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Adultery रीमा की दबी वासना
मधुरिमा को लगा अब कपिल को और ज्यादा इन्तजार नहीं कराना चाहिए  - अब दर्द कुछ कम हो गया होगा , पेल दो लंड इसकी कुंवारी  गांड में कपिल सर | 

 
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मधुरिमा का इतना कहना थाकि कपिल  ने हल्का सा लंड बाहर खीचा और फिर से गांड में पेल दिया | सलोनी के मुहँ से फिर चीख निकल गयीलेकिन आश्चर्यजनक रूप से इस बार पिछली बार से दर्द कम हुआये उतना बुरा नहीं था जितना पहली बार था | उसकी गांड का छेद बुरी तरह से जल रहा था | कपिल अपने लंड पर सलोनी के गांड के छेद का बेहद सख्त कसाव महसूस कर रह था | उसे यकीन ही नहीं हो रह था वो एक कमसिन कुंवारी लड़की की गांड मार रहा है उसने अब तक सैकड़ो औरते चोदी होगी लेकिन उसने अब तक किसी लड़की की गांड नहीं मारी थी ये चुदाई का अनुभव चूत चोदने से बिलकुल अलग था सलोनी की गांड में लंड बमुश्किल बहुत ही ज्यादा रगड़ खाकर जा रहा था सलोनी की गांड का छेद खुल चूका था और कपिल को गांड मारने की आदत नहीं थी इसलिए उसे मजा नहीं आ रहा था उसका लंड सलोनी की गाड़ के सख्त छेद में बहुत मेहनत से घुस रहा था 
उसने अपना लंड बाहर निकाला और  उसने सलोनी की गांड के अन्दर ढेर सारा लोशन भर दिया | थोड़ा सा अपने लंड पर लगाया और लंड को सलोनी की गांड में पेल दिया | लोशन लगने से सलोनी का दर्द अब एक अलग तरह के दर्द भरे सुखद अहसास में बदलने लगा थाये चूत में लंड लेने से बिलकुल अलग था | उसके छेद में अभी भी जलन हो रही थी और कपिल  के लंड के चारो ओर अपने गांड के छेद की सख्त गिरफ्त भी उसे महसूस हो रही थी | कपिल  के लिए गांड में लंड फिसलाना और आसान हो गया थाअब उसे भी लंड घुसेड़ने में मजा आ रहा था  | मधुरिमा  ने उसे रोका और पहले पूरा लंड घुसेड़ने को कहा | कपिल  ने लंड को बाहर निकाला और पूरी ताकत से अन्दर पेल दिया और पेलता ही चला गया | सलोनी ने भी अपने गाड़ के छेद को फ़ैलाने की कोशिश कीआखिर आधे से ज्यादा लंड कपिल अन्दर घुसेड दिया | कपिल काफी देर से चुदाई कर रहा था उसकी हालत  की  बुरी हालत हो रही थी क्योंकि गाड़ में लंड पेलने में बहुत ताकत लगती है |
 
