01-02-2023, 09:24 AM
मेरा नाम रेणु है और मेरी उम्र 27 वर्ष की है.
कहानी में आगे बढ़ने से पहले मैं अपने बारे में आपको बता देती हूँ.
मेरा फिगर 34-30-38 का है. रंग गोरा, वजन 55 किलो और लंबाई 5 फिट 4 इंच की है.
मैं अपने फिगर का खासतौर पर ख्याल रखती हूं और रोजाना जिम जाकर वर्कआउट करती हूं.
मेरे पति एक मल्टीनेशनल कंपनी के मालिक हैं.
हमारी शादी को 5 साल हो गए हैं लेकिन अभी तक हमें कोई बच्चा नहीं हुआ है.
जब मेरी शादी हुई थी, तो घर पर मेरे सास-ससुर भी थे लेकिन इन 5 सालों में वो दोनों ही गुजर गए.
अब इस बड़े बंगले में केवल मैं और मेरे पति ही रहते हैं.
घर का काम करने के लिए 2 नौकरानियां हैं जो दिन भर काम करने के बाद अपने घर चली जाती हैं.
मेरे पति के पास पैसों की कोई कमी नहीं है. यदि कोई कमी है तो बस समय की!
मेरे पति के पास मेरे लिए जरा सा भी समय नहीं रहता.
जब कभी किसी पार्टी में जाना होता है तो वही एक ऐसा पल होता है, जहां हम दोनों कुछ पल साथ में बाहर बिताते हैं.
वो घर से भी जल्दी काम पर जाते हैं और रात देर से ही आते हैं.
फिर भी ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि वो मुझे सेक्स का सुख नहीं देते.
हम दोनों आए दिन सेक्स का मजा लेते ही रहते हैं.
मुझे सेक्स का मजा शादी के बाद ही मिला और मेरी पहली चुदाई मेरे पति ने ही की थी.
अब दोस्तो, आप सोच रहे होंगे कि जब मुझे मेरे पति हर तरह से खुश रखते हैं, तो फिर ऐसा क्या हुआ मेरी जिंदगी में, जो मैं आप लोगों को बताने वाली हूँ.
वास्तव में मेरे पति सेक्स में मुझे संतुष्ट तो कर देते हैं और मैं उनसे खुश भी हूँ.
लेकिन सास ससुर के गुजरने के बाद मैं घर पर अकेली ही रहने लगी थी.
कभी कभी ही कोई रिश्तेदार का आना होता था या हम कहीं बाहर जाते थे, जिससे मेरा मन बहलता था.
मैं दिन भर घर पर अपने फोन में ही लगी रहती थी. मेरी सेक्स के प्रति दिलचस्पी तो थी ही इसलिए मुझे मोबाइल पर पोर्न फिल्म देखने की आदत पड़ गई.
पोर्न फिल्म देखने का मुझ पर ये असर पड़ा कि मेरा मन भी वैसा ही करने के लिए होने लगा.
मतलब जिस प्रकार से पोर्न फिल्म में एक दूसरे के गुप्तांगों को चूमते चाटते हैं, वैसा मेरा मन होने लगा.
लड़कियां लड़कों के वीर्य को अपने मुँह में लेती हैं. वीर्य को जिस्म पर मसलती हैं. ये सब देख कर, पता नहीं क्यों, मेरा भी मन वैसा ही करने के लिए होने लगा.
मैंने इसके लिए अपने पति को भी कई बार कहा कि चलिए कभी डर्टी सेक्स करते हैं.
लेकिन उनका इस तरह से कभी मन नहीं किया, उन्हें ये सब बिल्कुल ही गंदा लगता था.
विश्वास मानिए दोस्तो, शादी के 5 साल हो गए लेकिन उन्होंने आज तक मेरी चूत को चूमा तक नहीं था.
वो बस मुझे नंगी करते हैं, होंठों और चूचियों को दबाते चूमते हैं और मुझे चोदना शुरू कर देते हैं.
धीरे धीरे मुझे इस तरह के सेक्स से बोरियत सी होने लगी और मुझे सेक्स में कुछ नया करने की चाहत होने लगी.
लेकिन इसके लिए मेरे पति कभी तैयार ही नहीं हुए.
मैंने अपनी एक खास सहेली से इस बारे में बात की तो उसने मुझे किसी कॉल बॉय से रिलेशन करने के लिए कहा.
लेकिन मैं ऐसा बिल्कुल भी नहीं कर सकती थी. इसमें मुझे काफी ज्यादा रिस्क लगा.
