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Incest चचेरी बहन बबिता ने ........................
#12
अंदर आते ही मैंने दरवाजा बंद कर लिया और खिड़कियां भी लगा कर पर्दे डाल दिये और बबिता के पास आ गया पंखा मैंने 5 नंबर पर कर दिया अब उसकी आवाज़ और तेज हो गयी थी बबिता कमर पर हाथ रखे मुझे देख रही थी मुस्कुराते हुए प्यार से उसने कहा क्या इरादा है जनाब का मैंने कहा 10 बज रहे हैं 12 बजे तक अपनी जवान रसीली गरम बहन को नंगी कर के उसके बदन के एक एक अंग का रस पी कर उसे कस कस के चोद कर मस्त करने का इरादा है मेरा तेरा क्या इरादा है वो बोली मेरा भी ऐसा ही कुछ इरादा है मैंने कल की तरह फोल्डिंग से दोनो गद्दे उठा कर फर्श पर डाल दिये और बबिता के पास आ कर उसकी कुर्ती पकड़ कर ऊपर उठाते हुए निकालने लगा उसने अपनी बाहें उठा दी और मैंने कुर्ती निकाल कर एक ओर फेंक दी फिर मैंने उसकी पजामी भी पकड़ कर नीचे सरका दी उसने अपने पैर उठाते हुए दोनो पैरों से पजामी निकाल दी नीचे उसने सिर्फ पैंटी पहनी थी ब्रा नही उसकी नंगी लटकी हुई चुचियाँ देख कर मुझसे रहा नही गया और मैं झुक कर उसके एक निप्पल को चाटने लगा उसने मेरी गर्दन पर हाथ रख कर फ़िराते हुए मेरे बाल मुट्ठी में पकड़े और एक हाथ से अपनी वो चुंची पकड़ कर उठाते हुए मेरे मुह में ठेलने लगी मैंने बड़ा सा मुह खोल जितनी चुंची मुह में जा सकती थी मुह में भर ली और जोर से चुसने लगा मैं पागलों की तरह उसकी चुंची के नरम मांस को दांतों से काट काट कस चूस रहा था और वो खड़ी खड़ी अपने हाथ से चुंची पकड़ कर मस्ती में चुस्वा रही थी फिर मैंने उसके अंगूर जैसे काले निप्पल को दांतों से पकड़ कर अपनी ओर खींच लिया और वो जोर से सिसक उठी और बोली संजू मैं जोर से आवाज़ें करते हुए मज़े लेना चाहती हूं मैंने कहा फिलहाल तो आवाज़ पर काबू रखो और उसकी दूसरी चुंची पर टूट पड़ा उसे भी चूसते काटते हुए पीने लगा वो दीवार के पास खड़ी थी मैंने उसे थोड़ा स पीछे पुश किया तो उसकी पीठ दीवार से लग गयी और मैंने उसके सामने आ कर उसके दोनों हाथ अपने हाथों में फंसा कर उसके हाथ एकदम ऊपर उठा दिए उसकी बालो से भरी आर्मपिट्स मेरी आँखों के सामने थी बड़ा ही सेक्सी नजारा था उसकी बगलों के घने काले बाल देख कर मेरा चेहरा उस पर झुकता चला गया और मैंने अपना मुह उसकी बगल में घुसा दिया उसके बालो से पसीने की हल्की गंध आ रही थी जो मुझे बड़ी मादक लग रही थी मैं उसके बालो और पसीने को गंध को गहरी सांस लेते हुए सूंघने लगा और उसकी सांसे भी तेज होने लगी उसकी मोटी काली चुचियाँ ऊपर नीचे होने लगी और फिर मैंने अपनी जीभ निकाल कर उसकी बगल चाटनी शुरू कर दी अजीब सा खट्टा नमकीन सा स्वाद था पर वो स्वाद मेरे लंड को बेकाबू कर रहा था आंखे मूंदे मैं उसकी बगल को जी भर कर चाटता रहा और फिर जीभ उसके बदन पर फ़िराते हुए उसी ओर के निप्पल को चाटने लगा वो खड़ी खड़ी अपनी जांघे आपस मे रगड़ रही थी और सिसक रही थी