सलोनी– आआआआआऐईईईईईईईईईईइ आआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् ऊऊऊऊऊऊओफ़्फ़्फ़ | आआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् ससससससससससरररररररररररररररररररररररर ऊऊऊऊऊउईईईईईईईईईइ माआआआआआआ |
कपिल  हांफता हुआ – बहुत कसी गांड है तेरी लड़कीमै और ज्यादा लंड नहीं घुसेड पा रहा हूँ और मेरे लंड पर तेरीकुंवारी गांड की दीवारों की रगड़न बहुत ज्यादा हैऐसा लगता है मेरे लंड की खाल छील कर रख देगी |
सलोनी दर्द से बिलबिला रही थी 
मधुरिमा ने जब कपिल के मुहँ से ये सुना तो  बोली– सर मै आभी नीचे हूँअगर इसका चूत नहीं चुसुंगी तो ये दर्द से बेहोश हो जाएगी आप अपने  लंड को  जड़ से पकड़ो और अंदर ठेलने की कोशिश करते रहो,  तब तक नहीं रुकना जब तक पूरा लंड अन्दर तक गांड में न चला जाये उसी के बाद फिर कमर आगे पीछे करना |  ऐसे ही गांड मारी जाती है | छेद के ऊपर ही हिलाकर कर झड जावोगे तो गांड मारने का फायदा क्या | कितनी तकलीफ में है वो बेचारी चाँद पैसो के लिए , उसकी आँखों से आंसू बंद होने का नाम नहीं ले रहे है लंड गांड में ठीक से अन्दर तक जाये भी न तो क्या फायदा उसकी गांड मारनेअब आप पूरा लंड उसकी गांड में ठेल दीजिये |
कपिल ने मधुरिमा की बात गौर से सुनी,  उसने जोश में आकर लंड पर पूरा जोर लगायाबुरी तरह से रगड़ता हुआ लंड सलोनी की कसी हुई गांड में जड़ तक धंस गया |
सलोनी के मुहँ से चीखे निकल गयी – आआआआआऐईईईईईईईईईई माआआआआआआ मर गयीआआआआह्ह्ह्ह ओह्ह्हह्ह्ह्ह ओओ आअह्ह्ह्ह | आआअह्ह्ह आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् ऊऊऊऊऊउईईईईईईईईईइ  माआआआआआआ ईईईईईईईईईईईईई रेरेरेरेर्र्रे | 
मधुरिमा ने कपिल की लटकती गोलियां अपने गुलाबी ओंठो के पास महसूस की जो की नीचे से  सलोनी का चूत दाना चूस रहे थे | सलोनी गांड के अन्दर आग लगी हुई थी | लोशन ने  घर्षण को कुछ आसान बना दिया था लेकिन फिर भी गांड के अन्दर लंड के भीषण घर्षण से जलन बराबर हो रही थी | अब कपिल  के लंड के लिए सलोनी की गांड का पूरा छेद खुला था , हालाकि उसके छल्ले में अभी भी दर्द हो रहा थालेकिन हर बीतते पल के साथ वो कम होता जा रहा था  | कपिल  अपने लंड को पूरा का पूरा रीमा की कसी गांड में पेलने लगा लेकिन कसाव इतना ज्यादा था की  कुछ ही देर में हांफने लगागांड में लंड पिलाई में औरत का जो हाल होता है वो तो होता ही है लेकिन अच्छे अच्छे मर्द के होश फाख्ता हो जाते है | सलोनी को अब गांड के  दर्द का अहसास अब मीठा सा हो चला थादर्द अभी भी था लेकिन अब उतना तकलीफ देह नहीं थाबल्कि अब कसी गांड की नरम दीवारों से रगड़ रहे लंड से उठने वाली कामुक तरंगे कुछ अलग किस्म का अहसास कर रही थी |  कपिल  ने गांड में लंड पेलने की स्पीड बढ़ा दीवो बुरी तरह से हांफ रहा था | 
कपिल  – अभी भी तेरी गांड बहुत टाइट है लड़कीबहुत जोर लगाना पड़ रहा है |
 
कपिल बहुत देर से दोनों लडकियों को छोड़ रहा था अब उसका सरीर भी जवाब देने लगा थालेकिन वासना के जोश में दनादन सलोनी की गांड में जबरदस्त धक्के लगा रहा थामधुरिमा ने अपनी बीच की उंगली सलोनी की गीली मखमली चूत में घुसेड दी और तेजी से अन्दर बाहर करने लली | उसे सलोनी की चूत में अपनी उंगली पर उसकी चूत की दीवार के दूसरी तरफ उसकी कसी गांड में सटासट आता जाता कपिल का लंड महसूस हो रहा था कपिल के धक्के भी अब बेतहाशा थे 
हर धक्के के साथ सलोनी - आआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्   आआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्    आआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्    आआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्  निकल रही थी कपिल को भी महसूस अब और देर तक खुद को रोक पाना नामुनकिन है गांड के कसे छल्ले से रगड़ खाते उसके लंड की सफ़ेद झील का बांध अब टूट ही गया सफ़ेद गरम लावा उसके खून से भरे तने लंड की तरफ बहने वाला है | उसे पता था अब उसके बस में ज्यादा कुछ नहीं हैइसलिए अपनी पूरी ताकत  सटासट लंड को सलोनी की गांड में पूरी स्पीड से पेल रहा था | कपिल  की गोलियों से गरम सफ़ेद लंड रस ऊपर की तरफ बह चलाअब कपिल  के हाथ में कुछ नहीं था | और एक के बाद एक पिचकारी सलोनी की गांड की गरम गुलाबी सुरंग में छुटने लगी | 
 
