
भाग 1
अलीपुर नाम का एक छोटा सा गांव होता है वहां पर सभी लोग ज्यादातर किसान खेती करते हैं उस गांव में महिंद्र नाम के व्यक्ति का एक छोटा सा परिवार होता है उसमें 3 सदस्य रहते हैं ..
पहले सदस्य में घर का मुखिया महिंद्रा दिखने में सीधा साधा कोलकाता मैं काम करता है... और गरीब स्वभाव का आदमी...
राजू की मां ,,,,रत्ना
![[Image: Photos%2BIn%2BSaree%2BBlouse%2B%25288%2529.jpg]](https://1.bp.blogspot.com/-iO4X--FBHzw/XkqnbQ7fDOI/AAAAAAAAA8o/0x_yiIdVjI8X5RfBfhPSdAvhJxdGK73XgCLcBGAsYHQ/s1600/Photos%2BIn%2BSaree%2BBlouse%2B%25288%2529.jpg)
दूसरा सदस्य महिंद्र की पत्नी रत्ना .....रत्ना दिखने में बहुत कामुक लगती लगती है एक गदराई हुई बड़ी-बड़ी नुकीली चूचियां 40 साल की खूबसूरत औरत जो पिछले 5 साल से अपनी चूत की आग अपनी उँगलियों से तो कभी बैगन मूली से शांत करते आ रही है।उसका बदन एक यौवन की देवी के जैसा है...
पांडू की मां,,,,चंपा
![[Image: Photos%2BIn%2BSaree%2BBlouse%2B%252811%2529.jpg]](https://2.bp.blogspot.com/-i9uFJMe_Y5U/XkqnY5Oo5BI/AAAAAAAAA8I/XlAG1au1HvU4voic00FDEtCg_opGiEjGgCLcBGAsYHQ/s1600/Photos%2BIn%2BSaree%2BBlouse%2B%252811%2529.jpg)
रत्ना की एक बहुत अच्छी सहेली चंपा उम्र 37 साल, खूबसूरत, फिगर 34-30-36, बड़ी-बड़ी नुकीली चूचियां.... वह बाजू में ही रहती है ....चंपा के घर में कोई मर्द बड़ा मर्द नहीं था चंपा गांव के काजी मिठाई वाले के यहां बर्तन मांजने का काम करती और खेती भी करती है... जिसके वजह से उसके परिवार में आमदनी आती है... उसका एक ही बेटा है... उसका नाम पांडू है... पांडू भी राजू के उम्र का था और उसके बचपन का दोस्त है... पांडू ने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और वह अपने घर का काम भी करता था और खेती में भी काम करता था .... चंपा का पति शराब पीने के कारण मर गया उसके घर में एक उसका बेटा पांडू ....और वह दोनों रहते थे
चंपा को चुदाई का बहुत वासना था उसकी चूत की भुख नहीं मिटती थी वह दिखने में सांवले रंग की थी बहुत सांवले रंग पर अगर पसीना आ जाए तो एकदम कामुक लगने लगती है
खूबसूरत, फिगर 34-30-36, बड़ी-बड़ी चूचियां और
हमारा तीसरा सदस्य राजू बहुत नटखट है ...राजू अपनी बारहवीं की तैयारी में लगा रहता है वह अपनी गांव से 20 किलोमीटर के अंतर पर शहर में जाकर पढ़ाई करता है और हर दिन गांव से शहर और शहर से गांव आना जाना चालू रहता है
गर्मी का मौसम था और बिजली की दिक्कत हमेशा रहती थी इसकी वजह से राजू खेत में पानी देने के लिए खेत पर ही रुका था जो घर से दो-तीन किलोमीटर दूर था खेत पर उनके खेत के बगल में ही चंपा का भी खेत था ..