मैं एक निप्पल से जीभ फ़िराते हुए उसके क्लीवेज को चाटते हुए दूसरे निप्पल तक आया और उस निप्पल को जोर से काट लिया उसके मुह से हल्की सी चीख सी निकल गयी औरर फिर मैं उसकी दूसरी बगल को भी सूंघने और चाटने लगा वो एकदम चुदासी हो कर अपनी जांघे रगड़ रही थी फिर मैं उसकी बगल से जीभ फ़िराते हुए नीचे आ गया उसकी कमर पर और उसके हाथ छोड़ कर नीचे बैठ गया उसकी कमर के मांस को हल्के हल्के बाईट करते हुए चूमने चाटने लगा उधर उसने हाथ फ्री होते है अपनी चुचियाँ खुद से सहलानी शुरू कर दी और फिर मैंने उसकी नाभि पर होंठ रख दिये काली काली गहरी नाभि बहोत सेक्सी लग रही थी मैं अपनी जीभ उसकी नाभि में डाल चुसने लगा वो तड़पने लगी आहें भर रही थी नाभि चूसते हुए मैने उसकी पैंटी में उंगलियां फंसा कर नीचे खींच दिया और अपनी जीभ उसके पेड़ू पे फ़िराते हुए उसकी घनी रेशमी झांटे चाटने लगा और नीचे उसकी बड़ी सी क्लिट तन कर खड़ी थी उसे देख कर मेरे मुह में पानी से गया और मैंने होठो में उसकी क्लिट दबा ली और चुसने लगा जोर जोर से उसने अपने पैर फैला दिये मैंने क्लिट चूसना छोड़ कर उसकी ओर देखा उसका सर ऊपर को उठा था आंखे बंद मुट्ठियाँ कसी हुई मैंने कहा बबिता तो वो मेरी ओर देखने लगी उसकी आंखें लाल थीं मैंने अपना अपनी बुर अपने हाथों दे फैला कर चटवाओ ना उसने अपनी टांगे अच्छे से फैला कर दोनो हाथों से अपनी बुर के होठ फैला दिए अंदर का गुलाबी रंग दिखने लगा वो फुसफुसा कर बोली संजू लो चाटो मेरी बुर मैंने कहा तुम कौन हो जान वो बोली तुम्हारी रानी तुम्हारी जान मैंने उसकी क्लिट को उंगली से सहलाते हुए कहा सच मे तुम मेरी क्या हो वो बताओ वो सिसियाते हुए बोली मैं तो बहन हूँ तुम्हारी मैंने कहा फिर मैं किसकी बुर चाटू बताओ न वो मेरे सर पर एक हाथ रख कर मेरे बालो को मुट्ठी में जोर से पकड़ कर मेरा मुह अपनी गीली चिपचिपी बुर पर रख कर अपनी गांड़ उठा कर बुर मेरे होठो पर रगड़ते हुए बोली आहह भैया अपनी बहन की बुर चाटो पूरी जीभ डाल कर अच्छे से चाटो अपनी बहन की बुर को और मैंने लंबी सी जीभ निकाल कर बबिता की बुर में पेल दी और अंदर तक घुमा घुमा कर चाटने लगा बबिता अपनी गांड़ उचका उचका कर अपनी बुर को और दबाने लगी मेरे मुह पर और बोली आहह भैया खा जाओ मेरी बुर को कल जैसे ही चुसो अपने मुह में भर कर मैंने बड़ा सा मुह खोल कर उसकी पूरी बुर और क्लिट मुह में भर ली और जोर जोर से चुसकने लगा वो दीवानी हुई जा रही थी उसके पैर कांपने लगे और आखिर में उसने अपने ही हाथ से अपना मुह जोर से दबा लिया उसके मुह स एक घुटी घुटी चीख निकली और वो भलभला कर झड़ गयी उसकी बुर से चिकना चिकना खट्टा रस बहता हुआ मेरे मुह में आने लगा और मैं उसे चूस चूस कर निगलता जा रहा था……, आखिरी बून्द तक चुसने के बाद मैंने उसे छोड़ दिया और वो दीवार से टिकी गहरी सांसें ले रही थी मैं वही बैठा उसे देख रहा था फिर मैं खड़ा हुआ और अपना लोअर और टीशर्ट निकाल दी बबिता ने आंखे खोल