07-05-2023, 08:19 PM
सलमा रोशन वाले रूम की ओर चली गयी
मे तैयार होने चला गया,मे तैयार होकर बाहर आया तो सलमा खड़ी थी
मे-बोल दिया उन लोगो को
सलमा- हाँ ऑर ये कह कर वो भी तैयार होने चली गयी
जल्दी ही हम तैयार हो गये ,नूर ऑर रोशन भी तैयार होकर आ गये,
रोशन-अरे सरफराज तुम आ गये,हमने तुम्हे बहुत मिस किया
मे-चलो कोई बात नही अब आ गया हूँ
नूर थोड़ा अलग चल रही थी,बेगम नूर की चाल देखकर मे बोल क्या हुआ नूर ऑर गान्ड मे एक हाथ मार देता हूँ
नूर अयाया क्या कर रहे हो,मेरी गान्ड मे दर्द है
मे-अरे हाँ मे भूल गया था ,सलमा ने बताया था कि रोशन ने तुम्हारी गान्ड मारी है
रोशन-हाँ यार,तुम्हारी बेगम नूर की टाइट गान्ड मार कर मे धन्य हो गया
नूर -हाँ बुरी तरह मारी
मे-मुझे तो नही मारने दी
नूर -तुमने माँगी ही नही
मे-तुम कॉन्सा देती
नूर-माँगते तो सही
मे-कभी मुँह मे तो लिया नही ,गान्ड घंटा देती
नूर-अब चुप हो जाओ
मेरी नूर के सामने ज़्यादा बोलने की हिम्मत नही थी,मे हमेशा से उसे दबा दबा रहता था,इसलिए आज तक कुछ नही कर पाया
फिर हम होटेल गये ,पेट भर खाना खाया,थोड़ा घूमे ऑर वापस आ कर रूम मे बात चीत करने लगे,हम लोग अब रात भर ही बात चीत कर रहे थे,सब लोग चुदाई करके थक गये थे ,इसलिए सुबह जाकर सोए
फिर कुछ दिन ऐसे ही निकलते रहे ,रोशन ने नूर् की जमकर चुदाई की ,खूब चूत ओर गान्ड मारी,नूर की गान्ड खुल गयी थी इसलिए नूर को भी मज़ा आने लग गया था गान्ड मरवाने मे,उसने नूर को अपनी रंडी बना लिया था ऑर नूर बेगम हमेशा तैयार रहती थी,रोशन के चक्कर मे मैं भी थोड़ा दमदार बन गया था चुदाई मे ,मैने भी खूब सलमा की चूत चोदी ऑर गान्ड
हम लोग घर आ आ गये
अब मेरे दिन बहुत खुशी मे निकल रहे थे,मे नूर को अब कैसे भी चोदता था तो नूर मना नही करती थी,मुझे गान्ड मारने का ज़्यादा चस्का नही है इसलिए नूर की गान्ड कम ही मारता था,लेकिन मुँह बहुत चोदता था,जब भी मन होता अपनी बेगम नूर के मुँह मे लंड डालकर कई बार मुँह चोदा ,मैने नूर को अपना पेसाब भी पिलाया,नूर मना नही करती थी,नूर किसी रंडी की तरह मज़ा देने लग गयी थी,मैने अपनी गान्ड चटवाने की कॉसिश भी की ,थोड़ा डर लग रहा था कही नूर भड़क ना जाए,लेकिन रोशन ने तो कमाल ही कर दिया था,नूर मे इतना बदलाव देखकर मे अस्चर्य मे था ऑर खुश भी,
नूर ने मेरी गान्ड चाटने से मना नही किया,खूब मेरी गान्ड चाटी
धीरे धीरे पांडेय जी मेरे घर आकर मेरी बेगम से छेड़खानी शुरू कर दी थी,ऑर अब तो वो घर मे मेरे ही सामने चुदाई करने लग था
अब घर का माहौल बदल चुका था,रोशन कभी भी मेरे घर आ जाता ऑर मेरी वाइफ की चुदाई कर जाता ,एक बार मे शाम को टीवी देख रहा था ,
रोशन आया ,नूर बेगम किचन मे खाना बना रही थी,रोशन सीधा नूर के पास गया ऑर सलवार उतारी ऑर अपने लंड पे थूक लगा कर गान्ड मारने लग गया,नूर ने जब तक खाना बनाया तब तक रोशन ने गान्ड मारी फिर मुँह मे लंड डालकर मुँह की चुदाई की ओर अपना वीर्य पिला दिया
ऑर चला गया
अब ये सब चलने लगा ,मे भी रोशन के घर जाने लगा ऑर सलमा की चुदाई करने लगा,
