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Adultery अनजान भाभी की
#3
और फिर हम दोनों ही 69 की पोज़िशन में आ गये थे. और मेरा पूरा का पूरा ही लंड उसके मुहँ में और उसकी पूरी चूत मेरे मुहँ में थी. और फिर हम बहुत देर तक एक-दूसरे को चूसते और चाटते रहे और हम चूसते-चूसते झड़ गये थे. और हमको ऐसा करते हुए लगभग 40 मिनट से भी ज़्यादा का समय हो गया था और उसका पूरा बेड ही गन्दा भी हो गया था. और फिर उसने मुझसे कहा कि, चलो अब इसको अन्दर भी डालो ना।

और फिर मैं उसकी दोनों टाँगों के बीच में आया और मैंने उसकी टाँगों को फैलाया और फिर मैंने अपने लंड पर कंडोम चढ़ाया और फिर उसकी चूत में एकदम से डाल दिया था. उसकी चूत एकदम गीली हो रही थी और मेरा लंड फक की आवाज़ के साथ पूरा ही उसकी चूत के अन्दर समा गया था. और फिर मैंने उसको अपने गले से लगा लिया था और वह भी मेरी पीठ पर अपने नाख़ून गड़ा रही थी. और फिर मैंने कस-कसकर उसकी चूत को ऐसे चोदा कि वह भी मेरी उस जबरदस्त चुदाई से बड़ी खुश होकर अपनी गांड को उठाकर उत्तेजना में आकर मुझको मारने लग गई थी. और मैं भी शिप्रा भाभी कि जमकर चुदाई कर रहा था। और शिप्रा  बोल रही थी की धीरे से करो ना प्लीज क्या तुम मेरी चूत को फाड़ ही डालोगे क्या? और फिर मैं उनकी चूत में अपने लंड से तेज़-तेज़ झटके मारने लगा जिससे शिप्रा को भी मज़ा आने लगा और फिर शिप्रा भाभी को मैंने पूरे 25 मिनट तक चोदा और अपना सारा पानी उसकी चूत में ही निकाल दिया था. और फिर हम दोनों ही लेटे-लेटे एक-दूसरे को किस करते रहे. और फिर 30 मिनट के बाद वह खड़ी हुई और उसने अपनी नाइटी पहनते हुए मुझको 1000 रूपये का नोट देते हुए मुझसे बोली कि, आते रहना।

और फिर वहाँ से आने से पहले मैंने उससे कहा कि मैं अपने कॉलेज के बाहर ही रहता हूँ कौने वाली दुकान पर. और जब भी आपका मन करे मुझको वहाँ से बुला लेना. और फिर मैंने उसके दिये हुए वह पैसे अपनी जेब में रखे और कपड़े पहनकर मैं उसके घर से निकल आया. और अब तो मेरा वह चुदाई का नया धन्धा बहुत ही अच्छा चल रहा है।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: अनजान भाभी की - by neerathemall - 28-01-2023, 08:26 PM



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