लोड शेडिंग के कारण बिजली रात में आने के कारण राजू को खेत में सोना पड़ेगा और बाजू कैसे खेत में उसका दोस्त पांडू भी आता था वह दोनों रात को खेत पर ही सो जाते थे और सुबह घर चले जाते तो राजू अपने घर गया घर जाते जाते गाय बैल के लिए चारा लेकर गया जैसे ही घर पहुंचता है तो सामने उसकी मां रत्ना बाल्टी लेकर गाय का दूध निकाल रही थी तब गर्मी के वजह से रत्ना का ब्लाउज पसीने पसीने हुआ था... रत्ना का फिगर पीछे से एकदम बडी गांड दीखती है उसके पीट से पसीने की एक बूंद नीचे सरक कर उसके कूल्हे के तरफ नीचे धिमे धीमे सरक कर अंदर जा रही थी... राजू अपनी मां को देखकर बहुत रोमांचक हो जाता है राजू का हथियार जवाब देता है 1 मिनट के लिए रुक कर अपनी आंखें सेकता है ..जैसे ही चारा देखकर गाय हलचल करते हैं तब रत्ना पीछे देखती है रत्ना को देखकर राजू को होश आ जाता है वह घर के अंदर जाता है रत्ना उसके लिए पानी गर्म निकाल कर देती है पानी निकालते समय राजू अपनी मां के ब्लाउज के दरार को देखकर बहुत गर्म होता है उसके मन में बहुत रोमांचक कथाएं मन में तैयार होती है वैसे देखा जाए राजू अभी बॉस के स्टोरी का दीवाना होता है राजू जल्दी से नहा कर लाने के लिए पानी लेकर पत्ते से बनी हुई बाथरूम की तरफ जाता है और दरार से मां को ढूंढने की कोशिश करता है. रत्ना फिर से गाय की तरफ दूध निकालती रहती है राजू रत्ना की तरफ देख कर बहुत उत्तेजित होता है रत्ना के ब्लाऊज के बगल से पसीना पसीना हो कर उसका ब्लाउज गिला होता है उसके मखमल जैसे छाती पर गाय के दूध के छींटे पड़ने की वजह से और भी रंगीन दिखती है राजू ने यह देखते हुए उसके हाथ अपने आप उसके लंड की तरफ जाते हैं उसके अंदर एक शैतान की तरह हो रोमांच हो जाता है रत्ना दिखने में बहुत कामुक लगती है उसने साड़ी को कमर तक बांध लिया था जिसकी वजह से उसकी खुली हुई जांग दिख रही थी और ऊपर से पसीना रत्ना को जवाब दे रहा था दूध निकालते समय रखना की छाती ऊपर नीचे हो रही थी ...
उनका परिवार मैं गरीब होने के कारण उनका घर मिट्टी का था और ऊपर सही पेड़ों के पत्तों का एक छप्पर बना था रत्ना के कपड़े बहुत गरीबी के कारण उनके घर मैं पैसे की कमी भी रेहती है...
रत्ना की छाती पासिने से गीली होने के कारण उसके ब्लाउज में कसे थे... 36 इंच के बड़े बड़े दूध से भरे हुए छाती को देखकर सभी की सभी के लंड मैं तनाव में शुरू हो जाएगा एसा धमाका थी रत्ना... रत्ना ब्रा नहीं पहनती थी... ओर दूध निकालते समय राजू बहुत गौर से देख रहा था राजू ने अपना हाथ अपने लंड पर रखा
राजू - अरे क्या माल है यार इतनी कसी हुई जवानी देख कर मेरा हथियार तो जवाब दे रहा है
राजू अपने हथियार को हाथ से हिलाते हुए मां की छाती को देखकर बहुत गर्म होता ऊपर से बेरहम गर्मी का महीना था मां की जांघ की तरफ कसी हुई साड़ी और उसके फुले हुए स्तन को देखकर राजू ने बहुत जोर से हाथ चलाना शुरू किया और आगे ऐसा सीन देखकर कोई भी अपने हथियार खडा कर देगा... तो राजू क्या चीज है .....राजू के हथियार ने जवाब दे दिया मां की तरफ देखकर उसने ढेर सारा माल रस नीचे डाल दिया फिर शांत होकर नहाने लगा...
राजू कपड़े पहन कर अपने दोस्त के यहां पांडु के घर की तरफ जाने लगा....
तब वहां अंदर जाने जाने को देख रहा था बाहर देखा तो दरवाजा खुला था राजू अंदर घुस गया अंदर जाते ही उसे कुछ खुस फुस्स की आवाजें आ रही थी.... अंदर क्या है देखने के लिये राजू धीरे-धीरे अंदर जाने लगा ...बिना किसी आवाज किए वह देखना चाहता था कि अंदर क्या चल रहा है ....जैसे ही वह आगे बढ़ा तो दरवाजे के लकड़ी के होल से उसने पांडू की मां यानी चंपा को किसी आदमी से चुदाई करते हुए देख रहा था वह आदमी काला सा और बहुत बड़ा सा हट्टा खट्टा शरीर था.. उसके चोदने के तेजी को देखकर राजू हैरान था हर झटके से पांडू की मा हील जाती थी ....वह आदमी कौन था ?????.....
