12-03-2023, 12:52 PM
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कविता घर पहुँचती है देखती है की अजय सोफे पर बैठ कर टीवी देखता हुआ ड्रिंक्स पी रहा रहा है
कविता - ओहो तो जनाब की पार्टी अकेले चल रही है .
अजय - तुम तो बुलाती नहीं अपनी पार्टी मई तो अकेले ही करूँगा ना
कविता - मेरी नहीं वो नीरज की पार्टी थी .
अजय - अच्छा जी तो कैसी रही नीरज की पार्टी
कविता - अच्छी थी बहुत एन्जॉय किया हमने
अजय - शरारती हसीं के साथ , क्या एन्जॉय किया ऐसा हमें भी तो पता चले
कविता - मुक्का मारते हुए तुम भी ना जो तुम सोच रहे ho वो एन्जॉय नहीं किया और ना ही वो एन्जॉय करना है
अजय - कोई बात नहीं वो सब प्राइवेट पार्टी मे एन्जॉय कर लेना
कविता - यार कही तुम्हे ऐसा तो नहीं लगता की मैं नीरज की तरफ आकर्षित हूँ
अजय - अरे नहीं बेबी पर अगर तुम हो भी जाओ तो मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है क्योकि मुघे पता है तुम मुझ से बहुत प्यार करती हो
ये सुन कर कविता खुश होती है और कहती है बेबी मैं सिर्फ तुम्हारी हूँ और हमेशा तुम्हारी ही रहूंगी
अजय - हां मेरी जान मुझे पता है पर मैं चाहता हूँ की तुम अपनी लाइफ पूरी तरह से एन्जॉय करो
कविता थोड़ा सीरियस होते हुए
कविता - एन्जॉय करो मतलब मैं दूसरों से जा कर अपनी चुदाई करवाऊं
अजय - नहीं बेबी मेरा मतलब वो नहीं था पर अगर तुम चाहो तो मैं मना नहीं करूँगा ...मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और तुम्हे हमेशा खुश देखना चाहता हूँ , मुझे लगता है की कोई और तुम्हे मुझ से भी ज्यादा अच्छी तरह से चोद सकता है और मैं चाहता हूँ तुम वो आनंद लो
ये बात अजय ने एक सांस मे बोल दी , जिसे सुन कर कविता एक दम चुप हो गयी और एक गहरी सोच मैं चली गयी ,
कविता - अजय मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ और तुम्हारी चुदाई से मैं खुश हूँ ये सब मुझ से नहीं होगा
अजय को लगता है की अगर अब कुछ अगर उसने बोला तो बात बिगड़ जायगी तो वो बात को लाइट ले कर कहता है
अजय - ओके बेबी लेकिन हम सॉफ्ट फन तो कर ही सकते है ना , मैं ये नहीं बोल रहा की तुम किसी से भी चुद जाओ पर मजे तो ले ही सकती हो ना
कविता - मतलब तुम चाहते हो की मैं नीरज के साथ मज़े करू. पर ये मुझ से नहीं होगा
अजय - और अगर नीरज तुम्हारे साथ मज़े करे तो
कविता - मै उसे जानती हूँ वो नहीं करेगा
अजय - अच्छा ठीक है फिर अगर तुम्हे इतना ही भरोसा है तो वादा करो अगर नीरज तुम्हारे साथ कुछ करेगा तो तुम उसे रोकेगी नहीं बल्कि देखोगी की वो कहा तक जाता है
कविता कुछ सोच कर
कविता - ओके ठीक है , वैसे भी परसो वो मुझे पार्टी दे रहा है तब देख लेंगे तुम्हारी बात मे कितना दम है अभी तो मुघे भूख लगी ये बोल कर कविता कीचन मे चली जाती है
जब कविता कीच मे खाना बनाने चली जाती है तब अजय अपने मोबाइल मे सेक्स कंटेंट सर्च करने मे लग जाता है, उसे एक सेक्स स्टोरी वेबसाइट मिलती है, और उसे वहा एक स्टोरी मिलती है जो की एक ककोल्ड स्टोरी थी .
