03-02-2023, 08:01 AM
मेरा नाम अमन यादव है. मैं उत्तर प्रदेश के बिजनौर का रहने वाला हूं. मेरी पत्नी का नाम शिवानी है. मेरी उम्र अभी वर्तमान में 33 साल है और मेरी पत्नी की उम्र में 31 साल है. हम लोगों की शादी बहुत पहले हो गई थी. आज मेरे शादी को कोई 11 साल हो गए हैं. हम लोग जब अपनी जवानी की दहलीज पर कदम रख रहे थे तो उसी उम्र में मेरी शादी हो गई. हमने अपनी जवानी का एक पल भी बर्बाद नहीं किया और हम पति पत्नी ने भरपूर चुदाई का मजा लिए.
मैं देखने में भी अच्छा खासा हेंडसम और स्मार्ट हूँ. मेरी पत्नी भी चुदाई में हर वक्त मेरा साथ देती है और भरपूर चुदाई का मजा लेती है. यह कहानी मेरी और मेरी पत्नी की नहीं, मेरी पत्नी की एक बड़ी बहन प्रिया की है. उसकी उम्र 35 साल है, तो वो मेरी पत्नी से बड़ी है. कहते हैं कि छोटी साली हो तो मजाक करने में बहुत मजा आता है. लेकिन मेरी पत्नी की बहन प्रिया मुझे कभी अहसास नहीं होने दिया कि मेरी कोई छोटी साली नहीं है.
वह भी मुझे छोटी साली की तरह ही मजाक करती और कभी-कभी तो उससे ज्यादा! आगे बढ़कर मजाक करती … वह मुझे टच करके मजाक करती. और मैं भी कभी-कभी मजाक में जब उसकी नशीली आंखों को देखकर उत्तेजित हो जाता तो उसे भी टच करता. लेकिन आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं हुई क्योंकि कहीं ना कहीं मेरे मन में यह बात थी कि मेरी पत्नी की बड़ी बहन है; अगर मैं कुछ करूंगा तो बात कहीं बनने की जगह बिगड़ ना जाए. और जो यह नयनसुख और हल्की छेड़छाड़ होती है वह भी ना बंद हो जाए.
लेकिन पता नहीं क्यों मुझ से बात करने का हर बहाना ढूंढती रहती; कोई भी मौका जाने नहीं देती; चाहे वह फोन पर हो चाहे आमने सामने!
उसे जब भी मौका मिलता कोई न कोई बहाना करके मेरे यहां आ जाती. वह इतनी खुली हुई थी कि शिवानी के सामने ही कभी-कभी मुझे मजाक करती … मेरा चेहरा शर्म से पानी पानी हो जाता. बाद में मैं अगर शिवानी से शिकायत करता तो शिवानी बोलती- देखिए प्रिया दीदी आप की साली है और आप जीजा साली के बीच में मुझे नहीं पड़ना! मेरी कोई छोटी बहन नहीं है तो समझना प्रिया मेरी बड़ी बहन भी है और छोटी बहन भी! तो थोड़ा मजाक करती है मजाक कर लेने दीजिए और मजा लीजिए.
फिर मेरी पत्नी बोली- आपको प्रिया दीदी अच्छी नहीं लगती?
मैंने कहा- ऐसी बात नहीं है … फिर भी!
धीरे धीरे मुझे भी उसकी मौजूदगी अच्छी लगती और मेरे मन में भी कहीं ना कहीं यह बात उफान मरने लगी कि कुछ ना कुछ तो बात है. अगर थोड़ा सा भी आगे बढ़ा जाए तो इसकी चूत की चुदाई करने को भी मिल सकती है. जब मन में यह बात आने लगी तो मैं भी अब कोई ना कोई जुगाड़ करता किसी तरह उससे बात करूं अकेले में … और घुमा फिरा कर पूछूं कि क्या मुझसे चुदाई करेगी या नहीं. मैं उसे कुछ ज्यादा टच करने लगा. इसका जवाब भी हो बहुत ही नशीली अंदाज में देती.
इसी तरह वक्त बीतता गया और हम दोनों के मन में दूसरे से शारीरिक सुख पाने की लालसा बहुत ज्यादा होने लगी थी. लेकिन पहल हम दोनों में से कोई भी करने से डरता था. इसी तरह वक्त बीतते हुए जब मेरा बेटा 4 साल का हुआ तो उसका जन्मदिन आया. इस बार भी वो अकेली ही आई.
जन्मदिन से 1 दिन पहले तो मैं उसे बस स्टैंड पर लेने के लिए गया. इस बार मैं थोड़ा ज्यादा बन ठन कर गया था. मुझे देखते ही प्रिया बोली- क्या बात है … बहुत ज्यादा स्मार्ट लग रहे हैं आप! कहीं बिजली गिराने का इरादा तो नहीं?