उसे देखने के लिए राजू दूसरे होल की तरफ जाता है और अंधेरा होने की वजह से उसे कुछ दिखाई नहीं देता पांडू की मां चुदाई की भूखी थी और वह आदमी उसकी भूख अच्छी तरह से शांत कर रहा था.... उसके हर एक झटके से पांडू की मां हिल जाती थी.. वो आदमी पांडू की मां को डॉगी स्टाइल में चोद रहा था...
![[Image: Desi-Bhabhi-Fucks-in-Doggstyle-Pics-10.jpg]](https://indianxphoto.b-cdn.net/wp-content/uploads/2023/04/Desi-Bhabhi-Fucks-in-Doggstyle-Pics-10.jpg)
पांडू की मां.... ओह्ह्ह्हह ह्ह्ह्हआयईई ओह्ह्ह मर गयी आह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह हाय्य्य्य .. आराम से करो पांडू की मां के जैसे मैंने नीचे नीचे देखा राजू पांडु की मां की नीचे से कुछ चिपचिपा पानी निकल रहा था और पानी नीचे गिर रहा था .....पांडू की मां के दोनों पैर उस आदमी के लिए थे कंधे पर थे खेत में काम करने से उस आदमी के हाथ किसी पत्थर की तरह मज़बूत हो गये थे ।
![[Image: 20220614_003856.jpg]](https://indianxphoto.b-cdn.net/wp-content/uploads/2022/07/20220614_003856.jpg)
जब वो उन हाथों से पांडू की मां की मोटी मोटी चूचियों को मसलने लगता है तो पांडू की मां को ऐसे महसूस होता है जैसे कोई लोहार अपने हथोड़े से उसके चूचियों को मार रहा है।
पांडू की मां;आह धीरे निचोड रे ज़ालिम आहह्ह्ह्हह्ह।पांडू की मां शायद बहुत बार अपनी चूत का पानी छोड़ दिया होगा.... लेकिन वह आदमी रुकने का नाम नहीं ले रहा था उस आदमी ने अपना 7 इंच लंबा लंड चूत से निकालकर पांडू की मां की मुंह मैं ठूस दिया.... पांडू की मां उसे एक मिठाई की तरह चूस रही थी जैसे ही लंड को और गीला होने के कारण उसने उनको निकाल लिया लंड मुंह से निकल आने पर फट्टट और पांडू की मां की चूत में फिर से जोर से दबा देता है...
![[Image: IMG-20230521-083807.jpg]](https://i.ibb.co/3zt8Bg8/IMG-20230521-083807.jpg)
जिसकी वजह से पांडू की मां की चूत से पाद की परऀ रारा रारा रारा करते हुए आवाज आती है... लंड पूरा अन्दर तक घुसा दिया और ठोकर मारना शुरू किया और उस आदमी ने पांडू की मां के होठों पर अपने होंठ रख दिए उस आदमी ने पांडू की मां की छाती दबाकर लाल की थी ध्यान से देखने के बाद वह आदमी पांडू की मां को आवाज करते हुए किस कर रहा था ...
उस आदमी का उत्तेजना बढ़ रही थी लेकिन राजू की मां उस गति को सहन नहीं कर पाती थी उस आदमी ने अपने पैर अकड़ते हुए सारा माल पांडु की मां की चूत में डाल दिया ...पांडू की मां के
छाती का साइज 36 का था.. और उस पर काले काले निप्पल... वाह क्या बात है... घमासान चुदाई के कारण चंपा पसीना पसीना हो गई जिससे वह और भी आकर्षक लग रही थी जैसे ही उनका खेल खत्म हो गया .... अब वह आदमी वहां से निकलने की सोच रहा था लेकिन मुझे वह आदमी कौन है यह देखना था क्योंकि इतनी बेरहम तरीके से पांडू की मां को कौन ठोक रहा था...मैं वहां से जाकर एक बाहर एक झाड़ी के पीछे छुप गया...और 10 मिनट के बाद एक आदमी जो घर के अंदर पांडू की मां को जबरदस्त ठोक रहा था वह बाहर आ गया....