सलोनी और मधुरिमा  के अब तक से सबसे तेज धक्को की स्पीड से जान गयी कपिल  झड़ने लगा है | कपिल  का गरम लंड रस  सलोनी को अपनी गांड की जलती दीवारों पर बड़ा सुखद लग रहा था | कपिल  के लंड रस से सलोनी की पूरी गांड चिकना गयीशरीर की उत्तेजना के कारन उसका दर्द तो अब लगभग गायब ही हो चूका थावो भी पूरी तरह से उत्तेजित होकर बस झड़ने की कगार पर थीचूत में अन्दर बाहर हो रही मधुरिमा  की उंगली ने उसकी चूत की दीवारों में नयी सनसनी पैदा कर दी | 
 
सलोनी के अन्दर भी तूफ़ान बस उमड़ चूका था- मधुरिमा दीदी  रुकना नहींऐसे ही करती रहना और मेरे चूत दाने को भी अंगूठे से रगडोजल्दी रगडो | 
सलोनी  का शरीर कांपने लगाउसके शरीर में रुक रुक कर झटके लगने लगेउसकी चूत की दीवारे अपने आप ही कांपने लगीउसकी कमर और गांड के अन्दर कुछ अगल तरह की सनसनाहट उसे कंपा रही थी | कपिल भी सलोनी के गोरे मांसल चुताड़ो पर जोर जोर से थप्पड़ लगाने लगा | कपिल  के थप्पड़ से होने वाला दर्द कुछ अलग ही मीठा सा अहसास करा रहा था | सलोनी का शरीर अकड़ाएक लम्बा सा झटका लगाकुछ देर तक कांपता रहा और ढीला पड़ गया | कपिल का लंड  अभी भी सलोनी की कसी हुई गांड में फंसा थाजो प्रियम के लंड रस से भरी हुई थी | धीरे धीरे कपिल का लंड सिकुड़ने लगा और अपने आप ही सलोनी की कमसिन कसी हुई गांड से बाहर आ गया | जैसे ही कपिल का लंड सलोनी की गांड से बाहर आयाउसकी गांड में भरा सारा लंड रस छलक कर मधुरिमा के मुहँ में आ गिरा 
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मधुरिमा ने कपिल का सारा लंड रस मुहँ में भर लिया और और फिर सलोनी के मुंह के पास जाकर उसके मुंह में उड़ेल दिया दोनों ही एक दूसरे से गुत्थम गुत्था  हो गई और एक दूसरे के मुंह में उसी लंड रस को बारी-बारी से डालकर उससे खेलने  लगी और फिर थोड़ी देर बाद दोनों ही उत्साह से लबरेज होकर लंड और लार  के मिश्रण को गटक गई | सलोनी की गांड का खुला धीरे धीरे अपने पुराने रूप में आने लगाउसकी सुरंग का दरवाजा फिर से बंद होने लगा |

 


कपिल बिस्तर पर लेटा, दोनों की  नटखट कामुक हरकते  देख रहा था उसका मन था कि वह एक बार और दोनों लड़कियों को जमकर चोदे लेकिन अब उसके अंदर इतना दम नहीं था कि वह एक और राउंड चुदाई कर सके |  इससे पहले कपिल कुछ कहता मधुरिमा पूछने लगी - सर अभी और चोदेगें या फिर आराम करेगें | 
कपिल कुछ बोलता इससे पहले ही सलोनी बोल पड़ी - मधुरिमा दीदी सर ने हचक हचक के लंड से मेरी गांड फाड़ दी लेकिन इनका लंड भी बेदम हो गया है अब इसमें इतनी हिम्मत नहीं की दुबारा खड़ा हो सके | 
कपिल - पेमेंट चाहिए न लड़की |
सलोनी खिलखिला पड़ी - लड़की की कुंवारी गाड़ मारेगें तो दम तो चाहिए न | 
कपिल - अभी ठीक से पेल देता तो चीर के दो कल्ले हो जाती गांड तब समझ में आ जाता | 
सलोनी - सर आप कहे तो चुसू |
मधुरिमा बिना कपिल की काहे ही उसके पास पंहुच गयी और उसके मुरझाये लंड की मुहँ में ले लिए - सर आज इसकी गांड फाड़ ही दो आप, मै आप के साथ हूँ, अभी कुछ देर जब गांड मारी जा रही थी तो  कैसे चिल्ला रही थी, अब देखो कैसे गांड मटका रही है | अभी सर का खड़ा हो गया न तो तेरी गांड का कचूमर निकाल देगें चोद चोद कर | 
सलोनी कपिल और मधुरिमा को देखती रही - दीदी वैसे मेरे पास ब्लू पिल है, सर चाहे तो अभी एक मिनट में खड़ा हो जायेगा |
कपिल - लड़की भाग जा यहाँ से वरना आज तेरी शामत आ जाएगी और अगले महीने की १३ तारीख को आ जाना | अपना अकाउंट नंबर देकर जा, पैसे ट्रान्सफर कर दूगां | 
कपिल ने इतना कहते ही अपने ऊपर चादर डाली लड़कियां इशारा समझ गई और उन्होंने भी अपने अपनी कपड़े उठाये और दरवाजा खोल कर बाहर निकल गई