कर मुझे देखा मैं सिर्फ अंडरवियर में था वो मेरे पास आ कर मेरे सीने से नंगी ही लिपट गयी और उचक कर मेरे होठ मुह में भर कर चुसने लगी पूरे एक मिनट तक चुसने के बाद वो अलग हुई और बोली आई लव यू संजू पागल कर देते हो तुम मुझे मैंने उसे आंख मारते हुए कहा मैं कुछ नही करता रानी ये तेरे नंगे खूबसूरत सेक्सी बदन का कमाल है जिसे देख कर मैं होश खो देता हूँ इतनी तारीफ सुन कर उसके चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान आ गयी मैंने कहा अब तेरी बारी है बबिता वो बोली हां क्यों नही और उसने मेरा हाथ पकड़ा और गांड़ मटकाती हुई बिस्तर की ओर चल दी फिर उसने मुझे बिस्तर पर बिठाया और मेरे पास घुटनो पर बैठ गयी और मेरे कंधे पकड़ते हुए मुझे लिटा दिया और अंडरवेअर के ऊपर से मेरे खड़े लंड पर हाथ फिराने लगी फिर उसने अंडरवियर को नीचे सरका कर लंड नंगा किया और उसे मुठियाते हुए झुक कर मेरे निप्पल चुसने लगी और मैं मदहोशी में डूबता चला गया उसे मेरी पसन्द का ख्याल था इसलिए उसने शुरुआत इसी से की वो बारी बारी दोनो निप्पल को चाट रही थी कभी दांतो से पकड़ती कभी होठो में दबा कर चूसती और लंड को मुट्ठी में भींच कर मसल रही थी मैंने कहा बबिता वो बोली हां संजू मैंने कहा यार तुम चुदवाते टाइम भी भैया कहा करो ऐसे मुझे ज्यादा उत्तेजना आती है उसने शरारत से मेरी आँखों मे देखते हुए कहा हाँ मैं देख रही थी बहन की बुर चाटने के नाम पर आप कुछ ज्यादा ही जोश में आ गए थे मैंने कहा हाँ वो फीलिंग अलग अहसास देती है कि मेरी बहन मुझसे चुद रही है वो ठीक है मेरे भैया अब बोलिये आप क्या कह रहे थे….. मैंने कहा मुझे अपनी बहन की गांड़ चुसनी है तो वो बोली भैया कैसे चूसेंगे अपनी बहन की गांड़ आपकी बहन कुतिया बने या अपने भैया के मुह पर गांड़ रख कर बैठ जाये मैंने कहा बस मुह पर गांड़ रख कर बैठ जाना फिर मैंने उसे फ़ोन में वो ही वाला वीडियो प्ले कर के दिखाया जो मैं छत पर देख रहा था बस दो मिनट वो मुह पर बैठ कर गांड़ चटवाने वाला सीन दिखा कर मैंने कहा ऐसे ही उसने कहा ok भैया और वो खड़ी हो गयी और मेरे सर के दोनों ओर पैर रख कर झटके से बैठ गयी मेरे मुह पर मेरा मुह उसकी गांड़ की दरार में दब गया और वो पूरा वजन डाल आराम से बैठी थी मेरी सांस रुक गयी और एक मिनट में ही मेरा दम निकलने लगा मैंने हाथ से उसकी पीठ थपथपाइ वो थोड़ा सा ऊपर उठी ताजी हवा मिलते ही मैं गहरी सांस लेने लगा वो मुझे चिढ़ाते हुए बोली भैया मज़ा आया मैंने कहा साली जान मत ले लेना वो बोली मैं तो आपके मन की कर रही आपने ही तो बोला था मैंने कहा हां बोला था पर सांस लेने की तो गुंजाइश रखनी थी वो फिर से अपनी गांड़ मेरे चेहरे पर रख दी लेकिन इस बार उसने सारा वजन नही डाला और मैं अपनी नाक गांड़ के मस्त छेद पर रगड़ने लगा वो धीरे से बोली भैया एक दिन मैंने सड़क पर देखा था एक कुत्ता ऐसे ही कुतिया की गांड़ सूंघ रहा था और फिर वो उस पर चढ़ कर उसे चोदने लगा…………..
