09-05-2023, 02:55 PM
तो पंडित साहब ने कहा ऐसा तभी होगा मै जैसे कहूगा वेसै वेसै करोगी तो वर्ना नही होगा ओर ये कीसी को बताना भी मत अब बोलो दूध निकालकर दिखाऊ के नही अम्मी पंडित साहब की बातो से फिर से गर्म हो चुकी थी तो उन्होने भी हा कर दी उस समय अम्मी के बोबो को साइज 34 था ओर कद 5.6 इच हो चुका था गांड भी पूरी भरी हुई थी जैसे ही मेरी अम्मी ने पंडित साहब को हा भरी वैसे ही पंडित साहब ने मेरी अम्मी को पकडकर अपने गोद मै बिठा लिया ओर उनके बुब्स दबाने लगे बोबो को दबाते ही अम्मी गर्म होने लगी फिर पंडित साहब ने धीरे से मम्मी का कुर्ता उतार दिया ओर उनके जिस्म पर चुम्मो की बोछार कर दी!
पंडित साहब ने बोबो को उतनी जोर से दबाया की अम्मी की चीख निकल गयी ओर अम्मी ने कहा मुझे नही निकलवाना दूध अम्मी के मना करते ही पंडित साहब ने कहा तेरे से तो तेरी चाची अच्छी ओर मजबूत है ये सुनकर अम्मी ने कहा मेरे से ज्यादा नही होगी तो पंडित साहब ने अम्मी के दोनो बोबो को ओर जोर से दबाया तो अम्मी सारा दर्द चुपचाप सह गयी फिर अम्मी की ब्रा खोलकर उसने बोबो को जोर जोर से चुसना शुरू कर दिया जिससे अम्मी की आहै निकलने लगी ओर शरीर अकडने लग गया तो पंडित साहब ने जल्दी से अम्मी की सलवार खोलकर उन्हे नंगा कर दिया अम्मी की चुत पर झाटो का बाग देखकर कहा मेरा तो सारा मूड ही खराब कर दिया अम्मी ने पूछा क्या हुआ तो कहा ये क्या है दूध तो इन बालो मै ही रह जाएगा तो अम्मी ने कहा मै दिन मै साफ कर लूंगी ओर रात को ही दूध निकालना आप!
तो पंडित साहब ने रात को लाईट ना रही तो तुम्हे दूध दिखेगा केसै तो अम्मी ने कहा रात को लाईट तभी जाती है जब बारिश आंधी आती है मै अम्मी से कहानी का बहाना सुनकर आ जाऊगी ओर बाल भी साफ करके आऊगी फिर आप दूध निकालना अम्मी को तब तक नही पता था की उसकी चुत फटने वाली है ओर ये सभी ड्राइवर मिलकर उसकी चुत का भोसडा बनाने वाले है ओर फिर पंडित साहब दिन मै बाजार चले गये ओर चुदाई से अनजान मेरी अम्मी अपनी झांटो की सफाई कर के चुदने की तैयारी करने लगी शाम को अम्मी ने आज जल्दी खाना बना लिया ओर सभी भाई बहन को डराकर सुलाने के बाद नानीजी को खाना खिलाकर पंडित साहब को चुरमा बनाकर खिलाया !
पंडित साहब ने बोबो को उतनी जोर से दबाया की अम्मी की चीख निकल गयी ओर अम्मी ने कहा मुझे नही निकलवाना दूध अम्मी के मना करते ही पंडित साहब ने कहा तेरे से तो तेरी चाची अच्छी ओर मजबूत है ये सुनकर अम्मी ने कहा मेरे से ज्यादा नही होगी तो पंडित साहब ने अम्मी के दोनो बोबो को ओर जोर से दबाया तो अम्मी सारा दर्द चुपचाप सह गयी फिर अम्मी की ब्रा खोलकर उसने बोबो को जोर जोर से चुसना शुरू कर दिया जिससे अम्मी की आहै निकलने लगी ओर शरीर अकडने लग गया तो पंडित साहब ने जल्दी से अम्मी की सलवार खोलकर उन्हे नंगा कर दिया अम्मी की चुत पर झाटो का बाग देखकर कहा मेरा तो सारा मूड ही खराब कर दिया अम्मी ने पूछा क्या हुआ तो कहा ये क्या है दूध तो इन बालो मै ही रह जाएगा तो अम्मी ने कहा मै दिन मै साफ कर लूंगी ओर रात को ही दूध निकालना आप!
तो पंडित साहब ने रात को लाईट ना रही तो तुम्हे दूध दिखेगा केसै तो अम्मी ने कहा रात को लाईट तभी जाती है जब बारिश आंधी आती है मै अम्मी से कहानी का बहाना सुनकर आ जाऊगी ओर बाल भी साफ करके आऊगी फिर आप दूध निकालना अम्मी को तब तक नही पता था की उसकी चुत फटने वाली है ओर ये सभी ड्राइवर मिलकर उसकी चुत का भोसडा बनाने वाले है ओर फिर पंडित साहब दिन मै बाजार चले गये ओर चुदाई से अनजान मेरी अम्मी अपनी झांटो की सफाई कर के चुदने की तैयारी करने लगी शाम को अम्मी ने आज जल्दी खाना बना लिया ओर सभी भाई बहन को डराकर सुलाने के बाद नानीजी को खाना खिलाकर पंडित साहब को चुरमा बनाकर खिलाया !