जैसे ही वो बाहर निकला वो इधर-उधर देखते हुए बाहर आने लगा ....मैंने उसे देख लिया जैसे ही मैंने उसे देखा मेरे होश उड़ गए वह दूसरा तीसरा कोई नहीं.... जहां पांडू की मां बर्तन मांजने का काम करती थी ....उस काजी भाई की दुकान पर उसी दुकान का नौकर बाबू था... वह जाने की लिए इधर उधर देख रहा था और वह चुपकेसे से घर के बाहर निकल कर चला गया ....
घर के बाहर चले जाने के बाद 1 मिनट के अंदर मैं घर के अंदर गया
राजू : पांडू की मां को पुकारा..... घर पर है क्या कोई ? ....और अंदर घुस गया तभी मैंने देखा पांडू की मां अपने चूचे को ब्लाउज के अंदर कस रही थी .... यह देखते हुए मैं सिर्फ पांडू की मां की चूचे की ओर देखता रहा उन्होंने मेरी और देखा और मुझे देखकर मुस्करा दी जो उनकी तरह मैंने भी मुस्कुरा मैंने उनसे पूछा पांडु कहा गया है ?
तो उन्होंने जवाब दिया की खेत सामान लाने को लिए मैंने उससे शहर भेज दिया है ...
तब मैंने कहा मुझे एक ग्लास पानी मिलेगा तो पांडू की मां पानी लाने के लिए दूसरे तरफ गई
मैं अंदर आ गया उस समय मुझे वहां पर हुई चूदाई की खुशबू आ रही थी ...जो अभी अभी हुई थी....और जहां पांडू की मां की चुदाई हो रही थी उस जगह जाने के बाद जो रस पांडु की मां की चूत से निकलकर नीचे गिर गया था.. उसे हाथ में लेकर सुंगा मुझे बहुत ही अच्छा लगा जैसे ही पांडु की मां पानी लेकर मेरी तरफ आ गई मैं उठकर बाजू हो गया उसने मुझे पानी पीने के लिए ग्लास दे दिया में पानी पीते समय इधर-उधर देख रहा था.... तभी मेरी नजर उसके ब्लाउज के ऊपरी हिस्से पर यानी छाती पर लाल दास से रगड़े हुए निशान देखे ...वह मुझे देखकर शर्मसा हो गई मैं पानी पीने के बाद चलता हूं ऐसे बोल कर वहां से निकल गया ...
मुझे यह बात घर आते समय तंग कर रही थी कि वह आदमी बाबू कैसे जोश में आकर पांडू की मां को चोद रहा था और पांडू की मां कैसे कामुक आवाज निकाल कर मदहोश कर रही थी मैं घर आने के बाद मैंने मां की तरफ देखा मां का भी शरीर पांडू की मां यानी चंपा की तरह भरा हुआ था और खेत मैं मेहनत के वजह से कसा हुआ था ...
मां रसोई घर में होने की वजह से चूल्हे की गर्मी के कारण हो बहुत पसीना पसीना हो रही थी मैं मां की तरह देखते समय मुझे चंपाका काकी का जिस्म चुदाई करते समय का नजारा याद आया... मैं बाजू में बैठकर मां से बातें करने लगा मां से बातें करते समय मां का ध्यान रसोई पर ही था लेकिन मेरा ध्यान सब उनकी चूची पर था
![[Image: 20221229_003341.jpg]](https://indianxphoto.b-cdn.net/wp-content/uploads/2022/12/20221229_003341.jpg)
जो एकदम रसभरी थी उनके गीले हुए चूचे एकदम काले काले निप्पल दिख रहे थे... हीरे की तरह चमक रहे थे तो मे आंखोंसे मजे ले रहे थे मुझसे यह देखने पर खुद पर नियंत्रण छूट गया मैं वहां से निकल कर अपने दूसरे खोली के तरफ चल दिया और आंख बंद कर कर पांडू की मां की ठुकाई को याद कर कर मुठ मारने लगा मेरा 7 इंच का लोड़ा 3 इंच मोटा फुल तना हुआ था...