उस स्टोरी मे पति अपनी पत्नी को एक गंदे भिखारी से चुदवाता है और उसकी पत्नी उस भिखारी की गुलाम हो जाती है इस स्टोरी को पढ़ कर अजय के मन मे कविता को एक बड़े और मोटे लंड से चुदवाने की इच्छा जन्म लेने लगती हो और इस बात को इमेजिन करके उसका लंड पैंट मे ही बड़ा होने लगता है ,
तब तक खाना रेडी हो जाता है और कविता ,अजय को खाने के लिए बुलाती है दोनों खाना कहते है और फिर अजय बैडरूम मे चला जाता है फिर थोड़ा काम करके कविता भी बैडरूम मे आ जाती है ,
थोड़ी देर अजय, कविता से नार्मल बात करता है और अचानक से वो बोलता है
अजय - बेबी चलो आज कोई नया सेक्स कंटेंट देखते है
कविता - मुस्कुराते हुए आज क्या दिखाओगे ?
अजय - पता नहीं पर कुछ तो मिल ही जायेगा , पर अजय के मन मे एक प्लान रेडी हो चूका था, वो कविता एक सामने थोड़ा इधर उधर का सर्च करता है और थोड़ी देर बाद वो वही सेक्स स्टोरी वाली वेबसाइट खोल देता है
अजय- चलो आज कोई सेक्स स्टोरी पढ़ते है
कविता के लिए ये एक नयी चीज थी तो वो तुरंत मान जाती है. अजय वह जल्दी से एक दूसरी ककोल्ड स्टोरी खोल देता है , और वो कविता को पढ़ने के लिए बोलता है , कविता भी मोबाइल ले कर स्टोरी पढ़ती है
स्टोरी शुरू होती है जिसमे दो नव दम्पति थे राजेश और सीमा ,
सीमा २६ साल की यौवना थी , जिसे उसका पति चोदता तो था पर पूरी तरह से संतुष्ट नहीं कर पता था और उसे डर था कही उसकी बीवी उसे छोड़ कर ना चली जाये , इसी बात को सोचते हुए वो उसे अपने एक दोस्त से चुदवाने का फैसला करता है और वो सीमा को इस बात के लिए मन लेता है ,
इधर कविता कहानी को पढ़ कर रोमांचित हो रही थी और अजय करवट से लेट कर एक हाथ से कविता की जांघों और एक हाथ से उसके बूब्स के साथ खेल रहा था , कविता के बोबे भी टाइट हो गए थे
कहानी मे आगे राजेश अपने बचपन के दोस्त दिनेश को अपने घर बुलाता है उसे पता था की दिनेश का लंड १०" मोटा है और वो लड़कियो को बुरी तरह चोदता है दिनेश एक नंबर का ठरकी आदमी था , जब दिनेश घर आता है तो सीमा दिनेश को अपनी ओर लुभाती है , सीमा का पति किसी काम के बहाने से घर से चला जाता है ताकि उसका प्लान पूरा हो सके ,
दिनेश ,सीमा के पास जाता है और उसे कर कर अपनी बाहों मे पकड़ लेता है और उसे किस करने लगता है वो सीमा के मोटे मोटे चुचों को पकड़ कर दबाता है और फिर सीमा को बुरी तरह अपने लंड से चोदता है और सीमा को संतुष्ट करता है .
इस कहानी को पढ़ कर कविता बहुत गरम हो जाती और वो अजय का लुंड पकड़ने लगती है
कविता - यार कोई अपनी बीवी को ऐसे कैसे चुदवा सकता है
अजय - बेबी इसमें कौन सी ऐसी बड़ी बात है , ये लाइफ का एक एडवेंचर है .
कविता - मतलब तुम भी मुझे ऐसे चुदवा सकते हो ...तुम्हे कोई दुःख नहीं होगा
अजय का लगता है अब कविता आराम से फस सकती है
अजय- जान अगर तुम चाहो तो मैं कुछ भी कर सकता हूँ ,मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ. बल्कि मैं तो चाहता हूँ की तुमचं लाइफ को हर तरीके से एन्जॉय करो
कविता - जान पर मैं तुम्हारे लंड से ही खुश हूँ
अजय - हां जान पर एक बात बताओ क्या तुम्हे मज़ा नहीं आता जब कोई तुम्हे हवस भरी निगाहो से देखता है तुम्हे छेड़ता है .
