं हम्म्म्म आअह्ह्ह्ह
माँ- आआअह्हह्ह्ह्ह कल्लू तुम्हारी यही सब स्टाइल मुझे पसंद आती है जो तुम अलग अलग तरीके से मुझे मज़ा देते हो हम्म्म्म आह्ह्ह्ह
अब कल्लू ने माँ के तरफ हाथ बढ़ाया माँ उठी और कल्लू के ऊपर बैठने लगी कल्लू की तरफ मुँह करके अब दोनों आमने सामने थे माँ की सेक्सी चूचियां भी कल्लू के सामने लहरा रही थी उनके खड़े खड़े निप्पल कल्लू के सीने से चिपक रहे थे ह्म्मम्म्म्म अह्ह्ह्हह्हह आअह्हह्ह्ह्हह
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माँ- माँ हसने लगी ......हां हां हां हां .....तुम्हारे साहब के पास चूत में लण्ड घुसाने का टाइम नहीं है गांड में क्या घुसाएँगे हम्म्म आअह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्ह
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माँ- आआआहहहहह आआह्ह्ह्ह क्या जबरदस्त वाली बस लण्ड डाले और फिर झरर गए और क्या ......बस नाम की शादी की है काम से फुर्सत ही नहीं ........
कल्लू- अच्छा हुआ साहब ने शादी की आप जैसे हुस्न की मल्लिका से वरना हम दोनों का मिलन कहा हो पता हम्मम्मम्मम्म
माँ - ह्म्मम्म्म्म आअह्ह्ह्हह वो तो है आह्ह्ह्ह आआह्ह आआह्ह
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