उस पर की सभी नस बाहर आई हुई थी पांडु की मां की आवाज में हर वक्त मेरे कान गूंज रही थी और उस पर मां के चूचू को देखकर और तनाव आ रहा था .. मैं लंड को मुठ्ठी में पकड़ कर आगे पीछे हिलाने लगा... और पांच 10 मिनट में मेरा खेल खत्म हो गया और मैंने सारा माल नीचे गिरा दिया मेरे लोड़े को शांति मिल गई थी लेकिन पांडु की मां की ठुकाई मेरे आंखों के सामने हर समय घूम रही थी।
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आपका सपोर्ट चाहिए... लाईक किजीये... तभी कहानी आग बढेगी
अलीपुर नाम का एक छोटा सा गांव होता है वहां पर सभी लोग ज्यादातर किसान खेती करते हैं उस गांव में महिंद्र नाम के व्यक्ति का एक छोटा सा परिवार होता है उसमें 3 सदस्य रहते हैं ..
पहले सदस्य में घर का मुखिया महिंद्रा दिखने में सीधा साधा कोलकाता मैं काम करता है... और गरीब स्वभाव का आदमी...
राजू की मां ,,,,रत्ना
![[Image: Photos%2BIn%2BSaree%2BBlouse%2B%25288%2529.jpg]](https://1.bp.blogspot.com/-iO4X--FBHzw/XkqnbQ7fDOI/AAAAAAAAA8o/0x_yiIdVjI8X5RfBfhPSdAvhJxdGK73XgCLcBGAsYHQ/s1600/Photos%2BIn%2BSaree%2BBlouse%2B%25288%2529.jpg)
दूसरा सदस्य महिंद्र की पत्नी रत्ना .....रत्ना दिखने में बहुत कामुक लगती लगती है एक गदराई हुई बड़ी-बड़ी नुकीली चूचियां 40 साल की खूबसूरत औरत जो पिछले 5 साल से अपनी चूत की आग अपनी उँगलियों से तो कभी बैगन मूली से शांत करते आ रही है।उसका बदन एक यौवन की देवी के जैसा है...
पांडू की मां,,,,चंपा
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रत्ना की एक बहुत अच्छी सहेली चंपा उम्र 37 साल, खूबसूरत, फिगर 34-30-36, बड़ी-बड़ी नुकीली चूचियां.... वह बाजू में ही रहती है ....चंपा के घर में कोई मर्द बड़ा मर्द नहीं था चंपा गांव के काजी मिठाई वाले के यहां बर्तन मांजने का काम करती और खेती भी करती है... जिसके वजह से उसके परिवार में आमदनी आती है... उसका एक ही बेटा है... उसका नाम पांडू है... पांडू भी राजू के उम्र का था और उसके बचपन का दोस्त है... पांडू ने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और वह अपने घर का काम भी करता था और खेती में भी काम करता था .... चंपा का पति शराब पीने के कारण मर गया उसके घर में एक उसका बेटा पांडू ....और वह दोनों रहते थे
चंपा को चुदाई का बहुत वासना था उसकी चूत की भुख नहीं मिटती थी वह दिखने में सांवले रंग की थी बहुत सांवले रंग पर अगर पसीना आ जाए तो एकदम कामुक लगने लगती है
खूबसूरत, फिगर 34-30-36, बड़ी-बड़ी चूचियां और
हमारा तीसरा सदस्य राजू बहुत नटखट है ...राजू अपनी बारहवीं की तैयारी में लगा रहता है वह अपनी गांव से 20 किलोमीटर के अंतर पर शहर में जाकर पढ़ाई करता है और हर दिन गांव से शहर और शहर से गांव आना जाना चालू रहता है
गर्मी का मौसम था और बिजली की दिक्कत हमेशा रहती थी इसकी वजह से राजू खेत में पानी देने के लिए खेत पर ही रुका था जो घर से दो-तीन किलोमीटर दूर था खेत पर उनके खेत के बगल में ही चंपा का भी खेत था ..