कविता - यार पर वो बात अलग है मैं अब तुम्हारी पत्नी हूँ
अजय - तो फिर तुम्हारा पति ही तुम्हे एन्जॉय करने की आज़ादी दे रहा है तुम बस कोशिस तो करो
कविता - कुछ सोचते हुए अच्छा बाबा ठीक है मैं मज़े लुंगी पर चुदुँगी नहीं किसी से
अजय - ख़ुश होते हुए फिर तुम कल नीरज से मज़े लेना
कविता - बेबी वो मेरे ऑफिस का है और मेरा दोस्त भी है उसके साथ कैसे
अजय - क्यूँ ये बताओ नीरज स्मार्ट है फन लविंग बंदा है उसी के साथ तो मज़ा आएगा .
कविता - अच्छा मैं कोशिस करूँगी पर वो नहीं करेगा.
अजय - तुम करवाओगी तो करेगा और हँस देता है ,
अब तक कविता बहुत गरम हो गयी थी क्योकि अजय उसकी चूत को लगातार छेड़ रहा था वो अजय को किस करने लगती है .
अजय धीरे धीरे कविता को किस करते हुए उसका टॉप उतार देता है और उसके बूब्स को चूसने लगता है , कविता जोर से आहे भरती है
आह आह आह ओह ओह ...अजय मेरी चूत चाटो ना
ये सुन कर अजय कविता के शॉर्ट्स को उतार देता उसने पैंटी नहीं पहनी थी और कविता की चूत बहुत गीली थी .
अजय तुरंत ही अपना मुँह कविता की चूत पर रख देता है
और चूत को चूसने लगता है वो अचानक से मुँह हटाकर कविता से बोलता है
अजय - सोचो अगर नीरज तुम्हारी चूत ऐसे ही चाटे तो और आँख मारता है
कविता मुस्कुराते हुए अपनी आँखे बंद कर लेती और अपनी चूत अजय के मुँह पर मारने लगती है अजय कविता को चूत मई अपनी जीभ दाल कर घुमाने लगता है इस से कविता सिहर जाती है और और उसकी एक छोटी सी मूत की धार अजय कके मुँह पर लगती है
अजय भी कविता के मूत को अपने मुँह में लेते हुए उसकी छूट चाटने लगता है
कविता - बेबी अब चोदो फाड़ो मेरी चूत को अपने लंड से
अजय अपने लंड को कविता की चूत मई घुसाता है jo एक ही बार मे कविता की चूत मई चला जाता है
कविता - उह उह .... ओह .. बेबी ....आह ...आह... अपनी चूत को अजय के लंड को और अंदर लेने की कोशिस करती है
कविता - बेबी और अंदर डालो न अपना लंड आज कविता बहुत गरम हो चुकी थी
अजय - बेबी मेरा लंड तो पूरा तुम्हारी चूत मे है, अब तो मेरे से बड़ा लंड ही और अंदर जा सकता है और धक्के मारने लगता है
अजय - जान बोलो लोगी मेरे से लम्बा और मोटा लंड अपनी चूत मे , फड़वाओगी अपनी चूत
कविता -जोर जोर से आहे भरती हुई ....आह आह उह बेबी पता नहीं बेबी
अजय - अच्छा ये बताओ अगर मेरे से बड़ा लंड तुम्हारी चूत मे जायेगा तो तुम्हे कैसा लगेगा ?
कविता - बेबी बहुत अच्छा लगेगा .....आह ....आह ...आह ...ओह ...ओह्ह्ह और तेज चोदो ना जान ...
अजय अब जोर जोर से धक्के लगाने लगता है उसे पता था की अब कविता झड़ने वाली है और भी अब ज्यादा नहीं टिक पायेगा
अजय - बेबी मेरा होने वाला है ......
ये सुन कर कविता भी जोर जोर से अपनी चूत अजय के लंड पर मारने लगती है और दोनों हाँफते हुए एक साथ झड़ जाते है .
अजय वही कविता की बाहों मे लेट जाता है कविता अजय के सर मे हाथ फिराती हुई उसे किस करती है और दोनों नींद के आगोश मे चले जाते है .
दोस्तों कैसा लगा ये अपडेट कृपया बताये और अपने सुझाव भेजे .... कमेंट करे और पसंद आने पर लाइक करे .