रीमा ने यहां जो कुछ भी देखा उससे उसके दिमाग में बने हुए सारे अनुमान टूट गए उसे लगता था कि समाज के सभी लोग एक बहुत ही अच्छी और सामाजिकजिंदगी जीते हैं लेकिन उसने यहां जमीन के नीचे बने बेसमेंट में जो कुछ भी देखा उससे उसके दिमाग को बहुत जोरदार झटका लगा उसे यकीन ही नहीं हो रहा था कि समाज में  धार्मिकता और सामाजिकता का लबादा ओढ़े यह लोग यहां पर ऐसा वासना का नंगा नाच खेलते हैं  हालांकि उसके मन में कोने में  कहीं दबी इच्छा थी कि वह किसी दूसरे की सेक्स लाइफ को देखें और जाने लेकिन यहां उसने जो कुछ भी देखा उससे यह साफ हो गया कि उसने अब तक अपने जीवन में जो भी सेक्स को लेकर किया है देखा है वह उसकी समझ में बहुत कम है यहां लोग हवस का खुला नंगा नाच खेलते हैं और खुद को जो भी चाहिए वह हासिल करते हैं वह अब तक अपनी इच्छाओं का दमन कर के समाज के बनाए नियमों पर चलती रही और खुद को ही आत्मग्लानि से भर लिया हालांकि अब वह और ज्यादा समाज की नंगी सच्चाई नहीं देखना चाहती थी वह थक गई थी यह सब देखकर और अब उसका दिमाग भी जवाब दे गया था हालांकि रोहित चाहता था कि वह अभी और भी वीडियो देखें लेकिन रीमा ने अब हाथ खड़े कर दिए और उसने रोहित से कहा रोहित बहुत हो गया अब और नहीं देख सकती चलो यहां से यह सब दुनिया की गंदगी अब और नहीं देखनी मुझे |
रोहित - अभी तो तुमने देखा ही क्या है | 