फिर वो मेरे सीने पर लेट सी गयी और उसका मुह ठीक मेरे खड़े लंड कर ऊपर आ गया इस पोजीशन में उसकी गांड़ भी मेरे होठो से एक इंच दूरी पर आ गयी उसकी गांड़ का काला काला कसा हुआ छेद मेरी नजरो के सामने था मैंने जीभ निकाल उसे धीरे धीरे चाटना शुरू कर दिया उधर बबिता ने भी मेरे लंड को पकड़ कर उसकी स्किन नीचे की और सुपाड़े पर अपने होंठ फिराने लगी फिर जीभ निकाल लंड को ऊपर से नीचे तक चाटने लगी मैं अपनी जीभ नुकीली कर के उसकी गांड़ में घुसाने की असफल कोशिश कर रहा था फिर मैंने अपनी एक उंगली अपने मुह में डाल कर गीली की उसकी गांड़ में उंगली घुसाने लगा वो थोड़ा कसमसाई पर कुछ बोली नही और मेरा लंड चूसती रही मैंने अपनी बीच वाली मोटी उंगली पूरी उसकी गांड़ में उतार दी इर फिर उंगली 10-12 बार अंदर बाहर कर के उसकी गांड़ उंगली से ही चोदने लगा फिर मैंने एकदम से उंगली उसकी गांड़ से निकाली और अपनी जीभ उसकी खुली हुई गांड़ पर फिराने लगा इस बार मैंने जीभ कड़ी कर के गांड़ में डालने की कोशिश की तो एक इंच जीभ उसकी गांड़ के छेद में चली गयी और मैं जीभ को गोल गोल उसकी गांड़ के अंदर घुमाते हुए उसकी गांड़ का स्वाद लेने लगा कसैला से स्वाद आ रहा था पर मुझे भा रहा था सो मैं मज़े से उसकी गांड़ चाटता रहा और आखिर में मैंने मुह खोल कर उसकी गांड़ के पूरे छेद को मुह में भर लिया और उसे चुसने लगा वो फिर से गरम होने लगी थी मेरा लंड उसके थूक से गीला हो चुका था वो मेरे लंड को मुट्ठी में भर कर सहलाते हुए सुपाड़े को होंठो में दबा कर जोर से चूस रही थी और मैं उसकी गांड़ के काले छेद को मुह में भर जोरों से चूस रहा था…… फिर उसने लंड से मुह हटा कर मेरे बॉल्स को चाटना शुरू कर दिया और फिर उसने मुह खोल के मेरे दोनो गोटे मुह में भर लिए और उन्हें रसगुल्ले जैसे चुसने लगी मैं तो सातवे आसमान में उड़ रहा था मेरे बदन में चिंगारियां सी उठ रही थी मैंने बबिता की गांड़ चुसनी छोड़ कर सिसकते हुए कहा बबिता वो बोली हां भैया मज़ा आ रहा ना मैंने कहा बहोत मज़ा आ रहा है मेरी जान वाकई तुझसे प्यारी लड़की कोई नही इस दुनिया मे अब एक काम कर ना वो बोली हां भैया अब चुदवाने का टाइम आ गया है उसे लगा अब मैं उसे चोदना चाहता हूं मैंने कहा हां पर उससे पहले कुछ और वो लंड सहलाते हुए बोली हां भैया बोलो ना मैंने कहा जैसे मैं तेरी गांड़ चूस चाट रहा हूँ तू भी मेरी गांड़ चाट ले न साली वो लंड रगड़ती हुई बोली ठीक है भैया और उठने लगी मैंने उसकी कमर पकड़ कर वापस बिठाते हुए कहा ऐसे ही इसी पोज में हम दोनों एक दूसरे की गांड़ चूसेंगे बबिता और मैंने अपनी दोनो टांगे फैला का ऊपर उठा दीं मेरे गोरे गोरे चूतड़ खुल गए और एलईडी की तेज रोशनी में मेरी गांड़ का गुलाबी छेद बबिता को दिखने लगा उसने थोड़ा आगे झुक कर अपना मुह मेरी गांड़ तक पहुंचाया और फिर जीभ निकाल कर मेरी गांड़ चाटनी शुरू कर दी उसकी जीभ गांड़ पर लगते ही मेरे बदन में उत्तेजना की लहर सी दौड़ गयी और मैंने भी सर उठा कर फिर से उसकी गांड़ का काला छेद अपने होंठो में दबा लिया और चुसने लगा वो अच्छे से जीभ फिरा कर पूरी गांड़ की दरार को चाट रही थी और फिर उसने भी मेरी गांड़ के छेद को मुह में भर लिया और चुसने लगी