अब हम लोग कभी भी किसी भी समय एक दूसरे के घर चले जाते,ऑर चुदाई कर आते
एक दिन हम लोग यूही बैठे थे,तो पांडेय जी ने बोला,क्यो ना हम जगह बदल ले ऑर अपनी वाइफ बदल ले एक साल के लिए,एक साल बाद वापस अदला बदली कर लेगे
मे-नूर् तुम ही बताओ
नूर -हाँ सही है ,ऐसे थोड़ा मज़ा भी रहेगा
फिर हम ने दूसरी जगह पे अपने मकान ले लिए,पांडेय जी ओर हमने अलग अलग जगह पे मकान लिए है
सलमा मेरे साथ आ गयी ऑर नूर रोशन पांडेय जी के साथ चली गयी
अब तो यू लग रहा था सलमा मेरी वाइफ है ऑर नूर पांडेय जी की ,
हमने सालभर एक दूसरे की वाइफ के साथ बहुत मज़े लिए,
पता ही नही चला कब एक साल बीत गया ऑर हम फिर से अपनी अपनी वाइफ के साथ आ गये
रोशन पांडे जी -अब लगता है दूसरा कपल ढूंडना पड़ेगा
मे-सही कहा दोस्त
फिर हम दूसरा कपल ढूँडने निकल पड़े अब जिंदगी ऐसे ही चलती रही,हमने कुछ कपल के साथ वाइफ एक्सचेंज की ,ऑर 2 बार शिमला के उस गाँव भी आ आए,वहाँ हम ने वाइफ बदल के खूब चुदाई की,मे भी चोदने मे एक्सपर्ट हो गया था,बस ऐसे ही चलता रहा
अब हमने जिंदगी के अगले पड़ाव पे जाने की सोची,वो था एक नयी जिंदगी को इस दुनिया मे लाना,फिर एक साल बाद हमारे एक लड़का हुआ,ऑर हम बच्चे की परवरिश पे ध्यान देने लगे
अब हम सब कुछ छोड़ चुके थे,चुदाई का मोह हट गया था,अब हम एक अम्मी अब्बू के रूप मे जिंदगी जीने लग गये है
पर कभी कभी वो चुदाई याद आ जाति है तो हम दोनो मिया बीबी खूब बात करते है उस बारे मे
यहा कहानी ख़त्म होता है
मे तैयार होने चला गया,मे तैयार होकर बाहर आया तो सलमा खड़ी थी
मे-बोल दिया उन लोगो को
सलमा- हाँ ऑर ये कह कर वो भी तैयार होने चली गयी
जल्दी ही हम तैयार हो गये ,नूर ऑर रोशन भी तैयार होकर आ गये,
रोशन-अरे सरफराज तुम आ गये,हमने तुम्हे बहुत मिस किया
मे-चलो कोई बात नही अब आ गया हूँ
नूर थोड़ा अलग चल रही थी,बेगम नूर की चाल देखकर मे बोल क्या हुआ नूर ऑर गान्ड मे एक हाथ मार देता हूँ
नूर अयाया क्या कर रहे हो,मेरी गान्ड मे दर्द है
मे-अरे हाँ मे भूल गया था ,सलमा ने बताया था कि रोशन ने तुम्हारी गान्ड मारी है
रोशन-हाँ यार,तुम्हारी बेगम नूर की टाइट गान्ड मार कर मे धन्य हो गया
नूर -हाँ बुरी तरह मारी
मे-मुझे तो नही मारने दी
नूर -तुमने माँगी ही नही
मे-तुम कॉन्सा देती
नूर-माँगते तो सही
मे-कभी मुँह मे तो लिया नही ,गान्ड घंटा देती
नूर-अब चुप हो जाओ
मेरी नूर के सामने ज़्यादा बोलने की हिम्मत नही थी,मे हमेशा से उसे दबा दबा रहता था,इसलिए आज तक कुछ नही कर पाया
फिर हम होटेल गये ,पेट भर खाना खाया,थोड़ा घूमे ऑर वापस आ कर रूम मे बात चीत करने लगे,हम लोग अब रात भर ही बात चीत कर रहे थे,सब लोग चुदाई करके थक गये थे ,इसलिए सुबह जाकर सोए
फिर कुछ दिन ऐसे ही निकलते रहे ,रोशन ने नूर् की जमकर चुदाई की ,खूब चूत ओर गान्ड मारी,नूर की गान्ड खुल गयी थी इसलिए नूर को भी मज़ा आने लग गया था गान्ड मरवाने मे,उसने नूर को अपनी रंडी बना लिया था ऑर नूर बेगम हमेशा तैयार रहती थी,रोशन के चक्कर मे मैं भी थोड़ा दमदार बन गया था चुदाई मे ,मैने भी खूब सलमा की चूत चोदी ऑर गान्ड