रोहित आगे बोला - यह तो बस एक ट्रेलर यहां तो बहुत कुछ ऐसा होता है जो देखकर मैं भी एक बार हिल गया था तुमने तो बस अभी सिर्फ ट्रेलर है देखा है |
  रीमा बोली - क्या कहना चाहते हो ?
रोहित - यहां अभी तुमने देखा ही क्या है यहां लोग थ्रीसम करते हैं   यहां लोग एक साथ सेक्स करते हैं वह तो तुमने देख लिया लेकिन यहां लोग चार लोग एक साथ सेक्स करते हैं अपनी बीवियों को  चेंज करते हैं अपनी बीवी और दूसरे की बीवी के साथ सेक्स करते हैं कभी-कभी तो 4 से 5 लोग एक साथ सेक्स करते हैं और मैंने तो यह भी देखा है कि एक बार तो पूरे के पूरे 20 लोग एक ही कमरे में नंग धड़ंग एक दूसरे के साथ सेक्स कर रहे थे कौन किसको चोद रहा था पता ही नहीं था बस और जोड़ दो चीजें थी  एक लंड और एक चूत दोनों ही एक दूसरे के प्यासे थे और कौन किस की चूत में लंड पेल रहा है किस की चूत किस का लंड ले रही है इससे कोई मतलब नहीं था बस मतलब था तो लंड की चुदाई से और हर कोई इंसान एक दूसरे को चोद रहा था हर चूत एक दूसरे का लंड ले रही थी सभी एक दूसरे के मुंह पर मास्क बांधकर नंगे नंगे एक कमरे में आते हैं और फिर कौन किसका लैंड चुस्ती है कौन किस से लंड चूसाता है कौन किस को चोदता है कौन किस से चुदवाती है किस की चूत किसका लंड कुछ नहीं पता चलता बस चुदाई होती है बस चुदाई होती है जमकर |
 आंख बंद करके बस एक दूसरे को चोदते हैं 1 घंटे 2 घंटे रात भर चलता है और सुबह सब अपने अपने कपड़े पहन कर अपने अपने शरीफ कोठियों में खो जाते हैं यहां उम्र का कोई भेद नहीं होता 70 साल का 26 साल को चोद रहा होता है 26 साल का 70 साल को चोद रहा होता है यहां जिसका भी पास बन जाता है उसके  अंदर मौजूद सभी चूतों को चोदने का लाइसेंस मिल जाता है इसी तरह से  जिस औरत को यहाँ जाने की परमिशन मिल जाती है उसको यहां के सारे लंड से चुदवाने का भी लाइसेंस मिल जाता है इऔर हर संडे यहां यही नंगा नाच होता है तुम यकीन नहीं मानोगी लेकिन यहां शहर की हर रहीस औरत आ चुकी है कम से कम 20 से ज्यादा लंडो से अलग अलग चुद चुकी है 
रीमा - दुनिया कुछ भी करे रोहित मैं यह सब नहीं कर सकती ना ही यह देख सकती हूं मेरे अंदर एक कुंठा थी जो तुमने बाहर निकाल दी और मैं सेक्स को लेकर अब काफी ओपन हूँ लेकिन यह सब नंगा नाच नहीं | यह तो देखने में ही इतना घिनौना लग रहा है क्या करूं मन की इच्छा थी इसलिए देख लिया लेकिन अब नहीं और मुझसे नहीं देखा जाएगा | 

रोहित - तुम्हें डर लग रहा है यह सब देखकर........ तुम्हें डर लग रहा है कि तुम यह सब नहीं कर सकती | 
रीमा - तुम्हें जो कहना है कहो  मैं कुछ नहीं कहूंगी लेकिन अब यह सब मैं नहीं देख सकती यहां से चलो |
रोहित -  ठीक है बस मेरा काम भी हो ही गया है 2 मिनट रुको और यहां से हम चलते हैं लेकिन अगर चाहो तो तुम अभी जग्गू के बाप की चुदाई देख सकती हो और उसका काला लंड................|
रीमा रोहित की बात काटते हुए -  रोहित प्लीज अब और नहीं .........................मुझे मत परेशान करो | 
रोहित - इसमें परेशान करने वाली कौन सी बात है काला लंड सुनकर क्यों परेशान हो गई | 
रीमा - तुम मुझे अच्छी तरह से जानते हो अब अपनी बकवास नहीं बंद करो | 
रोहित - मुझे तो पता ही नहीं था मैडम को काला लंड भी पसंद है |
रीमा -  जस्ट शट अप रोहित प्लीज | 


रोहित - मैं समझ गया मैडम को सिर्फ मोटे बड़े लंड का ही चस्का नहीं है बल्कि वह काले लंड से भी चुदना चाहती हैं ठीक है इसमें कुछ भी गलत नहीं है ये तो बस औरत के जिस्म की एक चाहत है और मैं नहीं कहूंगा कि तुम अपनी इस चाहत को सिर्फ इसलिए खत्म कर दो क्योंकि यह तुम्हारे हिसाब से गलत है अगर तुम्हे काला मोटा लंड भीपसंद है तो तुम्हें जरूर उसे अपनी चूत में लेना चाहिए कम से कम एक बार तो जरूर ताकि कम से कम मन के अंदर जो एक पुरानी ग्लानी भरी है वह निकल जाए उसके बाद तुम पूरी तरह से उन्मुक्त होकर अपनी जिंदगी जी सको