हम दोनों पागलों जैसे एक दूसरे की गांड़ को चूस रहे थे मुझे अपने जीवन मे इतनी उत्तेजना और आनन्द कभी नही महसूस हुआ था,……. कोई 4-5 मिनट तक हमने एक दूसरे की गांड़ को जी भर के चूसा फिर पहले मैंने और फिर उसने मुह हटा लिया और हम ऐसे ही पड़े गहरी सांस लेने लगे मैंने उसकी गांड़ पर एक चपत मारी तो वो उठी और मेरी बगल में बैठ गयी मैं भी उठ कर बैठा तो मेरे सीने से लिपट गयी और मेरे बदन को सहलाते हुए बोली भैया कितने मज़े देते हो जी करता है सारी रात ऐसे ही नंगी पड़ी आपसे चुस्वाती रहूं अपने जिस्म को मैं भी उसे सीने से लगा कर उसके होंठ पीने लगा कुछ सेकेंड्स में वो अलग हुई और बोली भैया अब चोद दो ना अपनी बहन की बुर मैंने उसे धक्का दे कर बिस्तर पर गिराया और उसकी टांगे फैला कर बीच में आ गया और अपना सख्त गरम सुपाड़ा उसकी दहकती गीली झांटो भरी बुर पर रख कर रगड़ने लगा उसकी बुर की क्लिट पर सुपाड़े की रगड़ लगते ही वो फिर से सिसकने लगी अपने हाथो से अपने निप्पल रगड़ने लगी और धीरे से बोली भैया क्यों तड़पा रहे हो पेल दो न अपना लंड मेरी बुर में मैंने सुपाड़े को बुर की फांको में फंसा दिया और उसके नंगे बदन लेट गया और फिर उसके होंठो पर अपने होंठ कर चूसते हुए अपनी जीभ उसके मुह में डाल दी वो मेरी जीभ मज़े से चुसने लगी और मैंने कमर का दबाव डालते हुए पूरा जड़ तक लंड बुर में पेल दिया बबिता ने मेरी जीभ को दांतों से काट लिया और फिर से चुसने लगी मैंने अपनी कमर को झटके देते हुए उसकी बुर में गहरे धक्के लगाने शुरू कर दिए वो भी नीचे से अपनी गांड़ उठा उठा र लंड लेने लगी मैं अपनी हथेलियों पर थोड़ा ऊपर उठ गया और उसकी आँखों मे देखते हुए कस कस के चोदने लगा वो भी मेरी आँखों मे देख रही थी और आहह आहह करते हुए सिसक रही थी मैंने झुक कर उसकी नाक अपने मुह में भर ली और उसकी नाक चूसते हुए और तेजी से लंड पेलने लगा उसकी बुर में फिर ऐसे ही चोदते हुए मैंने अपनी जीभ उसकी नाक में घुसा दी और चाटने लगा उसने अपना सर घुमा कर ऐसा करने से रोकने की कोशिश की तो मैंने एक हाथ से उसका चेहरा पकड़ कर घुमाया अपनी ओर और उसकी आँखों मे देखते हुए फुसफुसा कर कहा बबिता अभी जो कर रहा हूँ करने दे रोक मत साली उसने मुस्कुरा कर आंखे बंद कर ली और मैं फिर से उसकी नाक के छेद के चाटते हुए उसे चोदने लगा 10 मिनट तक मैंने ऐसे ही उसे रगड़ कर चोदा और फिर लंड निकाल लिया उसकी बुर से वो मेरी ओर देखने लगी मैंने कहा कुतिया बन जा अब वो झट से पलट कर झुक गयी और टांगे फैला कर गांड़ उठा दी मैं उसके पीछे आया और उसकी बुर में लंड पेल कर उसकी गांड़ मसलते हुए तेज तेज धक्के देते हुए चोदने लगा उसने एक हाथ नीचे से घुसा कर अपनी क्लिट को रगड़ना शुरू कर दिया और आखिर में तेजी से सिसियाते हुए झड़ने लगी उसका बदन कांपने लगा वो मज़े से बेहोश सी हो रही थी मैने धीरे से लंड बाहर खींच लिया और वो लुढ़क गयी बिस्तर पर मेरी नंगी चुद कर बेहाल हुई चचेरी बहन बिस्तर पर पड़ी गहरी सांसें ले रही थी उसके नंगे चूचे ऊपर नीचे होते हुए बड़े मस्त लग रहर थे थोड़ी देर में उसने आंखे खोली और मेरी ओर देख कर बाहें फैला दी मैं उसकी बाहों में समा गया उसने मेरे पूरे चेहरे पर चुम्बनों की बौछार