लोड शेडिंग के कारण बिजली रात में आने के कारण राजू को खेत में सोना पड़ेगा और बाजू कैसे खेत में उसका दोस्त पांडू भी आता था वह दोनों रात को खेत पर ही सो जाते थे और सुबह घर चले जाते तो राजू अपने घर गया घर जाते जाते गाय बैल के लिए चारा लेकर गया जैसे ही घर पहुंचता है तो सामने उसकी मां रत्ना बाल्टी लेकर गाय का दूध निकाल रही थी तब गर्मी के वजह से रत्ना का ब्लाउज पसीने पसीने हुआ था... रत्ना का फिगर पीछे से एकदम बडी गांड दीखती है उसके पीट से पसीने की एक बूंद नीचे सरक कर उसके कूल्हे के तरफ नीचे धिमे धीमे सरक कर अंदर जा रही थी... राजू अपनी मां को देखकर बहुत रोमांचक हो जाता है राजू का हथियार जवाब देता है 1 मिनट के लिए रुक कर अपनी आंखें सेकता है ..जैसे ही चारा देखकर गाय हलचल करते हैं तब रत्ना पीछे देखती है रत्ना को देखकर राजू को होश आ जाता है वह घर के अंदर जाता है रत्ना उसके लिए पानी गर्म निकाल कर देती है पानी निकालते समय राजू अपनी मां के ब्लाउज के दरार को देखकर बहुत गर्म होता है उसके मन में बहुत रोमांचक कथाएं मन में तैयार होती है वैसे देखा जाए राजू अभी बॉस के स्टोरी का दीवाना होता है राजू जल्दी से नहा कर लाने के लिए पानी लेकर पत्ते से बनी हुई बाथरूम की तरफ जाता है और दरार से मां को ढूंढने की कोशिश करता है. रत्ना फिर से गाय की तरफ दूध निकालती रहती है राजू रत्ना की तरफ देख कर बहुत उत्तेजित होता है रत्ना के ब्लाऊज के बगल से पसीना पसीना हो कर उसका ब्लाउज गिला होता है उसके मखमल जैसे छाती पर गाय के दूध के छींटे पड़ने की वजह से और भी रंगीन दिखती है राजू ने यह देखते हुए उसके हाथ अपने आप उसके लंड की तरफ जाते हैं उसके अंदर एक शैतान की तरह हो रोमांच हो जाता है रत्ना दिखने में बहुत कामुक लगती है उसने साड़ी को कमर तक बांध लिया था जिसकी वजह से उसकी खुली हुई जांग दिख रही थी और ऊपर से पसीना रत्ना को जवाब दे रहा था दूध निकालते समय रखना की छाती ऊपर नीचे हो रही थी ...
उनका परिवार मैं गरीब होने के कारण उनका घर मिट्टी का था और ऊपर सही पेड़ों के पत्तों का एक छप्पर बना था रत्ना के कपड़े बहुत गरीबी के कारण उनके घर मैं पैसे की कमी भी रेहती है...
रत्ना की छाती पासिने से गीली होने के कारण उसके ब्लाउज में कसे थे... 36 इंच के बड़े बड़े दूध से भरे हुए छाती को देखकर सभी की सभी के लंड मैं तनाव में शुरू हो जाएगा एसा धमाका थी रत्ना... रत्ना ब्रा नहीं पहनती थी... ओर दूध निकालते समय राजू बहुत गौर से देख रहा था राजू ने अपना हाथ अपने लंड पर रखा
राजू - अरे क्या माल है यार इतनी कसी हुई जवानी देख कर मेरा हथियार तो जवाब दे रहा है
राजू अपने हथियार को हाथ से हिलाते हुए मां की छाती को देखकर बहुत गर्म होता ऊपर से बेरहम गर्मी का महीना था मां की जांघ की तरफ कसी हुई साड़ी और उसके फुले हुए स्तन को देखकर राजू ने बहुत जोर से हाथ चलाना शुरू किया और आगे ऐसा सीन देखकर कोई भी अपने हथियार खडा कर देगा... तो राजू क्या चीज है .....राजू के हथियार ने जवाब दे दिया मां की तरफ देखकर उसने ढेर सारा माल रस नीचे डाल दिया फिर शांत होकर नहाने लगा...
राजू कपड़े पहन कर अपने दोस्त के यहां पांडु के घर की तरफ जाने लगा....
तब वहां अंदर जाने जाने को देख रहा था बाहर देखा तो दरवाजा खुला था राजू अंदर घुस गया अंदर जाते ही उसे कुछ खुस फुस्स की आवाजें आ रही थी.... अंदर क्या है देखने के लिये राजू धीरे-धीरे अंदर जाने लगा ...बिना किसी आवाज किए वह देखना चाहता था कि अंदर क्या चल रहा है ....जैसे ही वह आगे बढ़ा तो दरवाजे के लकड़ी के होल से उसने पांडू की मां यानी चंपा को किसी आदमी से चुदाई करते हुए देख रहा था वह आदमी काला सा और बहुत बड़ा सा हट्टा खट्टा शरीर था.. उसके चोदने के तेजी को देखकर राजू हैरान था हर झटके से पांडू की मा हील जाती थी ....वह आदमी कौन था ?????.....