कविता घर पहुँचती है देखती है की अजय सोफे पर बैठ कर टीवी देखता हुआ ड्रिंक्स पी रहा रहा है
कविता - ओहो तो जनाब की पार्टी अकेले चल रही है .
अजय - तुम तो बुलाती नहीं अपनी पार्टी मई तो अकेले ही करूँगा ना
कविता - मेरी नहीं वो नीरज की पार्टी थी .
अजय - अच्छा जी तो कैसी रही नीरज की पार्टी
कविता - अच्छी थी बहुत एन्जॉय किया हमने
अजय - शरारती हसीं के साथ , क्या एन्जॉय किया ऐसा हमें भी तो पता चले
कविता - मुक्का मारते हुए तुम भी ना जो तुम सोच रहे ho वो एन्जॉय नहीं किया और ना ही वो एन्जॉय करना है
अजय - कोई बात नहीं वो सब प्राइवेट पार्टी मे एन्जॉय कर लेना
कविता - यार कही तुम्हे ऐसा तो नहीं लगता की मैं नीरज की तरफ आकर्षित हूँ
अजय - अरे नहीं बेबी पर अगर तुम हो भी जाओ तो मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है क्योकि मुघे पता है तुम मुझ से बहुत प्यार करती हो
ये सुन कर कविता खुश होती है और कहती है बेबी मैं सिर्फ तुम्हारी हूँ और हमेशा तुम्हारी ही रहूंगी
अजय - हां मेरी जान मुझे पता है पर मैं चाहता हूँ की तुम अपनी लाइफ पूरी तरह से एन्जॉय करो
कविता थोड़ा सीरियस होते हुए
कविता - एन्जॉय करो मतलब मैं दूसरों से जा कर अपनी चुदाई करवाऊं
अजय - नहीं बेबी मेरा मतलब वो नहीं था पर अगर तुम चाहो तो मैं मना नहीं करूँगा ...मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और तुम्हे हमेशा खुश देखना चाहता हूँ , मुझे लगता है की कोई और तुम्हे मुझ से भी ज्यादा अच्छी तरह से चोद सकता है और मैं चाहता हूँ तुम वो आनंद लो
ये बात अजय ने एक सांस मे बोल दी , जिसे सुन कर कविता एक दम चुप हो गयी और एक गहरी सोच मैं चली गयी ,
कविता - अजय मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ और तुम्हारी चुदाई से मैं खुश हूँ ये सब मुझ से नहीं होगा
अजय को लगता है की अगर अब कुछ अगर उसने बोला तो बात बिगड़ जायगी तो वो बात को लाइट ले कर कहता है
अजय - ओके बेबी लेकिन हम सॉफ्ट फन तो कर ही सकते है ना , मैं ये नहीं बोल रहा की तुम किसी से भी चुद जाओ पर मजे तो ले ही सकती हो ना
कविता - मतलब तुम चाहते हो की मैं नीरज के साथ मज़े करू. पर ये मुझ से नहीं होगा
अजय - और अगर नीरज तुम्हारे साथ मज़े करे तो
कविता - मै उसे जानती हूँ वो नहीं करेगा
अजय - अच्छा ठीक है फिर अगर तुम्हे इतना ही भरोसा है तो वादा करो अगर नीरज तुम्हारे साथ कुछ करेगा तो तुम उसे रोकेगी नहीं बल्कि देखोगी की वो कहा तक जाता है
कविता कुछ सोच कर
कविता - ओके ठीक है , वैसे भी परसो वो मुझे पार्टी दे रहा है तब देख लेंगे तुम्हारी बात मे कितना दम है अभी तो मुघे भूख लगी ये बोल कर कविता कीचन मे चली जाती है
जब कविता कीच मे खाना बनाने चली जाती है तब अजय अपने मोबाइल मे सेक्स कंटेंट सर्च करने मे लग जाता है, उसे एक सेक्स स्टोरी वेबसाइट मिलती है, और उसे वहा एक स्टोरी मिलती है जो की एक ककोल्ड स्टोरी थी .