तो मैं भी बोला- आप तो मेरी पत्नी की बड़ी बहन हैं … छोटी साली होती तो बिजली की जगह बहुत कुछ गिरा देता!
मैं देखने में भी अच्छा खासा हेंडसम और स्मार्ट हूँ. मेरी पत्नी भी चुदाई में हर वक्त मेरा साथ देती है और भरपूर चुदाई का मजा लेती है. यह कहानी मेरी और मेरी पत्नी की नहीं, मेरी पत्नी की एक बड़ी बहन प्रिया की है. उसकी उम्र 35 साल है, तो वो मेरी पत्नी से बड़ी है. कहते हैं कि छोटी साली हो तो मजाक करने में बहुत मजा आता है. लेकिन मेरी पत्नी की बहन प्रिया मुझे कभी अहसास नहीं होने दिया कि मेरी कोई छोटी साली नहीं है.
वह भी मुझे छोटी साली की तरह ही मजाक करती और कभी-कभी तो उससे ज्यादा! आगे बढ़कर मजाक करती … वह मुझे टच करके मजाक करती. और मैं भी कभी-कभी मजाक में जब उसकी नशीली आंखों को देखकर उत्तेजित हो जाता तो उसे भी टच करता. लेकिन आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं हुई क्योंकि कहीं ना कहीं मेरे मन में यह बात थी कि मेरी पत्नी की बड़ी बहन है; अगर मैं कुछ करूंगा तो बात कहीं बनने की जगह बिगड़ ना जाए. और जो यह नयनसुख और हल्की छेड़छाड़ होती है वह भी ना बंद हो जाए.
लेकिन पता नहीं क्यों मुझ से बात करने का हर बहाना ढूंढती रहती; कोई भी मौका जाने नहीं देती; चाहे वह फोन पर हो चाहे आमने सामने!
उसे जब भी मौका मिलता कोई न कोई बहाना करके मेरे यहां आ जाती. वह इतनी खुली हुई थी कि शिवानी के सामने ही कभी-कभी मुझे मजाक करती … मेरा चेहरा शर्म से पानी पानी हो जाता. बाद में मैं अगर शिवानी से शिकायत करता तो शिवानी बोलती- देखिए प्रिया दीदी आप की साली है और आप जीजा साली के बीच में मुझे नहीं पड़ना! मेरी कोई छोटी बहन नहीं है तो समझना प्रिया मेरी बड़ी बहन भी है और छोटी बहन भी! तो थोड़ा मजाक करती है मजाक कर लेने दीजिए और मजा लीजिए.
फिर मेरी पत्नी बोली- आपको प्रिया दीदी अच्छी नहीं लगती?
मैंने कहा- ऐसी बात नहीं है … फिर भी!
धीरे धीरे मुझे भी उसकी मौजूदगी अच्छी लगती और मेरे मन में भी कहीं ना कहीं यह बात उफान मरने लगी कि कुछ ना कुछ तो बात है. अगर थोड़ा सा भी आगे बढ़ा जाए तो इसकी चूत की चुदाई करने को भी मिल सकती है. जब मन में यह बात आने लगी तो मैं भी अब कोई ना कोई जुगाड़ करता किसी तरह उससे बात करूं अकेले में … और घुमा फिरा कर पूछूं कि क्या मुझसे चुदाई करेगी या नहीं. मैं उसे कुछ ज्यादा टच करने लगा. इसका जवाब भी हो बहुत ही नशीली अंदाज में देती.
इसी तरह वक्त बीतता गया और हम दोनों के मन में दूसरे से शारीरिक सुख पाने की लालसा बहुत ज्यादा होने लगी थी. लेकिन पहल हम दोनों में से कोई भी करने से डरता था. इसी तरह वक्त बीतते हुए जब मेरा बेटा 4 साल का हुआ तो उसका जन्मदिन आया. इस बार भी वो अकेली ही आई.
जन्मदिन से 1 दिन पहले तो मैं उसे बस स्टैंड पर लेने के लिए गया. इस बार मैं थोड़ा ज्यादा बन ठन कर गया था. मुझे देखते ही प्रिया बोली- क्या बात है … बहुत ज्यादा स्मार्ट लग रहे हैं आप! कहीं बिजली गिराने का इरादा तो नहीं?
तो मैं भी बोला- आप तो मेरी पत्नी की बड़ी बहन हैं … छोटी साली होती तो बिजली की जगह बहुत कुछ गिरा देता!
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.