उसे देखने के लिए राजू दूसरे होल की तरफ जाता है और अंधेरा होने की वजह से उसे कुछ दिखाई नहीं देता पांडू की मां चुदाई की भूखी थी और वह आदमी उसकी भूख अच्छी तरह से शांत कर रहा था.... उसके हर एक झटके से पांडू की मां हिल जाती थी.. वो आदमी पांडू की मां को डॉगी स्टाइल में चोद रहा था...
![[Image: Desi-Bhabhi-Fucks-in-Doggstyle-Pics-10.jpg]](https://indianxphoto.b-cdn.net/wp-content/uploads/2023/04/Desi-Bhabhi-Fucks-in-Doggstyle-Pics-10.jpg)
पांडू की मां.... ओह्ह्ह्हह ह्ह्ह्हआयईई ओह्ह्ह मर गयी आह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह हाय्य्य्य .. आराम से करो पांडू की मां के जैसे मैंने नीचे नीचे देखा राजू पांडु की मां की नीचे से कुछ चिपचिपा पानी निकल रहा था और पानी नीचे गिर रहा था .....पांडू की मां के दोनों पैर उस आदमी के लिए थे कंधे पर थे खेत में काम करने से उस आदमी के हाथ किसी पत्थर की तरह मज़बूत हो गये थे ।
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जब वो उन हाथों से पांडू की मां की मोटी मोटी चूचियों को मसलने लगता है तो पांडू की मां को ऐसे महसूस होता है जैसे कोई लोहार अपने हथोड़े से उसके चूचियों को मार रहा है।
पांडू की मां;आह धीरे निचोड रे ज़ालिम आहह्ह्ह्हह्ह।पांडू की मां शायद बहुत बार अपनी चूत का पानी छोड़ दिया होगा.... लेकिन वह आदमी रुकने का नाम नहीं ले रहा था उस आदमी ने अपना 7 इंच लंबा लंड चूत से निकालकर पांडू की मां की मुंह मैं ठूस दिया.... पांडू की मां उसे एक मिठाई की तरह चूस रही थी जैसे ही लंड को और गीला होने के कारण उसने उनको निकाल लिया लंड मुंह से निकल आने पर फट्टट और पांडू की मां की चूत में फिर से जोर से दबा देता है...
![[Image: IMG-20230521-083807.jpg]](https://i.ibb.co/3zt8Bg8/IMG-20230521-083807.jpg)
जिसकी वजह से पांडू की मां की चूत से पाद की परऀ रारा रारा रारा करते हुए आवाज आती है... लंड पूरा अन्दर तक घुसा दिया और ठोकर मारना शुरू किया और उस आदमी ने पांडू की मां के होठों पर अपने होंठ रख दिए उस आदमी ने पांडू की मां की छाती दबाकर लाल की थी ध्यान से देखने के बाद वह आदमी पांडू की मां को आवाज करते हुए किस कर रहा था ...
उस आदमी का उत्तेजना बढ़ रही थी लेकिन राजू की मां उस गति को सहन नहीं कर पाती थी उस आदमी ने अपने पैर अकड़ते हुए सारा माल पांडु की मां की चूत में डाल दिया ...पांडू की मां के
छाती का साइज 36 का था.. और उस पर काले काले निप्पल... वाह क्या बात है... घमासान चुदाई के कारण चंपा पसीना पसीना हो गई जिससे वह और भी आकर्षक लग रही थी जैसे ही उनका खेल खत्म हो गया .... अब वह आदमी वहां से निकलने की सोच रहा था लेकिन मुझे वह आदमी कौन है यह देखना था क्योंकि इतनी बेरहम तरीके से पांडू की मां को कौन ठोक रहा था...मैं वहां से जाकर एक बाहर एक झाड़ी के पीछे छुप गया...और 10 मिनट के बाद एक आदमी जो घर के अंदर पांडू की मां को जबरदस्त ठोक रहा था वह बाहर आ गया....
जैसे ही वो बाहर निकला वो इधर-उधर देखते हुए बाहर आने लगा ....मैंने उसे देख लिया जैसे ही मैंने उसे देखा मेरे होश उड़ गए वह दूसरा तीसरा कोई नहीं.... जहां पांडू की मां बर्तन मांजने का काम करती थी ....उस काजी भाई की दुकान पर उसी दुकान का नौकर बाबू था... वह जाने की लिए इधर उधर देख रहा था और वह चुपकेसे से घर के बाहर निकल कर चला गया ....