उस स्टोरी मे पति अपनी पत्नी को एक गंदे भिखारी से चुदवाता है और उसकी पत्नी उस भिखारी की गुलाम हो जाती है इस स्टोरी को पढ़ कर अजय के मन मे कविता को एक बड़े और मोटे लंड से चुदवाने की इच्छा जन्म लेने लगती हो और इस बात को इमेजिन करके उसका लंड पैंट मे ही बड़ा होने लगता है ,
तब तक खाना रेडी हो जाता है और कविता ,अजय को खाने के लिए बुलाती है दोनों खाना कहते है और फिर अजय बैडरूम मे चला जाता है फिर थोड़ा काम करके कविता भी बैडरूम मे आ जाती है ,
थोड़ी देर अजय, कविता से नार्मल बात करता है और अचानक से वो बोलता है
अजय - बेबी चलो आज कोई नया सेक्स कंटेंट देखते है
कविता - मुस्कुराते हुए आज क्या दिखाओगे ?
अजय - पता नहीं पर कुछ तो मिल ही जायेगा , पर अजय के मन मे एक प्लान रेडी हो चूका था, वो कविता एक सामने थोड़ा इधर उधर का सर्च करता है और थोड़ी देर बाद वो वही सेक्स स्टोरी वाली वेबसाइट खोल देता है
अजय- चलो आज कोई सेक्स स्टोरी पढ़ते है
कविता के लिए ये एक नयी चीज थी तो वो तुरंत मान जाती है. अजय वह जल्दी से एक दूसरी ककोल्ड स्टोरी खोल देता है , और वो कविता को पढ़ने के लिए बोलता है , कविता भी मोबाइल ले कर स्टोरी पढ़ती है
स्टोरी शुरू होती है जिसमे दो नव दम्पति थे राजेश और सीमा ,
सीमा २६ साल की यौवना थी , जिसे उसका पति चोदता तो था पर पूरी तरह से संतुष्ट नहीं कर पता था और उसे डर था कही उसकी बीवी उसे छोड़ कर ना चली जाये , इसी बात को सोचते हुए वो उसे अपने एक दोस्त से चुदवाने का फैसला करता है और वो सीमा को इस बात के लिए मन लेता है ,
इधर कविता कहानी को पढ़ कर रोमांचित हो रही थी और अजय करवट से लेट कर एक हाथ से कविता की जांघों और एक हाथ से उसके बूब्स के साथ खेल रहा था , कविता के बोबे भी टाइट हो गए थे
कहानी मे आगे राजेश अपने बचपन के दोस्त दिनेश को अपने घर बुलाता है उसे पता था की दिनेश का लंड १०" मोटा है और वो लड़कियो को बुरी तरह चोदता है दिनेश एक नंबर का ठरकी आदमी था , जब दिनेश घर आता है तो सीमा दिनेश को अपनी ओर लुभाती है , सीमा का पति किसी काम के बहाने से घर से चला जाता है ताकि उसका प्लान पूरा हो सके ,
दिनेश ,सीमा के पास जाता है और उसे कर कर अपनी बाहों मे पकड़ लेता है और उसे किस करने लगता है वो सीमा के मोटे मोटे चुचों को पकड़ कर दबाता है और फिर सीमा को बुरी तरह अपने लंड से चोदता है और सीमा को संतुष्ट करता है .
इस कहानी को पढ़ कर कविता बहुत गरम हो जाती और वो अजय का लुंड पकड़ने लगती है
कविता - यार कोई अपनी बीवी को ऐसे कैसे चुदवा सकता है
अजय - बेबी इसमें कौन सी ऐसी बड़ी बात है , ये लाइफ का एक एडवेंचर है .
कविता - मतलब तुम भी मुझे ऐसे चुदवा सकते हो ...तुम्हे कोई दुःख नहीं होगा
अजय का लगता है अब कविता आराम से फस सकती है
अजय- जान अगर तुम चाहो तो मैं कुछ भी कर सकता हूँ ,मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ. बल्कि मैं तो चाहता हूँ की तुमचं लाइफ को हर तरीके से एन्जॉय करो
कविता - जान पर मैं तुम्हारे लंड से ही खुश हूँ
अजय - हां जान पर एक बात बताओ क्या तुम्हे मज़ा नहीं आता जब कोई तुम्हे हवस भरी निगाहो से देखता है तुम्हे छेड़ता है .