सेक्स से ज्यादा मुझे मेरे घर की इज्ज़त प्यारी लगी.
कहानी में आगे बढ़ने से पहले मैं अपने बारे में आपको बता देती हूँ.
मेरा फिगर 34-30-38 का है. रंग गोरा, वजन 55 किलो और लंबाई 5 फिट 4 इंच की है.
मैं अपने फिगर का खासतौर पर ख्याल रखती हूं और रोजाना जिम जाकर वर्कआउट करती हूं.
मेरे पति एक मल्टीनेशनल कंपनी के मालिक हैं.
हमारी शादी को 5 साल हो गए हैं लेकिन अभी तक हमें कोई बच्चा नहीं हुआ है.
जब मेरी शादी हुई थी, तो घर पर मेरे सास-ससुर भी थे लेकिन इन 5 सालों में वो दोनों ही गुजर गए.
अब इस बड़े बंगले में केवल मैं और मेरे पति ही रहते हैं.
घर का काम करने के लिए 2 नौकरानियां हैं जो दिन भर काम करने के बाद अपने घर चली जाती हैं.
मेरे पति के पास पैसों की कोई कमी नहीं है. यदि कोई कमी है तो बस समय की!
मेरे पति के पास मेरे लिए जरा सा भी समय नहीं रहता.
जब कभी किसी पार्टी में जाना होता है तो वही एक ऐसा पल होता है, जहां हम दोनों कुछ पल साथ में बाहर बिताते हैं.
वो घर से भी जल्दी काम पर जाते हैं और रात देर से ही आते हैं.
फिर भी ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि वो मुझे सेक्स का सुख नहीं देते.
हम दोनों आए दिन सेक्स का मजा लेते ही रहते हैं.
मुझे सेक्स का मजा शादी के बाद ही मिला और मेरी पहली चुदाई मेरे पति ने ही की थी.
अब दोस्तो, आप सोच रहे होंगे कि जब मुझे मेरे पति हर तरह से खुश रखते हैं, तो फिर ऐसा क्या हुआ मेरी जिंदगी में, जो मैं आप लोगों को बताने वाली हूँ.
वास्तव में मेरे पति सेक्स में मुझे संतुष्ट तो कर देते हैं और मैं उनसे खुश भी हूँ.
लेकिन सास ससुर के गुजरने के बाद मैं घर पर अकेली ही रहने लगी थी.
कभी कभी ही कोई रिश्तेदार का आना होता था या हम कहीं बाहर जाते थे, जिससे मेरा मन बहलता था.
मैं दिन भर घर पर अपने फोन में ही लगी रहती थी. मेरी सेक्स के प्रति दिलचस्पी तो थी ही इसलिए मुझे मोबाइल पर पोर्न फिल्म देखने की आदत पड़ गई.
पोर्न फिल्म देखने का मुझ पर ये असर पड़ा कि मेरा मन भी वैसा ही करने के लिए होने लगा.
मतलब जिस प्रकार से पोर्न फिल्म में एक दूसरे के गुप्तांगों को चूमते चाटते हैं, वैसा मेरा मन होने लगा.
लड़कियां लड़कों के वीर्य को अपने मुँह में लेती हैं. वीर्य को जिस्म पर मसलती हैं. ये सब देख कर, पता नहीं क्यों, मेरा भी मन वैसा ही करने के लिए होने लगा.
मैंने इसके लिए अपने पति को भी कई बार कहा कि चलिए कभी डर्टी सेक्स करते हैं.
लेकिन उनका इस तरह से कभी मन नहीं किया, उन्हें ये सब बिल्कुल ही गंदा लगता था.
विश्वास मानिए दोस्तो, शादी के 5 साल हो गए लेकिन उन्होंने आज तक मेरी चूत को चूमा तक नहीं था.
वो बस मुझे नंगी करते हैं, होंठों और चूचियों को दबाते चूमते हैं और मुझे चोदना शुरू कर देते हैं.
धीरे धीरे मुझे इस तरह के सेक्स से बोरियत सी होने लगी और मुझे सेक्स में कुछ नया करने की चाहत होने लगी.
लेकिन इसके लिए मेरे पति कभी तैयार ही नहीं हुए.
मैंने अपनी एक खास सहेली से इस बारे में बात की तो उसने मुझे किसी कॉल बॉय से रिलेशन करने के लिए कहा.
लेकिन मैं ऐसा बिल्कुल भी नहीं कर सकती थी. इसमें मुझे काफी ज्यादा रिस्क लगा.
सेक्स से ज्यादा मुझे मेरे घर की इज्ज़त प्यारी लगी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.