हम लोग घर आ आ गये
अब मेरे दिन बहुत खुशी मे निकल रहे थे,मे नूर को अब कैसे भी चोदता था तो नूर मना नही करती थी,मुझे गान्ड मारने का ज़्यादा चस्का नही है इसलिए नूर की गान्ड कम ही मारता था,लेकिन मुँह बहुत चोदता था,जब भी मन होता अपनी बेगम नूर के मुँह मे लंड डालकर कई बार मुँह चोदा ,मैने नूर को अपना पेसाब भी पिलाया,नूर मना नही करती थी,नूर किसी रंडी की तरह मज़ा देने लग गयी थी,मैने अपनी गान्ड चटवाने की कॉसिश भी की ,थोड़ा डर लग रहा था कही नूर भड़क ना जाए,लेकिन रोशन ने तो कमाल ही कर दिया था,नूर मे इतना बदलाव देखकर मे अस्चर्य मे था ऑर खुश भी,
नूर ने मेरी गान्ड चाटने से मना नही किया,खूब मेरी गान्ड चाटी
धीरे धीरे पांडेय जी मेरे घर आकर मेरी बेगम से छेड़खानी शुरू कर दी थी,ऑर अब तो वो घर मे मेरे ही सामने चुदाई करने लग था
अब घर का माहौल बदल चुका था,रोशन कभी भी मेरे घर आ जाता ऑर मेरी वाइफ की चुदाई कर जाता ,एक बार मे शाम को टीवी देख रहा था ,
रोशन आया ,नूर बेगम किचन मे खाना बना रही थी,रोशन सीधा नूर के पास गया ऑर सलवार उतारी ऑर अपने लंड पे थूक लगा कर गान्ड मारने लग गया,नूर ने जब तक खाना बनाया तब तक रोशन ने गान्ड मारी फिर मुँह मे लंड डालकर मुँह की चुदाई की ओर अपना वीर्य पिला दिया
ऑर चला गया
अब ये सब चलने लगा ,मे भी रोशन के घर जाने लगा ऑर सलमा की चुदाई करने लगा,
अब हम लोग कभी भी किसी भी समय एक दूसरे के घर चले जाते,ऑर चुदाई कर आते
एक दिन हम लोग यूही बैठे थे,तो पांडेय जी ने बोला,क्यो ना हम जगह बदल ले ऑर अपनी वाइफ बदल ले एक साल के लिए,एक साल बाद वापस अदला बदली कर लेगे
मे-नूर् तुम ही बताओ
नूर -हाँ सही है ,ऐसे थोड़ा मज़ा भी रहेगा
फिर हम ने दूसरी जगह पे अपने मकान ले लिए,पांडेय जी ओर हमने अलग अलग जगह पे मकान लिए है
सलमा मेरे साथ आ गयी ऑर नूर रोशन पांडेय जी के साथ चली गयी
अब तो यू लग रहा था सलमा मेरी वाइफ है ऑर नूर पांडेय जी की ,
हमने सालभर एक दूसरे की वाइफ के साथ बहुत मज़े लिए,
पता ही नही चला कब एक साल बीत गया ऑर हम फिर से अपनी अपनी वाइफ के साथ आ गये
रोशन पांडे जी -अब लगता है दूसरा कपल ढूंडना पड़ेगा
मे-सही कहा दोस्त
फिर हम दूसरा कपल ढूँडने निकल पड़े अब जिंदगी ऐसे ही चलती रही,हमने कुछ कपल के साथ वाइफ एक्सचेंज की ,ऑर 2 बार शिमला के उस गाँव भी आ आए,वहाँ हम ने वाइफ बदल के खूब चुदाई की,मे भी चोदने मे एक्सपर्ट हो गया था,बस ऐसे ही चलता रहा
अब हमने जिंदगी के अगले पड़ाव पे जाने की सोची,वो था एक नयी जिंदगी को इस दुनिया मे लाना,फिर एक साल बाद हमारे एक लड़का हुआ,ऑर हम बच्चे की परवरिश पे ध्यान देने लगे
अब हम सब कुछ छोड़ चुके थे,चुदाई का मोह हट गया था,अब हम एक अम्मी अब्बू के रूप मे जिंदगी जीने लग गये है
पर कभी कभी वो चुदाई याद आ जाति है तो हम दोनो मिया बीबी खूब बात करते है उस बारे मे
यहा कहानी ख़त्म होता है
कायर पति