घर के बाहर चले जाने के बाद 1 मिनट के अंदर मैं घर के अंदर गया
राजू : पांडू की मां को पुकारा..... घर पर है क्या कोई ? ....और अंदर घुस गया तभी मैंने देखा पांडू की मां अपने चूचे को ब्लाउज के अंदर कस रही थी .... यह देखते हुए मैं सिर्फ पांडू की मां की चूचे की ओर देखता रहा उन्होंने मेरी और देखा और मुझे देखकर मुस्करा दी जो उनकी तरह मैंने भी मुस्कुरा मैंने उनसे पूछा पांडु कहा गया है ?
तो उन्होंने जवाब दिया की खेत सामान लाने को लिए मैंने उससे शहर भेज दिया है ...
तब मैंने कहा मुझे एक ग्लास पानी मिलेगा तो पांडू की मां पानी लाने के लिए दूसरे तरफ गई
मैं अंदर आ गया उस समय मुझे वहां पर हुई चूदाई की खुशबू आ रही थी ...जो अभी अभी हुई थी....और जहां पांडू की मां की चुदाई हो रही थी उस जगह जाने के बाद जो रस पांडु की मां की चूत से निकलकर नीचे गिर गया था.. उसे हाथ में लेकर सुंगा मुझे बहुत ही अच्छा लगा जैसे ही पांडु की मां पानी लेकर मेरी तरफ आ गई मैं उठकर बाजू हो गया उसने मुझे पानी पीने के लिए ग्लास दे दिया में पानी पीते समय इधर-उधर देख रहा था.... तभी मेरी नजर उसके ब्लाउज के ऊपरी हिस्से पर यानी छाती पर लाल दास से रगड़े हुए निशान देखे ...वह मुझे देखकर शर्मसा हो गई मैं पानी पीने के बाद चलता हूं ऐसे बोल कर वहां से निकल गया ...
मुझे यह बात घर आते समय तंग कर रही थी कि वह आदमी बाबू कैसे जोश में आकर पांडू की मां को चोद रहा था और पांडू की मां कैसे कामुक आवाज निकाल कर मदहोश कर रही थी मैं घर आने के बाद मैंने मां की तरफ देखा मां का भी शरीर पांडू की मां यानी चंपा की तरह भरा हुआ था और खेत मैं मेहनत के वजह से कसा हुआ था ...
मां रसोई घर में होने की वजह से चूल्हे की गर्मी के कारण हो बहुत पसीना पसीना हो रही थी मैं मां की तरह देखते समय मुझे चंपाका काकी का जिस्म चुदाई करते समय का नजारा याद आया... मैं बाजू में बैठकर मां से बातें करने लगा मां से बातें करते समय मां का ध्यान रसोई पर ही था लेकिन मेरा ध्यान सब उनकी चूची पर था
![[Image: 20221229_003341.jpg]](https://indianxphoto.b-cdn.net/wp-content/uploads/2022/12/20221229_003341.jpg)
जो एकदम रसभरी थी उनके गीले हुए चूचे एकदम काले काले निप्पल दिख रहे थे... हीरे की तरह चमक रहे थे तो मे आंखोंसे मजे ले रहे थे मुझसे यह देखने पर खुद पर नियंत्रण छूट गया मैं वहां से निकल कर अपने दूसरे खोली के तरफ चल दिया और आंख बंद कर कर पांडू की मां की ठुकाई को याद कर कर मुठ मारने लगा मेरा 7 इंच का लोड़ा 3 इंच मोटा फुल तना हुआ था...
उस पर की सभी नस बाहर आई हुई थी पांडु की मां की आवाज में हर वक्त मेरे कान गूंज रही थी और उस पर मां के चूचू को देखकर और तनाव आ रहा था .. मैं लंड को मुठ्ठी में पकड़ कर आगे पीछे हिलाने लगा... और पांच 10 मिनट में मेरा खेल खत्म हो गया और मैंने सारा माल नीचे गिरा दिया मेरे लोड़े को शांति मिल गई थी लेकिन पांडु की मां की ठुकाई मेरे आंखों के सामने हर समय घूम रही थी।
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