कर दी और बोली मेरे प्यारे चोदू भैया मैं हंस दिया और बोला मेरी सेक्सी चुदक्कड़ रण्डी बहना अब भैया के लंड का भी ख्याल कर कुछ वो मेरी गाली को नजरअंदाज करती हुई बड़ी अदा से बोली क्या हुक्म है मेरे आका मैंने बस तेरे इस हसीन चेहरे पर अपने लौड़े का गर्म गर्म रस टपकाने की इच्छा है जानेमन वो अपने घुटनों पर बैठ गयी और बोली आ जाइये मैं उसके सामने खड़ा हो गया और उसकी बुर के रस में भीग चमकता हुआ लंड मुठियाने लगा उसने अपने होंठो पर जीभ फिराई और और फिर सुपाड़े को चाटने लगी….. मैंने लंड मुठियाते हुए कहा बबिता मैं तुम्हे गाली देता हूं तुम्हे बुरा तो नही लगता वो मेरी आँखों मे देख कर बोली भैया मैं कितना प्यार करने लगी हूँ आपसे आप नही समझ सकते आप की किसी भी बात का बुरा मानने का तो सवाल ही नही है हाँ अगर मैं किसी भी तरह आपको कोई खुशी दे सकूं तो ये मेरा सौभाग्य होगा मैंने उसकी बात सुन कर झुक कर उसके होंठ चुम लिए और वापस लंड तेजी से हिलाते हुए लव यू मेरी बुरचोदी बहन…….. उसने फिर से सुपाड़ा चूसना शुरू कर दिया और मैं लंड मुठियाते हुए एकदम से ना जाने क्या सोच कर अपने लंड पर थूक दिया मेरा थूक एकदम उसके होठो के पास सुपाड़े पर गिरा उसने एक बार मेरी ओर देखा फिर जीभ निकाल कर लंड पर से मेरा थूक चाटने लगी मेरे लंड की हालत खराब हो गयी ये सीन देख कर मैंने एक हाथ से बबिता के बाल मुट्ठी में पकड़े और दूसरे हाथ से एकदम तेजी से लंड हिलाने लगा मेरे टट्टे सख्त होने लगे मैंने बबिता की आंखों में देखते हुए कहा मुह खोल भोसड़ी की उसने बड़ा सा मुह खोल दिया मेरे लंड के सामने और मैं झड़ने ही वाला था कि अचानक मैंने झुक कर उसके खुले हुए मुह में थूक दिया उसने मुस्कुराते हुए मेरा थूक निगल कर फिर से मुह खोल दिया मेरे मुह से अब गुर्राहट निकलने लगी थी मैने सुपाड़ा उसके होठो पर रगड़ते हुए कहा ले बुरचोदी रण्डी छिनाल पी ले मेरे लंड का रस इसी के साथ मेरे सुपाड़े से वीर्य की फुहारें निकलने लगी बबिता उसे देखते हुए अपने होंठ सुपाड़े के छेद पर रख कर चुसने लगी और मैं झटके लेते हुए झड़ता रहा aaahhhhh उसका पूरा मुह मेरे वीर्य से भर गया कुछ बूंदे उसके होठो के किनारे से बह कर उसकी ठोढ़ी पर आ गयी थी वो गाल फुलाये मुह में मेरा वीर्य भरे बैठी थी मैंने उसे आंख मार दी वो मुस्कुरा कर एकदम से मेरा वीर्य गटक गयी और मुह खोल कर मुझे दिखाने लगी मैंने एक बार फिर से उसके होंठ चुम लिए और वीर्य का स्वाद मेरे मुह में भी आ गया फिर वो खड़ी हो कर मेरे गले लग गयी और बोली भैया हमारी शादी तो हो नही सकती मुझे अपनी रखैल ही बना लो कम से कम आपके लंड का मज़ा तो मिलता रहेगा मैंने उसके नंगे चूतड़ मसल कर कहा वो तो तू है ही मेरी जान मेरी रखैल मेरी रण्डी मेरी कुतिया और फिर हमने अपने कपड़े पहने और लाइट ऑफ कर के बिस्तर पर आ गए वो मेरे पास आ गयी और मुझे बाहों में भर कर मेरे सीने से लग कर सो ग
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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RE: चचेरी बहन बबिता ने ........................ - by neerathemall - 30-01-2023, 01:31 AM



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