रीमा - रोहित तुम्हें क्या लगता है  जो भी मैं सोचती हूं  यह सब करना चाहिए,  मुझे नहीं लगता.......... ठीक है सोचने की कोई सीमा नहीं होती और जरूरी नहीं कि हर जो चीज सोची जाए वह की भी जाए | जो  गंदा है यह घटिया है वो  सही नहीं हो सकता और मुझे यह बिलकुल अच्छा नहीं लगता | मुझे जो भी मिला  है मै  उसमें बहुत खुश हूं इसलिए आप तो मेरे दिमाग से खेलना बंद करो मुझे यह चीज परेशान कर रही है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं चाहती हूं | 

रोहित - तो तुम कह रही हो कि तुम्हें काला लंड परेशान कर रहा है लेकिन तुम उससे  चुदना नहीं चाहती है |


रीमा - ओफोफोफो  रोहित क्यों मुझे परेशान कर रहे हो मैं यह सब करना चाहती | मै तुम्हारी तरह नहीं बोल सकती ...........मैं यह सब गंदा गंदा तुम्हारी तरह नहीं बोल सकती तुम मर्द हो तुम बोल सकते हो लेकिन मैं नहीं बोल सकती और ना ही मुझे यह सब करना है इसको लेकर मैं पूरी तरह से क्लियर हूँ मेरे मन में कोई कंफ्यूजन नहीं है | 



रोहित - ठीक है बाबा मैं समझ गया तुम्हें बुरा लग रहा है ओके ठीक है तूम नहीं चाहती लेकिन तुम्हें काला लंड परेशान क्यों कर रहा है यह भी तो सोचने की बात है इसका भी तो समाधान निकालना होगा और इसके लिए मुझे तुम्हारी मदद चाहिए

रीमा - मुझे कुछ नहीं परेशान कर रहा है मुझे बस एक गंदी बातें परेशान कर रही हैं और जो कुछ भी मैंने देखा यह चीज मेरे लिए परेशानी की बात है क्योंकि मैं सोचती थी कि दुनिया ऐसी नहीं है लेकिन दुनिया इससे बहुत ही बदतर है मैं बहुत थकी हुई हूं मुझे आराम करना है | 

रोहित -  तुम्हें  आराम करना है तो मेरी बाहों में कर लो |
रीमा - जी नहीं मुझे अकेले ने आराम करना है मतलब आज कोई चांस नहीं है यह तो बेचारा पैंट के अंदर काफी छलांगे मार रहा था मुझे लगा बेचारे को आज पनाहगाह में आराम करने का मौका मिलेगा|

रीमा - रोहित  अगर तुम्हें करना है तो कर दो लेकिन मेरा मूड नहीं है मैं बहुत थक गई हूं और .....................|
रोहित - और बिना तुम्हारे मूड  के मैं क्या करूंगा, अचार रखूंगा मजा ही नहीं आएगा जब तक रीमा अप्सरा जैसे हुस्न की मलिका राजी नहीं होगी तब तक कैसे उसको चोदने में मजा आएगा | अब मैडम जी आप ही बताओ बेचारा लंड अकेले ही सारी मेहनत करेगा और मजा भी नहीं आएगा तो फायदा क्या है | 

रीमा - ओहो रोहित तुम ना हमेशा ही ऐसी गंदी गंदी बातें करते हो मैंने बोला ना मैं थक गई हूं सोना चाहती हूं लेकिन तुम्हारे लिए मैंने कभी मना किया है |

रोहित = अरे बाबा मैं तो मजाक कर रहा था तुम हमेशा सीरियस हो जाती हो थोड़ा सा जिंदगी में फन लाओ कब  तक यह बोरिंग सी जिंदगी जीती रहोगी |  जब तूम्हें मजा आता है तभी मुझे भी मजा आता है तुम्हारा मन नहीं है तो मेरा भी मन नहीं है चलो चल कर सोते हैं


सुबह होते ही सब कुछ सेटल हो गया, नूतन अपने पैसे लेकर अपने घर चली गयी और रीमा ने भी उस मामले में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई | वो रात के अपने अनुभव से अभी तक सदमे में थी | रोहित रीमा और प्रियम सुबह बाकि सबकी तरह घर लौट आये | सभी ऐसे बिहैब कर रहे थे जैसे कुछ हुआ ही नहीं |
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RE: रीमा की दबी वासना - by vijayveg - 05-06-2019, 08:55 PM



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