09-05-2023, 03:01 PM
फिर रात होते ही नानीजी को दूध देकर कहानी सुनने का बहाना बनाकर पंडित साहब के पास पहुंच गयी ओर बिना बुलाए ही पंडित साहब की चारपाई पर लेट गयी ओर कहने लगी सुबह की तरह बोबो को जोर से मत दबाना अभी भी दर्द हो रहा है मगर मन ही मन अम्मी बहुत खुश थी क्योकी जवानी मै ये सब होता ही है मगर ये खुशी थोडी देर की ही थी क्योकी उनकी खुशी अब दर्द मै बदलने वाली थी ओर इधर पंडित साहब ने अम्मी की मोटी मोटी गांड को सहलाने लगे जिससे अम्मी फिर से गर्म होने लगी थी पंडित साहब शादीशुदा ओर जवान थे साथ मै अनुभव भी था काफी फिर उन्होने अम्मी के बोबो को दबाना शुरू कर दिया जिससे अम्मी की आहे निकलने लगी ओर वो मचलने लग गयी पंडित साहब मेरी मम्मी के गालो को चुमै जा रहै थे !
जोर से जोर से फिर पंडित साहब अचानक खडे होकर बाहर चले गये पेशाब करने फिर आकर अम्मी को कहा बच्चो के कमरे के आगे चिटकनी लगाकर बंद कर आ ओर देखकर आओ सेठानी (मेरी नानीजी) जी सो गयी ना ओर साथ मै घी लेकर आना थोडा अम्मी जल्दी से उठकर दस मिनट मै चक्कर लगाकर सभी काम करके आ गयी ओर आते ही कमरे को बंद करके लाइट बंद करके चुपचाप चारपाई पर सो गयी तो पंडित साहब ने उठकर लाईट जला दी तो अम्मी ने कहा लाईट बंद कर दो मुझे शर्म आ रही है ये सुनकर पंडित साहब ने कहा शर्म करोगी तो दूध नही निकलेगा ओर अगर दर्द होगा तो चुप रहोगी तभी दूध निकलेगा अम्मी इतनी गर्म हो रही थी वो सबकुछ करने को तैयार थी!
फिर तभी पंडित साहब ने लाईट जलाकर अम्मी को चारपाई से खडा करके उनको चुमने लग गये गालो को चुमते चुमते उन्होने अम्मी के होथो पर किस कीया तो अम्मी पिछे हो गयी मगर पंडित साहब ने कमर मै हाथ डाल रखा ओर अम्मी को अपनी तरफ खिंचकर उनके लबो पर अपने लब रखकर जोर से चुमने लगे अब मेरी अम्मी को भी मजा लाने लगा वो भी पंडित साहब के लब को जोर से चुसने लगी ओर उधर पंडित साहब ने अम्मी के बोबो को दबाना शुरू कर दिया ओर अम्मी की आहै निकलने लगी पांच मिनट किस करने के बाद अम्मी का सुट खोलकर उन्हे आधा नंगा कर दिया ओर ब्रा खोलकर वो जोर से बोबो को दबाने लगे जिससे अम्मी पूरी तरह गर्म हो गयी पंडित साहब जब अम्मी को किस कर रहै थे!
जोर से जोर से फिर पंडित साहब अचानक खडे होकर बाहर चले गये पेशाब करने फिर आकर अम्मी को कहा बच्चो के कमरे के आगे चिटकनी लगाकर बंद कर आ ओर देखकर आओ सेठानी (मेरी नानीजी) जी सो गयी ना ओर साथ मै घी लेकर आना थोडा अम्मी जल्दी से उठकर दस मिनट मै चक्कर लगाकर सभी काम करके आ गयी ओर आते ही कमरे को बंद करके लाइट बंद करके चुपचाप चारपाई पर सो गयी तो पंडित साहब ने उठकर लाईट जला दी तो अम्मी ने कहा लाईट बंद कर दो मुझे शर्म आ रही है ये सुनकर पंडित साहब ने कहा शर्म करोगी तो दूध नही निकलेगा ओर अगर दर्द होगा तो चुप रहोगी तभी दूध निकलेगा अम्मी इतनी गर्म हो रही थी वो सबकुछ करने को तैयार थी!
फिर तभी पंडित साहब ने लाईट जलाकर अम्मी को चारपाई से खडा करके उनको चुमने लग गये गालो को चुमते चुमते उन्होने अम्मी के होथो पर किस कीया तो अम्मी पिछे हो गयी मगर पंडित साहब ने कमर मै हाथ डाल रखा ओर अम्मी को अपनी तरफ खिंचकर उनके लबो पर अपने लब रखकर जोर से चुमने लगे अब मेरी अम्मी को भी मजा लाने लगा वो भी पंडित साहब के लब को जोर से चुसने लगी ओर उधर पंडित साहब ने अम्मी के बोबो को दबाना शुरू कर दिया ओर अम्मी की आहै निकलने लगी पांच मिनट किस करने के बाद अम्मी का सुट खोलकर उन्हे आधा नंगा कर दिया ओर ब्रा खोलकर वो जोर से बोबो को दबाने लगे जिससे अम्मी पूरी तरह गर्म हो गयी पंडित साहब जब अम्मी को किस कर रहै थे!