कविता - यार पर वो बात अलग है मैं अब तुम्हारी पत्नी हूँ
अजय - तो फिर तुम्हारा पति ही तुम्हे एन्जॉय करने की आज़ादी दे रहा है तुम बस कोशिस तो करो
कविता - कुछ सोचते हुए अच्छा बाबा ठीक है मैं मज़े लुंगी पर चुदुँगी नहीं किसी से
अजय - ख़ुश होते हुए फिर तुम कल नीरज से मज़े लेना
कविता - बेबी वो मेरे ऑफिस का है और मेरा दोस्त भी है उसके साथ कैसे
अजय - क्यूँ ये बताओ नीरज स्मार्ट है फन लविंग बंदा है उसी के साथ तो मज़ा आएगा .
कविता - अच्छा मैं कोशिस करूँगी पर वो नहीं करेगा.
अजय - तुम करवाओगी तो करेगा और हँस देता है ,
अब तक कविता बहुत गरम हो गयी थी क्योकि अजय उसकी चूत को लगातार छेड़ रहा था वो अजय को किस करने लगती है .
अजय धीरे धीरे कविता को किस करते हुए उसका टॉप उतार देता है और उसके बूब्स को चूसने लगता है , कविता जोर से आहे भरती है
आह आह आह ओह ओह ...अजय मेरी चूत चाटो ना
ये सुन कर अजय कविता के शॉर्ट्स को उतार देता उसने पैंटी नहीं पहनी थी और कविता की चूत बहुत गीली थी .
अजय तुरंत ही अपना मुँह कविता की चूत पर रख देता है
और चूत को चूसने लगता है वो अचानक से मुँह हटाकर कविता से बोलता है
अजय - सोचो अगर नीरज तुम्हारी चूत ऐसे ही चाटे तो और आँख मारता है
कविता मुस्कुराते हुए अपनी आँखे बंद कर लेती और अपनी चूत अजय के मुँह पर मारने लगती है अजय कविता को चूत मई अपनी जीभ दाल कर घुमाने लगता है इस से कविता सिहर जाती है और और उसकी एक छोटी सी मूत की धार अजय कके मुँह पर लगती है
अजय भी कविता के मूत को अपने मुँह में लेते हुए उसकी छूट चाटने लगता है
कविता - बेबी अब चोदो फाड़ो मेरी चूत को अपने लंड से
अजय अपने लंड को कविता की चूत मई घुसाता है jo एक ही बार मे कविता की चूत मई चला जाता है
कविता - उह उह .... ओह .. बेबी ....आह ...आह... अपनी चूत को अजय के लंड को और अंदर लेने की कोशिस करती है
कविता - बेबी और अंदर डालो न अपना लंड आज कविता बहुत गरम हो चुकी थी
अजय - बेबी मेरा लंड तो पूरा तुम्हारी चूत मे है, अब तो मेरे से बड़ा लंड ही और अंदर जा सकता है और धक्के मारने लगता है
अजय - जान बोलो लोगी मेरे से लम्बा और मोटा लंड अपनी चूत मे , फड़वाओगी अपनी चूत
कविता -जोर जोर से आहे भरती हुई ....आह आह उह बेबी पता नहीं बेबी
अजय - अच्छा ये बताओ अगर मेरे से बड़ा लंड तुम्हारी चूत मे जायेगा तो तुम्हे कैसा लगेगा ?
कविता - बेबी बहुत अच्छा लगेगा .....आह ....आह ...आह ...ओह ...ओह्ह्ह और तेज चोदो ना जान ...
अजय अब जोर जोर से धक्के लगाने लगता है उसे पता था की अब कविता झड़ने वाली है और भी अब ज्यादा नहीं टिक पायेगा
अजय - बेबी मेरा होने वाला है ......
ये सुन कर कविता भी जोर जोर से अपनी चूत अजय के लंड पर मारने लगती है और दोनों हाँफते हुए एक साथ झड़ जाते है .
अजय वही कविता की बाहों मे लेट जाता है कविता अजय के सर मे हाथ फिराती हुई उसे किस करती है और दोनों नींद के आगोश मे चले जाते है .
दोस्तों कैसा लगा ये अपडेट कृपया बताये और अपने सुझाव भेजे .... कमेंट करे और पसंद आने पर लाइक करे .